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1. जैसा धूपकाल में हिम का, और कटनी के समय जल का पड़ना, वैसा ही मूर्ख की महिमा भी ठीक नहीं होती।
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1. As snow H7950 in summer H7019 , and as rain H4306 in harvest H7105 , so H3651 honor H3519 is not H3808 seemly H5000 for a fool H3684 .
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2. जैसे गौरिया घूमते घूमते और सूपाबेनी उड़ते-उड़ते नहीं बैठती, वैसे ही व्यर्थ शाप नहीं पड़ता।
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2. As the bird H6833 by wandering H5110 , as the swallow H1866 by flying H5774 , so H3651 the curse H7045 causeless H2600 shall not H3808 come H935 .
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3. घोड़े के लिये कोड़ा, गदहे के लिये बाग, और मूर्खों की पीठ के लिये छड़ी है।
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3. A whip H7752 for the horse H5483 , a bridle H4964 for the ass H2543 , and a rod H7626 for the fool H3684 's back H1460 .
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4. मूर्ख को उस की मूर्खता के अनुसार उत्तर न देना ऐसा न हो कि तू भी उसके तुल्य ठहरे।
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4. Answer H6030 not H408 a fool H3684 according to his folly H200 , lest H6435 thou H859 also H1571 be like H7737 unto him.
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5. मूर्ख को उसकी मूढ़ता के अनुसार उत्तर देना, ऐसा न हो कि वह अपने लेखे बुद्धिमान ठहरे।
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5. Answer H6030 a fool H3684 according to his folly H200 , lest H6435 he be H1961 wise H2450 in his own conceit H5869 .
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6. जो मूर्ख के हाथ से संदेशा भेजता है, वह मानो अपने पांव में कुल्हाड़ा मारता और विष पीता है।
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6. He that sendeth H7971 a message H1697 by the hand H3027 of a fool H3684 cutteth off H7096 the feet H7272 , and drinketh H8354 damage H2555 .
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7. जैसे लंगड़े के पांव लड़खड़ाते हैं, वैसे ही मूर्खों के मुंह में नीतिवचन होता है।
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7. The legs H7785 of the lame H4480 H6455 are not equal H1809 : so is a parable H4912 in the mouth H6310 of fools H3684 .
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8. जैसे पत्थरों के ढेर में मणियों की थैली, वैसे ही मूर्ख को महिमा देनी होती है।
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8. As he that bindeth H6887 a stone H68 in a sling H4773 , so H3651 is he that giveth H5414 honor H3519 to a fool H3684 .
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9. जैसे मतवाले के हाथ में कांटा गड़ता है, वैसे ही मूर्खों का कहा हुआ नीतिवचन भी दु:खदाई होता है।
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9. As a thorn H2336 goeth up H5927 into the hand H3027 of a drunkard H7910 , so is a parable H4912 in the mouth H6310 of fools H3684 .
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10. जैसा कोई तीरन्दाज जो अकारण सब को मारता हो, वैसा ही मूर्खों वा बटोहियों का मजदूरी में लगाने वाला भी होता है।
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10. The great H7227 God that formed H2342 all H3605 things both rewardeth H7936 the fool H3684 , and rewardeth H7936 transgressors H5674 .
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11. जैसे कुत्ता अपनी छाँट को चाटता है, वैसे ही मूर्ख अपनी मूर्खता को दुहराता है।
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11. As a dog H3611 returneth H7725 to H5921 his vomit H6892 , so a fool H3684 returneth H8138 to his folly H200 .
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12. यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो, तो उस से अधिक आशा मूर्ख ही से है।
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12. Seest H7200 thou a man H376 wise H2450 in his own conceit H5869 ? there is more hope H8615 of a fool H3684 than of H4480 him.
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13. आलसी कहता है, कि मार्ग में सिंह है, चौक में सिंह है!
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13. The slothful H6102 man saith H559 , There is a lion H7826 in the way H1870 ; a lion H738 is in H996 the streets H7339 .
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14. जैसे किवाड़ अपनी चूल पर घूमता है, वैसे ही आलसी अपनी खाट पर करवटें लेता है।
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14. As the door H1817 turneth H5437 upon H5921 his hinges H6735 , so doth the slothful H6102 upon H5921 his bed H4296 .
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15. आलसी अपना हाथ थाली में तो डालता है, परन्तु आलस्य के कारण कौर मुंह तक नहीं उठाता।
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15. The slothful H6102 hideth H2934 his hand H3027 in his bosom H6747 ; it grieveth H3811 him to bring it again H7725 to H413 his mouth H6310 .
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16. आलसी अपने को ठीक उत्तर देने वाले सात मनुष्यों से भी अधिक बुद्धिमान समझता है।
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16. The sluggard H6102 is wiser H2450 in his own conceit H5869 than seven H4480 H7651 men that can render H7725 a reason H2940 .
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17. जो मार्ग पर चलते हुए पराये झगड़े में विघ्न डालता है, सो वह उसके समान है, जो कुत्ते को कानों से पकड़ता है।
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17. He that passeth by H5674 , and meddleth H5674 with H5921 strife H7379 belonging not H3808 to him, is like one that taketh H2388 a dog H3611 by the ears H241 .
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18. जैसा एक पागल जो जंगली लकडिय़ां और मृत्यु के तीर फेंकता है,
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18. As a mad H3856 man who casteth H3384 firebrands H2131 , arrows H2671 , and death H4194 ,
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19. वैसा ही वह भी होता है जो अपने पड़ोसी को धोखा दे कर कहता है, कि मैं तो ठट्ठा कर रहा था।
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19. So H3651 is the man H376 that deceiveth H7411 H853 his neighbor H7453 , and saith H559 , Am not H3808 I H589 in sport H7832 ?
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20. जैसे लकड़ी न होने से आग बुझती है, उसी प्रकार जहां कानाफूसी करने वाला नहीं वहां झगड़ा मिट जाता है।
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20. Where no H657 wood H6086 is, there the fire H784 goeth out H3518 : so where there is no H369 talebearer H5372 , the strife H4066 ceaseth H8367 .
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21. जैसा अंगारों में कोयला और आग में लकड़ी होती है, वैसा ही झगड़े के बढ़ाने के लिये झगडालू होता है।
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21. As coals H6352 are to burning coals H1513 , and wood H6086 to fire H784 ; so is a contentious H4079 man H376 to kindle H2787 strife H7379 .
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22. कानाफूसी करने वाले के वचन, स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं।
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22. The words H1697 of a talebearer H5372 are as wounds H3859 , and they H1992 go down H3381 into the innermost parts H2315 of the belly H990 .
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23. जैसा कोई चान्दी का पानी चढ़ाया हुअ मिट्टी का बर्तन हो, वैसा ही बुरे मन वाले के प्रेम भरे वचन होते हैं।
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23. Burning H1814 lips H8193 and a wicked H7451 heart H3820 are like a potsherd H2789 covered H6823 with silver H3701 dross H5509 .
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24. जो बैरी बात से तो अपने को भोला बनाता है, परन्तु अपने भीतर छल रखता है,
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24. He that hateth H8130 dissembleth H5234 with his lips H8193 , and layeth up H7896 deceit H4820 within H7130 him;
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25. उसकी मीठी-मीठी बात प्रतीति न करना, क्योंकि उसके मन में सात घिनौनी वस्तुएं रहती हैं;
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25. When H3588 he speaketh H6963 fair H2603 , believe H539 him not H408 : for H3588 there are seven H7651 abominations H8441 in his heart H3820 .
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26. चाहे उसका बैर छल के कारण छिप भी जाए, तौभी उसकी बुराई सभा के बीच प्रगट हो जाएगी।
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26. Whose hatred H8135 is covered H3680 by deceit H4860 , his wickedness H7451 shall be showed H1540 before the whole congregation H6951 .
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27. जो गड़हा खोदे, वही उसी में गिरेगा, और जो पत्थर लुढ़काए, वह उलट कर उसी पर लुढ़क आएगा।
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27. Whoso diggeth H3738 a pit H7845 shall fall H5307 therein : and he that rolleth H1556 a stone H68 , it will return H7725 upon H413 him.
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28. जिस ने किसी को झूठी बातों से घायल किया हो वह उस से बैर रखता है, और चिकनी चुपड़ी बात बोलने वाला विनाश का कारण होता है॥
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28. A lying H8267 tongue H3956 hateth H8130 those that are afflicted H1790 by it ; and a flattering H2509 mouth H6310 worketh H6213 ruin H4072 .
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