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1. हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?
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1. To the chief Musician H5329 upon H5921 Aijeleth H365 Shahar H7837 , A Psalm H4210 of David H1732 . My God H410 , my God H410 , why H4100 hast thou forsaken H5800 me? why art thou so far H7350 from helping H4480 H3444 me, and from the words H1697 of my roaring H7581 ?
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2. हे मेरे परमेश्वर, मैं दिन को पुकारता हूं परन्तु तू उत्तर नहीं देता; और रात को भी मैं चुप नहीं रहता।
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2. O my God H430 , I cry H7121 in the daytime H3119 , but thou hearest H6030 not H3808 ; and in the night season H3915 , and am not H3808 silent H1747 .
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3. परन्तु हे तू जो इस्राएल की स्तुति के सिहांसन पर विराजमान है, तू तो पवित्र है।
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3. But thou H859 art holy H6918 , O thou that inhabitest H3427 the praises H8416 of Israel H3478 .
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4. हमारे पुरखा तुझी पर भरोसा रखते थे; वे भरोसा रखते थे, और तू उन्हें छुड़ाता था।
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4. Our fathers H1 trusted H982 in thee : they trusted H982 , and thou didst deliver H6403 them.
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5. उन्होंने तेरी दोहाई दी और तू ने उन को छुड़ाया वे तुझी पर भरोसा रखते थे और कभी लज्जित न हुए॥
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5. They cried H2199 unto H413 thee , and were delivered H4422 : they trusted H982 in thee , and were not H3808 confounded H954 .
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6. परन्तु मैं तो कीड़ा हूं, मनुष्य नहीं; मनुष्यों में मेरी नामधराई है, और लोगों में मेरा अपमान होता है।
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6. But I H595 am a worm H8438 , and no H3808 man H376 ; a reproach H2781 of men H120 , and despised H959 of the people H5971 .
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7. वह सब जो मुझे देखते हैं मेरा ठट्ठा करते हैं, और ओंठ बिचकाते और यह कहते हुए सिर हिलाते हैं,
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7. All H3605 they that see H7200 me laugh H3932 me to scorn : they shoot out H6362 the lip H8193 , they shake H5128 the head H7218 , saying ,
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8. कि अपने को यहोवा के वश में कर दे वही उसको छुड़ाए, वह उसको उबारे क्योंकि वह उससे प्रसन्न है।
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8. He trusted H1556 on H413 the LORD H3068 that he would deliver H6403 him : let him deliver H5337 him, seeing H3588 he delighted H2654 in him.
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9. परन्तु तू ही ने मुझे गर्भ से निकाला; जब मैं दूधपिउवा बच्च था, तब ही से तू ने मुझे भरोसा रखना सिखलाया।
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9. But H3588 thou H859 art he that took H1518 me out of the womb H4480 H990 : thou didst make me hope H982 when I was upon H5921 my mother H517 's breasts H7699 .
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10. मैं जन्मते ही तुझी पर छोड़ दिया गया, माता के गर्भ ही से तू मेरा ईश्वर है।
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10. I was cast H7993 upon H5921 thee from the womb H4480 H7358 : thou H859 art my God H410 from my mother H517 's belly H4480 H990 .
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11. मुझ से दूर न हो क्योंकि संकट निकट है, और कोई सहायक नहीं।
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11. Be not H408 far H7368 from H4480 me; for H3588 trouble H6869 is near H7138 ; for H3588 there is none H369 to help H5826 .
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12. बहुत से सांढ़ों ने मुझे घेर लिया है, बाशान के बलवन्त सांढ़ मेरे चारों ओर मुझे घेरे हुए हैं।
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12. Many H7227 bulls H6499 have compassed H5437 me: strong H47 bulls of Bashan H1316 have beset me round H3803 .
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13. वह फाड़ने और गरजने वाले सिंह की नाईं मुझ पर अपना मुंह पसारे हुए है॥
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13. They gaped H6475 upon H5921 me with their mouths H6310 , as a ravening H2963 and a roaring H7580 lion H738 .
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14. मैं जल की नाईं बह गया, और मेरी सब हडि्डयों के जोड़ उखड़ गए: मेरा हृदय मोम हो गया, वह मेरी देह के भीतर पिघल गया।
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14. I am poured out H8210 like water H4325 , and all H3605 my bones H6106 are out of joint H6504 : my heart H3820 is H1961 like wax H1749 ; it is melted H4549 in the midst H8432 of my bowels H4578 .
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15. मेरा बल टूट गया, मैं ठीकरा हो गया; और मेरी जीभ मेरे तालू से चिपक गई; और तू मुझे मारकर मिट्टी में मिला देता है।
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15. My strength H3581 is dried up H3001 like a potsherd H2789 ; and my tongue H3956 cleaveth H1692 to my jaws H4455 ; and thou hast brought H8239 me into the dust H6083 of death H4194 .
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16. क्योंकि कुत्तों ने मुझे घेर लिया है; कुकर्मियों की मण्डली मेरी चारों ओर मुझे घेरे हुए है; वह मेरे हाथ और मेरे पैर छेदते हैं।
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16. For H3588 dogs H3611 have compassed H5437 me : the assembly H5712 of the wicked H7489 have enclosed H5362 me : they pierced H738 my hands H3027 and my feet H7272 .
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17. मैं अपनी सब हडि्डयां गिन सकता हूं; वे मुझे देखते और निहारते हैं;
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17. I may tell H5608 all H3605 my bones H6106 : they H1992 look H5027 and stare H7200 upon me.
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18. वे मेरे वस्त्र आपस में बांटते हैं, और मेरे पहिरावे पर चिट्ठी डालते हैं।
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18. They part H2505 my garments H899 among them , and cast H5307 lots H1486 upon H5921 my vesture H3830 .
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19. परन्तु हे यहोवा तू दूर न रह! हे मेरे सहायक, मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर!
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19. But be not H408 thou H859 far H7368 from me , O LORD H3068 : O my strength H360 , haste H2363 thee to help H5833 me.
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20. मेरे प्राण को तलवार से बचा, मेरे प्राण को कुत्ते के पंजे से बचा ले!
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20. Deliver H5337 my soul H5315 from the sword H4480 H2719 ; my darling H3173 from the power H4480 H3027 of the dog H3611 .
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21. मुझे सिंह के मुंह से बचा, हां, जंगली सांढ़ों के सींगो में से तू ने मुझे बचा लिया है॥
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21. Save H3467 me from the lion H738 's mouth H4480 H6310 : for thou hast heard H6030 me from the horns H4480 H7161 of the unicorns H7214 .
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22. मैं अपने भाइयों के साम्हने तेरे नाम का प्रचार करूंगा; सभा के बीच में तेरी प्रशंसा करूंगा।
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22. I will declare H5608 thy name H8034 unto my brethren H251 : in the midst H8432 of the congregation H6951 will I praise H1984 thee.
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23. हे यहोवा के डरवैयों उसकी स्तुति करो! हे याकूब के वंश, तुम सब उसकी महिमा करो! हे इस्त्राएल के वंश, तुम उसका भय मानो!
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23. Ye that fear H3373 the LORD H3068 , praise H1984 him; all H3605 ye the seed H2233 of Jacob H3290 , glorify H3513 him ; and fear H1481 H4480 him, all H3605 ye the seed H2233 of Israel H3478 .
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24. क्योंकि उसने दु:खी को तुच्छ नहीं जाना और न उससे घृणा करता है, ओर न उससे अपना मुख छिपाता है; पर जब उसने उसकी दोहाई दी, तब उसकी सुन ली॥
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24. For H3588 he hath not H3808 despised H959 nor H3808 abhorred H8262 the affliction H6039 of the afflicted H6041 ; neither H3808 hath he hid H5641 his face H6440 from H4480 him ; but when he cried H7768 unto H413 him , he heard H8085 .
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25. बड़ी सभा में मेरा स्तुति करना तेरी ही ओर से होता है; मैं अपने प्रण को उससे भय रखने वालों के साम्हने पूरा करूंगा
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25. My praise H8416 shall be of H4480 H854 thee in the great H7227 congregation H6951 : I will pay H7999 my vows H5088 before H5048 them that fear H3373 him.
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26. नम्र लोग भोजन करके तृप्त होंगे; जो यहोवा के खोजी हैं, वे उसकी स्तुति करेंगे। तुम्हारे प्राण सर्वदा जीवित रहें!
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26. The meek H6035 shall eat H398 and be satisfied H7646 : they shall praise H1984 the LORD H3068 that seek H1875 him : your heart H3824 shall live H2421 forever H5703 .
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27. पृथ्वी के सब दूर दूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे; और जाति जाति के सब कुल तेरे साम्हने दण्डवत करेंगे।
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27. All H3605 the ends H657 of the world H776 shall remember H2142 and turn H7725 unto H413 the LORD H3068 : and all H3605 the kindreds H4940 of the nations H1471 shall worship H7812 before H6440 thee.
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28. क्योंकि राज्य यहोवा की का है, और सब जातियों पर वही प्रभुता करता है॥
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28. For H3588 the kingdom H4410 is the LORD H3068 's : and he is the governor H4910 among the nations H1471 .
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29. पृथ्वी के सब हृष्टपुष्ट लोग भोजन करके दण्डवत करेंगे; वह सब जितने मिट्टी में मिल जाते हैं और अपना अपना प्राण नहीं बचा सकते, वे सब उसी के साम्हने घुटने टेकेंगे।
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29. All H3605 they that be fat H1879 upon earth H776 shall eat H398 and worship H7812 : all H3605 they that go down H3381 to the dust H6083 shall bow H3766 before H6440 him : and none H3808 can keep alive H2421 his own soul H5315 .
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30. एक वंश उसकी सेवा करेगा; दूसरा पीढ़ी से प्रभु का वर्णन किया जाएगा।
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30. A seed H2233 shall serve H5647 him ; it shall be accounted H5608 to the Lord H136 for a generation H1755 .
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31. वह आएंगे और उसके धर्म के कामों को एक वंश पर जो उत्पन्न होगा यह कहकर प्रगट करेंगे कि उसने ऐसे ऐसे अद्भुत काम किए॥
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31. They shall come H935 , and shall declare H5046 his righteousness H6666 unto a people H5971 that shall be born H3205 , that H3588 he hath done H6213 this .
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