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1. {गृह युद्ध} PS (1-3) नबात का पुत्र यारोबाम तब भी मिस्र में था, जहाँ वह सुलैमान से भागकर पहुँचा था। जब उसने सुलैमान की मृत्यु की खबर सुनी तो वह एप्रैम की पहाड़ियों में अपने जेरदा नगर में वापस लौट आया। राजा सुलैमान मरा और अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया। उसके बाद उसका पुत्र रहूबियाम नया राजा बना। इस्राएल के सभी लोग शकेम गए। PEPS वे रहूबियाम को राजा बनाने गये। रहूबियाम भी राजा बनने के लिये शकेम गया। लोगों ने रहूबियाम से कहा,
1. And Rehoboam H7346 went H1980 to Shechem H7927 : for H3588 all H3605 Israel H3478 were come H935 to Shechem H7927 to make him king H4427 H853 .
27.
4. “तुम्हारे पिता ने हम लोगों को बहुत कठोर श्रम करने के लिये विवश किया। अब तुम इसे हम लोगों के लिये कुछ सरल करो। उस कठिन काम को बन्द करो जिसे करने के लिये तुम्हारे पिता ने हमें विवश किया था। तब हम तुम्हारी सेवा करेंगे।” PEPS
4. Thy father H1 made H853 our yoke H5923 grievous H7185 : now H6258 therefore make thou H859 the grievous H7186 service H4480 H5656 of thy father H1 , and his heavy H3515 yoke H4480 H5923 which H834 he put H5414 upon H5921 us, lighter H7043 , and we will serve H5647 thee.
5. रहूबियाम ने उत्तर दिया, “तीन दिन में मेरे पास वापस लौट कर आओ और मैं उत्तर दूँगा।” अत: लोग चले गये। PEPS
5. And he said H559 unto H413 them, Depart H1980 yet H5750 for three H7969 days H3117 , then come again H7725 to H413 me . And the people H5971 departed H1980 .
6. कुछ अग्रज लोग थे जो सुलैमान के जीवित रहते उसके निर्णय करने में सहायता करते थे। इसलिए राजा रहूबियाम ने इन व्यक्तियों से पूछा कि उसे क्या करना चाहिये। उसने कहा, “आप लोग क्या सोचते हैं, मुझे इन लोगों को क्या उत्तर देना चाहिये” PEPS
6. And king H4428 Rehoboam H7346 consulted H3289 with H854 the old men H2205 , that H834 stood H5975 H853 before H6440 Solomon H8010 his father H1 while H1961 he yet lived H2416 , and said H559 , How H349 do ye H859 advise H3289 that I may answer H7725 H1697 H853 this H2088 people H5971 ?
7. अग्रजों ने उत्तर दिया, “यदि आज तुम उनके सेवक की तरह रहोगे तो वे सच्चाई से तुम्हारी सेवा करेंगे। यदि तुम दयालुता के साथ उनसे बातें करोगे तब वे तुम्हारी सदा सेवा करेंगे।” PEPS
7. And they spoke H1696 unto H413 him, saying H559 , If H518 thou wilt be H1961 a servant H5650 unto this H2088 people H5971 this day H3117 , and wilt serve H5647 them , and answer H6030 them , and speak H1696 good H2896 words H1697 to H413 them , then they will be H1961 thy servants H5650 forever H3605 H3117 .
8. किन्तु रहूबियाम ने उनकी यह सलाह मानी। उसने उन नवयुवकों से सलाह ली जो उसके मित्र थे।
8. But he forsook H5800 H853 the counsel H6098 of the old men H2205 , which H834 they had given H3289 him , and consulted H3289 with H854 the young men H3206 that H834 were grown up H1431 with H854 him, and which H834 stood H5975 before H6440 him:
9. रहूबियाम ने कहा, “लोग यह कहते हैं, ‘हमें उससे सरल काम दो जो तुम्हारे पिता ने दिया था।’ तुम क्या सोचते हो, मुझे लोगों को कैसे उत्तर देना चाहिये मैं उनसे क्या कहूँ” PEPS
9. And he said H559 unto H413 them, What H4100 counsel H3289 give ye H859 that we may answer H7725 H1697 H853 this H2088 people H5971 , who H834 have spoken H1696 to H413 me, saying H559 , Make the yoke H5923 which H834 thy father H1 did put H5414 upon H5921 us lighter H7043 ?
10. राजा के युवक मित्रों ने कहा, “वे लोग तुम्हारे पास आए और उन्होंने तुमसे कहा, ‘तुम्हारे पिता ने हमें कठिन श्रम करने के लिये विवश किया। अब हम लोगों का काम सरस करें।’ अत: तुम्हें डिंग मारनी चाहिये और उनसे कहना चाहिये, ‘मेरी छोटी उंगली मेरे पिता के पूरे शरीर से अधिक शक्तिशाली है।
10. And the young men H3206 that H834 were grown up H1431 with H854 him spoke H1696 unto H413 him, saying H559 , Thus H3541 shalt thou speak H559 unto this H2088 people H5971 that H834 spoke H1696 unto H413 thee, saying H559 , Thy father H1 made H853 our yoke H5923 heavy H3513 , but make thou H859 it lighter H7043 unto H4480 H5921 us; thus H3541 shalt thou say H1696 unto H413 them , My little H6995 finger shall be thicker H5666 than my father H1 's loins H4480 H4975 .
11. मेरे पिता ने तुम्हें कठिन श्रम करने को विवश किया। किन्तु में उससे भी बहुत कठिन काम कराऊँगा! मेरे पिता ने तुमसे काम लेने के लिये कोड़ों का उपयोग किया था। मैं तुम्हें उन कोड़ों से पीटूँगा जिनमें धारदार लोहे के टुकड़े हैं, तुम्हें घायल करने के लिये!’ ” PEPS
11. And now H6258 whereas my father H1 did lade H6006 H5921 you with a heavy H3515 yoke H5923 , I H589 will add H3254 to H5921 your yoke H5923 : my father H1 hath chastised H3256 you with whips H7752 , but I H589 will chastise H3256 you with scorpions H6137 .
12. रहूबियाम ने लोगों से कहा था, “तीन दिन में मेरे पास वापस आओ।” इसलिये तीन दीन बाद इस्राएल के सभी लोग रहूबियाम के पास लौटे।
12. So Jeroboam H3379 and all H3605 the people H5971 came H935 to H413 Rehoboam H7346 the third H7992 day H3117 , as H834 the king H4428 had appointed H1696 , saying H559 , Come H7725 to H413 me again the third H7992 day H3117 .
13. उस समय राजा रहूबियाम ने उनसे कठोर शब्द कहे। उसने अग्रजों की सलाह मानी।
13. And the king H4428 answered H6030 H853 the people H5971 roughly H7186 , and forsook H5800 H853 the old men H2205 's counsel H6098 that H834 they gave H3289 him;
14. उसने वही किया जो उसके मित्रों ने उसे करने को कहा। रहूबियाम ने कहा, “मेरे पिता ने तुम्हें कठिन श्रम करने को विवश किया। अत: मैं तुम्हें और अधिक काम दूँगा। मेरे पिता ने तुमको कोड़े से पीटा। किन्तु मैं तुम्हें उन कोड़ों से पीटूँगा जिनमें तुम्हें घायल करने के लिये धरादर लोहे के टुकड़े हैं।”
14. And spoke H1696 to H413 them after the counsel H6098 of the young men H3206 , saying H559 , My father H1 made H853 your yoke H5923 heavy H3513 , and I H589 will add H3254 to H5921 your yoke H5923 : my father H1 also chastised H3256 you with whips H7752 , but I H589 will chastise H3256 you with scorpions H6137 .
15. अत: राजा ने वह नहीं किया जिसे लोग चाहते थे। यहोवा ने ऐसा होने दिया। यहोवा ने यह अपनी उस प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिये किया जो उसने नाबात के पुत्र यारोबाम के साथ की थी। यहोवा ने अहिय्याह नबी का उपयोग यह प्रतिज्ञा करने के लिये किया था। अहिय्याह शीलो का था। PEPS
15. Wherefore the king H4428 hearkened H8085 not H3808 unto H413 the people H5971 ; for H3588 the cause H5438 was H1961 from H4480 H5973 the LORD H3068 , that H4616 he might perform H6965 H853 his saying H1697 , which H834 the LORD H3068 spoke H1696 by H3027 Ahijah H281 the Shilonite H7888 unto H413 Jeroboam H3379 the son H1121 of Nebat H5028 .
16. इस्राएल के सभी लोगों ने समझ लिया कि नये राजा ने उनकी बात अनसुनी कर दी है। इसलिये लोगों ने राजा से कहा, “क्या हम दाऊद के परिवार के अंग हैं नहीं!
क्या हमें यिशै की भूमि में से कुछ मिला है नहीं!
अत: इस्राएलियों हम अपने घर चलें।
दाऊद के पुत्र को अपने लोगों पर शासन करने दो।” अत: इस्राएल के लोग अपने घर वापस गए।
16. So when all H3605 Israel H3478 saw H7200 that H3588 the king H4428 hearkened H8085 not H3808 unto H413 them , the people H5971 answered H7725 H1697 H853 the king H4428 , saying H559 , What H4100 portion H2506 have we in David H1732 ? neither H3808 have we inheritance H5159 in the son H1121 of Jesse H3448 : to your tents H168 , O Israel H3478 : now H6258 see H7200 to thine own house H1004 , David H1732 . So Israel H3478 departed H1980 unto their tents H168 .
17. किन्तु रहूबियाम फिर भी उन इस्राएलियों पर शासन करता रहा, जो यहूदा के नगरों में रहते थे। PEPS
17. But as for the children H1121 of Israel H3478 which dwelt H3427 in the cities H5892 of Judah H3063 , Rehoboam H7346 reigned H4427 over H5921 them.
18. अदोराम नामक एक व्यक्ति सब श्रमिकों का अधिकारी था। राजा रहूबियाम ने अदोराम को लोगों से बात चीत करने के लिये भेजा। किन्तु इस्राएल के लोगों ने उस पर तब तक पत्थर बरसाये जब तक वह मर नहीं गया। तब राजा रहूबियाम अपने रथ तक दौड़ा और यरूशलेम को भाग निकला।
18. Then king H4428 Rehoboam H7346 sent H7971 H853 Adoram H151 , who H834 was over H5921 the tribute H4522 ; and all H3605 Israel H3478 stoned H7275 him with stones H68 , that he died H4191 . Therefore king H4428 Rehoboam H7346 made speed H553 to get him up H5927 to his chariot H4818 , to flee H5127 to Jerusalem H3389 .
19. इस प्रकर इस्राएल ने दाऊद के परिवार से विद्रोह कर दिया और वे अब भी आज तक दाऊद के परिवार के विरुद्ध हैं। PEPS
19. So Israel H3478 rebelled H6586 against the house H1004 of David H1732 unto H5704 this H2088 day H3117 .
20. इस्राएल के सभी लोगों ने सुना कि यारोबाम वापस लौट आया है। इसलिये उन्होंने उसे एक सभा में आमन्त्रित किया और उसे पूरे इस्राएल का राजा बना दिया। केवल यहूदा का परिवार समूह ही एक मात्र परिवार समूह था जो दाऊद के परिवार का अनुसरण करता रहा। PEPS
20. And it came to pass H1961 , when all H3605 Israel H3478 heard H8085 that H3588 Jeroboam H3379 was come again H7725 , that they sent H7971 and called H7121 him unto H413 the congregation H5712 , and made him king H4427 H853 over H5921 all H3605 Israel H3478 : there was H1961 none H3808 that followed H310 the house H1004 of David H1732 , but H2108 the tribe H7626 of Judah H3063 only H905 .
21. रहूबियाम यरूशलेम को वापस गया। उसने यहूदा के परिवार समूह और बिन्यामीन के परिवार समूह को इकट्ठा किया। यह एक लाख अस्सी हजार पुरुषों की सेना थी। रहूबियाम इस्राएल के लोगों के विरुद्ध युद्ध लड़ना चाहता था। वह अपने राज्य को वापस लेना चाहता था।
21. And when Rehoboam H7346 was come H935 to Jerusalem H3389 , he assembled H6950 H853 all H3605 the house H1004 of Judah H3063 , with H854 the tribe H7626 of Benjamin H1144 , a hundred H3967 and fourscore H8084 thousand H505 chosen H977 men , which were warriors H6213 H4421 , to fight H3898 against H5973 the house H1004 of Israel H3478 , to bring H7725 H853 the kingdom H4410 again to Rehoboam H7346 the son H1121 of Solomon H8010 .
22. किन्तु यहोवा ने परमेश्वर के एक व्यक्ति से बातें कीं। उसका नाम शमायहा था। परमेश्वर ने कहा,
22. But the word H1697 of God H430 came H1961 unto H413 Shemaiah H8098 the man H376 of God H430 , saying H559 ,
23. “यहूदा के राजा, सुलैमान के पुत्र, रहूबियाम और यहूदा तथा बिन्यामीन के सभी लोगों से बात करो।
23. Speak H559 unto H413 Rehoboam H7346 , the son H1121 of Solomon H8010 , king H4428 of Judah H3063 , and unto H413 all H3605 the house H1004 of Judah H3063 and Benjamin H1144 , and to the remnant H3499 of the people H5971 , saying H559 ,
24. उनसे कहो, ‘यहोवा कहता है कि तुम्हें अपने भाइयों इस्राएल के लोगों के विरुद्ध युद्ध में नहीं जाना चाहिये। तुम सबको घर लौट जाना चाहिये। मैंने इन सभी घटनाओं को घटित होने दिया है।’ ” अत: रहूबियाम की सेना के पुरुषों ने यहोवा का आदेश माना। वे, सभी अपने घर लौट गए। PEPS
24. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Ye shall not H3808 go up H5927 , nor H3808 fight H3898 against H5973 your brethren H251 the children H1121 of Israel H3478 : return H7725 every man H376 to his house H1004 ; for H3588 this H2088 thing H1697 is H1961 from H4480 H854 me . They hearkened H8085 therefore H853 to the word H1697 of the LORD H3068 , and returned H7725 to depart H1980 , according to the word H1697 of the LORD H3068 .
25. शकेम, एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में एक नगर था। यारोबाम ने शकेम को एक सुदृढ़ नगर बनाया और उसमें रहने लगा। इसके बाद वह पनूएल नगर को गया और उसे भी सुदृढ़ किया। PEPS
25. Then Jeroboam H3379 built H1129 H853 Shechem H7927 in mount H2022 Ephraim H669 , and dwelt H3427 therein ; and went out H3318 from thence H4480 H8033 , and built H1129 H853 Penuel H6439 .
26. (26-27) यारोबाम ने अपने मन में सोचा, “यदि लोग यरूशलेम में यहोवा के मन्दिर को जाते रहे तो वे दाऊद के परिवार द्वारा शासित होना चाहेंगे। लोग फिर यहूदा के राजा रहूबियाम का अनुसरण करना आरम्भ कर देंगे। तब वे मुझे मार डालेंगे।”
26. And Jeroboam H3379 said H559 in his heart H3820 , Now H6258 shall the kingdom H4467 return H7725 to the house H1004 of David H1732 :
28. इसलिये राजा ने अपने सलाहकारों से पूछा कि उसे क्या करना चाहिये उन्होंने उसे अपनी सलाह दीं। अत: यारोबाम ने दो सुनहले बछड़े बनाये। राजा यारोबाम ने लोगों से कहा, “तुम्हें उपासना करने यरूशलेम नहीं जाना चाहिये। इस्राएलियों, ये देवता हैं जो तुम्हें मिस्र से बाहर ले आए।” *मिस्र से बाहर ले आए यह ठीक वही कथन है जो हारुन ने तब कहा जब उसने मरुभूमि में सुनहला बछड़ा बनाया। देखें निर्गमन 32:4
28. Whereupon the king H4428 took counsel H3289 , and made H6213 two H8147 calves H5695 of gold H2091 , and said H559 unto H413 them , It is too much H7227 for you to go up H4480 H5927 to Jerusalem H3389 : behold H2009 thy gods H430 , O Israel H3478 , which H834 brought H5927 thee up out of the land H4480 H776 of Egypt H4714 .
29. राजा यारोबाम ने एक सुनहले बछड़े को बेतेल में रखा। उसने दूसरे सुनहले बछड़े को दान में रखा।
29. And he set H7760 H853 the one H259 in Bethel H1008 , and the other H259 put H5414 he in Dan H1835 .
30. किन्तु यह बहुत बड़ा पाप था। इस्राएल के लोगों ने बेतेल और दान नगरों की यात्रा बछड़ों की पूजा करने के लिये की। किन्तु यह बहुत बड़ा पाप था। PEPS
30. And this H2088 thing H1697 became H1961 a sin H2403 : for the people H5971 went H1980 to worship before H6440 the one H259 , even unto H5704 Dan H1835 .
31. यारोबाम ने उच्च स्थानों पर पूजागृह भी बनाए। उसने इस्राएल के विभिन्न परिवार समूहों से याजक भी चुने। (उसने केवल लेवी परिवार समूह से याजक नहीं चुने।)
31. And he made H6213 H853 a house H1004 of high places H1116 , and made H6213 priests H3548 of the lowest H4480 H7098 of the people H5971 , which H834 were H1961 not H3808 of the sons H4480 H1121 of Levi H3878 .
32. और राजा यारोबाम ने एक नया पर्व आरम्भ किया। यह पर्व यहूदा के “फसहपर्व” की तरह था। किन्तु यह पर्व आठवें महीनें के पन्द्रहवें दिन था—पहले महीने के पन्द्रहवें दिन नहीं। उस समय राजा बेतेल नगर की वेदी पर बलि भेंट करता था और वह बलि उन बछड़ों को भेंट करता था जिन्हें उसने बनवाया था। राजा यारोबाम ने बेतेल में उन उच्चस्थानों के लिये याजक भी चुने, जिन्हें उसने बनाया था।
32. And Jeroboam H3379 ordained H6213 a feast H2282 in the eighth H8066 month H2320 , on the fifteenth H2568 H6240 day H3117 of the month H2320 , like unto the feast H2282 that H834 is in Judah H3063 , and he offered H5927 upon H5921 the altar H4196 . So H3651 did H6213 he in Bethel H1008 , sacrificing H2076 unto the calves H5695 that H834 he had made H6213 : and he placed H5975 in Bethel H1008 H853 the priests H3548 of the high places H1116 which H834 he had made H6213 .
33. इसलिये राजा यारोबाम इस्राएलियों के लिये पर्व के लिये अपना ही समय चुना। यह आठवें महीने का पन्द्रहवाँ दिन था। उन दिनों वह उस वेदी पर बलि भेंट करता था और सुगन्धि जलाता था जिसे उसने बनाया था। यह बेतेल नगर में था। PE
33. So he offered H5927 upon H5921 the altar H4196 which H834 he had made H6213 in Bethel H1008 the fifteenth H2568 H6240 day H3117 of the eighth H8066 month H2320 , even in the month H2320 which H834 he had devised H908 of his own heart H4480 H3820 ; and ordained H6213 a feast H2282 unto the children H1121 of Israel H3478 : and he offered H5927 upon H5921 the altar H4196 , and burnt incense H6999 .
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