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1. {यिर्मयाह हौज में फेंक दिया जाता है} PS कुछ राजकीय अधिकारियों ने यिर्मयाह द्वारा दिये जा रहे उपदेश को सुनो। वे मत्तान के पुत्र शपन्याह, पशहूर के पुत्र गदल्याह, शेलेम्याह का पुत्र यहूकल, और मल्किय्याह का पुत्र पशहूर थे। यिर्मयाह सभी लोगों को यह सन्देश दे रहा था।
1. Then Shephatiah H8203 the son H1121 of Mattan H4977 , and Gedaliah H1436 the son H1121 of Pashur H6583 , and Jucal H3116 the son H1121 of Shelemiah H8018 , and Pashur H6583 the son H1121 of Malchiah H4441 , heard H8085 H853 the words H1697 that H834 Jeremiah H3414 had spoken H1696 unto H413 all H3605 the people H5971 , saying H559 ,
2. “जो यहोवा कहता है, वह यह है: ‘जो कोई भी यरूशलेम में रहेंगे वे सभी तलवार, भूख, भयंकर बीमारी से मरेंगे। किन्तु जो भी बाबुल की सेना को आत्मसमर्पण करेगा, जीवित रहेगा। वे लोग जीवित बचा जाये।’
2. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , He that remaineth H3427 in this H2063 city H5892 shall die H4191 by the sword H2719 , by the famine H7458 , and by the pestilence H1698 : but he that goeth forth H3318 to H413 the Chaldeans H3778 shall live H2421 ; for he shall have H1961 his life H5315 for a prey H7998 , and shall live H2425 .
3. और यहोवा यही कहता है, ‘यह यरूशलेम नगर बाबुल के राजा की सेना को, निश्चय ही, दिया जाएगा। वह इस नगर पर अधिकार करेगा।’ ” PEPS
3. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , This H2063 city H5892 shall surely be given H5414 H5414 into the hand H3027 of the king H4428 of Babylon H894 's army H2428 , which shall take H3920 it.
4. तब जिन राजकीय अधिकारियों ने यिर्मयाह के उस कथन को सुना जिसे वह लोगों से कह रहा था, वे राजा सिदकिय्याह के पास गए। उन्होंने राजा से कहा, “यिर्मयाह को अवश्य मार डालना चाहिये। वह उन सैनिकों को भी हतोत्साहित कर रहा है जो अब तक नगर में हैं। यिर्मयाह जो कुछ कह रहा है उससे वह हर एक का साहस तोड़ रहा है। यिर्मयाह हम लोगों का भला होता नहीं देखना चाहता। वह यरूशलेम के लोगों को बरबाद करना चाहता है।” PEPS
4. Therefore the princes H8269 said H559 unto H413 the king H4428 , We beseech thee H4994 , let H853 this H2088 man H376 be put to death H4191 : for H3588 thus H5921 H3651 he H1931 weakeneth H7503 H853 the hands H3027 of the men H376 of war H4421 that remain H7604 in this H2063 city H5892 , and the hands H3027 of all H3605 the people H5971 , in speaking H1696 such H428 words H1697 unto H413 them: for H3588 this H2088 man H376 seeketh H1875 not H369 the welfare H7965 of this H2088 people H5971 , but H3588 H518 the hurt H7451 .
5. अत: राजा सिदकिय्याह ने उन अधिकारियों से कहा, “यिर्मयाह तुम लोगों के हाथ में है। मैं तुम्हें रोकने के लिये कुछ नहीं कर सकता।” PEPS
5. Then Zedekiah H6667 the king H4428 said H559 , Behold H2009 , he H1931 is in your hand H3027 : for H3588 the king H4428 is not H369 he that can do H3201 any thing H1697 against you.
6. अत: उन अधिकारियों ने यिर्मयाह को लिया और उसे मल्किय्याह के हौज में डाल दिया। (मल्किय्याह राजा का पुत्र था।) वह हौज मन्दिर के आँगन में था जहाँ राजा के रक्षक ठहरते थे। उन अधिकारियों ने यिर्मयाह को हौज में उतारने के लिये रस्सी का उपयोग किया। हौज में पानी बिल्कुल नहीं था, उसमें केवल कीचड़ थी और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया। PEPS
6. Then took H3947 they H853 Jeremiah H3414 , and cast H7993 him into H413 the dungeon H953 of Malchiah H4441 the son H1121 of Hammelech H4429 , that H834 was in the court H2691 of the prison H4307 : and they let down H7971 H853 Jeremiah H3414 with cords H2256 . And in the dungeon H953 there was no H369 water H4325 , but H3588 H518 mire H2916 : so Jeremiah H3414 sunk H2883 in the mire H2916 .
7. किन्तु एबेदमेलेक नामक एक व्यक्ति ने सुना कि अधिकारियों ने यिर्मयाह को हौज में रखा है। एबेदमेलेक कूश का निवासी थी और वह राजा के महल में खोजा था। राजा सिदकिय्याह बिन्यामीन द्वार पर बैठा था। अत: एबेदमेलेक राजमहल से निकला और राजा से बातें करने उस द्वार पर पहुँचा।
7. Now when Ebed H5663 -melech the Ethiopian H3569 , one H376 of the eunuchs H5631 which H1931 was in the king H4428 's house H1004 , heard H8085 that H3588 they had put H5414 H853 Jeremiah H3414 in H413 the dungeon H953 ; the king H4428 then sitting H3427 in the gate H8179 of Benjamin H1144 ;
8. (8-9) एबेदमेलेक ने कहा, “मेरे स्वामी राजा उन अधिकारियों ने दुष्टता का काम किया है। उन्होंने यिर्मयाह नबी के साथ दुष्टता की है। उन्होंने उसे हौज में डाल दिया है।” उन्होंने उसे वहाँ मरने को छोड़ दिया है।” PEPS
8. Ebed H5663 -melech went forth H3318 out of the king H4428 's house H4480 H1004 , and spoke H1696 to H413 the king H4428 , saying H559 ,
9. तब राजा सिदकिय्याह ने कूशी एबेदमेलेक को आदेश दिया। आदेश यह था: “एबेदमेलेक राजमहल से तुम तीन व्यक्ति अपने साथ लो। जाओ और मरने से पहले यिर्मयाह को हौज से निकालो।” PEPS
9. My lord H113 the king H4428 , these H428 men H376 have done evil H7489 in H853 all H3605 that H834 they have done H6213 to Jeremiah H3414 the prophet H5030 , H853 whom H834 they have cast H7993 into H413 the dungeon H953 ; and he is like to die H4191 for H4480 H6440 hunger H7458 in the place where H8478 he is: for H3588 there is no H369 more H5750 bread H3899 in the city H5892 .
10. अत: एबेदमेलेक ने अपने साथ व्यक्तियों को लिया। किन्तु पहले वह राजमहल के भंडारगृह के एक कमरे में गया। उसने कुछ पुराने कम्बल और फटे पुराने कपड़े उस कमरे से लिये। तब उसने उन कम्बलों को रस्सी के सहारे हौज में यिर्मयाह के पास पहुँचाया।
10. Then the king H4428 commanded H6680 H853 Ebed H5663 -melech the Ethiopian H3569 , saying H559 , Take H3947 from hence H4480 H2088 thirty H7970 men H376 with H3027 thee , and take up H5927 H853 Jeremiah H3414 the prophet H5030 out of H4480 the dungeon H953 , before H2962 he die H4191 .
11. कूशी एबेदमेलेक ने यिर्मयाह से कहा, “इन पुराने कम्बलों और चिथड़ों को अपनी बगल के नीचे लगाओ। जब हम लोग तुम्हें खींचेंगे तो ये तुम्हारी बाँहों के नीचे गदेले बनेंगे। तब रस्सियाँ तुम्हें चुभेंगी नहीं।” अत: यिर्मयाह ने वही किया जो एबेदमेलेक ने कहा।
11. So Ebed H5663 -melech took H3947 H853 the men H376 with H3027 him , and went into H935 the house H1004 of the king H4428 under H413 H8478 the treasury H214 , and took H3947 thence H4480 H8033 old H1094 cast clouts H5499 and old H1094 rotten rags H4418 , and let them down H7971 by cords H2256 into H413 the dungeon H953 to H413 Jeremiah H3414 .
12. उन लोगों ने यिर्मयाह को रस्सियों से ऊपर खींचा और हौज के बाहर निकाल लिया और यिर्मयाह मन्दिर के आँगन में रक्षकों के संरक्षण में रहा। PS
12. And Ebed H5663 -melech the Ethiopian H3569 said H559 unto H413 Jeremiah H3414 , Put H7760 now H4994 these old H1094 cast clouts H5499 and rotten rags H4418 under H8478 thine armholes H679 H3027 under H4480 H8478 the cords H2256 . And Jeremiah H3414 did H6213 so H3651 .
13. {सिदकिय्याह यिर्मयाह से फिर प्रश्न पूछता है।} PS तब राजा सिदकिय्याह ने किसी को यिर्मयाह नबी को लाने के लिये भेजा। उसने यहोवा के मन्दिर के तीसरे द्वार पर यिर्मयाह की मंगवाया। तब राजा ने कहा, “यिर्मयाह, मैं तुमसे कुछ पूछ रहा हूँ। मुझसे कुछ भी छिपाओ, मुझे सब ईमानदारी से बताओ।” PEPS
13. So they drew up H4900 H853 Jeremiah H3414 with cords H2256 , and took him up H5927 H853 out of H4480 the dungeon H953 : and Jeremiah H3414 remained H3427 in the court H2691 of the prison H4307 .
14. यिर्मयाह ने सिदकिय्याह से कहा, “यदि मैं आपको उत्तर दूँगा तो संभव है आप मुझे मार डालें और यदि मैं आपको सलाह भी दूँ तो आप उसे नहीं मानेंगे।” PEPS
14. Then Zedekiah H6667 the king H4428 sent H7971 , and took H3947 H853 Jeremiah H3414 the prophet H5030 unto H413 him into H413 the third H7992 entry H3996 that H834 is in the house H1004 of the LORD H3068 : and the king H4428 said H559 unto H413 Jeremiah H3414 , I H589 will ask H7592 thee a thing H1697 ; hide H3582 nothing H408 H1697 from H4480 me.
15. किन्तु राजा सिदकिय्याह ने यिर्मयाह से शपथ खाई। सिदकिय्याह ने यह गुप्त रूप से किया। यह वह है जो सिदकिय्याह ने शपथ ली, “यिर्मयाह जैसा कि यहोवा शाश्वत है, जिसने हमें प्राण और जीवन दिया है यिर्मयाह। मैं तुम्हें मारूँगा नहीं और मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि मैं तुम्हें उन अधिकारियों को नहीं दूँगा जो तुम्हें मार डालना चाहते हैं।” PEPS
15. Then Jeremiah H3414 said H559 unto H413 Zedekiah H6667 , If H3588 I declare H5046 it unto thee , wilt thou not H3808 surely put me to death H4191 H4191 ? and if H3588 I give thee counsel H3289 , wilt thou not H3808 hearken H8085 unto H413 me?
16. तब यिर्मयाह ने राजा सिदकिय्याह से कहा, “यह वह है जिसे सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा इस्राएल के लोगों का परमेश्वर कहता है, ‘यदि तुम बाबुल के राजा के अधिकारियों को आत्मसमर्पण करोगे तो तुम्हारा जीवन बच जाएगा और यरूशलेम जलाकर राख नहीं किया जाएगा, तुम और तुम्हारा परिवार जीवित रहेगा।
16. So Zedekiah H6667 the king H4428 swore H7650 secretly H5643 unto H413 Jeremiah H3414 , saying H559 , As the LORD H3068 liveth H2416 , H853 that H834 made H6213 us H853 this H2063 soul H5315 , I will not H518 put thee to death H4191 , neither H518 will I give H5414 thee into the hand H3027 of these H428 men H376 that H834 seek H1245 H853 thy life H5315 .
17. किन्तु यदि तुम बाबुल के राजा के अधिकारियों को आत्मसमर्पण करने से इन्कार करोगे तो यरूशलेम बाबुल सेना को दे दिया जाएगा। वे यरूशलेम को जलाकर राख कर देंगे और तुम स्वयं उनसे बचकर नहीं निकल पाओगे।’ ” PEPS
17. Then said H559 Jeremiah H3414 unto H413 Zedekiah H6667 , Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , the God H430 of hosts H6635 , the God H430 of Israel H3478 ; If H518 thou wilt assuredly go forth H3318 H3318 unto H413 the king H4428 of Babylon H894 's princes H8269 , then thy soul H5315 shall live H2421 , and this H2063 city H5892 shall not H3808 be burned H8313 with fire H784 ; and thou H859 shalt live H2421 , and thine house H1004 :
18. तब राजा सिदकिय्याह ने यिर्मयाह से कहा, “किन्तु मैं यहूदा के उन लोगों से डरता हूँ जो पहले ही बाबुल सेना से जा मिले हैं। मुझे भय है कि सैनिक मुझे यहूदा के उन लोगों को दे देंगे और वे मेरे साथ बुरा व्यवहार करेंगे और चोट पहुँचायेंगे।” PEPS
18. But if H518 thou wilt not H3808 go forth H3318 to H413 the king H4428 of Babylon H894 's princes H8269 , then shall this H2063 city H5892 be given H5414 into the hand H3027 of the Chaldeans H3778 , and they shall burn H8313 it with fire H784 , and thou H859 shalt not H3808 escape H4422 out of their hand H4480 H3027 .
19. किन्तु यिर्मयाह ने उत्तर दिया, “सैनिक तुम्हें यहूदा के उन लोगों को नहीं देंगे। राजा सिदकिय्याह, जो मैं कह रहा हूँ उसे करके, यहोवा की आज्ञा का पालन करो। तब सभी कुछ तुम्हारे भले के लिये होगा और तुम्हारा जीवन बच जाएगा।
19. And Zedekiah H6667 the king H4428 said H559 unto H413 Jeremiah H3414 , I H589 am afraid of H1672 H853 the Jews H3064 that H834 are fallen H5307 to H413 the Chaldeans H3778 , lest H6435 they deliver H5414 me into their hand H3027 , and they mock H5953 me.
20. किन्तु यदि तुम बाबुल की सेना के सामने आत्मसमर्पण करने से इन्कार करते हो तो यहोवा ने मुझे दिखा दिया है कि क्या होगा। यह वह है जो यहोवा ने मुझसे कहा है:
20. But Jeremiah H3414 said H559 , They shall not H3808 deliver H5414 thee . Obey H8085 , I beseech thee H4994 , the voice H6963 of the LORD H3068 , which H834 I H589 speak H1696 unto H413 thee : so it shall be well H3190 unto thee , and thy soul H5315 shall live H2421 .
21. वे सभी स्त्रियाँ जो यहूदा के राजमहल में रह गई हैं बाहर लाई जाएंगी। वे बाबुल के राजा के बड़े अधिकारियों के सामने लाई जायेंगी। तुम्हारी स्त्रियाँ एक गीत द्वारा तुम्हारी खिल्ली उड़ाएंगी। जो कुछ स्त्रियाँ कहेंगी वह यह है: “तुम्हारे अच्छे मित्र तुम्हें गलत राह ले गए
और वे तुमसे अधिक शक्तिशाली थे।
वे ऐसे मित्र थे जिन पर तुम्हारा विश्वास था।
तुम्हारे पाँव कीचड़ में फँसे हैं।
तुम्हारे मित्रों ने तुम्हें छोड़ दिया है।” PS
21. But if H518 thou H859 refuse H3986 to go forth H3318 , this H2088 is the word H1697 that H834 the LORD H3068 hath showed H7200 me:
22. “तुम्हारी सभी पत्नियाँ और तुम्हारे बच्चे बाहर लाये जाएंगे। वे बाबुल सेना को दे दिये जाएंगे। तुम स्वयं बाबुल की सेना से बचकर नहीं निकल पाओगे। तुम बाबुल के राजा द्वारा पकड़े जाओगे और यरूशलेम जलाकर राख कर दिया जाएगा।” PEPS
22. And, behold H2009 , all H3605 the women H802 that H834 are left H7604 in the king H4428 of Judah H3063 's house H1004 shall be brought forth H3318 to H413 the king H4428 of Babylon H894 's princes H8269 , and those H2007 women shall say H559 , Thy friends H376 H7965 have set H5496 thee on , and have prevailed H3201 against thee : thy feet H7272 are sunk H2883 in the mire H1206 , and they are turned away H5472 back H268 .
23. तब सिदकिय्याह ने यिर्मयाह से कहा, “किसी व्यक्ति से यह मत कहना कि मैं तुमसे बातें करता रहा। यदि तुम कहोगे तो तुम मारे जाओगे।
23. So they shall bring out H3318 all H3605 thy wives H802 and thy children H1121 to H413 the Chaldeans H3778 : and thou H859 shalt not H3808 escape H4422 out of their hand H4480 H3027 , but H3588 shalt be taken H8610 by the hand H3027 of the king H4428 of Babylon H894 : and thou shalt cause this H2063 city H5892 to be burned H8313 with fire H784 .
24. वे अधिकारी पता लगा सकते हैं कि मैंने तुमसे बातें कीं। तब वे तुम्हारे पास आएंगे और तुमसे कहेंगे, ‘यिर्मयाह, यह बताओ कि तुमने राजा सिदकिय्याह से क्या कहा और हमें यह बताओ कि राजा सिदकिय्याह ने तुमसे क्या कहा हम लोगों के प्रति ईमानदार रहो और हमें सब कुछ बता दो, नहीं तो हम तुम्हें मार डालेंगे।’
24. Then said H559 Zedekiah H6667 unto H413 Jeremiah H3414 , Let no H408 man H376 know H3045 of these H428 words H1697 , and thou shalt not H3808 die H4191 .
25. यदि वे तुमसे ऐसा कहें तो उनसे कहना, ‘मैं राजा से प्रार्थना कर रहा था कि वे मुझे योनातान के घर के नीचे कूप—गृह में वापस भेजें। यदि मुझे वहाँ वापस जाना पड़ा तो मैं मर जाऊँगा।’ ” PEPS
25. But if H3588 the princes H8269 hear H8085 that H3588 I have talked H1696 with H854 thee , and they come H935 unto H413 thee , and say H559 unto H413 thee, Declare H5046 unto us now H4994 what H4100 thou hast said H1696 unto H413 the king H4428 , hide H3582 it not H408 from H4480 us , and we will not H3808 put thee to death H4191 ; also what H4100 the king H4428 said H1696 unto H413 thee:
26. ऐसा हुआ कि राजा के वे राजकीय अधिकारी यिर्मयाह से पूछने उसके पास गए। अत: यिर्मयाह ने वह सब कहा जिसे कहने का आदेश राजा ने दिया था। तब उन अधिकारियों ने यिर्मयाह को अकेले छोड़ दिया। किसी व्यक्ति को पता चला कि यिर्मयाह और राजा ने क्या बातें कीं। PEPS
26. Then thou shalt say H559 unto H413 them, I H589 presented H5307 my supplication H8467 before H6440 the king H4428 , that he would not H1115 cause me to return H7725 to Jonathan H3129 's house H1004 , to die H4191 there H8033 .
27. इस प्रकार यिर्मयाह रक्षकों के संरक्षण में मन्दिर के आँगन में उस दिन तक रहा जिस दिन यरूशलेम पर अधिकार कर लिया गया। PE
27. Then came H935 all H3605 the princes H8269 unto H413 Jeremiah H3414 , and asked H7592 him : and he told H5046 them according to all H3605 these H428 words H1697 that H834 the king H4428 had commanded H6680 . So they left off speaking H2790 with H4480 him; for H3588 the matter H1697 was not H3808 perceived H8085 .
28.
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