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1. {हिजकिय्याह यहूदा पर अपना शासन करना आरम्भ करता है} PS आहाज का पुत्र हिजकिय्याह यहूदा का राजा था। हिजकिय्याह ने इस्राएल के राजा एला के पुत्र होशे के राज्यकाल के तीसरे वर्ष में शासन करना आरम्भ किया।
1. Now it came to pass H1961 in the third H7969 year H8141 of Hoshea H1954 son H1121 of Elah H425 king H4428 of Israel H3478 , that Hezekiah H2396 the son H1121 of Ahaz H271 king H4428 of Judah H3063 began to reign H4427 .
2. हिजकिय्याह ने जब शासन करना आरम्भ किया, वह पच्चीस वर्ष का था। हिजकिय्याह ने यरूशलेम में उनतीस वर्ष तक शासन किया। उसकी माँ जकर्याह की पुत्री अबी थी। PEPS
2. Twenty H6242 and five H2568 years H8141 old H1121 was H1961 he when he began to reign H4427 ; and he reigned H4427 twenty H6242 and nine H8672 years H8141 in Jerusalem H3389 . His mother H517 's name H8034 also was Abi H21 , the daughter H1323 of Zachariah H2148 .
3. हिजकिय्याह ने ठीक अपने पूर्वज दाऊद की तरह वे कार्य किये जिन्हें यहोवा ने अच्छा बताया था।
3. And he did H6213 that which was right H3477 in the sight H5869 of the LORD H3068 , according to all H3605 that H834 David H1732 his father H1 did H6213 .
4. हिजकिय्याह ने उच्चस्थानों को नष्ट किया। उसने स्मृति पत्थरों और अशेरा स्तम्भों को खंडित कर दिया। उन दिनों इस्राएल के लोग मूसा द्वारा बनाए गाए काँसे के साँप के लिये सुगन्धि जलाते थे। इस काँसे के साँप का नाम “नहुशतान” था। PEPS हिजकिय्याह ने इस काँसे के साँप के टुकड़े कर डाले क्योंकि लोग उस साँप की पूजा कर रहे थे। PEPS
4. He H1931 removed H5493 H853 the high places H1116 , and broke H7665 H853 the images H4676 , and cut down H3772 H853 the groves H842 , and broke in pieces H3807 the brazen H5178 serpent H5175 that H834 Moses H4872 had made H6213 : for H3588 unto H5704 those H1992 days H3117 the children H1121 of Israel H3478 did H1961 burn incense H6999 to it : and he called H7121 it Nehushtan H5180 .
5. हिजकिय्याह यहोवा, इस्राएल के परमेश्वर में विश्वास रखता था। PEPS यहूदा के राजाओं में से उसके पहले या उसके बाद हिजकिय्याह के समान कोई व्यक्ति नहीं था।
5. He trusted H982 in the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 ; so that after H310 him was H1961 none H3808 like him H3644 among all H3605 the kings H4428 of Judah H3063 , nor any that H834 were H1961 before H6440 him.
6. हिजकिय्याह यहोवा का बहुत भक्त था। उसने यहोवा का अनुसरण करना नहीं छोड़ा। उसने उन आदेशों का पालन किया जिन्हें यहोवा ने मूसा को दिये थे।
6. For he cleaved H1692 to the LORD H3068 , and departed H5493 not H3808 from following H4480 H310 him , but kept H8104 his commandments H4687 , which H834 the LORD H3068 commanded H6680 H853 Moses H4872 .
7. होवा हिजकिय्याह के साथ था। हिजकिय्याह ने जो कुछ किया, उसमें वह सफल रहा। हिजकिय्याह ने अश्शूर के राजा से अपने को स्वतन्त्र कर लिया। हिजकिय्याह ने अश्शूर के राजा की सेवा करना बन्द कर दिया।
7. And the LORD H3068 was H1961 with H5973 him; and he prospered H7919 whithersoever H3605 H834 he went forth H3318 : and he rebelled H4775 against the king H4428 of Assyria H804 , and served H5647 him not H3808 .
8. हिजकिय्याह ने लगातार गाज्जा तक और उसके चारों ओर के पलिश्तियों को पराजित किया। उसने सभी छोटे से लेकर बड़े पलिश्ती नगरों को पराजित किया। PS
8. He H1931 smote H5221 H853 the Philistines H6430 , even unto H5704 Gaza H5804 , and the borders H1366 thereof , from the tower H4480 H4026 of the watchmen H5341 to H5704 the fenced H4013 city H5892 .
9. {अश्शूरी शोमरोन पर अधिकार करते हैं} PS अश्शूर का राजा शल्मनेसेर शोमरोन के विरुद्ध युद्ध करने गया। उसकी सेना ने नगर को घेर लिया। यह हिजकिय्याह के यहूदा पर राज्यकाल के चौथे वर्ष में हुआ। (यह इस्राएल के राजा एला के पुत्र होशे का भी सातवाँ वर्ष था।)
9. And it came to pass H1961 in the fourth H7243 year H8141 of king H4428 Hezekiah H2396 , which H1931 was the seventh H7637 year H8141 of Hoshea H1954 son H1121 of Elah H425 king H4428 of Israel H3478 , that Shalmaneser H8022 king H4428 of Assyria H804 came up H5927 against H5921 Samaria H8111 , and besieged H6696 H5921 it.
10. तीन वर्ष बाद शल्मनेसेर नेशोमरोन पर अधिकार कर लिया। उसने शोमरोन को यहूदा के राजा हिजकिय्याह के राज्यकाल के छठे वर्ष में शोमरोन को ले लिया। (यह इस्राएल के राजा होशे के राज्यकाल का नवाँ वर्ष भी था।)
10. And at the end H4480 H7097 of three H7969 years H8141 they took H3920 it: even in the sixth H8337 year H8141 of Hezekiah H2396 , that H1931 is the ninth H8672 year H8141 of Hoshea H1954 king H4428 of Israel H3478 , Samaria H8111 was taken H3920 .
11. अश्शूर का राजा इस्राएलियों को बन्दी के रूप में अश्शूर ले गया। उसने उन्हें हलह हाबोर पर (गोजान नदी ) और मादियों के नगरों में बसाया।
11. And the king H4428 of Assyria H804 did carry away H1540 H853 Israel H3478 unto Assyria H804 , and put H5148 them in Halah H2477 and in Habor H2249 by the river H5104 of Gozan H1470 , and in the cities H5892 of the Medes H4074 :
12. यह हुआ, क्योंकि इस्राएलियों ने यहोवा, अपने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया। उन्होंने यहोवा की वाचा को तोड़ा। उन्होंने उन सभी नियमों को नहीं माना जिनके लिये यहोवा के सेवक मूसा ने आदेश दिये थे। इस्राएल के लोगों ने यहोवा की वाचा की अनसुनी की या उन कामों को नहीं किया जिन्हें करने की शिक्षा उसमें दी गई थी। PS
12. Because H5921 H834 they obeyed H8085 not H3808 the voice H6963 of the LORD H3068 their God H430 , but transgressed H5674 H853 his covenant H1285 , and H853 all H3605 that H834 Moses H4872 the servant H5650 of the LORD H3068 commanded H6680 , and would not H3808 hear H8085 them , nor H3808 do H6213 them .
13. {अश्शूर यहूदा को लेने को तैयार होता है} PS हिजकिय्याह के राज्यकाल के चौदहवें वर्ष अश्शूर का राजा सन्हेरीब यहूदा के सभी सुदृढ़ नगरों के विरूद्ध युद्ध छेड़ने गया। सन्हेरीब ने उन सभी नगरों को पराजित किया।
13. Now in the fourteenth H702 H6240 year H8141 of king H4428 Hezekiah H2396 did Sennacherib H5576 king H4428 of Assyria H804 come up H5927 against H5921 all H3605 the fenced H1219 cities H5892 of Judah H3063 , and took H8610 them.
14. तब यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने अश्शूर के राजा को लाकीश में एक सन्देश भेजा। हिजकिय्याह ने कहा, “मैंने बुरा किया है। मुझे शान्ति से रहने दो। तब मैं तुम्हें वह भुगतान करूँगा जो कुछ तुम चाहोगे।” PEPS तब अश्शूर के राजा ने यहूदा के राजा हिजकिय्याह से ग्यारह टन चाँदी और एक टन सोना से अधिक मांगा।
14. And Hezekiah H2396 king H4428 of Judah H3063 sent H7971 to H413 the king H4428 of Assyria H804 to Lachish H3923 , saying H559 , I have offended H2398 ; return H7725 from H4480 H5921 me: H853 that which H834 thou puttest H5414 on H5921 me will I bear H5375 . And the king H4428 of Assyria H804 appointed H7760 unto H5921 Hezekiah H2396 king H4428 of Judah H3063 three H7969 hundred H3967 talents H3603 of silver H3701 and thirty H7970 talents H3603 of gold H2091 .
15. हिजकिय्याह ने सारी चाँदी जो यहोवा के मन्दिर और राजा के खजानों में थी, वह सब दे दी।
15. And Hezekiah H2396 gave H5414 him H853 all H3605 the silver H3701 that was found H4672 in the house H1004 of the LORD H3068 , and in the treasures H214 of the king H4428 's house H1004 .
16. उस समय हिजकिय्याह ने उस सोने को उतार लिया जो यहोवा के मन्दिर के दरवाजों और चौखटों पर मढ़ा गया था। राजा हिजकिय्याह ने इन दरवाजों और चौखटों पर सोना मढ़वाया था। हिजकिय्याह ने यह सोना अश्शूर के राजा को दिया। PS
16. At that H1931 time H6256 did Hezekiah H2396 cut off H7112 the gold from H853 the doors H1817 of the temple H1964 of the LORD H3068 , and from the pillars H547 which H834 Hezekiah H2396 king H4428 of Judah H3063 had overlaid H6823 , and gave H5414 it to the king H4428 of Assyria H804 .
17. {अश्शूर का राजा अपने लोगों को यरूशलेम भेजता है} PS अश्शूर के राजा ने अपने तीन अत्यन्त महत्वपूर्ण सेनापतियों को एक विशाल सेना के साथ यरूशलेम में राजा हिजकिय्याह के पास भेजा। वे लोग लाकीश से चले और यरूशलेम को गये। वे ऊपरी स्रोत के पास छोटी नहर के निकट खड़े हुए। (ऊपरी स्रोत धोबी क्षेत्र तक ले जाने वाली सड़क पर है।)
17. And the king H4428 of Assyria H804 sent H7971 H853 Tartan H8661 and Rabsaris H7249 and Rab H7262 -shakeh from H4480 Lachish H3923 to H413 king H4428 Hezekiah H2396 with a great H3515 host H2426 against Jerusalem H3389 . And they went up H5927 and came H935 to Jerusalem H3389 . And when they were come up H5927 , they came H935 and stood H5975 by the conduit H8585 of the upper H5945 pool H1295 , which H834 is in the highway H4546 of the fuller H3526 's field H7704 .
18. इन लोगों ने राजा को बुलाया। हिलकिय्याह का पुत्र एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल का अधीक्षक था।) शेब्ना (शास्त्री) और आसाप का पुत्र योआह (अभिलेखपाल) उनसे मिलने आए। PEPS
18. And when they had called H7121 to H413 the king H4428 , there came out H3318 to H413 them Eliakim H471 the son H1121 of Hilkiah H2518 , which H834 was over H5921 the household H1004 , and Shebna H7644 the scribe H5608 , and Joah H3098 the son H1121 of Asaph H623 the recorder H2142 .
19. सेनापतियों में से एक ने उनसे कहा, “हिजकिय्याह से कहो कि महान सम्राट अश्शूर का सम्राट यह कहता हैः ‘किस पर तुम भरोसा करते हो?
19. And Rab H7262 -shakeh said H559 unto H413 them, Speak H559 ye now H4994 to H413 Hezekiah H2396 , Thus H3541 saith H559 the great H1419 king H4428 , the king H4428 of Assyria H804 , What H4100 confidence H986 is this H2088 wherein H834 thou trustest H982 ?
20. तुमने केवल अर्थहीन शब्द कहे हैं। तुम कहते हो, “मेरे पास उपयुक्त सलाह और शक्ति युद्ध में मदद के लिये है।” किन्तु तुम किस पर विश्वास करते हो जो तुम मेरे शासन से स्वतन्त्र हो गए हो
20. Thou sayest H559 , ( but H389 they are but vain H8193 words H1697 ,) I have counsel H6098 and strength H1369 for the war H4421 . Now H6258 on H5921 whom H4310 dost thou trust H982 , that H3588 thou rebellest H4775 against me?
21. तुम टूटे बेंत की छड़ी का सहारा ले रहे हो। यह छड़ी मिस्र है। यदि कोई व्यक्ति इस छड़ी का सहारा लेगा तो यह टूटेगी और उसके हाथ को बेधती हुई उसे घायल करेगी! मिस्र का राजा उन सभी लोगों के लिये वैसा ही है, जो उस पर भरोसा करतें हैं।
21. Now H6258 , behold H2009 , thou trustest H982 upon H5921 the staff H4938 of this H2088 bruised H7533 reed H7070 , even upon H5921 Egypt H4714 , on H5921 which H834 if a man H376 lean H5564 , it will go H935 into his hand H3709 , and pierce H5344 it: so H3651 is Pharaoh H6547 king H4428 of Egypt H4714 unto all H3605 that trust H982 on H5921 him.
22. हो सकता है, तुम कहो, “हम यहोवा, अपने परमेश्वर पर विश्वास करते हैं।” किन्तु मैं जानता हूँ कि हिजकिय्याह ने यहोवा के उच्च स्थानों और वेदियों को हटा दिया और यहूदा और यरूशलेम से कहा, “तुम्हें केवल यरूशलेम में वेदी के सामने उपासना करनी चाहिये।”
22. But if H3588 ye say H559 unto H413 me , We trust H982 in H413 the LORD H3068 our God H430 : is not H3808 that he H1931 , whose H834 H853 high places H1116 and whose altars H4196 Hezekiah H2396 hath taken away H5493 , and hath said H559 to Judah H3063 and Jerusalem H3389 , Ye shall worship H7812 before H6440 this H2088 altar H4196 in Jerusalem H3389 ?
23. ‘अब अश्शूर के राजा, हमारे स्वामी से यह वाचा करो। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं दो हज़ार घोड़े दूँगा, यदि आप उन पर चढ़ने वाले घुड़सवारों को प्राप्त कर सकेंगे।
23. Now H6258 therefore , I pray thee H4994 , give pledges H6149 to H854 my lord H113 the king H4428 of Assyria H804 , and I will deliver H5414 thee two thousand H505 horses H5483 , if H518 thou be able H3201 on thy part to set H5414 riders H7392 upon H5921 them.
24. मेंरे स्वामी के अधिकारियों में से सबसे निचले स्तर के अधिकारी को भी तुम हरा नहीं सकते! तुमने रथ और घुड़सवार सैनिक पाने के लिये मिस्र पर विश्वास किया है।
24. How H349 then wilt thou turn away H7725 H853 the face H6440 of one H259 captain H6346 of the least H6996 of my master H113 's servants H5650 , and put thy trust H982 on H5921 Egypt H4714 for chariots H7393 and for horsemen H6571 ?
25. ‘मैं यहोवा के बिना यरूशलेम को नष्ट करने नहीं आया हूँ। यहोवा ने मुझसे कहा है, “इस देश के विरुद्ध जाओ और इसे नष्ट करो!” ’ ” PS
25. Am I now H6258 come up H5927 without H4480 H1107 the LORD H3068 against H5921 this H2088 place H4725 to destroy H7843 it? The LORD H3068 said H559 to H413 me , Go up H5927 against H5921 this H2063 land H776 , and destroy H7843 it.
26. तब हिलकिय्याह का पुत्र एल्याकीम, शेब्ना और योआह ने सेनापति से कहा, “कृपया हमसे अरामी में बातें करें। हम उस भाषा को समझते हैं। यहूदा की भाषा में हम लोगों से बातें करें क्योंकि दीवार पर के लोग हम लोगों की बातें सुन सकते हैं!” PEPS
26. Then said H559 Eliakim H471 the son H1121 of Hilkiah H2518 , and Shebna H7644 , and Joah H3098 , unto H413 Rab H7262 -shakeh, Speak H1696 , I pray thee H4994 , to H413 thy servants H5650 in the Syrian language H762 ; for H3588 we H587 understand H8085 it : and talk H1696 not H408 with H5973 us in the Jews' language H3066 in the ears H241 of the people H5971 that H834 are on H5921 the wall H2346 .
27. किन्तु रबशाके ने उनसे कहा, “मेरे स्वामी ने मुझे केवल तुमसे और तुम्हारे राजा से बातें करने के लिये नहीं भेजा है। मैं उन अन्य लोगों के लिये भी कह रहा हूँ जो दीवार पर बैठते हैं। वे अपना मल और मूत्र तुम्हारे साथ खायेंगे—पीयेंगे।” *वे पीयेंगे अश्शूर की सेना ने यरूशलेम का घेरा डालने और नगर में अन्न पानी आने देने की योजना बनाई थी। वह समझ रहा था कि लोग इतने भूखे होंगे कि अपना मल मूत्र खायेंगे—पीयेंगे। PEPS
27. But Rab H7262 -shakeh said H559 unto H413 them , Hath my master H113 sent H7971 me to H5921 thy master H113 , and to H413 thee , to speak H1696 H853 these H428 words H1697 ? hath he not H3808 sent me to H5921 the men H376 which sit H3427 on H5921 the wall H2346 , that they may eat H398 H853 their own dung H6675 , and drink H8354 H853 their own piss H4325 H7272 with H5973 you?
28. तब सेनापति हिब्रू भाषा में जोर से चिल्लाया, “महान सम्राट, अश्शूर के सम्राट का यह सन्देश सुनो।
28. Then Rab H7262 -shakeh stood H5975 and cried H7121 with a loud H1419 voice H6963 in the Jews' language H3066 , and spoke H1696 , saying H559 , Hear H8085 the word H1697 of the great H1419 king H4428 , the king H4428 of Assyria H804 :
29. सम्राट कहता है, ‘हिजकिय्याह को, अपने को मूर्ख मत बनाने दो! वह तुम्हें मेरी शक्ति से बचा नहीं सकता।’
29. Thus H3541 saith H559 the king H4428 , Let not H408 Hezekiah H2396 deceive H5377 you: for H3588 he shall not H3808 be able H3201 to deliver H5337 you out of his hand H4480 H3027 :
30. हिजकिय्याह के यहोवा के प्रति तुम आस्थावान होना, हिजकिय्याह कहता है, “हमें यहोवा बचा लेगा! अश्शूर का सम्राट इस नगर को पराजित नहीं कर सकता है।”
30. Neither H408 let Hezekiah H2396 make you trust H982 H853 in H413 the LORD H3068 , saying H559 , The LORD H3068 will surely deliver H5337 H5337 us , and H853 this H2063 city H5892 shall not H3808 be delivered H5414 into the hand H3027 of the king H4428 of Assyria H804 .
31. किन्तु हिजकिय्याह की एक सुनो। अश्शूर का सम्राट यह कहता हैः मेरे साथ सन्धि करो और मुझसे मिलो। तब तुम हर एक अपनी अंगूर की बेलों और अपने अंजीर के पेड़ों से खा सकते हो तथा अपने कुँए से पानी पी सकते हो।
31. Hearken H8085 not H408 to H413 Hezekiah H2396 : for H3588 thus H3541 saith H559 the king H4428 of Assyria H804 , Make H6213 an agreement with H854 me by a present H1293 , and come out H3318 to H413 me , and then eat H398 ye every man H376 of his own vine H1612 , and every one H376 of his fig tree H8384 , and drink H8354 ye every one H376 the waters H4325 of his cistern H953 :
32. यह तुम तब तक कर सकते हो जब तक मैं आऊँ और तुम्हारे देश जैसे देश में तुम्हें ले जाऊँ। यह अन्न और नयी दाखमधु, यह रोटी और अंगूर भरे खेत और जैतून एवं मधु का देश है। तब तुम जीवित रहोगे, मरोगे नहीं। किन्तु हिजकिय्याह की एक सुनो! वह तुम्हारे इरादों को बदलना चाहता है। वह कह रहा है, “यहोवा हमें बचा लेगा।”
32. Until H5704 I come H935 and take you away H3947 H853 to H413 a land H776 like your own land H776 , a land H776 of corn H1715 and wine H8492 , a land H776 of bread H3899 and vineyards H3754 , a land H776 of oil H3323 olive H2132 and of honey H1706 , that ye may live H2421 , and not H3808 die H4191 : and hearken H8085 not H408 unto H413 Hezekiah H2396 , when H3588 he persuadeth H5496 you, saying H559 , The LORD H3068 will deliver H5337 us.
33. क्या अन्य राष्ट्रों के देवताओं ने अश्शूर के सम्राट्र से अपने देश को बचाया नहीं।
33. Hath any H376 of the gods H430 of the nations H1471 delivered at all H5337 H5337 H853 his land H776 out of the hand H4480 H3027 of the king H4428 of Assyria H804 ?
34. हमात और अर्पाद के देवता कहाँ है सपवैम, हेना और इव्वा के देवता कहाँ हैं क्या वे मुझसे शोमरोन को बचा सके नहीं!
34. Where H346 are the gods H430 of Hamath H2574 , and of Arpad H774 ? where H346 are the gods H430 of Sepharvaim H5617 , Hena H2012 , and Ivah H5755 ? have they delivered H5337 H853 Samaria H8111 out of mine hand H4480 H3027 ?
35. क्या किसी अन्य देश में कोई देवता अपनी भूमि को मुझसे बचा सका नहीं! क्या यहोवा मुझसे यरूशलेम को बचा लेगा नहीं! PS
35. Who H4310 are they among all H3605 the gods H430 of the countries H776 , that H834 have delivered H5337 H853 their country H776 out of mine hand H4480 H3027 , that H3588 the LORD H3068 should deliver H5337 H853 Jerusalem H3389 out of mine hand H4480 H3027 ?
36. किन्तु लोग चुप रहे। उन्होंने एक शब्द भी सेनापति को नहीं कहा क्योंकि राजा हिजकिय्याह ने उन्हें ऐसा आदेश दे रखा था। उसने कहा था, “उससे कुछ कहो।” PEPS
36. But the people H5971 held their peace H2790 , and answered H6030 him not H3808 a word H1697 : for H3588 the king H4428 's commandment H4687 was, saying H559 , Answer H6030 him not H3808 .
37. (हिलकिय्याह का पुत्र एल्याकीम) एल्याकीम राजमहल का अधीक्षक था। (शेब्ना) शास्त्री और (आसाप का पुत्र योआह) अभिलेखपाल हिजकिय्याह के पास लौटे। उन्होंने हिजकिय्याह से वह सब कहा जो अश्शूर के सेनापति ने कहा था। PE
37. Then came H935 Eliakim H471 the son H1121 of Hilkiah H2518 , which H834 was over H5921 the household H1004 , and Shebna H7644 the scribe H5608 , and Joah H3098 the son H1121 of Asaph H623 the recorder H2142 , to H413 Hezekiah H2396 with their clothes H899 rent H7167 , and told H5046 him the words H1697 of Rab H7262 -shakeh.
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