Bible Books

:

1. {न्यायाधीश तोला} PS अबीमेलेक के मरने के बाद इस्राएल के लोगों की रक्षा के लिये परमेश्वर द्वारा दूसरा न्यायाधीश भेजा गया। उस व्यक्ति का नाम तोला था। तोला पुआ नामक व्यक्ति का पुत्र था। पुआ दोदो नामक व्यक्ति का पुत्र था। तोला इस्साकार के परिवार समूह का था। तोला शामीर नगर में रहता था। शामीर नगर एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में था।
1. And after H310 Abimelech H40 there arose H6965 to defend H3467 H853 Israel H3478 Tola H8439 the son H1121 of Puah H6312 , the son H1121 of Dodo H1734 , a man H376 of Issachar H3485 ; and he H1931 dwelt H3427 in Shamir H8069 in mount H2022 Ephraim H669 .
2. तोला इस्राएल के लोगों के लिये तेईस वर्ष तक न्यायाधीश रहा। तब तोला मर गया और शामीर नगर में दफनाया गया। PS
2. And he judged H8199 H853 Israel H3478 twenty H6242 and three H7969 years H8141 , and died H4191 , and was buried H6912 in Shamir H8069 .
3. {यायाधीश याईर} PS तोला के मरने के बाद, परमेश्वर द्वार एक और न्यायाधीश भेजा गया। उस व्यक्ति का नाम याईर था। याईर गिलाद के क्षेत्र में रहता था। याईर इस्राएल के लोगों के लिये बाईस वर्ष तक न्यायाधीश रहा।
3. And after H310 him arose H6965 Jair H2971 , a Gileadite H1569 , and judged H8199 H853 Israel H3478 twenty H6242 and two H8147 years H8141 .
4. याईर के तीस पुत्र थे। वे तीस गधों पर सवार होते थे। वे तीस पुत्र गिलाद क्षेत्र के तीस नगरों की व्यवस्था करते थे। वे नगर “याईर के ग्राम” आज तक कहे जाते हैं।
4. And he had H1961 thirty H7970 sons H1121 that rode H7392 on H5921 thirty H7970 ass colts H5895 , and they had thirty H7970 cities H5892 , which are called H7121 Havoth H2334 -jair unto H5704 this H2088 day H3117 , which H834 are in the land H776 of Gilead H1568 .
5. याईर मरा और कामोन नगर मे दफनाया गया। PS
5. And Jair H2971 died H4191 , and was buried H6912 in Camon H7056 .
6. {अम्मोनी लोग इस्राएल के लोगों के विरुद्ध लड़ते हैं} PS यहोवा ने इस्राएल के लोगों को फिर पाप करते हुए देखा। वे बाल एवं अश्तोरेत की मूर्तियों की पूजा करते थे। वे आराम, सीदोन, मोआब, अम्मोन और पलिश्तियों के देवताओं की पूजा करते थे। इस्राएल के लोगों ने यहोवा को छोड़ दिया और उसकी सेवा बन्द कर दी। PEPS
6. And the children H1121 of Israel H3478 did H6213 evil H7451 again H3254 in the sight H5869 of the LORD H3068 , and served H5647 H853 Baalim H1168 , and Ashtaroth H6252 , and the gods H430 of Syria H758 , and the gods H430 of Zidon H6721 , and the gods H430 of Moab H4124 , and the gods H430 of the children H1121 of Ammon H5983 , and the gods H430 of the Philistines H6430 , and forsook H5800 H853 the LORD H3068 , and served H5647 not H3808 him.
7. इसलिए यहोवा इस्राएल के लोगों पर क्रोधित हुआ। यहोवा ने पलिश्तियों और अम्मोनियों को उन्हें पराजित करने दिया।
7. And the anger H639 of the LORD H3068 was hot H2734 against Israel H3478 , and he sold H4376 them into the hands H3027 of the Philistines H6430 , and into the hands H3027 of the children H1121 of Ammon H5983 .
8. उसी वर्ष उन लोगों ने इस्राएल के उन लोगों को नष्ट किया जो गिलाद क्षेत्र में यरदन नदी के पूर्व रहते थे। यह वही प्रदेश है जहाँ अम्मोनी लोग रह चुके थे। इस्राएल के वे लोग अट्ठारह वर्ष तक कष्ट भोगते रहे।
8. And that H1931 year H8141 they vexed H7492 and oppressed H7533 H853 the children H1121 of Israel H3478 : eighteen H8083 H6240 years H8141 , H853 all H3605 the children H1121 of Israel H3478 that H834 were on the other side H5676 Jordan H3383 in the land H776 of the Amorites H567 , which H834 is in Gilead H1568 .
9. तब अम्मोनी लोग यरदन नदी के पार गए। वे लोग यहूदा, बिन्यामीन और एप्रैम लोगों के विरुद्ध लड़ने गए। अम्मोनी लोगों ने इस्राएल के लोगों पर अनेक विपत्तियाँ ढाईं। PEPS
9. Moreover the children H1121 of Ammon H5983 passed over H5674 H853 Jordan H3383 to fight H3898 also H1571 against Judah H3063 , and against Benjamin H1144 , and against the house H1004 of Ephraim H669 ; so that Israel H3478 was sore H3966 distressed H3334 .
10. इसलिए इस्राएल के लोगों ने यहोवा को रोकर पुकारा, “हम लोगों ने, परमेश्वर, तेरे विरुद्ध पाप किया है। हम लोगों ने अपने परमेश्वर को छोड़ा और बाल की मूर्तियों की पूजा की।” PEPS
10. And the children H1121 of Israel H3478 cried H2199 unto H413 the LORD H3068 , saying H559 , We have sinned H2398 against thee , both because H3588 we have forsaken H5800 H853 our God H430 , and also served H5647 H853 Baalim H1168 .
11. यहोवा ने इस्राएल के लोगों को उत्तर दिया, “तुम लोगों ने मुझे तब रोकर पुकारा जब मिस्री, एमोरी, अम्मोनी तथा पलिश्ती लोगों ने तुम पर प्रहार किये। मैंने तुम्हें इन लोगों से बचाया।
11. And the LORD H3068 said H559 unto H3413 the children H1121 of Israel H3478 , Did not H3808 I deliver you from the Egyptians H4480 H4714 , and from H4480 the Amorites H567 , from H4480 the children H1121 of Ammon H5983 , and from H4480 the Philistines H6430 ?
12. तुम लोग तब चिल्लाए जब सीदोन के लोगों, अमालेकियों और मिद्यानियों ने तुम पर प्रहार किया। मैंने उन लोगों से भी तुम्हें बचाया।
12. The Zidonians H6722 also , and the Amalekites H6002 , and the Maonites H4584 , did oppress H3905 you ; and ye cried H6817 to H413 me , and I delivered H3467 you out of their hand H4480 H3027 .
13. किन्तु तुमने मुझको छोड़ा है। तुमने अन्य देवताओं की उपासना की है। इसलिए मैंने तुम्हें फिर बचाने से इन्कार किया है।
13. Yet ye H859 have forsaken H5800 me , and served H5647 other H312 gods H430 : wherefore H3651 I will deliver H3467 you no H3808 more H3254 .
14. तुम उन देवताओं की पूजा करना पसन्द करते हो। इसलिए उनके पास सहायता के लिये पुकारने जाओ। विपत्ति में पड़ने पर उन देवताओं को रक्षा करने दो।” PEPS
14. Go H1980 and cry H2199 unto H413 the gods H430 which H834 ye have chosen H977 ; let them H1992 deliver H3467 you in the time H6256 of your tribulation H6869 .
15. किन्तु इस्राएल के लोगों ने यहोवा से कहा, “हम लोगों ने पाप किया है। तू हम लोगों के साथ जो चाहता है, कर। किन्तु आज हमारी रक्षा कर।”
15. And the children H1121 of Israel H3478 said H559 unto H413 the LORD H3068 , We have sinned H2398 : do H6213 thou H859 unto us whatsoever H3605 seemeth good H2896 unto H5869 thee; deliver H5337 us only H389 , we pray thee H4994 , this H2088 day H3117 .
16. तब इस्राएल के लोगों ने अपने पास के विदेशी देवताओं को फेंक दिया। उन्होंने फिर से यहोवा की उपासना आरम्भ की। इसलिए जब यहोवा ने उन्हें कष्ट उठाते देखा, तब वह उनके लिए दुःखी हुआ। PS
16. And they put away H5493 H853 the strange H5236 gods H430 from among H4480 H7130 them , and served H5647 H853 the LORD H3068 : and his soul H5315 was grieved H7114 for the misery H5999 of Israel H3478 .
17. {यिप्तह प्रमुख चुना गया} PS अम्मोनी लोग युद्ध करने के लिये एक साथ इकट्ठे हुए, उनका डेरा गिलाद क्षेत्र में था। इस्राएल के लोग एक साथ इकट्ठे हुए, उनका डेरा मिस्पा नगर में था।
17. Then the children H1121 of Ammon H5983 were gathered together H6817 , and encamped H2583 in Gilead H1568 . And the children H1121 of Israel H3478 assembled themselves together H622 , and encamped H2583 in Mizpeh H4709 .
18. गिलाद क्षेत्र में रहने वाले लोगों के प्रमुखों ने कहा, “अम्मोन के लोगों पर आक्रमण करने में जो व्यक्ति हमारा नेतृत्व करेगा, वही व्यक्ति, उन सभी लोगों का प्रमुख हो जाएगा जो गिलाद क्षेत्र में रहते हैं।” PE
18. And the people H5971 and princes H8269 of Gilead H1568 said H559 one H376 to H413 another H7453 , What H4310 man H376 is he that H834 will begin H2490 to fight H3898 against the children H1121 of Ammon H5983 ? he shall be H1961 head H7218 over all H3605 the inhabitants H3427 of Gilead H1568 .
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×