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1. {मंदिर बनाने का समय} PS परमेश्वर यहोवा का सन्देश नबी हाग्गै के द्वारा शालतीएल के पुत्र यहूदा के शासक जरुब्बाबेल और यहोसादाक के पुत्र महायाजक यहोशू को मिला। यह सन्देश फारस के राजा दारा के दूसरे वर्ष के छठें महीने के प्रथम दिन मिला था। इस सन्देश में कहा गया:
1. In the second H8147 year H8141 of Darius H1867 the king H4428 , in the sixth H8345 month H2320 , in the first H259 day H3117 of the month H2320 , came H1961 the word H1697 of the LORD H3068 by H3027 Haggai H2292 the prophet H5030 unto H413 Zerubbabel H2216 the son H1121 of Shealtiel H7597 , governor H6346 of Judah H3063 , and to H413 Joshua H3091 the son H1121 of Josedech H3087 , the high H1419 priest H3548 , saying H559 ,
2. सर्वशक्तिमान यहोवा यह कहता है, “लोग कहते हैं कि यहोवा का मंदिर बनाने के लिये समय नहीं आया है।” PEPS
2. Thus H3541 speaketh H559 the LORD H3068 of hosts H6635 , saying H559 , This H2088 people H5971 say H559 , The time H6256 is not H3808 come H935 , the time H6256 that the LORD H3068 's house H1004 should be built H1129 .
3. तब यहोवा का संदेश नबी हाग्गै के द्वारा आया, जिसमें कहा गया था:
3. Then came H1961 the word H1697 of the LORD H3068 by H3027 Haggai H2292 the prophet H5030 , saying H559 ,
4. “क्या यह तुम्हारे स्वयं के लिये लकड़ी मढ़े मकानों में रहने का समय है जबकि यह मंदिर अभी खाली पड़ा है
4. Is it time H6256 for you , O ye H859 , to dwell H3427 in your ceiled H5603 houses H1004 , and this H2088 house H1004 lie waste H2720 ?
5. यही कारण है कि सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है: जो कुछ तुम्हारे साथ घट रहा हैं उस के बारे में सोचो!
5. Now H6258 therefore thus H3541 saith H559 the LORD H3068 of hosts H6635 ; Consider H7760 H3824 H5921 your ways H1870 .
6. तुमने बोया बहुत है, पर तुम काटते हो नहीं के बराबर। तुम खाते हो, पर तुम्हारा पेट नहीं भरता। तुम पीते हो, पर तुम्हें नशा नहीं होता। तुम वस्त्र पहनते हो, किन्तु तुम्हें पर्याप्त गरमाहट नहीं मिलती। तुम जो थोड़ा बहुत कमाते हो पता नहीं कहां चला जाता है; लगता है जैसे जेबों में छेद हो गए हैं!” PEPS
6. Ye have sown H2232 much H7235 , and bring in H935 little H4592 ; ye eat H398 , but ye have not enough H369 H7646 ; ye drink H8354 , but ye are not filled with drink H369 H7937 ; ye clothe H3847 you , but there is none warm H369 H2552 ; and he that earneth wages H7936 earneth wages H7936 to put it into H413 a bag H6872 with holes H5344 .
7. सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “जो कुछ तुम्हारे साथ घट रहा है उसके बारे में सोचो!
7. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 of hosts H6635 ; Consider H7760 H3824 H5921 your ways H1870 .
8. पर्वत पर चढ़ो। लकड़ी लाओ और मंदिर को बनाओ। तब मैं मंदिर से प्रसन्न होऊँगा, और सम्मानित होऊँगा।” यहोवा यह सब कहता है। PEPS
8. Go up H5927 to the mountain H2022 , and bring H935 wood H6086 , and build H1129 the house H1004 ; and I will take pleasure H7521 in it , and I will be glorified H3513 , saith H559 the LORD H3068 .
9. सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “तुम बहुत अधिक पाने की चाह में रहते हो, किन्तु तुम्हें नहीं के बराबर मिलता हैं। तुम जो कुछ भी घर पर लाते हो, मैं इसे उड़ा ले जाता हूँ! क्यों क्योंकि मेरा मंदिर खंडहर पड़ा है। किन्तु तुम लोगों में हर एक को अपने अपने घरों की पड़ी है।
9. Ye looked H6437 for H413 much H7235 , and, lo H2009 , it came to little H4592 ; and when ye brought H935 it home H1004 , I did blow H5301 upon it. Why H3282 H4100 ? saith H5002 the LORD H3068 of hosts H6635 . Because H3282 of mine house H1004 that H834 is waste H2720 , and ye H859 run H7323 every man H376 unto his own house H1004 .
10. यही कारण है कि आकाश अपनी ओस तक रोक लेता है, और इसी कारण भूमि अपनी फसल नहीं देती। ऐसा तुम्हारे कारण हो रहा हैं।” PEPS
10. Therefore H5921 H3651 the heaven H8064 over H5921 you is stayed H3607 from dew H4480 H2919 , and the earth H776 is stayed H3607 from her fruit H2981 .
11. यहोवा कहता है, “मैंने धरती और पर्वतों पर सूखा पड़ने का आदेश दिया है। अनाज, नया दाखमधु, जैतून का तेल, या वह सभी कुछ जिसे यह धरती पैदा करती है, नष्ट हो जायेगा! तथा सभी लोग और सभी मवेशी कमजोर पड़ जायेंगे।” PS
11. And I called H7121 for a drought H2721 upon H5921 the land H776 , and upon H5921 the mountains H2022 , and upon H5921 the corn H1715 , and upon H5921 the new wine H8492 , and upon H5921 the oil H3323 , and upon H5921 that which H834 the ground H127 bringeth forth H3318 , and upon H5921 men H120 , and upon H5921 cattle H929 , and upon H5921 all H3605 the labor H3018 of the hands H3709 .
12. {नये मंदिर के कार्य का आरम्भ} PS तब शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल और यहोसादाक के पुत्र महायाजक यहोशू ने सब बचे हुये लोगों के साथ अपने परमेश्वर यहोवा का सन्देश और उसके भेजे हुये नबी हाग्गै के वचनो को स्वीकार किया और लोग अपने परमेश्वर यहोवा से भयभीत हो उठे। PEPS
12. Then Zerubbabel H2216 the son H1121 of Shealtiel H7597 , and Joshua H3091 the son H1121 of Josedech H3087 , the high H1419 priest H3548 , with all H3605 the remnant H7611 of the people H5971 , obeyed H8085 the voice H6963 of the LORD H3068 their God H430 , and the words H1697 of Haggai H2292 the prophet H5030 , as H834 the LORD H3068 their God H430 had sent H7971 him , and the people H5971 did fear H3372 before H4480 H6440 the LORD H3068 .
13. परमेश्वर यहोवा के सन्देशवाहक हाग्गै ने लोगों को यहोवा का सन्देश दिया। उसने यह कहा, “मैं तुम्हारे साथ हूँ।” PEPS
13. Then spoke H559 Haggai H2292 the LORD H3068 's messenger H4397 in the LORD H3068 's message H4400 unto the people H5971 , saying H559 , I H589 am with H854 you, saith H5002 the LORD H3068 .
14. तब परमेश्वर यहोवा ने शालतीएल के पुत्र यहूदा के शासक जरूब्बाबेल को प्रेरित किया और परमेश्वर यहोवा ने यहोसादाक के पुत्र महायाजक यहोशू को भी प्रेरित किया और परमेश्वर यहोवा ने बाकी के सभी लोगों को भी प्रेरित किया। तब वे आये और अपने सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा के मंदिर के निर्माण में काम करने लगे।
14. And the LORD H3068 stirred up H5782 H853 the spirit H7307 of Zerubbabel H2216 the son H1121 of Shealtiel H7597 , governor H6346 of Judah H3063 , and the spirit H7307 of Joshua H3091 the son H1121 of Josedech H3087 , the high H1419 priest H3548 , and the spirit H7307 of all H3605 the remnant H7611 of the people H5971 ; and they came H935 and did H6213 work H4399 in the house H1004 of the LORD H3068 of hosts H6635 , their God H430 ,
15. उन्होंने यह राजा दारा के दूसरे वर्ष के छठें महीने के चौबीसवें दिन किया। PE
15. In the four H702 and twentieth H6242 day H3117 of the sixth H8345 month H2320 , in the second H8147 year H8141 of Darius H1867 the king H4428 .
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