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1. {यीशु का कोढ़ी को ठीक करना} (मरकुस 1:40-45; लूका 5:12-16) PS यीशु जब पहाड़ से नीचे उतरा तो बहुत बड़ा जन समूह उसके पीछे हो लिया।
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1. When G1161 he G846 was come down G2597 from G575 the G3588 mountain G3735 , great G4183 multitudes G3793 followed G190 him G846 .
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2. वहीं एक कोढ़ी भी था। वह यीशु के पास आया और उसके सामने झुक कर बोला, “प्रभु, यदि तू चाहे तो मुझे ठीक कर सकता है।” PEPS
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2. And G2532 , behold G2400 , there came G2064 a leper G3015 and worshiped G4352 him G846 , saying G3004 , Lord G2962 , if G1437 thou wilt G2309 , thou canst G1410 make me clean G2511 G3165 .
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3. इस पर यीशु ने अपना हाथ बढ़ा कर कोढ़ी को छुआ और कहा, “निश्चय ही मैं चाहता हूँ ठीक हो जा!” और तत्काल कोढ़ी का कोढ़ जाता रहा।
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3. And G2532 Jesus G2424 put forth G1614 his hand G5495 , and touched G680 him G846 , saying G3004 , I will G2309 ; be thou clean. And G2532 G2511 G2532 immediately G2112 his G846 leprosy G3014 was cleansed G2511 .
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4. फिर यीशु ने उससे कहा, “देख इस बारे में किसी से कुछ मत कहना। पर याजक के पास जा कर उसे अपने आप को दिखा। फिर मूसा के आदेश के अनुसार भेंट चढ़ा ताकि लोगों को तेरे ठीक होने की साक्षी मिले।” PEPS
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4. And G2532 Jesus G2424 saith G3004 unto him G846 , See G3708 thou tell G2036 no man G3367 ; but G235 go thy way G5217 , show G1166 thyself G4572 to the G3588 priest G2409 , and G2532 offer G4374 the G3588 gift G1435 that G3739 Moses G3475 commanded G4367 , for G1519 a testimony G3142 unto them G846 .
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5. {उससे सहायता के लिये विनती} (लूका 7:1-10; यूहन्ना 4:43-54) PS फिर यीशु जब कफरनहूम पहुँचा, एक रोमी सेनानायक उसके पास आया और उससे सहायता के लिये विनती करता हुआ बोला,
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5. And G1161 when Jesus G2424 was entered G1525 into G1519 Capernaum G2584 , there came G4334 unto him G846 a centurion G1543 , beseeching G3870 him G846 ,
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6. “प्रभु, मेरा एक दास घर में बीमार पड़ा है। उसे लकवा मार दिया है। उसे बहुत पीड़ा हो रही है।” PEPS
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6. And G2532 saying G3004 , Lord G2962 , my G3450 servant G3816 lieth G906 at G1722 home G3614 sick of the palsy G3885 , grievously G1171 tormented G928 .
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7. तब यीशु ने सेना नायक से कहा, “मैं आकर उसे अच्छा करूँगा।” PEPS
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7. And G2532 Jesus G2424 saith G3004 unto him G846 , I G1473 will come G2064 and heal G2323 him G846 .
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8. सेना नायक ने उत्तर दिया, “प्रभु मैं इस योग्य नहीं हूँ कि तू मेरे घर में आये। इसलिये केवल आज्ञा दे दे, बस मेरा दास ठीक हो जायेगा।
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8. G2532 The G3588 centurion G1543 answered G611 and said G5346 , Lord G2962 , I am G1510 not G3756 worthy G2425 that G2443 thou shouldest come G1525 under G5259 my G3450 roof G4721 : but G235 speak G2036 the word G3056 only G3440 , and G2532 my G3450 servant G3816 shall be healed G2390 .
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9. यह मैं जानता हूँ क्योंकि मैं भी एक ऐसा व्यक्ति हूँ जो किसी बड़े अधिकारी के नीचे काम करता हूँ और मेरे नीचे भी दूसरे सिपाही हैं। जब मैं एक सिपाही से कहता हूँ ‘जा’ तो वह चला जाता है और दूसरे से कहता हूँ ‘आ’ तो वह आ जाता है। मैं अपने दास से कहता हूँ कि ‘यह कर’ तो वह उसे करता है।” PEPS
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9. G2532 For G1063 I G1473 am a G1510 man G444 under G5259 authority G1849 , having G2192 soldiers G4757 under G5259 me G1683 : and G2532 I say G3004 to this G5129 man, Go G4198 , and G2532 he goeth G4198 ; and G2532 to another G243 , Come G2064 , and G2532 he cometh G2064 ; and G2532 to my G3450 servant G1401 , Do G4160 this G5124 , and G2532 he doeth G4160 it.
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10. जब यीशु ने यह सुना तो चकित होते हुए उसने जो लोग उसके पीछे आ रहे थे, उनसे कहा, “मैं तुमसे सत्य कहता हूँ मैंने इतना गहरा विश्वास इस्राएल में भी किसी में नहीं पाया।
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10. When G1161 Jesus G2424 heard G191 it, he marveled G2296 , and G2532 said G2036 to them that followed G190 , Verily G281 I say G3004 unto you G5213 , I have not found G2147 so great G5118 faith G4102 , no, not G3761 in G1722 Israel G2474 .
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11. मैं तुम्हें यह और बताता हूँ कि, बहुत से पूर्व और पश्चिम से आयेंगे और वे भोज में इब्राहीम, इसहाक और याकूब के साथ स्वर्ग के राज्य में अपना-अपना स्थान ग्रहण करेंगे।
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11. And G1161 I say G3004 unto you G5213 , That G3754 many G4183 shall come G2240 from G575 the east G395 and G2532 west G1424 , and G2532 shall sit down G347 with G3326 Abraham G11 , and G2532 Isaac G2464 , and G2532 Jacob G2384 , in G1722 the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 .
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12. किन्तु राज्य की मूलभूत प्रजा बाहर अंधेरे में धकेल दी जायेगी जहाँ वे लोग चीख-पुकार करते हुए दाँत पीसते रहेंगे।” PEPS
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12. But G1161 the G3588 children G5207 of the G3588 kingdom G932 shall be cast out G1544 into G1519 outer G1857 darkness G4655 : there G1563 shall be G2071 weeping G2805 and G2532 gnashing G1030 of teeth G3599 .
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13. तब यीशु ने उस सेनानायक से कहा, “जा वैसा ही तेरे लिए हो, जैसा तेरा विश्वास है।” और तत्काल उस सेनानायक का दास अच्छा हो गया। PEPS
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13. And G2532 Jesus G2424 said G2036 unto the G3588 centurion G1543 , Go thy way G5217 ; and G2532 as G5613 thou hast believed G4100 , so be it done G1096 unto thee. And G2532 G4671 G2532 his G846 servant G3816 was healed G2390 in G1722 the selfsame G1565 hour G5610 .
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14. {यीशु का बहुतों को ठीक करना} (मरकुस 1:29-34; लूका 4:38-41) PS यीशु जब पतरस के घर पहुँचा उसने पतरस की सास को बुखार से पीड़ित बिस्तर में लेटे देखा।
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14. And G2532 when Jesus G2424 was come G2064 into G1519 Peter G4074 's house G3614 , he saw G1492 his G846 wife's mother G3994 laid G906 , and G2532 sick of a fever G4445 .
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15. सो यीशु ने उसे अपने हाथ से छुआ और उसका बुखार उतर गया। फिर वह उठी और यीशु की सेवा करने लगी। PEPS
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15. And G2532 he touched G680 her G846 hand G5495 , and G2532 the G3588 fever G4446 left G863 her G846 : and G2532 she arose G1453 , and G2532 ministered G1247 unto them G846 .
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16. जब साँझ हुई, तो लोग उसके पास बहुत से ऐसे लोगों को लेकर आये जिनमें दुष्टात्माएँ थीं। अपनी एक ही आज्ञा से उसने दुष्टात्माओं को निकाल दिया। इस तरह उसने सभी रोगियों को चंगा कर दिया।
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16. When G1161 the even G3798 was come G1096 , they brought G4374 unto him G846 many G4183 that were possessed with devils G1139 : and G2532 he cast out G1544 the G3588 spirits G4151 with his word G3056 , and G2532 healed G2323 all G3956 that were sick G2192 G2560 :
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17. यह इसलिये हुआ ताकि परमेश्वर ने भविष्यवक्ता यशायाह द्वारा जो कुछ कहा था, पूरा हो: “उसने हमारे रोगों को ले लिया और हमारे संतापों को ओढ़ लिया।” यशायाह 53:4 PEPS
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17. That G3704 it might be fulfilled G4137 which was spoken G4483 by G1223 Isaiah G2268 the G3588 prophet G4396 , saying G3004 , Himself G846 took G2983 our G2257 infirmities G769 , and G2532 bare G941 our sicknesses G3554 .
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18. {यीशु का अनुयायी बनने की चाह} (लूका 9:57-62) PS यीशु ने जब अपने चारों ओर भीड़ देखी तो उसने अपने अनुयायियों को आज्ञा दी कि वे झील के परले किनारे चले जायें।
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18. Now G1161 when Jesus G2424 saw G1492 great G4183 multitudes G3793 about G4012 him G846 , he gave commandment G2753 to depart G565 unto G1519 the G3588 other side G4008 .
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19. तब एक यहूदी धर्मशास्त्री उसके पास आया और बोला, “गुरु, जहाँ कहीं तू जायेगा, मैं तेरे पीछे चलूँगा।” PEPS
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19. And G2532 a certain G1520 scribe G1122 came G4334 , and said G2036 unto him G846 , Master G1320 , I will follow G190 thee G4671 whithersoever G3699 G1437 thou goest G565 .
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20. इस पर यीशु ने उससे कहा, “लोमड़ियों की खोह और आकाश के पक्षियों के घोंसले होते हैं किन्तु मनुष्य के पुत्र के पास सिर टिकाने को भी कोई स्थान नहीं है।” PEPS
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20. And G2532 Jesus G2424 saith G3004 unto him G846 , The G3588 foxes G258 have G2192 holes G5454 , and G2532 the G3588 birds G4071 of the G3588 air G3772 have nests G2682 ; but G1161 the G3588 Son G5207 of man G444 hath G2192 not G3756 where G4226 to lay G2827 his head G2776 .
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21. और उसके एक शिष्य ने उससे कहा, “प्रभु, पहले मुझे जाकर अपने पिता को गाड़ने की अनुमति दे।” PEPS
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21. And G1161 another G2087 of his G846 disciples G3101 said G2036 unto him G846 , Lord G2962 , suffer G2010 me G3427 first G4412 to go G565 and G2532 bury G2290 my G3450 father G3962 .
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22. किन्तु यीशु ने उससे कहा, “मेरे पीछे चला आ और मरे हुवों को अपने मुर्दे आप गाड़ने दे।” PEPS
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22. But G1161 Jesus G2424 said G2036 unto him G846 , Follow G190 me G3427 ; and G2532 let G863 the G3588 dead G3498 bury G2290 their G1438 dead G3498 .
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23. {यीशु का तूफान को शांत करना} (मरकुस 4:35-41; लूका 8:22-25) PS तब यीशु एक नाव पर जा बैठा। उसके अनुयायी भी उसके साथ थे।
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23. And G2532 when he G846 was entered G1684 into G1519 a ship G4143 , his G846 disciples G3101 followed G190 him G846 ,
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24. उसी समय झील में इतना भयंकर तूफान उठा कि नाव लहरों से दबी जा रही थी। किन्तु यीशु सो रहा था।
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24. And G2532 , behold G2400 , there arose G1096 a great G3173 tempest G4578 in G1722 the G3588 sea G2281 , insomuch that G5620 the G3588 ship G4143 was covered G2572 with G5259 the G3588 waves G2949 : but G1161 he G846 was asleep G2518 .
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25. तब उसके अनुयायी उसके पास पहुँचे और उसे जगाकर बोले, “प्रभु हमारी रक्षा कर। हम मरने को हैं!” PEPS
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25. And G2532 his G846 disciples G3101 came G4334 to him and awoke G1453 him G846 , saying G3004 , Lord G2962 , save G4982 us G2248 : we perish G622 .
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26. तब यीशु ने उनसे कहा, “अरे अल्प विश्वासियों! तुम इतने डरे हुए क्यों हो?” तब उसने खड़े होकर तूफान और झील को डाँटा और चारों तरफ़ शांति छा गयी। PEPS
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26. And G2532 he saith G3004 unto them G846 , Why G5101 are G2075 ye fearful G1169 , O ye of little faith G3640 ? Then G5119 he arose G1453 , and rebuked G2008 the G3588 winds G417 and G2532 the G3588 sea G2281 ; and G2532 there was G1096 a great G3173 calm G1055 .
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27. लोग चकित थे। उन्होंने कहा, “यह कैसा व्यक्ति है? आँधी तूफान और सागर तक इसकी बात मानते हैं!” PEPS
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27. But G1161 the G3588 men G444 marveled G2296 , saying G3004 , What manner of man G4217 is G2076 this G3778 , that G3754 even G2532 the G3588 winds G417 and G2532 the G3588 sea G2281 obey G5219 him G846 !
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28. {दो व्यक्तियों का दुष्टात्माओं से छुटकारा} (मरकुस 5:1-20; लूका 8:26-39) PS जब यीशु झील के उस पार, गदरेनियों के देश पहुँचा, तो उसे कब्रों से निकल कर आते दो व्यक्ति मिले, जिनमें दुष्टात्माएँ थीं। वे इतने भयानक थे कि उस राह से कोई निकल तक नहीं सकता था।
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28. And G2532 when he G846 was come G2064 to G1519 the G3588 other side G4008 into G1519 the G3588 country G5561 of the G3588 Gergesenes G1086 , there met G5221 him G846 two G1417 possessed with devils G1139 , coming G1831 out G1537 of the G3588 tombs G3419 , exceeding G3029 fierce G5467 , so that G5620 no G3361 man G5100 might G2480 pass G3928 by G1223 that G1565 way G3598 .
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29. वे चिल्लाये, “हे परमेश्वर के पुत्र, तू हमसे क्या चाहता है? क्या तू यहाँ निश्चित समय से पहले ही हमें दंड देने आया है?” PEPS
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29. And G2532 , behold G2400 , they cried out G2896 , saying G3004 , What have we to do with thee G5101 G2254 G4671 , Jesus G2424 , thou Son G5207 of God G2316 ? art thou come G2064 hither G5602 to torment G928 us G2248 before G4253 the time G2540 ?
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30. वहाँ कुछ ही दूरी पर बहुत से सुअरों का एक रेवड़ चर रहा था।
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30. And G1161 there was G2258 a good way off G3112 from G575 them G846 an herd G34 of many G4183 swine G5519 feeding G1006 .
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31. सो उन दुष्टात्माओं ने उससे विनती करते हुए कहा, “यदि तुझे हमें बाहर निकालना ही है, तो हमें सुअरों के उस झुंड में भेज दे।” PEPS
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31. So G1161 the G3588 devils G1142 besought G3870 him G846 , saying G3004 , If G1487 thou cast us out G1544 G2248 , suffer G2010 us G2254 to go away G565 into G1519 the G3588 herd G34 of swine G5519 .
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32. सो यीशु ने उनसे कहा, “चले जाओ।” तब वे उन व्यक्तियों में से बाहर निकल आए और सुअरों में जा घुसे। फिर वह समूचा रेवड़ ढलान से लुढ़कते, पुढ़कते दौड़ता हुआ झील में जा गिरा। सभी सुअर पानी में डूब कर मर गये।
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32. And G2532 he said G2036 unto them G846 , Go. And G1161 G5217 G1161 when they were come out G1831 , they went G565 into G1519 the G3588 herd G34 of swine G5519 : and G2532 , behold G2400 , the G3588 whole G3956 herd G34 of swine G5519 ran violently G3729 down G2596 a steep place G2911 into G1519 the G3588 sea G2281 , and G2532 perished G599 in G1722 the G3588 waters G5204 .
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33. सुअर के रेवड़ों के रखवाले तब वहाँ से दौड़ते हुए नगर में आये और सुअरों के साथ तथा दुष्ट आत्माओं से ग्रस्त उन व्यक्तियों के साथ जो कुछ हुआ था, कह सुनाया।
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33. And G1161 they that kept G1006 them fled G5343 , and G2532 went their ways G565 into G1519 the G3588 city G4172 , and G2532 told G518 every thing G3956 , and G2532 what was befallen G3588 to the G3588 possessed of the devils G1139 .
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34. फिर तो नगर के सभी लोग यीशु से मिलने बाहर निकल पड़े। जब उन्होंने यीशु को देखा तो उससे विनती की कि वह उनके यहाँ से कहीं और चला जाये। PE
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34. And G2532 , behold G2400 , the G3588 whole G3956 city G4172 came out G1831 to meet G1519 G4877 Jesus G2424 : and G2532 when they saw G1492 him G846 , they besought G3870 him that G3704 he would depart G3327 out of G575 their G846 coasts G3725 .
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