|
|
1. तब यहोवा का वचन मुझे मिला। उसने कहा,
|
1. And the word H1697 of the LORD H3068 came H1961 unto H413 me, saying H559 ,
|
2. “मनुष्य के पुत्र, क्या अंगूर की बेल की लकड़ी जंगल के किसी पेड़ की कटी छोटी शाखा से अधिक अच्छी होती है नहीं!
|
2. Son H1121 of man H120 , What H4100 is H1961 the vine H1612 tree H6086 more than any H4480 H3605 tree H6086 , or than a branch H2156 which H834 is H1961 among the trees H6086 of the forest H3293 ?
|
3. क्या तुम अंगूर की बेल की लकड़ी को किसी उपयोग में ला सकते हो नहीं! क्या तुम उससे तश्तरियाँ लटकाने के लिये खूंटियाँ बना सकते हो नहीं!
|
3. Shall wood H6086 be taken H3947 thereof H4480 to do H6213 any work H4399 ? or H518 will men take H3947 a pin H3489 of H4480 it to hang H8518 any H3605 vessel H3627 thereon H5921 ?
|
4. लोग उस लकड़ी को केवल आग में डालते हैं। कुछ सूखी लकड़ियाँ सिरों से जलना आरम्भ करती है, बीच का भाग आग से काला पड़ जाता है। किन्तु लकड़ी पूरी तरह नहीं जलती। क्या तुम उस जली लकड़ी से कोई चीज बना सकते हो
|
4. Behold H2009 , it is cast H5414 into the fire H784 for fuel H402 ; the fire H784 devoureth H398 H853 both H8147 the ends H7098 of it , and the midst H8432 of it is burned H2787 . Is it meet H6743 for any work H4399 ?
|
5. यदि जलने के पहले तुम उस लकड़ी से कोई चीज नहीं बना सकते हो, तो निश्चय ही, उसके जल जाने के बाद उससे कोई चीज नहीं बना सकते!
|
5. Behold H2009 , when it was H1961 whole H8549 , it was meet H6213 for no H3808 work H4399 : how much less H637 shall it be meet H6213 yet H5750 for any work H4399 , when H3588 the fire H784 hath devoured H398 it , and it is burned H2787 ?
|
6. इसलिये अंगूर की बेल की लकड़ी के टुकड़े जंगल के किसी पेड़ की लकड़ी के टुकड़ों के समान ही है। लोग उन लकड़ी के टुकड़ों को आग में डालते हैं, और आग उन्हें जलाती है। उसी प्रकार मैं यरूशलेम के निवासियों को आग में फेंकूँगा!” मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कही।
|
6. Therefore H3651 thus H3541 saith H559 the Lord H136 GOD H3069 ; As H834 the vine H1612 tree H6086 among the trees H6086 of the forest H3293 , which H834 I have given H5414 to the fire H784 for fuel H402 , so H3651 will I give H5414 H853 the inhabitants H3427 of Jerusalem H3389 .
|
7. मैं उन लोगों को दण्ड दूँगा। किन्तु कुछ लोग उन लकड़ियों की तरह होंगे जो पूरी तरह नहीं जलतीं, उन्हें दण्ड दिया जाएगा, किन्तु वे पूरी तरह नष्ट नहीं किये जाएंगे। तुम देखोगे कि मैं इन लोगों को दण्ड दूँगा और तुम समझोगे कि मैं यहोवा हूँ!
|
7. And I will set H5414 H853 my face H6440 against them ; they shall go out H3318 from one fire H784 , and another fire H784 shall devour H398 them ; and ye shall know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 , when I set H7760 H853 my face H6440 against them.
|
8. मैं उस देश को नष्ट करुँगा क्योंकि लोगों ने मुझको असत्य देवताओं की पूजा के लिये छोड़ा।” मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं। PE
|
8. And I will make H5414 H853 the land H776 desolate H8077 , because H3282 they have committed H4603 a trespass H4604 , saith H5002 the Lord H136 GOD H3069 .
|