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1. पौलुस की ओर से जो उस जीवन की प्रतिज्ञा के अनुसार जो मसीह यीशु में है, परमेश्वर की इच्छा से मसीह यीशु का प्रेरित है।
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1. Paul G3972 , an apostle G652 of Jesus G2424 Christ G5547 by G1223 the will G2307 of God G2316 , according G2596 to the promise G1860 of life G2222 which G3588 is in G1722 Christ G5547 Jesus G2424 ,
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2. प्रिय पुत्र तीमुथियुस के नाम॥ परमेश्वर पिता और हमारे प्रभु मसीह यीशु की ओर से तुझे अनुग्रह और दया और शान्ति मिलती रहे॥
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2. To Timothy G5095 , my dearly beloved G27 son G5043 : Grace G5485 , mercy G1656 , and peace G1515 , from G575 God G2316 the Father G3962 and G2532 Christ G5547 Jesus G2424 our G2257 Lord G2962 .
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3. जिस परमेश्वर की सेवा मैं अपने बाप दादों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूं, उसका धन्यवाद हो कि अपनी प्रार्थनाओं में तुझे लगातार स्मरण करता हूं।
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3. I thank G2192 G5485 God G2316 , whom G3739 I serve G3000 from G575 my forefathers G4269 with G1722 pure G2513 conscience G4893 , that G5613 without ceasing G88 I have G2192 remembrance G3417 of G4012 thee G4675 in G1722 my G3450 prayers G1162 night G3571 and G2532 day G2250 ;
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4. और तेरे आंसुओं की सुधि कर कर के रात दिन तुझ से भेंट करने की लालसा रखता हूं कि आनन्द से भर जाऊं।
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4. Greatly desiring G1971 to see G1492 thee G4571 , being mindful G3415 of thy G4675 tears G1144 , that G2443 I may be filled G4137 with joy G5479 ;
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5. और मुझे तेरे उस निष्कपट विश्वास की सुधि आती है, जो पहिले तेरी नानी लोइस, और तेरी माता यूनीके में थी, और मुझे निश्चय हुआ है, कि तुझ में भी है।
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5. When I call G2983 to remembrance G5280 the G3588 unfeigned G505 faith G4102 that G3588 is in G1722 thee G4671 , which G3748 dwelt G1774 first G4412 in G1722 thy G4675 grandmother G3125 Lois G3090 , and G2532 thy G4675 mother G3384 Eunice G2131 ; and G1161 I am persuaded G3982 that G3754 in G1722 thee G4671 also G2532 .
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6. इसी कारण मैं तुझे सुधि दिलाता हूं, कि तू परमेश्वर के उस वरदान को जो मेरे हाथ रखने के द्वारा तुझे मिला है चमका दे।
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6. Wherefore G1223 G3739 G156 I put thee in remembrance G363 G4671 that thou stir up G329 the G3588 gift G5486 of God G2316 , which G3739 is G2076 in G1722 thee G4671 by G1223 the G3588 putting on G1936 of my G3450 hands G5495 .
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7. क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है।
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7. For G1063 God G2316 hath not G3756 given G1325 us G2254 the spirit G4151 of fear G1167 ; but G235 of power G1411 , and G2532 of love G26 , and G2532 of a sound mind G4995 .
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8. इसलिये हमारे प्रभु की गवाही से, और मुझ से जो उसका कैदी हूं, लज्ज़ित न हो, पर उस परमेश्वर की सामर्थ के अनुसार सुसमाचार के लिये मेरे साथ दुख उठा।
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8. Be not G3361 thou therefore G3767 ashamed G1870 of the G3588 testimony G3142 of our G2257 Lord G2962 , nor G3366 of me G1691 his G846 prisoner G1198 : but G235 be thou partaker of the afflictions G4777 of the G3588 gospel G2098 according G2596 to the power G1411 of God G2316 ;
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9. जिस ने हमारा उद्धार किया, और पवित्र बुलाहट से बुलाया, और यह हमारे कामों के अनुसार नहीं; पर अपनी मनसा और उस अनुग्रह के अनुसार है जो मसीह यीशु में सनातन से हम पर हुआ है।
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9. Who hath saved G4982 us G2248 , and G2532 called G2564 us with a holy G40 calling G2821 , not G3756 according G2596 to our G2257 works G2041 , but G235 according G2596 to his own G2398 purpose G4286 and G2532 grace G5485 , which was given G1325 us G2254 in G1722 Christ G5547 Jesus G2424 before G4253 the world began G5550 G166 ,
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10. पर अब हमारे उद्धारकर्ता मसीह यीशु के प्रगट होने के द्वारा प्रकाश हुआ, जिस ने मृत्यु का नाश किया, और जीवन और अमरता को उस सुसमाचार के द्वारा प्रकाशमान कर दिया।
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10. But G1161 is now G3568 made manifest G5319 by G1223 the G3588 appearing G2015 of our G2257 Savior G4990 Jesus G2424 Christ G5547 , who hath abolished G2673 G3303 death G2288 , and G1161 hath brought life and immortality to light G5461 G2222 G2532 G861 through G1223 the G3588 gospel G2098 :
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11. जिस के लिये मैं प्रचारक, और प्रेरित, और उपदेशक भी ठहरा।
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11. Whereunto G1519 G3739 I G1473 am appointed G5087 a preacher G2783 , and G2532 an apostle G652 , and G2532 a teacher G1320 of the Gentiles G1484 .
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12. इस कारण मैं इन दुखों को भी उठाता हूं, पर लजाता नहीं, क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं; और मुझे निश्चय है, कि वह मेरी थाती की उस दिन तक रखवाली कर सकता है।
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12. For G1223 the which G3739 cause G156 I also G2532 suffer G3958 these things G5023 : nevertheless G235 I am not G3756 ashamed G1870 : for G1063 I know G1492 whom G3739 I have believed G4100 , and G2532 am persuaded G3982 that G3754 he is G2076 able G1415 to keep G5442 that which I have committed unto him G3866 G3450 against G1519 that G1565 day G2250 .
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13. जो खरी बातें तू ने मुझ से सुनी हैं उन को उस विश्वास और प्रेम के साथ जो मसीह यीशु में है, अपना आदर्श बनाकर रख।
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13. Hold fast G2192 the form G5296 of sound G5198 words G3056 , which G3739 thou hast heard G191 of G3844 me G1700 , in G1722 faith G4102 and G2532 love G26 which G3588 is in G1722 Christ G5547 Jesus G2424 .
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14. और पवित्र आत्मा के द्वारा जो हम में बसा हुआ है, इस अच्छी थाती की रखवाली कर॥
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14. That good thing G2570 which was committed unto thee G3872 keep G5442 by G1223 the Holy G40 Ghost G4151 which dwelleth G1774 in G1722 us G2254 .
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15. तू जानता है, कि आसिया वाले सब मुझ से फिर गए हैं, जिन में फूगिलुस और हिरमुगिनेस हैं।
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15. This G5124 thou knowest G1492 , that G3754 all G3956 they which G3588 are in G1722 Asia G773 be turned away from G654 me G3165 ; of whom G3739 are G2076 Phygellus G5436 and G2532 Hermogenes G2061 .
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16. उनेसिफुरूस के घराने पर प्रभु दया करे, क्योंकि उस ने बहुत बार मेरे जी को ठंडा किया, और मेरी जंजीरों से लज्ज़ित न हुआ।
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16. The G3588 Lord G2962 give G1325 mercy G1656 unto the G3588 house G3624 of Onesiphorus G3683 ; for G3754 he oft G4178 refreshed G404 me G3165 , and G2532 was not G3756 ashamed G1870 of my G3450 chain G254 :
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17. पर जब वह रोमा में आया, तो बड़े यत्न से ढूंढ कर मुझ से भेंट की।
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17. But G235 , when he was G1096 in G1722 Rome G4516 , he sought me out G2212 G3165 very diligently G4706 , and G2532 found G2147 me.
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18. (प्रभु करे, कि उस दिन उस पर प्रभु की दया हो)। और जो जो सेवा उस ने इफिसुस में की है उन्हें भी तू भली भांति जानता है॥
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18. The G3588 Lord G2962 grant G1325 unto him G846 that he may find G2147 mercy G1656 of G3844 the Lord G2962 in G1722 that G1565 day G2250 : and G2532 in how many things G3745 he ministered unto G1247 me at G1722 Ephesus G2181 , thou G4771 knowest G1097 very well G957 .
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