|
|
1. {परमेश्वर का बुलावा और योना का भागना} PS अमित्तै के पुत्र योना से यहोवा ने कहा। यहोवा ने कहा,
|
1. Now the word H1697 of the LORD H3068 came H1961 unto H413 Jonah H3124 the son H1121 of Amittai H573 , saying H559 ,
|
2. “नीनवे एक बड़ा नगर है। वहाँ के लोग जो पाप कर्म कर रहे हैं, उनमें बहुत से कुकर्मों के बारे में मैंने सुना है। इसलिये तू उस नगर में जा और वहाँ के लोगों को बता कि वे उन बुरे कर्मों का करना त्याग दें।” PEPS
|
2. Arise H6965 , go H1980 to H413 Nineveh H5210 , that great H1419 city H5892 , and cry H7121 against H5921 it; for H3588 their wickedness H7451 is come up H5927 before H6440 me.
|
3. योना परमेश्वर की बातें नहीं मानना चाहता था, सो योना ने यहोवा से कहीं दूर भाग जाने का प्रयत्न किया। सो योना यापो की ओर चला गया। योना ने एक नौका ली जो सुदूर नगर तर्शीश को जा रही थी। योना ने अपनी यात्रा के लिये धन दिया और वह नाव पर जा चढ़ा। योना चाहता था कि इस नाव पर वह लोगों के साथ तर्शीश चला जाये और यहोवा से कहीं दूर भाग जाये। PS
|
3. But Jonah H3124 rose up H6965 to flee H1272 unto Tarshish H8659 from the presence H4480 H6440 of the LORD H3068 , and went down H3381 to Joppa H3305 ; and he found H4672 a ship H591 going H935 to Tarshish H8659 : so he paid H5414 the fare H7939 thereof , and went down H3381 into it , to go H935 with H5973 them unto Tarshish H8659 from the presence H4480 H6440 of the LORD H3068 .
|
4. {भयानक तूफान} PS किन्तु यहोवा ने सागर में एक भयानक तूफान उठा दिया। आँधी से सागर में थपेड़े उठने लगे। तूफान इतना प्रबल था कि वह नाव जैसे बस टूक टूक होने जा रही थी।
|
4. But the LORD H3068 sent out H2904 a great H1419 wind H7307 into H413 the sea H3220 , and there was H1961 a mighty H1419 tempest H5591 in the sea H3220 , so that the ship H591 was like H2803 to be broken H7665 .
|
5. लोग चाहते थे कि नाव को डूबने से बचाने के लिये उसे कुछ हलका कर दिया जाये। सो वे नाव के सामान को उठाकर समुद्र में फेंकने लगे। मल्लाह बहुत डरे हुए थे। हर व्यक्ति अपने अपने देवता से प्रार्थना करने लगा। PEPS योना सोने के लिये नीचे चला गया था। योना सो रहा था।
|
5. Then the mariners H4419 were afraid H3372 , and cried H2199 every man H376 unto H413 his god H430 , and cast forth H2904 H853 the wares H3627 that H834 were in the ship H591 into H413 the sea H3220 , to lighten H7043 it of H4480 H5921 them . But Jonah H3124 was gone down H3381 into H413 the sides H3411 of the ship H5600 ; and he lay H7901 , and was fast asleep H7290 .
|
6. नाव के प्रमुख खिवैया ने योना को इस रूप में देख कर कहा, “उठ! तू क्यों सो रहा है अपने देवता से प्रार्थना कर! हो सकता है, तेरा देवता तेरी प्रार्थना सुन ले और हमें बचा ले!” PS
|
6. So the shipmaster H7227 H2259 came H7126 to H413 him , and said H559 unto him, What H4100 meanest thou , O sleeper H7290 ? arise H6965 , call H7121 upon H413 thy God H430 , if so be H194 that God H430 will think H6245 upon us , that we perish H6 not H3808 .
|
7. {यह तूफान क्यों आया} PS लोग फिर आपस में कहने लगे, “हमें यह जानने के लिये कि हम पर ये विपत्तियाँ किसके कारण पड़ रही हैं, हमें पासे फेंकने चाहियें।” PEPS सो लोगों ने पासे फेंके। पासों से यह प्रकट हुआ कि यह विपत्ति योना के कारण आई है।
|
7. And they said H559 every one H376 to H413 his fellow H7453 , Come H1980 , and let us cast H5307 lots H1486 , that we may know H3045 for whose cause H7945 H4310 this H2063 evil H7451 is upon us . So they cast H5307 lots H1486 , and the lot H1486 fell H5307 upon H5921 Jonah H3124 .
|
8. इस पर लोगों ने योना से कहा, “यह किसका दोष है, जिसके कारण यह विपत्ति हम पर पड़ रही है! सो तूने जो किया है, उसे तू हमें बता। हमें बता तेरा काम धन्धा क्या है तू कहाँ से आ रहा है तेरा देश कौन सा है तेरे अपने लोग कौन हैं” PEPS
|
8. Then said H559 they unto H413 him, Tell H5046 us , we pray thee H4994 , for whose cause H834 H4310 this H2063 evil H7451 is upon us; What H4100 is thine occupation H4399 ? and whence H4480 H370 comest H935 thou? what H4100 is thy country H776 ? and of what H335 H4480 H2088 people H5971 art thou H859 ?
|
9. योना ने लोगों से कहा, “मैं एक हीब्रू (यहूदी) हूँ और स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा की उपासना करता हूँ। वह वही परमेश्वर है, जिसने सागर और धरती को रचा है।” PEPS
|
9. And he said H559 unto H413 them, I H595 am a Hebrew H5680 ; and I H589 fear H3372 the LORD H3068 , the God H430 of heaven H8064 , which H834 hath made H6213 H853 the sea H3220 and the dry H3004 land .
|
10. योना ने लोगों से कहा कि, वह यहोवा से दूर भाग रहा है। जब लोगों को इस बात का पता चला, तो वह बहुत अधिक डर गये। लोगों ने योना से पूछा, “तूने अपने परमेश्वर के विरूद्ध क्या बुरी बात की है” PEPS
|
10. Then were the men H376 exceedingly H1419 afraid H3372 H3374 , and said H559 unto H413 him, Why H4100 hast thou done H6213 this H2063 ? For H3588 the men H376 knew H3045 that H3588 he H1931 fled H1272 from the presence H4480 H6440 of the LORD H3068 , because H3588 he had told H5046 them.
|
11. उधर आँधी तूफान और समुद्र की लहरें प्रबल से प्रबलतर होती चली जा रही थीं। सो लोगों ने योना से कहा, “हमें अपनी रक्षा के लिये क्या करना चाहिये समुद्र को शांत करने के लिये तेरे साथ क्या करना चाहिये” PEPS
|
11. Then said H559 they unto H413 him, What H4100 shall we do H6213 unto thee , that the sea H3220 may be calm H8367 unto H4480 H5921 us? for H3588 the sea H3220 wrought H1980 , and was tempestuous H5590 .
|
12. योना ने लोगों से कहा, “मैं जानता हूँ कि मेरे कारण ही समुद्र में यह तूफान आया है। सो तुम लोग मुझे समुद्र में फेंक दो। इससे तूफान शांत हो जायेगा।” PEPS
|
12. And he said H559 unto H413 them , Take me up H5375 , and cast me forth H2904 into H413 the sea H3220 ; so shall the sea H3220 be calm H8367 unto H4480 H5921 you: for H3588 I H589 know H3045 that H3588 for my sake H7945 this H2088 great H1419 tempest H5591 is upon H5921 you.
|
13. किन्तु लोग योना को समुद्र में फेंकना नहीं चाहते थे। लोग नाव को तट पर वापस लाने के लिये, उसे खेने का प्रयत्न करने लगे। किन्तु वे वैसा नहीं कर पाये, क्योंकि आँधी, तूफान और सागर की लहरें बहुत शक्तिशाली थीं और वे प्रबल से प्रबल होती चली जा रही थीं! PS
|
13. Nevertheless the men H376 rowed H2864 hard to bring H7725 it to H413 the land H3004 ; but they could H3201 not H3808 : for H3588 the sea H3220 wrought H1980 , and was tempestuous H5590 against H5921 them.
|
14. {योना का दण्ड} PS सो लोगों ने यहोवा को पुकारते हुए कहा, “हे यहोवा, इस पुरूष को हम इसके उन बुरे कामों के लिए समुद्र में फेंक रहे हैं, जो इसने किये हैं। कृपा कर के, तू हमें किसी निरपराध व्यक्ति का हत्यारा मत कहना। इसके वध के लिये तू हमें मत मार डालना। हम जानते हैं कि तू यहोवा है और तू जैसा चाहेगा, वैसा ही करेगा। किन्तु कृपा करके हम पर दयालु हो।” PEPS
|
14. Wherefore they cried H7121 unto H413 the LORD H3068 , and said H559 , We beseech thee H4994 , O LORD H3068 , we beseech thee H577 , let us not H408 perish H6 for this H2088 man H376 's life H5315 , and lay H5414 not H408 upon H5921 us innocent H5355 blood H1818 : for H3588 thou H859 , O LORD H3068 , hast done H6213 as H834 it pleased H2654 thee.
|
15. सो लोगों ने योना को समुद्र में फेंक दिया। तूफान रूक गया, सागर शांत हो गया!
|
15. So they took up H5375 H853 Jonah H3124 , and cast him forth H2904 into H413 the sea H3220 : and the sea H3220 ceased H5975 from her raging H4480 H2197 .
|
16. जब लोगों ने यह देखा, तो वे यहोवा से डरने लगे और उसका सम्मान करने लगे। लोगों ने एक बलि अर्पित की, और यहोवा से विशेष मन्नते माँगी। PEPS
|
16. Then the men H376 feared H3372 H3374 H853 the LORD H3068 exceedingly H1419 , and offered H2076 a sacrifice H2077 unto the LORD H3068 , and made H5087 vows H5088 .
|
17. योना जब समुद्र में गिरा, तो यहोवा ने योना को निगल जाने के लिये एक बहुत बड़ी मछली भेजी। योना तीन दिन और तीन रात तक उस मछली के पेट में रहा। PE
|
17. Now the LORD H3068 had prepared H4487 a great H1419 fish H1709 to swallow up H1104 H853 Jonah H3124 . And Jonah H3124 was H1961 in the belly H4578 of the fish H1709 three H7969 days H3117 and three H7969 nights H3915 .
|