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1. तब अय्यूब ने कहा,
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1. Then Job H347 answered H6030 and said H559 ,
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2. ऐसी बहुत सी बातें मैं सुन चुका हूँ, तुम सब के सब निकम्मे शान्तिदाता हो। क्या व्यर्थ बातों का अन्त कभी होगा?
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2. I have heard H8085 many H7227 such things H428 : miserable H5999 comforters H5162 are ye all H3605 .
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3. तू कौन सी बात से झिड़ककर उत्तर देता।
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3. Shall vain H7307 words H1697 have an end H7093 ? or H176 what H4100 emboldeneth H4834 thee that H3588 thou answerest H6030 ?
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4. जो तुम्हारी दशा मेरी सी होती, तो मैं भी तुम्हारी सी बातें कर सकता; मैं भी तुम्हारे विरुद्ध बातें जोड़ सकता, और तुम्हारे विरुद्ध सिर हिला सकता।
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4. I H595 also H1571 could speak H1696 as ye do : if H3863 your soul H5315 were H3426 in my soul's stead H8478 H5315 , I could heap up H2266 words H4405 against H5921 you , and shake H5128 mine H1119 head H7218 at H5921 you.
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5. वरन मैं अपने वचनों से तुम को हियाव दिलाता, और बातों से शान्ति देकर तुम्हारा शोक घटा देता।
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5. But I would strengthen H553 you with H1119 my mouth H6310 , and the moving H5205 of my lips H8193 should assuage H2820 your grief .
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6. चाहे मैं बोलूं तौभी मेरा शोक न घटेगा, चाहे मैं चुप रहूं, तौभी मेरा दु:ख कुछ कम न होगा।
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6. Though H518 I speak H1696 , my grief H3511 is not H3808 assuaged H2820 : and though I forbear H2308 , what H4100 H4480 am I eased H1980 ?
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7. परन्तु अब उसने मुझे उकता दिया है; उसने मेरे सारे परिवार को उजाड़ डाला है।
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7. But H389 now H6258 he hath made me weary H3811 : thou hast made desolate H8074 all H3605 my company H5712 .
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8. और उसने जो मेरे शरीर को सुखा डाला है, वह मेरे विरुद्ध साक्षी ठहरा है, और मेरा दुबलापन मेरे विरुद्ध खड़ा हो कर मेरे साम्हने साक्षी देता है।
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8. And thou hast filled me with wrath H7059 , which is H1961 a witness H5707 against me : and my leanness H3585 rising up H6965 in me beareth witness H6030 to my face H6440 .
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9. उसने क्रोध में आकर मुझ को फाड़ा और मेरे पीछे पड़ा है; वह मेरे विरुद्ध दांत पीसता; और मेरा बैरी मुझ को आंखें दिखाता है।
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9. He teareth H2963 me in his wrath H639 , who hateth H7852 me : he gnasheth H2786 upon H5921 me with his teeth H8127 ; mine enemy H6862 sharpeneth H3913 his eyes H5869 upon me.
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10. अब लोग मुझ पर मुंह पसारते हैं, और मेरी नामधराई कर के मेरे गाल पर थपेड़ा मारते, और मेरे विरुद्ध भीड़ लगाते हैं।
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10. They have gaped H6473 upon H5921 me with their mouth H6310 ; they have smitten H5221 me upon the cheek H3895 reproachfully H2781 ; they have gathered themselves H4390 together H3162 against H5921 me.
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11. ईश्वर ने मुझे कुटिलों के वश में कर दिया, और दुष्ट लोगों के हाथ में फेंक दिया है।
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11. God H410 hath delivered H5462 me to H413 the ungodly H5760 , and turned me over H3399 into H5921 the hands H3027 of the wicked H7563 .
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12. मैं सुख से रहता था, और उसने मुझे चूर चूर कर डाला; उसने मेरी गर्दन पकड़ कर मुझे टुकड़े टुकड़े कर दिया; फिर उसने मुझे अपना निशाना बनाकर खड़ा किया है।
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12. I was H1961 at ease H7961 , but he hath broken me asunder H6565 : he hath also taken H270 me by my neck H6203 , and shaken me to pieces H6327 , and set me up H6965 for his mark H4307 .
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13. उसके तीर मेरे चारों ओर उड़ रहे हैं, वह निर्दय हो कर मेरे गुर्दों को बेधता है, और मेरा पित्त भूमि पर बहाता है।
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13. His archers H7228 compass me round about H5437 H5921 , he cleaveth H6398 my reins H3629 asunder , and doth not H3808 spare H2550 ; he poureth out H8210 my gall H4845 upon the ground H776 .
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14. वह शूर की नाईं मुझ पर धावा कर के मुझे चोट पर चोट पहुंचा कर घायल करता है।
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14. He breaketh H6555 me with breach H6556 upon H5921 H6440 breach H6556 , he runneth H7323 upon H5921 me like a giant H1368 .
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15. मैं ने अपनी खाल पर टाट को सी लिया है, और अपना सींग मिट्टी में मैला कर दिया है।
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15. I have sewed H8609 sackcloth H8242 upon H5921 my skin H1539 , and defiled H5953 my horn H7161 in the dust H6083 .
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16. रोते रोते मेरा मुंह सूज गया है, और मेरी आंखों पर घोर अन्धकार छा गया है;
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16. My face H6440 is foul H2560 with H4480 weeping H1065 , and on H5921 my eyelids H6079 is the shadow of death H6757 ;
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17. तौभी मुझ से कोई उपद्रव नहीं हुआ है, और मेरी प्रार्थना पवित्र है।
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17. Not H3808 for H5921 any injustice H2555 in mine hands H3709 : also my prayer H8605 is pure H2134 .
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18. हे पृथ्वी, तू मेरे लोहू को न ढांपना, और मेरी दोहाई कहीं न रुके।
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18. O earth H776 , cover H3680 not H408 thou my blood H1818 , and let my cry H2201 have H1961 no H408 place H4725 .
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19. अब भी स्वर्ग में मेरा साक्षी है, और मेरा गवाह ऊपर है।
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19. Also H1571 now H6258 , behold H2009 , my witness H5707 is in heaven H8064 , and my record H7717 is on high H4791 .
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20. मेरे मित्र मुझ से घृणा करते हैं, परन्तु मैं ईश्वर के साम्हने आंसू बहाता हूँ,
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20. My friends H7453 scorn H3887 me: but mine eye H5869 poureth out H1811 tears unto H413 God H433 .
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21. कि कोई ईश्वर के विरुद्ध सज्जन का, और आदमी का मुक़द्दमा उसके पड़ोसी के विरुद्ध लड़े।
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21. O that one might plead H3198 for a man H1397 with H5973 God H433 , as a man H1121 H120 pleadeth for his neighbor H7453 !
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22. क्योंकि थोड़े ही वर्षों के बीतने पर मैं उस मार्ग से चला जाऊंगा, जिस से मैं फिर वापिस न लौटूंगा।
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22. When H3588 a few H4557 years H8141 are come H857 , then I shall go H1980 the way H734 whence I shall not H3808 return H7725 .
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