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1. दाऊद के मरने का समय लगभग पहुँचा। इसलिये दाऊद ने सुलैमान से बातें कीं और उससे कहा,
1. Now the days H3117 of David H1732 drew nigh H7126 that he should die H4191 ; and he charged H6680 H853 Solomon H8010 his son H1121 , saying H559 ,
2. “मेरे मरने का समय निकट गया है। जैसे हर एक व्यक्ति का आता है। लेकिन तुम एक शक्तिशाली पुरुष बन रहे हो।
2. I H595 go H1980 the way H1870 of all H3605 the earth H776 : be thou strong H2388 therefore , and show H1961 thyself a man H376 ;
3. उन सभी आदेशों का सावधानी पूर्वक पालन करो जिन्हें यहोवा परमेश्वर ने हमें दिया है। सावधानीपूर्वक उसके सभी नियमों का पालन करो, और वे कार्य करो जो उसने हमें कहा है। सावधानी से उन नियमों का पालन करो जो मूसा की व्यवस्था की किताब में लिखी है। यदि तुम इन सभी का पालन करोगे तो तुम जो कुछ करोगे और जहाँ कहीं जाओगे, सफल होगे
3. And keep H8104 H853 the charge H4931 of the LORD H3068 thy God H430 , to walk H1980 in his ways H1870 , to keep H8104 his statutes H2708 , and his commandments H4687 , and his judgments H4941 , and his testimonies H5715 , as it is written H3789 in H853 the law H8451 of Moses H4872 , that H4616 thou mayest prosper H7919 in all H3605 that H834 thou doest H6213 , and whithersoever H3605 H834 H8033 thou turnest H6437 thyself:
4. और यदि तुम यहोवा की आज्ञा का पालन करते रहोगे तो यहोवा मेरे लिये की गई प्रतिज्ञाओं का पालन करेगा। मेरे लिये यहोवा ने जो प्रतिज्ञा की, वह यह है, ‘तुम्हारे पुत्रों को मरी आज्ञा का पालन करना चाहिये और उन्हें वैसे रहना चाहिये जैसा रहने के लिये मैं कहूँ। तुम्हारे पुत्रों को पूरे हृदय और आत्मा से मुझमें विश्वास रखना चाहिये। यदि तुम्हारे पुत्र यह करेंगे तो तुम्हारे परिवार का एक व्यक्ति सदा इस्राएल के लोगों का शासक होगा।’ ” PEPS
4. That H4616 the LORD H3068 may continue H6965 H853 his word H1697 which H834 he spoke H1696 concerning H5921 me, saying H559 , If H518 thy children H1121 take heed H8104 to H853 their way H1870 , to walk H1980 before H6440 me in truth H571 with all H3605 their heart H3824 and with all H3605 their soul H5315 , there shall not H3808 fail H3772 thee H559 (said he) a man H376 on H4480 H5921 the throne H3678 of Israel H3478 .
5. दाऊद ने यह भी कहा, “तुम यह भी याद रखो कि सरुयाह के पुत्र योआब ने मेरे लिये क्या किया। उसने इस्राएल की सेना के दो सेनापतियों को मार डाला। उसने नेर के पुत्र अब्नेर और येतेर के पुत्र अमासा को मारा। तुम्हें याद होगा कि उसने उन्हें बदले की भावना से प्रेरित होकर शान्ति के समय इसलिये मारा क्योंकि उन्होंने दूसरों को युद्ध में मारा था। इन व्यक्तियों के रक्त का दाग उसकी तलवार की मूठ और उसके पहने हुए सैनिकों के जूतों पर लगा हुआ था। इसलिये मैं उसे अवश्य दण्ड दूँगा।
5. Moreover H1571 thou H859 knowest H3045 also H853 what H834 Joab H3097 the son H1121 of Zeruiah H6870 did H6213 to me, and what H834 he did H6213 to the two H8147 captains H8269 of the hosts H6635 of Israel H3478 , unto Abner H74 the son H1121 of Ner H5369 , and unto Amasa H6021 the son H1121 of Jether H3500 , whom he slew H2026 , and shed H7760 the blood H1818 of war H4421 in peace H7965 , and put H5414 the blood H1818 of war H4421 upon his girdle H2290 that H834 was about his loins H4975 , and in his shoes H5275 that H834 were on his feet H7272 .
6. किन्तु अब राजा तुम हो। अत: तुम्हें उसे इस प्रकार दण्ड देना चाहिये जिसे तुम सबसे अधिक बुद्धिमत्तापूर्ण समझो। किन्तु तुम्हें यह निश्चय कर लेना चाहिये कि वह मार डाला जाये। उसे बुढ़ापे की शान्तिपूर्ण मृत्यु पाने दो! PEPS
6. Do H6213 therefore according to thy wisdom H2451 , and let not H3808 his hoar head H7872 go down H3381 to the grave H7585 in peace H7965 .
7. “गिलाद के, बर्जिल्लै के बच्चों पर दयालु रहो। उन्हें अपना मित्र होने दो और अपनी मेज पर भोजन करने दो। उन्होंने मेरी तब सहायता की, जब मैं तुम्हारे भाई अबशालोम से भाग खड़ा हुआ था। PEPS
7. But show H6213 kindness H2617 unto the sons H1121 of Barzillai H1271 the Gileadite H1569 , and let them be H1961 of those that eat H398 at thy table H7979 : for H3588 so H3651 they came H7126 to H413 me when I fled H1272 because H4480 H6440 of Absalom H53 thy brother H251 .
8. “और याद रखो गेरा का पुत्र शिमी तुम्हारे साथ यहाँ है। वह बहूरीम के बिन्यामीन परिवार समूह का है। यादा रखो कि उसने, उस दिन मेरे विरुद्ध बहुत बुरी बातें की, जिस दिन मैं महनैम को भाग गया था। तब वह मुझसे मिलने यरदन नदी पर आया था। किन्तु मैंने यहोवा के समाने प्रतिज्ञा की थी, ‘शिमी मैं तुम्हें नहीं मारूँगा।’
8. And, behold H2009 , thou hast with H5973 thee Shimei H8096 the son H1121 of Gera H1617 , a Benjamite H1145 of Bahurim H4480 H980 , which H1931 cursed H7043 me with a grievous H4834 curse H7045 in the day H3117 when I went H1980 to Mahanaim H4266 : but he H1931 came down H3381 to meet H7125 me at Jordan H3383 , and I swore H7650 to him by the LORD H3068 , saying H559 , I will not H518 put thee to death H4191 with the sword H2719 .
9. परन्तु शिमी को दण्ड दिये बिना रहने दो। तुम बुद्धिमान व्यक्ति हो, तुम समझ जाओगे कि उसके साथ क्या करना चाहिये। किन्तु उसे बुढ़ापे की शान्तिपूर्ण मृत्यु पाने दो।” PEPS
9. Now H6258 therefore hold him not guiltless H408 H5352 : for H3588 thou H859 art a wise H2450 man H376 , and knowest H3045 H853 what H834 thou oughtest to do H6213 unto him ; but his H853 hoar head H7872 bring thou down H3381 to the grave H7585 with blood H1818 .
10. तब दाऊद मर गया। वह दाऊद नगर में दफनाया गया।
10. So David H1732 slept H7901 with H5973 his fathers H1 , and was buried H6912 in the city H5892 of David H1732 .
11. दाऊद ने इस्राएल पर चालीस वर्ष तक शासन किया। उसने हब्रोन में सात वर्ष और यरूशलेम में तैंतीस वर्ष तक शासन किया। PEPS
11. And the days H3117 that H834 David H1732 reigned H4427 over H5921 Israel H3478 were forty H705 years H8141 : seven H7651 years H8141 reigned H4427 he in Hebron H2275 , and thirty H7970 and three H7969 years H8141 reigned H4427 he in Jerusalem H3389 .
12. अब सुलैमान अपने पिता दाऊद के सिंहासन पर शासन करने लगा और इसमें कोई सन्देह नहीं था कि वह राजा है। PEPS
12. Then sat H3427 Solomon H8010 upon H5921 the throne H3678 of David H1732 his father H1 ; and his kingdom H4438 was established H3559 greatly H3966 .
13. इस समय हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह सुलैमान की माँ बतशेबा के पास गया। बतशेबा ने उससे पूछा, “क्या तुम शान्ति के भाव से आए हो” PEPS अदोनिय्याह ने उत्तर दिया, “हाँ! यह शान्तिपूर्ण आगमन है।
13. And Adonijah H138 the son H1121 of Haggith H2294 came H935 to H413 Bath H1339 -sheba the mother H517 of Solomon H8010 . And she said H559 , Comest H935 thou peaceably H7965 ? And he said H559 , Peaceably H7965 .
14. मुझे आपसे कुछ कहना है।” PEPS बतशेबा ने कहा, “तो कहो।” PEPS
14. He said H559 moreover , I have somewhat to say H1697 unto H413 thee . And she said H559 , Say on H1696 .
15. अदोनिय्याह ने कहा, “तुम्हें याद है कि एक समय राज्य मेरा था। इस्राएल के सभी लोग समझते थे कि मैं उनका राजा हूँ। किन्तु स्थिति बदल गई। अब मेरा भाई राजा है। यहोवा ने उसे राजा होने के लिये चुना।
15. And he said H559 , Thou H859 knowest H3045 that H3588 the kingdom H4410 was H1961 mine , and that all H3605 Israel H3478 set H7760 their faces H6440 on H5921 me , that I should reign H4427 : howbeit the kingdom H4410 is turned about H5437 , and is become H1961 my brother H251 's: for H3588 it was H1961 his from the LORD H4480 H3068 .
16. इसलिये मैं तुमसे एक चीज़ माँगता हूँ। कृपया इन्कार करें।” PEPS बतशेबा ने पूछा, “तुम क्या चाहते हो” PEPS
16. And now H6258 I H595 ask H7592 one H259 petition H7596 of H4480 H854 thee, deny H7725 H853 H6440 me not H408 . And she said H559 unto H413 him , Say on H1696 .
17. अदोनिय्याह ने उत्तर दिया, “मैं जानता हूँ कि राजा सुलैमान वह सब कुछ करेंगे जो तुम कहोगी। अत: कृपया उनसे शूनेमिन स्त्री अबीशग को मुझे देने को कहो। मैं उससे विवाह करना चाहता हूँ।” PEPS
17. And he said H559 , Speak H559 , I pray thee H4994 , unto Solomon H8010 the king H4428 , ( for H3588 he will not H3808 say thee nay H7725 H853 H6440 ,) that he give H5414 me H853 Abishag H49 the Shunammite H7767 to wife H802 .
18. तब बतशेबा ने कहा, “ठीक है, मैं तुम्हारे लिये राजा से बात करूँगी।” PEPS
18. And Bath H1339 -sheba said H559 , Well H2896 ; I H595 will speak H1696 for H5921 thee unto H413 the king H4428 .
19. अत: बतशेबा राजा सुलैमान के पास उससे बात करने गई। राजा सुलैमान ने उसे देखा और वह उससे मिलने के लिये खड़ा हुआ। तब वह उसके सामने प्रणाम करने झुका और सिंहासन पर बैठ गया। उसने सेवकों से, अपनी माँ के लिये दूसरा सिंहासन लाने को कहा। तब वह उसकी दायीं ओर बैठ गई। PEPS
19. Bath H1339 -sheba therefore went H935 unto H413 king H4428 Solomon H8010 , to speak H1696 unto him for H5921 Adonijah H138 . And the king H4428 rose up H6965 to meet H7122 her , and bowed himself H7812 unto her , and sat down H3427 on H5921 his throne H3678 , and caused a seat H3678 to be set H7760 for the king H4428 's mother H517 ; and she sat H3427 on his right hand H3225 .
20. बतशेबा ने उससे कहा, “में तुमसे एक छोटी चीज माँगती हूँ। कृपया इन्कार करना।” PEPS राजा ने उत्तर दिया, “माँ तुम जो चाहो, माँग सकती हो। मैं तुम्हें मना नहीं करूँगा।” PEPS
20. Then she said H559 , I H595 desire H7592 one H259 small H6996 petition H7596 of H4480 thee; I pray thee , say me not nay H408 H7725 H853 H6440 . And the king H4428 said H559 unto her , Ask on H7592 , my mother H517 : for H3588 I will not H3808 say thee nay H7725 H853 H6440 .
21. अत: बतशेबा ने कहा, “शूनेमिन स्त्री अबीशग को, अपने भाई अदोनिय्याह के साथ विवाह करने दो।” PEPS
21. And she said H559 , Let H853 Abishag H49 the Shunammite H7767 be given H5414 to Adonijah H138 thy brother H251 to wife H802 .
22. राजा सुलैमान ने अपनी माँ से कहा, “तुम अबीशग को उसे देने के लिये मुझसे क्यों कहती हो तुम मुझसे यह क्यों नहीं कहती कि मैं उसे राजा भी बना दूँ क्योंकि वह मेरा बड़ा भाई है याजक एब्यातार और योआब उसका समर्थन करेंगे।” PEPS
22. And king H4428 Solomon H8010 answered H6030 and said H559 unto his mother H517 , And why H4100 dost thou H859 ask H7592 H853 Abishag H49 the Shunammite H7767 for Adonijah H138 ? ask H7592 for him H853 the kingdom H4410 also; for H3588 he H1931 is mine H4480 elder H1419 brother H251 ; even for him , and for Abiathar H54 the priest H3548 , and for Joab H3097 the son H1121 of Zeruiah H6870 .
23. तब सुलैमान ने यहोवा से एक प्रतिज्ञा की। उसने कहा, “मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मुझसे यह माँग करने के लिये मैं अदोनिय्याह से भुगतान कराऊँगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि उसे इसका मूल्य अपने जीवन से चुकाना पड़ेगा।
23. Then king H4428 Solomon H8010 swore H7650 by the LORD H3068 , saying H559 , God H430 do H6213 so H3541 to me , and more H3254 also H3541 , if H3588 Adonijah H138 have not spoken H1696 H853 this H2088 word H1697 against his own life H5315 .
24. यहोवा ने मुझे इस्राएल का राजा होने दिया है। उसने वह सिंहासन मुझे दिया है जो मेरे पिता दाऊद का है। यहोवा ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की है और राज्य मुझे और मेरे परिवार को दिया है। मैं शाश्वत परमेश्वर के सामने, प्रतिज्ञा करता हूँ कि अदोनिय्याह आज मरेगा!” PEPS
24. Now H6258 therefore, as the LORD H3068 liveth H2416 , which H834 hath established H3559 me , and set H3427 me on H5921 the throne H3678 of David H1732 my father H1 , and who H834 hath made H6213 me a house H1004 , as H834 he promised H1696 , Adonijah H138 shall be put to death H4191 this day H3117 .
25. राजा सुलैमान ने बनायाह को आदेश दिया। बनायाह बाहर गया और उसने अदोनिय्याह को मार डाला। PEPS
25. And king H4428 Solomon H8010 sent H7971 by the hand H3027 of Benaiah H1141 the son H1121 of Jehoiada H3077 ; and he fell H6293 upon him that he died H4191 .
26. तब राजा सुलैमान ने याजक एब्यातार से कहा, “मुझे तुमको मार डालना चाहिये, किन्तु मैं तुम्हें अपने घर अनातोत में लौट जाने देता हूँ। मैं तुम्हें अभी मारूँगा नहीं क्योंकि मेरे पिता दाऊद के साथ चलते समय तुमने पवित्र सन्दूक को ले चलने में सहायता की थी जब तुम मेरे पिता दाऊद के साथ थे और मैं जानता हूँ कि उन सभी विपत्तियों के समय में मेरे पिता के समान तुमने भी हाथ बटाया।”
26. And unto Abiathar H54 the priest H3548 said H559 the king H4428 , Get H1980 thee to Anathoth H6068 , unto H5921 thine own fields H7704 ; for H3588 thou H859 art worthy H376 of death H4194 : but I will not H3808 at this H2088 time H3117 put thee to death H4191 , because H3588 thou didst bear H5375 H853 the ark H727 of the Lord H136 GOD H3068 before H6440 David H1732 my father H1 , and because H3588 thou hast been afflicted H6031 in all H3605 wherein H834 my father H1 was afflicted H6031 .
27. सुलैमान ने एब्यातार से कहा कि तुम याजक के रूप में यहोवा की सेवा करते नहीं रह सकते। यह सब वैसे ही हुआ, जैसा यहोवा ने होने के लिये कहा था। परमेश्वर ने याजक एली और उसके परिवार के बारे में शीलो में यह कहा था और एब्यातार एली के परिवार से था। PEPS
27. So Solomon H8010 thrust out H1644 H853 Abiathar H54 from being H4480 H1961 priest H3548 unto the LORD H3068 ; that he might fulfill H4390 H853 the word H1697 of the LORD H3068 , which H834 he spoke H1696 concerning H5921 the house H1004 of Eli H5941 in Shiloh H7887 .
28. योआब ने इस बारे में सुना और वह डर गया। उसने अदोनिय्याह का समर्थन किया था, किन्तु अबशालोम का नहीं। योआब यहोवा के तम्बू की ओर दौड़ा और वेदी के सींगो को पकड़ लिया।
28. Then tidings H8052 came H935 to H5704 Joab H3097 : for H3588 Joab H3097 had turned H5186 after H310 Adonijah H138 , though he turned H5186 not H3808 after H310 Absalom H53 . And Joab H3097 fled H5127 unto H413 the tabernacle H168 of the LORD H3068 , and caught hold H2388 on the horns H7161 of the altar H4196 .
29. किसी ने राजा सुलैमान से कहा कि योआब यहोवा के तम्बू में वेदी के पास है। इसलिये सुलैमान ने बनायाह को जाने और उसे मार डालने का आदेश दिया। PEPS
29. And it was told H5046 king H4428 Solomon H8010 that H3588 Joab H3097 was fled H5127 unto H413 the tabernacle H168 of the LORD H3068 ; and, behold H2009 , he is by H681 the altar H4196 . Then Solomon H8010 sent H7971 H853 Benaiah H1141 the son H1121 of Jehoiada H3077 , saying H559 , Go H1980 , fall H6293 upon him.
30. बनायाह यहोवा के तम्बू में गया और योआब से कहा, “राजा कहते हैं, ‘बाहर आओ!’ ” PEPS किन्तु योआब ने उत्तर दिया, “नहीं मैं यहीं मरूँगा।” PEPS अत: बनायाह राजा के पास वापस गया और उससे वही कहा जो योआब ने कहा था।
30. And Benaiah H1141 came H935 to H413 the tabernacle H168 of the LORD H3068 , and said H559 unto H413 him, Thus H3541 saith H559 the king H4428 , Come forth H3318 . And he said H559 , Nay H3808 ; but H3588 I will die H4191 here H6311 . And Benaiah H1141 brought H7725 H853 the king H4428 word H1697 again, saying H559 , Thus H3541 said H1696 Joab H3097 , and thus H3541 he answered H6030 me.
31. तब राजा ने बनायाह को आदेश दिया, “वैसा ही करो जैसा वह कहता है। उसे वहीं मार डालो। तब उसे दफना दो। तब हमारा परिवार और हम योआब के दोष से मुक्त होंगे। यह अपराध इसलिये हुआ कि योआब ने निरपराध लोगों को मारा था।
31. And the king H4428 said H559 unto him, Do H6213 as H834 he hath said H1696 , and fall H6293 upon him , and bury H6912 him ; that thou mayest take away H5493 the innocent H2600 blood H1818 , which H834 Joab H3097 shed H8210 , from H4480 H5921 me , and from H4480 H5921 the house H1004 of my father H1 .
32. योआब ने दो व्यक्तियों को मार डाला था जो उससे बहुत अधिक अच्छे थे। ये नेर का पुत्र अब्नेर और येतेर का पुत्र अमासा थे। अब्नेर इस्राएल की सेना का सेनापति था और उस समय मेरे पिता दाऊद यह नहीं जानते थे कि योआब ने उन्हें मार डाला था। इसलिये यहोवा योआब को उन व्यक्तियों के लिये दण्ड देगा जिन्हें उसने मार डाला था।
32. And the LORD H3068 shall return H7725 H853 his blood H1818 upon H5921 his own head H7218 , who H834 fell H6293 upon two H8147 men H376 more righteous H6662 and better H2896 than H4480 he , and slew H2026 them with the sword H2719 , my father H1 David H1732 not H3808 knowing H3045 thereof, to wit , H853 Abner H74 the son H1121 of Ner H5369 , captain H8269 of the host H6635 of Israel H3478 , and Amasa H6021 the son H1121 of Jether H3500 , captain H8269 of the host H6635 of Judah H3063 .
33. वह उनकी मृत्यु के लिये अपराधी होगा और उसका परिवार भी सदा के लिये दोषी होगा। किन्तु परमेश्वर की ओर से दाऊद को, उसके वंशजों, उसके राज परिवार और सिंहासन को सदा के लिये शान्ति मिलेगी।” PEPS
33. Their blood H1818 shall therefore return H7725 upon the head H7218 of Joab H3097 , and upon the head H7218 of his seed H2233 forever H5769 : but upon David H1732 , and upon his seed H2233 , and upon his house H1004 , and upon his throne H3678 , shall there be H1961 peace H7965 forever H5704 H5769 from H4480 H5973 the LORD H3068 .
34. इसलिये यहोयादा के पुत्र बनायाह ने योआब को मार डाला। योआब मरुभूमि में अपने घर के पास दफनाया गया।
34. So Benaiah H1141 the son H1121 of Jehoiada H3077 went up H5927 , and fell H6293 upon him , and slew H4191 him : and he was buried H6912 in his own house H1004 in the wilderness H4057 .
35. सुलैमान ने तब यहोयादा के पुत्र बनायाह को योआब के स्थान पर सेनापति बनाया। सुलैमान ने एब्यातार के स्थान पर सादोक को महायाजक बनाया।
35. And the king H4428 put H5414 H853 Benaiah H1141 the son H1121 of Jehoiada H3077 in his room H8478 over H5921 the host H6635 : and Zadok H6659 the priest H3548 did the king H4428 put H5414 in the room H8478 of Abiathar H54 .
36. इसके बाद रजा ने शिमी को बुलवाया। राजा ने उससे कहा, “यहाँ यरूशलेम में तुम अपने लिये एक घर बनाओ, उसी घर में रहो और नगर को मत छोड़ो।
36. And the king H4428 sent H7971 and called H7121 for Shimei H8096 , and said H559 unto him, Build H1129 thee a house H1004 in Jerusalem H3389 , and dwell H3427 there H8033 , and go not forth H3808 H3318 thence H4480 H8033 any H575 whither H575 .
37. यदि तुम नगर को छोड़ोगे और किद्रोन के नाले के पार जाओगे तो तुम मार डाले जाओगे और यह तुम्हारा दोष होगा।” PEPS
37. For it shall be H1961 , that on the day H3117 thou goest out H3318 , and passest over H5674 H853 the brook H5158 Kidron H6939 , thou shalt know H3045 for certain H3045 that H3588 thou shalt surely die H4191 H4191 : thy blood H1818 shall be H1961 upon thine own head H7218 .
38. अत: शिमी ने उत्तर दिया, “मेरे राजा, आपने जो कहा, है ठीक है। मैं आपके आदेश का पालन करूँगा।” अत: शिमी यरूशलेम में बहुत समय तक रहा।
38. And Shimei H8096 said H559 unto the king H4428 , The saying H1697 is good H2896 : as H834 my lord H113 the king H4428 hath said H1696 , so H3651 will thy servant H5650 do H6213 . And Shimei H8096 dwelt H3427 in Jerusalem H3389 many H7227 days H3117 .
39. किन्तु तीन वर्ष बाद शिमी के दो सेवक भाग गए। वे गत के राजा के पास पहुँचे। उसका नाम आकीश था जो माका का पुत्र था। शिमी ने सुना कि उसके सेवक गत में है।
39. And it came to pass H1961 at the end H4480 H7093 of three H7969 years H8141 , that two H8147 of the servants H5650 of Shimei H8096 ran away H1272 unto H413 Achish H397 son H1121 of Maachah H4601 king H4428 of Gath H1661 . And they told H5046 Shimei H8096 , saying H559 , Behold H2009 , thy servants H5650 be in Gath H1661 .
40. इसलिये शिमी ने अपनी काठी अपने खच्चर पर रखी और गत में राजा आकीश के पास गया। वह अपने सेवकों को प्राप्त करने गया। उसने उन्हें ढूँढ लिया और अपने घर वापस लाया। PEPS
40. And Shimei H8096 arose H6965 , and saddled H2280 H853 his ass H2543 , and went H1980 to Gath H1661 to H413 Achish H397 to seek H1245 H853 his servants H5650 : and Shimei H8096 went H1980 , and brought H935 H853 his servants H5650 from Gath H4480 H1661 .
41. किन्तु किसी ने सुलैमान से कहा, कि शिमी यरूशलेम से गत गया था और लौट आया है।
41. And it was told H5046 Solomon H8010 that H3588 Shimei H8096 had gone H1980 from Jerusalem H4480 H3389 to Gath H1661 , and was come again H7725 .
42. इसलिये सुलैमान ने उसे बुलवाया। सुलैमान ने कहा, “मैंने यहोवा के नाम पर तुमसे यह प्रतिज्ञा की थी कि यदि तुम यरूशलेम छोड़ोगे, तो मारे जाओगे। मैंने चेतावनी दी थी कि यदि तुम अन्य कहीं जाओगे तो तुम्हारे मारे जाने का दोष तुम्हारा होगा और मैंने जो कुछ कहा था तुमने उसे स्वीकार किया था। तुमने कहा कि तुम मेरी आज्ञा का पालन करोगे।
42. And the king H4428 sent H7971 and called H7121 for Shimei H8096 , and said H559 unto H413 him , Did I not H3808 make thee to swear H7650 by the LORD H3068 , and protested H5749 unto thee, saying H559 , Know for a certain H3045 H3045 , on the day H3117 thou goest out H3318 , and walkest abroad H1980 any H575 whither H575 , that H3588 thou shalt surely die H4191 H4191 ? and thou saidst H559 unto H413 me , The word H1697 that I have heard H8085 is good H2896 .
43. तुमने अपनी प्रतिज्ञा भंग क्यों की तुमने मेरे आदेश का पालन क्यों नहीं किया
43. Why H4069 then hast thou not H3808 kept H8104 H853 the oath H7621 of the LORD H3068 , and the commandment H4687 that H834 I have charged H6680 thee H5921 with?
44. तुम जानते हो कि तुमने मेरे पिता दाऊद के विरूद्ध बहुत से गलत काम किये, अब यहोवा उन गलत कामों के लिये तुम्हें दण्ड देगा।
44. The king H4428 said H559 moreover to H413 Shimei H8096 , Thou H859 knowest H3045 H853 all H3605 the wickedness H7451 which H834 thine heart H3824 is privy to H3045 , that H834 thou didst H6213 to David H1732 my father H1 : therefore the LORD H3068 shall return H7725 H853 thy wickedness H7451 upon thine own head H7218 ;
45. किन्तु यहोवा मुझे आशीर्वाद देगा। वह दाऊद के सिंहासन की सदैव सुरक्षा करेगा।” PEPS
45. And king H4428 Solomon H8010 shall be blessed H1288 , and the throne H3678 of David H1732 shall be H1961 established H3559 before H6440 the LORD H3068 forever H5704 H5769 .
46. तब राजा ने बनायाह को शिमी को मार डालने का आदेश दिया और उसने इसे पूरा किया। अब सुलैमान अपने राज्य पर पूर्ण नियन्त्रण कर चुका था। PE
46. So the king H4428 commanded H6680 H853 Benaiah H1141 the son H1121 of Jehoiada H3077 ; which went out H3318 , and fell H6293 upon him , that he died H4191 . And the kingdom H4467 was established H3559 in the hand H3027 of Solomon H8010 .
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