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1

1. यहूदा का राजा यहोशापात सुरक्षित यरूशलेम अपने घर लौटा।
1. And Jehoshaphat H3092 the king H4428 of Judah H3063 returned H7725 to H413 his house H1004 in peace H7965 to Jerusalem H3389 .
2. दृष्टा येहू यहोशापात से मिलने गया। येहू के पिता का नाम हनानी था। येहू ने राजा यहोशापात से कहा, “तुम बुरे आदमियों की सहायता क्यों करते हो तुम उन लोगों से क्यों प्रेम करते हो जो यहोवा से घृणा करते हैं। यही कारण है कि यहोवा तुम पर क्रोधित है।
2. And Jehu H3058 the son H1121 of Hanani H2607 the seer H2374 went out H3318 to meet H413 H6440 him , and said H559 to H413 king H4428 Jehoshaphat H3092 , Shouldest thou help H5826 the ungodly H7563 , and love H157 them that hate H8130 the LORD H3068 ? therefore H2063 is wrath H7110 upon H5921 thee from before H4480 H6440 the LORD H3068 .
3. किन्तु तुम्ह रे जीवन में कुछ अच्छी बातें हैं। तुमने अशेरा—स्तम्भों को इस देश से बाह किया और तुमने हृदय से परमेश्वर का अनुसरण करने का निश्चय किया।” PS
3. Nevertheless H61 there are good H2896 things H1697 found H4672 in H5973 thee , in that H3588 thou hast taken away H1197 the groves H842 out of H4480 the land H776 , and hast prepared H3559 thine heart H3824 to seek H1875 God H430 .
4. {यहोशापात न्यायाधीशों को चुनता है} PS यहोशापात यरूशलेम में रहता था। वह एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में बेर्शोबा नगर के लोगों के साथ एक होने के लिये फिर वहो गया। यहोशापात ने उन लोगों को उस यहोवा परमेश्वर के पास लौटाया जिसका अनुसरण उनके पूर्वज करते थे।
4. And Jehoshaphat H3092 dwelt H3427 at Jerusalem H3389 : and he went out H3318 again H7725 through the people H5971 from Beer H4480 H884 -sheba to H5704 mount H2022 Ephraim H669 , and brought them back H7725 unto H413 the LORD H3068 God H430 of their fathers H1 .
5. यहोशापात ने यहूदा में न्यायधीश चुने। उसने यहूदा के हर किले में रहने के लिये न्यायाधीश चुने।
5. And he set H5975 judges H8199 in the land H776 throughout all H3605 the fenced H1219 cities H5892 of Judah H3063 , city H5892 by city H5892 ,
6. यहोशापात ने इन न्यायाधीशों से कहा, “जो कुछ तुम करो उसमें सावधान रहा क्योंकि तुम, लोगों के लिये न्याय नही कर रहे अपितु यहोवा के लिये कर रहे हो। जब तुम निर्णय करोगे तब यहोवा तुम्हारे साथ होगा।
6. And said H559 to H413 the judges H8199 , Take heed H7200 what H4100 ye H859 do H6213 : for H3588 ye judge H8199 not H3808 for man H120 , but H3588 for the LORD H3068 , who is with H5973 you in the judgment H1697 H4941 .
7. तुम में से हर एक को अब यहोवा से डरना चाहिए। जो करो उसमें सावधान रहो क्योंकि हमारा यहोवा परमेश्वर न्यायी है। वह किसी व्यक्ति को अन्य व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण मानकर व्यवहार नही करता। वह अपने निर्णय को बदलने के लिये धन नही लेता।” PEPS
7. Wherefore now H6258 let the fear H6343 of the LORD H3068 be H1961 upon H5921 you ; take heed H8104 and do H6213 it : for H3588 there is no H369 iniquity H5766 with H5973 the LORD H3068 our God H430 , nor respect H4856 of persons H6440 , nor taking H4727 of gifts H7810 .
8. और यहोशापात ने यरूशलेम में, लेवीवंशियों, याजकों और इस्राएल के परिवार प्रमुखों को न्यायाधीश चुना। उन लोगों को यहोवा के नियमों का उपयोग यरूशलेम के लोगों की समस्याओं को निपटाने के लिये करना था।
8. Moreover H1571 in Jerusalem H3389 did Jehoshaphat H3092 set H5975 of H4480 the Levites H3881 , and of the priests H3548 , and of the chief H4480 H7218 of the fathers H1 of Israel H3478 , for the judgment H4941 of the LORD H3068 , and for controversies H7379 , when they returned H7725 to Jerusalem H3389 .
9. यहोशापात ने उनको आदेश दिये। यहोशापात ने कहा, “तुम्हें अपने पूरे हृदय से विश्वसनीय काम करना चाहिए। तुम्हें यहोवा से अवश्य डरना चाहिए।
9. And he charged H6680 H5921 them, saying H559 , Thus H3541 shall ye do H6213 in the fear H3374 of the LORD H3068 , faithfully H530 , and with a perfect H8003 heart H3824 .
10. तुम्हारे पास हत्या, नियम, आदेश, शासन या किसी अन्य नियमों के मामले सकते हैं। ये सभी मामले नगरों में रहने वाले तुम्हारे भाईयों के यह से आएंगे। इन सभी मामलों में लोगों को इस बात की चेतावनी दो कि वे लोग यहोवा के विरुद्ध पाप करें। यदि तुम विश्वास योग्यता के साथ यहोवा की सेवा नहीं करते तो तुम यहोवा के क्रोध को अपने ऊपर और अपने भाईयों के ऊपर लाने का कारण बनोगे। यह करो, तब तुम अपराधी नही होगे। PEPS
10. And what cause soever H3605 H7379 H834 shall come H935 to H5921 you of your brethren H4480 H251 that dwell H3427 in their cities H5892 , between H996 blood H1818 and blood H1818 , between H996 law H8451 and commandment H4687 , statutes H2706 and judgments H4941 , ye shall even warn H2094 them that they trespass H816 not H3808 against the LORD H3068 , and so wrath H7110 come H1961 upon H5921 you , and upon H5921 your brethren H251 : this H3541 do H6213 , and ye shall not H3808 trespass H816 .
11. “अमर्याह मार्गदर्शक याजक है। वह यहोवा के सम्बन्ध की सभी बातों में तुम्हारे ऊपर रहेगा और राजा सम्बन्धी सभी विषयों में जबद्याह तुम्हारे ऊपर होगा। जबद्याह के पिता का नाम इश्माएल है। जबद्याह यहूदा के परिवार समूह में प्रमुख है। लेवीवंशी शास्त्रियों के रुप में भी तुम्हारी सेवा करेंगे। जो कुछ करो उसमें साहस रखो। यहोवा उन लोगों के साथ हो, जो वही करते हैं जो ठीक है।” PE
11. And, behold H2009 , Amariah H568 the chief H7218 priest H3548 is over H5921 you in all H3605 matters H1697 of the LORD H3068 ; and Zebadiah H2069 the son H1121 of Ishmael H3458 , the ruler H5057 of the house H1004 of Judah H3063 , for all H3605 the king H4428 's matters H1697 : also the Levites H3881 shall be officers H7860 before H6440 you. Deal H6213 courageously H2388 , and the LORD H3068 shall be H1961 with H5973 the good H2896 .
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