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1. {शान्ति का राज्य} PS अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाड़ियों से अधिक ऊँचा किया जाएगा; और हर जाति के लोग धारा के समान उसकी ओर चलेंगे।
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1. But in the last H319 days H3117 it shall come to pass H1961 , that the mountain H2022 of the house H1004 of the LORD H3068 shall be H1961 established H3559 in the top H7218 of the mountains H2022 , and it H1931 shall be exalted H5375 above the hills H4480 H1389 ; and people H5971 shall flow H5102 unto H5921 it.
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2. और बहुत जातियों के लोग जाएँगे, और आपस में कहेंगे, “आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएँ; तब वह हमको अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे।” क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
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2. And many H7227 nations H1471 shall come H1980 , and say H559 , Come H1980 , and let us go up H5927 to H413 the mountain H2022 of the LORD H3068 , and to H413 the house H1004 of the God H430 of Jacob H3290 ; and he will teach H3384 us of his ways H4480 H1870 , and we will walk H1980 in his paths H734 : for H3588 the law H8451 shall go forth H3318 of Zion H4480 H6726 , and the word H1697 of the LORD H3068 from Jerusalem H4480 H3389 .
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3. वह बहुत देशों के लोगों का न्याय करेगा*, और दूर-दूर तक की सामर्थी जातियों के झगड़ों को मिटाएगा; इसलिए वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल, और अपने भालों से हँसिया बनाएँगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध तलवार फिर न चलाएगी;
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3. And he shall judge H8199 among H996 many H7227 people H5971 , and rebuke H3198 strong H6099 nations H1471 afar off H5704 H7350 ; and they shall beat H3807 their swords H2719 into plowshares H855 , and their spears H2595 into pruning hooks H4211 : nation H1471 shall not H3808 lift up H5375 a sword H2719 against H413 nation H1471 , neither H3808 shall they learn H3925 war H4421 any more H5750 .
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4. और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे। परन्तु वे अपनी-अपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे, और कोई उनको न डराएगा; सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है। (1 राजा. 4:25, जक. 3:10)
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4. But they shall sit H3427 every man H376 under H8478 his vine H1612 and under H8478 his fig tree H8384 ; and none H369 shall make them afraid H2729 : for H3588 the mouth H6310 of the LORD H3068 of hosts H6635 hath spoken H1696 it .
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5. सब राज्यों के लोग तो अपने-अपने देवता का नाम लेकर चलते हैं, परन्तु हम लोग अपने परमेश्वर यहोवा का नाम लेकर सदा सर्वदा चलते रहेंगे।
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5. For H3588 all H3605 people H5971 will walk H1980 every one H376 in the name H8034 of his god H430 , and we H587 will walk H1980 in the name H8034 of the LORD H3068 our God H430 forever H5769 and ever H5703 .
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6. यहोवा की यह वाणी है, उस समय मैं प्रजा के लँगड़ों को, और जबरन निकाले हुओं को, और जिनको मैंने दुःख दिया है उन सब को इकट्ठे करूँगा।
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6. In that H1931 day H3117 , saith H5002 the LORD H3068 , will I assemble H622 her that halteth H6760 , and I will gather H6908 her that is driven out H5080 , and her that H834 I have afflicted H7489 ;
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7. और लँगड़ों को मैं बचा रखूँगा, और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूँगा; और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा।
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7. And I will make H7760 H853 her that halted H6760 a remnant H7611 , and her that was cast far off H1972 a strong H6099 nation H1471 : and the LORD H3068 shall reign H4427 over H5921 them in mount H2022 Zion H6726 from henceforth H4480 H6258 , even forever H5704 H5769 .
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8. और हे एदेर के गुम्मट, हे सिय्योन की पहाड़ी, पहली प्रभुता अर्थात् यरूशलेम का राज्य तुझे मिलेगा।
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8. And thou H859 , O tower H4026 of the flock H5739 , the stronghold H6076 of the daughter H1323 of Zion H6726 , unto H5704 thee shall it come H857 , even the first H7223 dominion H4475 ; the kingdom H4467 shall come H935 to the daughter H1323 of Jerusalem H3389 .
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9. अब तू क्यों चिल्लाती है? क्या तुझ में कोई राजा नहीं रहा? क्या तेरा युक्ति करनेवाला नष्ट हो गया, जिससे जच्चा स्त्री के समान तुझे पीड़ा उठती है? (यिर्म. 8:19, यशा. 13:8)
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9. Now H6258 why H4100 dost thou cry out H7321 aloud H7452 ? is there no H369 king H4428 in thee? is thy counselor H3289 perished H6 ? for H3588 pangs H2427 have taken H2388 thee as a woman in travail H3205 .
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10. हे सिय्योन की बेटी, जच्चा स्त्री के समान पीड़ा उठाकर उत्पन्न कर; क्योंकि अब तू गढ़ी में से निकलकर मैदान में बसेगी, वरन् बाबेल तक जाएगी; वहीं तू छुड़ाई जाएगी, अर्थात् वहीं यहोवा तुझे तेरे शत्रुओं के वश में से छुड़ा लेगा।
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10. Be in pain H2342 , and labor to bring forth H1518 , O daughter H1323 of Zion H6726 , like a woman in travail H3205 : for H3588 now H6258 shalt thou go forth H3318 out of the city H4480 H7151 , and thou shalt dwell H7931 in the field H7704 , and thou shalt go H935 even to H5704 Babylon H894 ; there H8033 shalt thou be delivered H5337 ; there H8033 the LORD H3068 shall redeem H1350 thee from the hand H4480 H3709 of thine enemies H341 .
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11. अब बहुत सी जातियाँ तेरे विरुद्ध इकट्ठी होकर तेरे विषय में कहेंगी, “सिय्योन अपवित्र की जाए, और हम अपनी आँखों से उसको निहारें।”
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11. Now H6258 also many H7227 nations H1471 are gathered H622 against H5921 thee , that say H559 , Let her be defiled H2610 , and let our eye H5869 look H2372 upon Zion H6726 .
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12. परन्तु वे यहोवा की कल्पनाएँ नहीं जानते*, न उसकी युक्ति समझते हैं, कि वह उन्हें ऐसा बटोर लेगा जैसे खलिहान में पूले बटोरे जाते हैं।
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12. But they H1992 know H3045 not H3808 the thoughts H4284 of the LORD H3068 , neither H3808 understand H995 they his counsel H6098 : for H3588 he shall gather H6908 them as the sheaves H5995 into the floor H1637 .
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13. हे सिय्योन, उठ और दाँवनी कर, मैं तेरे सींगों को लोहे के, और तेरे खुरों को पीतल के बना दूँगा; और तू बहुत सी जातियों को चूर-चूर करेगी, ओर उनकी कमाई यहोवा को और उनकी धन-सम्पत्ति पृथ्वी के प्रभु के लिये अर्पण करेगी। PE
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13. Arise H6965 and thresh H1758 , O daughter H1323 of Zion H6726 : for H3588 I will make H7760 thine horn H7161 iron H1270 , and I will make H7760 thy hooves H6541 brass H5154 : and thou shalt beat in pieces H1854 many H7227 people H5971 : and I will consecrate H2763 their gain H1215 unto the LORD H3068 , and their substance H2428 unto the Lord H113 of the whole H3605 earth H776 .
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