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1. ख़ुदावन्द की हम्द करो! क्यूँकि ख़ुदा की मदहसराई करना भला है; इसलिए कि यह दिलपसंद और सिताइश ज़ेबा है।
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1. Praise H1984 ye the LORD H3050 : for H3588 it is good H2896 to sing praises H2167 unto our God H430 ; for H3588 it is pleasant H5273 ; and praise H8416 is comely H5000 .
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2. ख़ुदावन्द येरूशलेम को ता'मीर करता है; वह इस्राईल के जिला वतनों को जमा' करता है।
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2. The LORD H3068 doth build up H1129 Jerusalem H3389 : he gathereth together H3664 the outcasts H1760 of Israel H3478 .
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3. वह शिकस्ता दिलों को शिफ़ा देता है, और उनके ज़ख़्म बाँधता है।
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3. He healeth H7495 the broken H7665 in heart H3820 , and bindeth up H2280 their wounds H6094 .
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4. वह सितारों को शुमार करता है, और उन सबके नाम रखता है।
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4. He telleth H4487 the number H4557 of the stars H3556 ; he calleth H7121 them all H3605 by their names H8034 .
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5. हमारा ख़ुदावन्द बुजु़र्ग और कु़दरत में 'अज़ीम है; उसके समझ की इन्तिहा नहीं।
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5. Great H1419 is our Lord H113 , and of great H7227 power H3581 : his understanding H8394 is infinite H369 H4557 .
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6. ख़ुदावन्द हलीमों को संभालता है, वह शरीरों को ख़ाक में मिला देता है।
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6. The LORD H3068 lifteth up H5749 the meek H6035 : he casteth the wicked down H8213 H7563 to H5704 the ground H776 .
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7. ख़ुदावन्द के सामने शुक्रगुज़ारी का हम्द गाओ, सितार पर हमारे ख़ुदा की मदहसराई करो।
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7. Sing H6030 unto the LORD H3068 with thanksgiving H8426 ; sing praise H2167 upon the harp H3658 unto our God H430 :
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8. जो आसमान को बादलों से मुलब्बस करता है; जो ज़मीन के लिए मेंह तैयार करता है; जो पहाड़ों पर घास उगाता है।
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8. Who covereth H3680 the heaven H8064 with clouds H5645 , who prepareth H3559 rain H4306 for the earth H776 , who maketh grass H2682 to grow H6779 upon the mountains H2022 .
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9. जो हैवानात को ख़ुराक देता है, और कव्वे के बच्चे को जो काएँ काएँ करते हैं।
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9. He giveth H5414 to the beast H929 his food H3899 , and to the young H1121 ravens H6158 which H834 cry H7121 .
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10. घोड़े के ज़ोर में उसकी खु़शनूदी नहीं न आदमी की टाँगों से उसे कोई ख़ुशी है;
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10. He delighteth H2654 not H3808 in the strength H1369 of the horse H5483 : he taketh not pleasure H3808 H7521 in the legs H7785 of a man H376 .
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11. ख़ुदावन्द उनसे ख़ुश है जो उससे डरते हैं, और उनसे जो उसकी शफ़क़त के उम्मीदवार हैं।
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11. The LORD H3068 taketh pleasure in H7521 H853 them that fear H3373 him , in H853 those that hope H3176 in his mercy H2617 .
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12. ऐ येरूशलेम! ख़ुदावन्द की सिताइश कर!, ऐ सिय्यून! अपने ख़ुदा की सिताइश कर।
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12. Praise H7623 H853 the LORD H3068 , O Jerusalem H3389 ; praise H1984 thy God H430 , O Zion H6726 .
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13. क्यूँकि उसने तेरे फाटकों के बेंडों को मज़बूत किया है, उसने तेरे अन्दर तेरी औलाद को बरकत दी है।
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13. For H3588 he hath strengthened H2388 the bars H1280 of thy gates H8179 ; he hath blessed H1288 thy children H1121 within H7130 thee.
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14. वह तेरी हद में अम्न रखता है! वह तुझे अच्छे से अच्छे गेहूँ से आसूदा करता है।
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14. He maketh H7760 peace H7965 in thy borders H1366 , and filleth H7646 thee with the finest H2459 of the wheat H2406 .
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15. वह अपना हुक्म ज़मीन पर भेजता है, उसका कलाम बहुत तेज़ रौ है।
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15. He sendeth forth H7971 his commandment H565 upon earth H776 : his word H1697 runneth H7323 very H5704 swiftly H4120 .
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16. वह बर्फ़ को ऊन की तरह गिराता है, और पाले को राख की तरह बिखेरता है।
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16. He giveth H5414 snow H7950 like wool H6785 : he scattereth H6340 the hoarfrost H3713 like ashes H665 .
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17. वह यख़ को लुक़मों की तरह फेंकता उसकी ठंड कौन सह सकता है?
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17. He casteth forth H7993 his ice H7140 like morsels H6595 : who H4310 can stand H5975 before H6440 his cold H7135 ?
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18. वह अपना कलाम नाज़िल करके उनको पिघला देता है; वह हवा चलाता है और पानी बहने लगता है।
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18. He sendeth out H7971 his word H1697 , and melteth H4529 them : he causeth his wind H7307 to blow H5380 , and the waters H4325 flow H5140 .
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19. वह अपना कलाम या'क़ूब पर ज़ाहिर करता है, और अपने आईन — ओ — अहकाम इस्राईल पर।
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19. He showeth H5046 his word H1697 unto Jacob H3290 , his statutes H2706 and his judgments H4941 unto Israel H3478 .
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20. उसने किसी और क़ौम से ऐसा सुलूक नहीं किया; और उनके अहकाम को उन्होंने नहीं जाना। ख़ुदावन्द की हम्द करो! PE
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20. He hath not H3808 dealt H6213 so H3651 with any H3605 nation H1471 : and as for his judgments H4941 , they have not H1077 known H3045 them. Praise H1984 ye the LORD H3050 .
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