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1. {यिप्तह संग एप्रैम का टकराव} PS तब एप्रैमी पुरुष इकट्ठे होकर सापोन को जाकर यिप्तह से कहने लगे, “जब तू अम्मोनियों से लड़ने को गया तब हमें संग चलने को क्यों नहीं बुलवाया? हम तेरा घर तुझ समेत जला देंगे*।”
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1. And the men H376 of Ephraim H669 gathered themselves together H6817 , and went H5674 northward H6828 , and said H559 unto Jephthah H3316 , Wherefore H4069 passedst thou over H5674 to fight H3898 against the children H1121 of Ammon H5983 , and didst not H3808 call H7121 us to go H1980 with H5973 thee? we will burn H8313 thine house H1004 upon H5921 thee with fire H784 .
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2. यिप्तह ने उनसे कहा, “मेरा और मेरे लोगों का अम्मोनियों से बड़ा झगड़ा हुआ था; और जब मैंने तुम से सहायता माँगी, तब तुम ने मुझे उनके हाथ से नहीं बचाया।
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2. And Jephthah H3316 said H559 unto H413 them, I H589 and my people H5971 were H1961 at great strife H376 H7379 H3966 with the children H1121 of Ammon H5983 ; and when I called H2199 you , ye delivered H3467 me not H3808 out of their hands H4480 H3027 .
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3. तब यह देखकर कि तुम मुझे नहीं बचाते मैं अपने प्राणों को हथेली पर रखकर* अम्मोनियों के विरुद्ध चला, और यहोवा ने उनको मेरे हाथ में कर दिया; फिर तुम अब मुझसे लड़ने को क्यों चढ़ आए हो?”
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3. And when I saw H7200 that H3588 ye delivered H3467 me not H369 , I put H7760 my life H5315 in my hands H3709 , and passed over H5674 against H413 the children H1121 of Ammon H5983 , and the LORD H3068 delivered H5414 them into my hand H3027 : wherefore H4100 then are ye come up H5927 unto H413 me this H2088 day H3117 , to fight H3898 against me?
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4. तब यिप्तह गिलाद के सब पुरुषों को इकट्ठा करके एप्रैम से लड़ा, एप्रैम जो कहता था, “हे गिलादियों, तुम तो एप्रैम और मनश्शे के बीच रहनेवाले एप्रैमियों के भगोड़े हो,” और गिलादियों ने उनको मार लिया।
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4. Then Jephthah H3316 gathered together H6908 H853 all H3605 the men H376 of Gilead H1568 , and fought H3898 with H854 Ephraim H669 : and the men H376 of Gilead H1568 smote H5221 H853 Ephraim H669 , because H3588 they said H559 , Ye H859 Gileadites H1568 are fugitives H6412 of Ephraim H669 among H8432 the Ephraimites H669 , and among H8432 the Manassites H4519 .
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5. और गिलादियों ने यरदन का घाट उनसे पहले अपने वश में कर लिया। और जब कोई एप्रैमी भगोड़ा कहता, “मुझे पार जाने दो,” तब गिलाद के पुरुष उससे पूछते थे, “क्या तू एप्रैमी है?” और यदि वह कहता, “नहीं,”
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5. And the Gileadites H1568 took H3920 H853 the passages H4569 of Jordan H3383 before the Ephraimites H669 : and it was H1961 so , that when H3588 those Ephraimites H669 which were escaped H6412 said H559 , Let me go over H5674 ; that the men H376 of Gilead H1568 said H559 unto him, Art thou H859 an Ephraimite H673 ? If he said H559 , Nay H3808 ;
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6. तो वे उससे कहते, “अच्छा, शिब्बोलेत कह,” और वह कहता, “सिब्बोलेत,” क्योंकि उससे वह ठीक से बोला नहीं जाता था; तब वे उसको पकड़कर यरदन के घाट पर मार डालते थे। इस प्रकार उस समय बयालीस हजार एप्रैमी मारे गए।
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6. Then said H559 they unto him, Say H559 now H4994 Shibboleth H7641 : and he said H559 Sibboleth H5451 : for he could not H3808 frame H3559 to pronounce H1696 it right H3651 . Then they took H270 him , and slew H7819 him at H413 the passages H4569 of Jordan H3383 : and there fell H5307 at that H1931 time H6256 of the Ephraimites H4480 H669 forty H705 and two H8147 thousand H505 .
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7. यिप्तह छः वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा। तब यिप्तह गिलादी मर गया, और उसको गिलाद के किसी नगर में मिट्टी दी गई।
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7. And Jephthah H3316 judged H8199 H853 Israel H3478 six H8337 years H8141 . Then died H4191 Jephthah H3316 the Gileadite H1569 , and was buried H6912 in one of the cities H5892 of Gilead H1568 .
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8. उसके बाद बैतलहम का निवासी इबसान इस्राएल का न्याय करने लगा।
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8. And after H310 him Ibzan H78 of Bethlehem H4480 H1035 judged H8199 H853 Israel H3478 .
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9. और उसके तीस बेटे हुए; और उसने अपनी तीस बेटियाँ बाहर विवाह दीं, और बाहर से अपने बेटों का विवाह करके तीस बहू ले आया। और वह इस्राएल का न्याय सात वर्ष तक करता रहा।
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9. And he had H1961 thirty H7970 sons H1121 , and thirty H7970 daughters H1323 , whom he sent H7971 abroad H2351 , and took in H935 thirty H7970 daughters H1323 from H4480 abroad H2351 for his sons H1121 . And he judged H8199 H853 Israel H3478 seven H7651 years H8141 .
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10. तब इबसान मर गया, और उसको बैतलहम में मिट्टी दी गई।
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10. Then died H4191 Ibzan H78 , and was buried H6912 at Bethlehem H1035 .
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11. उसके बाद जबूलूनी एलोन इस्राएल का न्याय करने लगा; और वह इस्राएल का न्याय दस वर्ष तक करता रहा।
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11. And after H310 him Elon H356 , a Zebulonite H2075 , judged H8199 H853 Israel H3478 ; and he judged H8199 H853 Israel H3478 ten H6235 years H8141 .
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12. तब एलोन जबूलूनी मर गया, और उसको जबूलून के देश के अय्यालोन में मिट्टी दी गई।
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12. And Elon H356 the Zebulonite H2075 died H4191 , and was buried H6912 in Aijalon H357 in the country H776 of Zebulun H2075 .
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13. उसके बाद पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन इस्राएल का न्याय करने लगा।
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13. And after H310 him Abdon H5658 the son H1121 of Hillel H1985 , a Pirathonite H6553 , judged H8199 H853 Israel H3478 .
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14. और उसके चालीस बेटे और तीस पोते हुए, जो गदहियों के सत्तर बच्चों पर सवार हुआ करते थे। वह आठ वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा।
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14. And he had H1961 forty H705 sons H1121 and thirty H7970 nephews H1121 H1121 , that rode H7392 on H5921 threescore and ten H7657 ass colts H5895 : and he judged H8199 H853 Israel H3478 eight H8083 years H8141 .
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15. तब पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन मर गया, और उसको एप्रैम के देश के पिरातोन में, जो अमालेकियों के पहाड़ी देश में है, मिट्टी दी गई। PE
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15. And Abdon H5658 the son H1121 of Hillel H1985 the Pirathonite H6553 died H4191 , and was buried H6912 in Pirathon H6552 in the land H776 of Ephraim H669 , in the mount H2022 of the Amalekites H6003 .
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