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1. {मन्दिर बनाने की योजना} PS अब सुलैमान ने यहोवा के नाम का एक भवन और अपना राजभवन बनाने का विचार किया।
1. And Solomon H8010 determined H559 to build H1129 a house H1004 for the name H8034 of the LORD H3068 , and a house H1004 for his kingdom H4438 .
2. इसलिए सुलैमान ने सत्तर हजार बोझा ढोनेवाले और अस्सी हजार पहाड़ से पत्थर काटनेवाले और वृक्ष काटनेवाले, और इन पर तीन हजार छः सौ मुखिये गिनती करके ठहराए।
2. And Solomon H8010 told out H5608 threescore and ten H7657 thousand H505 men H376 to bear burdens H5449 , and fourscore H8084 thousand H505 H376 to hew H2672 in the mountain H2022 , and three H7969 thousand H505 and six H8337 hundred H3967 to oversee H5329 H5921 them.
3. तब सुलैमान ने सोर के राजा हूराम के पास कहला भेजा, “जैसा तूने मेरे पिता दाऊद से बर्ताव किया, अर्थात् उसके रहने का भवन बनाने को देवदार भेजे थे, वैसा ही अब मुझसे भी बर्ताव कर।
3. And Solomon H8010 sent H7971 to H413 Huram H2361 the king H4428 of Tyre H6865 , saying H559 , As H834 thou didst deal H6213 with H5973 David H1732 my father H1 , and didst send H7971 him cedars H730 to build H1129 him a house H1004 to dwell H3427 therein, even so deal with me .
4. देख, मैं अपने परमेश्‍वर यहोवा के नाम का एक भवन बनाने पर हूँ, कि उसे उसके लिये पवित्र करूँ और उसके सम्मुख सुगन्धित धूप जलाऊँ, और नित्य भेंट की रोटी उसमें रखी जाए; और प्रतिदिन सवेरे और सांझ को, और विश्राम और नये चाँद के दिनों में और हमारे परमेश्‍वर यहोवा के सब नियत पर्वों* में होमबलि चढ़ाया जाए। इस्राएल के लिये ऐसी ही सदा की विधि है।
4. Behold H2009 , I H589 build H1129 a house H1004 to the name H8034 of the LORD H3068 my God H430 , to dedicate H6942 it to him, and to burn H6999 before H6440 him sweet H5561 incense H7004 , and for the continual H8548 shewbread H4635 , and for the burnt offerings H5930 morning H1242 and evening H6153 , on the sabbaths H7676 , and on the new moons H2320 , and on the solemn feasts H4150 of the LORD H3068 our God H430 . This H2063 is an ordinance forever H5769 to H5921 Israel H3478 .
5. जो भवन मैं बनाने पर हूँ, वह महान होगा; क्योंकि हमारा परमेश्‍वर सब देवताओं में महान है।
5. And the house H1004 which H834 I H589 build H1129 is great H1419 : for H3588 great H1419 is our God H430 above all H4480 H3605 gods H430 .
6. परन्तु किस में इतनी शक्ति है, कि उसके लिये भवन बनाए, वह तो स्वर्ग में वरन् सबसे ऊँचे स्वर्ग में भी नहीं समाता? मैं क्या हूँ कि उसके सामने धूप जलाने को छोड़ और किसी विचार से उसका भवन बनाऊँ?
6. But who H4310 is able H6113 H3581 to build H1129 him a house H1004 , seeing H3588 the heaven H8064 and heaven H8064 of heavens H8064 cannot H3808 contain H3557 him? who H4310 am I H589 then, that H834 I should build H1129 him a house H1004 , save only H3588 H518 to burn sacrifice H6999 before H6440 him?
7. इसलिए अब तू मेरे पास एक ऐसा मनुष्य भेज दे, जो सोने, चाँदी, पीतल, लोहे और बैंगनी, लाल और नीले कपड़े की कारीगरी में निपुण हो और नक्काशी भी जानता हो, कि वह मेरे पिता दाऊद के ठहराए हुए निपुण मनुष्यों के साथ होकर जो मेरे पास यहूदा और यरूशलेम में रहते हैं, काम करे।
7. Send H7971 me now H6258 therefore a man H376 cunning H2450 to work H6213 in gold H2091 , and in silver H3701 , and in brass H5178 , and in iron H1270 , and in purple H710 , and crimson H3758 , and blue H8504 , and that can skill H3045 to grave H6605 H6603 with H5973 the cunning men H2450 that H834 are with H5973 me in Judah H3063 and in Jerusalem H3389 , whom H834 David H1732 my father H1 did provide H3559 .
8. फिर लबानोन से मेरे पास देवदार, सनोवर और चंदन की लकड़ी भेजना, क्योंकि मैं जानता हूँ कि तेरे दास लबानोन में वृक्ष काटना जानते हैं, और तेरे दासों के संग मेरे दास भी रहकर,
8. Send H7971 me also cedar H730 trees H6086 , fir trees H1265 , and algum trees H418 , out of Lebanon H4480 H3844 : for H3588 I H589 know H3045 that H834 thy servants H5650 can skill H3045 to cut H3772 timber H6086 in Lebanon H3844 ; and, behold H2009 , my servants H5650 shall be with H5973 thy servants H5650 ,
9. मेरे लिये बहुत सी लकड़ी तैयार करेंगे, क्योंकि जो भवन मैं बनाना चाहता हूँ, वह बड़ा और अचम्भे के योग्य होगा।
9. Even to prepare H3559 me timber H6086 in abundance H7230 : for H3588 the house H1004 which H834 I H589 am about to build H1129 shall be wonderful H6381 great H1419 .
10. तेरे दास जो लकड़ी काटेंगे, उनको मैं बीस हजार कोर कूटा हुआ गेहूँ, बीस हजार कोर जौ, बीस हजार बत दाखमधु और बीस हजार बत तेल दूँगा।”
10. And, behold H2009 , I will give H5414 to thy servants H5650 , the hewers H2404 that cut H3772 timber H6086 , twenty H6242 thousand H505 measures H3734 of beaten H4347 wheat H2406 , and twenty H6242 thousand H505 measures H3734 of barley H8184 , and twenty H6242 thousand H505 baths H1324 of wine H3196 , and twenty H6242 thousand H505 baths H1324 of oil H8081 .
11. तब सोर के राजा हूराम ने चिट्ठी लिखकर सुलैमान के पास भेजी: “यहोवा अपनी प्रजा से प्रेम रखता है, इससे उसने तुझे उनका राजा कर दिया।”
11. Then Huram H2361 the king H4428 of Tyre H6865 answered H559 in writing H3791 , which he sent H7971 to H413 Solomon H8010 , Because the LORD H3068 hath loved H160 H853 his people H5971 , he hath made H5414 thee king H4428 over H5921 them.
12. फिर हीराम ने यह भी लिखा, “धन्य है इस्राएल का परमेश्‍वर यहोवा, जो आकाश और पृथ्वी का सृजनहार है, और उसने दाऊद राजा को एक बुद्धिमान, चतुर और समझदार पुत्र दिया है, ताकि वह यहोवा का एक भवन और अपना राजभवन भी बनाए।
12. Huram H2361 said H559 moreover, Blessed H1288 be the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 , that H834 made H6213 H853 heaven H8064 and earth H776 , who H834 hath given H5414 to David H1732 the king H4428 a wise H2450 son H1121 , endued H3045 with prudence H7922 and understanding H998 , that H834 might build H1129 a house H1004 for the LORD H3068 , and a house H1004 for his kingdom H4438 .
13. इसलिए अब मैं एक बुद्धिमान और समझदार पुरुष को, अर्थात् हूराम-अबी को भेजता हूँ,
13. And now H6258 I have sent H7971 a cunning H2450 man H376 , endued H3045 with understanding H998 , of Huram H2361 my father H1 's,
14. जो एक दान-वंशी स्त्री का बेटा है, और उसका पिता सोर का था। वह सोने, चाँदी, पीतल, लोहे, पत्थर, लकड़ी, बैंगनी और नीले और लाल और सूक्ष्म सन के कपड़े का काम, और सब प्रकार की नक्काशी को जानता और सब भाँति की कारीगरी बना सकता है: इसलिए तेरे चतुर मनुष्यों के संग, और मेरे प्रभु तेरे पिता दाऊद के चतुर मनुष्यों के संग, उसको भी काम मिले।
14. The son H1121 of a woman H802 of H4480 the daughters H1323 of Dan H1835 , and his father H1 was a man H376 of Tyre H6876 , skillful H3045 to work H6213 in gold H2091 , and in silver H3701 , in brass H5178 , in iron H1270 , in stone H68 , and in timber H6086 , in purple H713 , in blue H8504 , and in fine linen H948 , and in crimson H3758 ; also to grave H6605 any manner H3605 of graving H6603 , and to find out H2803 every H3605 device H4284 which H834 shall be put H5414 to him, with H5973 thy cunning men H2450 , and with the cunning men H2450 of my lord H113 David H1732 thy father H1 .
15. मेरे प्रभु ने जो गेहूँ, जौ, तेल और दाखमधु भेजने की चर्चा की है, उसे अपने दासों के पास भिजवा दे।
15. Now H6258 therefore the wheat H2406 , and the barley H8184 , the oil H8081 , and the wine H3196 , which H834 my lord H113 hath spoken H559 of , let him send H7971 unto his servants H5650 :
16. और हम लोग जितनी लकड़ी का तुझे प्रयोजन हो उतनी लबानोन पर से काटेंगे, और बेड़े बनवाकर समुद्र के मार्ग से याफा को पहुँचाएँगे, और तू उसे यरूशलेम को ले जाना।” PS
16. And we H587 will cut H3772 wood H6086 out of H4480 Lebanon H3844 , as much as thou H3605 shalt need H6878 : and we will bring H935 it to thee in floats H7513 by H5921 sea H3220 to Joppa H3305 ; and thou H859 shalt carry it up H5927 H853 to Jerusalem H3389 .
17. {सुलैमान के कार्यबल} PS तब सुलैमान ने इस्राएली देश के सब परदेशियों* की गिनती ली, यह उस गिनती के बाद हुई जो उसके पिता दाऊद ने ली थी; और वे एक लाख तिरपन हजार छः सौ पुरुष निकले।
17. And Solomon H8010 numbered H5608 all H3605 the strangers H376 H1616 that H834 were in the land H776 of Israel H3478 , after H310 the numbering H5610 wherewith H834 David H1732 his father H1 had numbered H5608 them ; and they were found H4672 a hundred H3967 and fifty H2572 thousand H505 and three H7969 thousand H505 and six H8337 hundred H3967 .
18. उनमें से उसने सत्तर हजार बोझ ढोनेवाले, अस्सी हजार पहाड़ पर पत्थर काटनेवाले और वृक्ष काटनेवाले और तीन हजार छः सौ उन लोगों से काम करानेवाले मुखिया नियुक्त किए। PE
18. And he set H6213 threescore and ten H7657 thousand H505 of H4480 them to be bearers of burdens H5449 , and fourscore H8084 thousand H505 to be hewers H2672 in the mountain H2022 , and three H7969 thousand H505 and six H8337 hundred H3967 overseers H5329 to set H5647 H853 the people H5971 a work.
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