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1

1. {पुरुष का वचन स्त्री के प्रति} PS मेरी प्रिये, तुम अति सुन्दर हो!
तुम सुन्दर हो!
घूँघट की ओट में
तेरी आँखें कपोत की आँखों जैसी सरल हैं।
तेरे केश लम्बे और लहराते हुए हैं
जैसे बकरी के बच्चे गिलाद के पहाड़ के ऊपर से नाचते उतरते हों।
1. Behold H2009 , thou art fair H3303 , my love H7474 ; behold H2009 , thou art fair H3303 ; thou hast doves H3123 ' eyes H5869 within H4480 H1157 thy locks H6777 : thy hair H8181 is as a flock H5739 of goats H5795 , that appear H7945 H1570 from mount H4480 H2022 Gilead H1568 .
2. तेरे दाँत उन भेड़ों जैसे सफेद हैं
जो अभी अभी नहाकर के निकली हों।
वे सभी जुड़वा बच्चों को जन्म दिया करती हैं,
और उनके बच्चे नहीं मरे हैं।
2. Thy teeth H8127 are like a flock H5739 of sheep that are even shorn H7094 , which came up H7945 H5927 from H4480 the washing H7367 ; whereof every one H7945 H3605 bear twins H8382 , and none H369 is barren H7909 among them.
3. तेरा अधर लाल रेशम के धागे सा है।
तेरा मुख सुन्दर हैं।
अनार के दो फाँको की जैसी
तेरे घूंघट के नीचे तेरी कनपटियाँ हैं।
3. Thy lips H8193 are like a thread H2339 of scarlet H8144 , and thy speech H4057 is comely H5000 : thy temples H7451 are like a piece H6400 of a pomegranate H7416 within H4480 H1157 thy locks H6777 .
4. तेरी गर्दन लम्बी और पतली है
जो खास सजावट के लिये
दाऊद की मीनार जैसी की गई।
उसकी दीवारों पर हज़ारों छोटी छोटी ढाल लटकती हैं।
हर एक ढाल किसी वीर योद्धा की है।
4. Thy neck H6677 is like the tower H4026 of David H1732 built H1129 for an armory H8530 , whereon H5921 there hang H8518 a thousand H505 bucklers H4043 , all H3605 shields H7982 of mighty men H1368 .
5. तेरे दो स्तन
जुड़वा बाल मृग जैसे हैं,
जैसे जुड़वा कुरंग कुमुदों के बीच चरता हो।
5. Thy two H8147 breasts H7699 are like two H8147 young H6082 roes H6646 that are twins H8380 , which feed H7462 among the lilies H7799 .
6. मैं गंधरस के पहाड़ पर जाऊँगा
और उस पहाड़ी पर जो लोबान की है
जब दिन अपनी अन्तिम साँस लेता है और उसकी छाया बहुत लम्बी हो कर छिप जाती है।
6. Until H5704 the day H3117 break H7945 H6315 , and the shadows H6752 flee away H5127 , I will get H1980 me to H413 the mountain H2022 of myrrh H4753 , and to H413 the hill H1389 of frankincense H3828 .
7. मेरी प्रिये, तू पूरी की पूरी सुन्दर हो।
तुझ पर कहीं कोई धब्बा नहीं है!
7. Thou art all H3605 fair H3303 , my love H7474 ; there is no H369 spot H3971 in thee.
8. मेरी दुल्हिन, लबानोन से आ, मेरे साथ आजा।
लबानोन से मेरे साथ आजा,
अमाना की चोटी से,
शनीर की ऊँचाई से,
सिंह की गुफाओं से
और चीतों के पहाड़ों से आ!
8. Come H935 with H854 me from Lebanon H4480 H3844 , my spouse H3618 , with H854 me from Lebanon H4480 H3844 : look H7789 from the top H4480 H7218 of Amana H549 , from the top H4480 H7218 of Shenir H8149 and Hermon H2768 , from the lions H738 ' dens H4480 H4585 , from the mountains H4480 H2042 of the leopards H5246 .
9. हे मेरी संगिनी, हे मेरी दुल्हिन,
तुम मुझे उत्तेजित करती हो।
आँखों की चितवन मात्र से
और अपने कंठहार के बस एक ही रत्न से
तुमने मेरा मन मोह लिया है।
9. Thou hast ravished my heart H3823 , my sister H269 , my spouse H3618 ; thou hast ravished my heart H3823 with one H259 of thine eyes H4480 H5869 , with one H259 chain H6060 of thy neck H4480 H6677 .
10. मेरी संगिनी, हे मेरी दुल्हिन, तेरा प्रेम कितना सुन्दर है!
तेरा प्रेम दाखमधु से अधिक उत्तम है;
तेरी इत्र की सुगन्ध
किसी भी सुगन्ध से उत्तम है!
10. How H4100 fair H3302 is thy love H1730 , my sister H269 , my spouse H3618 ! how H4100 much better H2895 is thy love H1730 than wine H4480 H3196 ! and the smell H7381 of thine ointments H8081 than all H4480 H3605 spices H1314 !
11. मेरी दुल्हिन, तेरे अधरों से मधु टपकता है।
तेरी वाणी में शहद और दूध की खुशबू है।
तेरे वस्त्रों की गंध इत्र जैसी मोहक है।
11. Thy lips H8193 , O my spouse H3618 , drop H5197 as the honeycomb H5317 : honey H1706 and milk H2461 are under H8478 thy tongue H3956 ; and the smell H7381 of thy garments H8008 is like the smell H7381 of Lebanon H3844 .
12. मेरी संगिनी, हे मेरी दुल्हिन, तुम ऐसी हो
जैसे किसी उपवन पर ताला लगा हो।
तुम ऐसी हो
जैसे कोई रोका हुआ सोता हो या बन्द किया झरना हो।
12. A garden H1588 enclosed H5274 is my sister H269 , my spouse H3618 ; a spring H1530 shut up H5274 , a fountain H4599 sealed H2856 .
13. तेरे अंग उस उपवन जैसे हैं
जो अनार और मोहक फलों से भरा हो,
जिसमें मेंहदी
और जटामासी के फूल भरे हों;
13. Thy plants H7973 are an orchard H6508 of pomegranates H7416 , with H5973 pleasant H4022 fruits H6529 ; camphire H3724 , with H5973 spikenard H5373 ,
14. जिसमें जटामासी का, केसर, अगर और दालचीनी का इत्र भरा हो।
जिसमें देवदार के गंधरस
और अगर उत्तम सुगन्धित द्रव्य साथ में भरे हों।
14. Spikenard H5373 and saffron H3750 ; calamus H7070 and cinnamon H7076 , with H5973 all H3605 trees H6086 of frankincense H3828 ; myrrh H4753 and aloes H174 , with H5973 all H3605 the chief H7218 spices H1314 :
15. तू उपवन का सोता है
जिसका स्वच्छ जल
नीचे लबानोन की पहाड़ी से बहता है।
15. A fountain H4599 of gardens H1588 , a well H875 of living H2416 waters H4325 , and streams H5140 from H4480 Lebanon H3844 .
16. {स्त्री का वचन} PS जागो, हे उत्तर की हवा!
आ, तू दक्षिण पवन!
मेरे उपवन पर बह।
जिससे इस की मीठी, गन्ध चारों ओर फैल जाये।
मेरा प्रिय मेरे उपवन में प्रवेश करे
और वह इसका मधुर फल खाये। PE
16. Awake H5782 , O north H6828 wind ; and come H935 , thou south H8486 ; blow upon H6315 my garden H1588 , that the spices H1314 thereof may flow out H5140 . Let my beloved H1730 come H935 into his garden H1588 , and eat H398 his pleasant H4022 fruits H6529 .
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