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1. ऐ खु़दा! मेरी दुआ पर कान लगा; और मेरी मिन्नत से मुँह न फेर।
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1. To the chief Musician H5329 on Neginoth H5058 , Maschil H4905 , A Psalm of David H1732 . Give ear H238 to my prayer H8605 , O God H430 ; and hide not thyself H408 H5956 from my supplication H4480 H8467 .
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2. मेरी तरफ़ मुतवज्जिह हो और मुझे जवाब दे; मैं ग़म से बेक़रार होकर कराहता हूँ।
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2. Attend H7181 unto me , and hear H6030 me : I mourn H7300 in my complaint H7879 , and make a noise H1949 ;
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3. दुश्मन की आवाज़ से, और शरीर के जु़ल्म की वजह; क्यूँकि वह मुझ पर बदी लादते, और क़हर में मुझे सताते हैं।
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3. Because of the voice H4480 H6963 of the enemy H341 , because H4480 H6440 of the oppression H6125 of the wicked H7563 : for H3588 they cast H4131 iniquity H205 upon H5921 me , and in wrath H639 they hate H7852 me.
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4. मेरा दिल मुझ में बेताब है; और मौत का हौल मुझ पर छा गया है।
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4. My heart H3820 is sore pained H2342 within H7130 me : and the terrors H367 of death H4194 are fallen H5307 upon H5921 me.
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5. ख़ौफ़ और कपकपी मुझ पर तारी है, डर ने मुझे दबा लिया है;
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5. Fearfulness H3374 and trembling H7461 are come H935 upon me , and horror H6427 hath overwhelmed H3680 me.
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6. और मैंने कहा, “काश कि कबूतर की तरह मेरे पर होते तो मैं उड़ जाता और आराम पाता!
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6. And I said H559 , Oh that H4310 I had H5414 wings H83 like a dove H3123 ! for then would I fly away H5774 , and be at rest H7931 .
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7. फिर तो मैं दूर निकल जाता, और वीरान में बसेरा करता। सिलाह
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7. Lo H2009 , then would I wander H5074 far off H7368 , and remain H3885 in the wilderness H4057 . Selah H5542 .
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8. मैं आँधी के झोंके और तूफ़ान से, किसी पनाह की जगह में भाग जाता।”
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8. I would hasten H2363 my escape H4655 from the windy H4480 H7307 storm H5584 and tempest H4480 H5591 .
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9. ऐ ख़ुदावन्द! उनको हलाक कर, और उनकी ज़बान में तफ़रिक़ा डाल; क्यूँकि मैंने शहर में जु़ल्म और झगड़ा देखा है।
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9. Destroy H1104 , O Lord H136 , and divide H6385 their tongues H3956 : for H3588 I have seen H7200 violence H2555 and strife H7379 in the city H5892 .
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10. दिन रात वह उसकी फ़सील पर गश्त लगाते हैं; बदी और फ़साद उसके अंदर हैं।
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10. Day H3119 and night H3915 they go about H5437 it upon H5921 the walls H2346 thereof: mischief H205 also and sorrow H5999 are in the midst H7130 of it.
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11. शरारत उसके बीच में बसी हुई है; सितम और फ़रेब उसके कूचों से दूर नहीं होते।
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11. Wickedness H1942 is in the midst H7130 thereof: deceit H8496 and guile H4820 depart H4185 not H3808 from H4480 her streets H7339 .
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12. जिसने मुझे मलामत की वह दुश्मन न था, वरना मैं उसको बर्दाश्त कर लेता; और जिसने मेरे ख़िलाफ़ तकब्बुर किया वह मुझ से 'अदावत रखने वाला न था, नहीं तो मैं उससे छिप जाता।
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12. For H3588 it was not H3808 an enemy H341 that reproached H2778 me ; then I could have borne H5375 it : neither H3808 was it he that hated H8130 me that did magnify H1431 himself against H5921 me ; then I would have hid myself H5641 from H4480 him:
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13. बल्कि वह तो तू ही था जो मेरा हमसर, मेरा रफ़ीक और दिली दोस्त था।
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13. But it was thou H859 , a man H582 mine equal H6187 , my guide H441 , and mine acquaintance H3045 .
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14. हमारी आपसी गुफ़्तगू शीरीन थी; और हुजूम के साथ ख़ुदा के घर में फिरते थे।
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14. We took sweet H4985 counsel H5475 together H3162 , and walked H1980 unto the house H1004 of God H430 in company H7285 .
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15. उनकी मौत अचानक आ दबाए; वह जीते जी पाताल में उतर जाएँ:क्यूँकि शरारत उनके घरों में और उनके अन्दर है।
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15. Let death H4194 seize H5377 upon H5921 them, and let them go down H3381 quick H2416 into hell H7585 : for H3588 wickedness H7451 is in their dwellings H4033 , and among H7130 them.
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16. लेकिन मैं तो ख़ुदा को पुकारूँगा; और ख़ुदावन्द मुझे बचा लेगा।
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16. As for me, I H589 will call H7121 upon H413 God H430 ; and the LORD H3068 shall save H3467 me.
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17. सुबह — ओ — शाम और दोपहर को मैं फ़रियाद करूँगा और कराहता रहूँगा, और वह मेरी आवाज़ सुन लेगा।
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17. Evening H6153 , and morning H1242 , and at noon H6672 , will I pray H7878 , and cry aloud H1993 : and he shall hear H8085 my voice H6963 .
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18. उसने उस लड़ाई से जो मेरे ख़िलाफ़ थी, मेरी जान को सलामत छुड़ा लिया। क्यूँकि मुझसे झगड़ा करने वाले बहुत थे।
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18. He hath delivered H6299 my soul H5315 in peace H7965 from the battle H4480 H7128 that was against me: for H3588 there were H1961 many H7227 with H5978 me.
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19. ख़ुदा जो क़दीम से है, सुन लेगा और उनको जवाब देगा। यह वह हैं जिनके लिए इन्क़लाब नहीं, और जो ख़ुदा से नहीं डरते।
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19. God H410 shall hear H8085 , and afflict H6031 them , even he that abideth H3427 of old H6924 . Selah H5542 . Because H834 they have no H369 changes H2487 , therefore they fear H3372 not H3808 God H430 .
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20. उस शख़्स ने ऐसों पर हाथ बढ़ाया है, जो उससे सुल्ह रखते थे। उसने अपने 'अहद को तोड़ दिया है।
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20. He hath put forth H7971 his hands H3027 against such as be at peace H7965 with him : he hath broken H2490 his covenant H1285 .
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21. उसका मुँह मख्खन की तरह चिकना था, लेकिन उसके दिल में जंग थी। उसकी बातें तेल से ज़्यादा मुलायम, लेकिन नंगी तलवारें थीं।
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21. The words of his mouth H6310 were smoother H2505 than butter H4260 , but war H7128 was in his heart H3820 : his words H1697 were softer H7401 than oil H4480 H8081 , yet were they H1992 drawn swords H6609 .
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22. अपना बोझ ख़ुदावन्द पर डाल दे, वह तुझे संभालेगा। वह सादिक़ को कभी जुम्बिश न खाने देगा।
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22. Cast H7993 thy burden H3053 upon H5921 the LORD H3068 , and he H1931 shall sustain H3557 thee : he shall never H3808 H5769 suffer H5414 the righteous H6662 to be moved H4131 .
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23. लेकिन ऐ ख़ुदा! तू उनको हलाकत के गढ़े में उतारेगा। खू़नी और दग़ाबाज़ अपनी आधी उम्र तक भी ज़िन्दा न रहेंगे। लेकिन मैं तुझ पर भरोसा करूँगा। PE
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23. But thou H859 , O God H430 , shalt bring them down H3381 into the pit H875 of destruction H7845 : bloody H1818 and deceitful H4820 men H376 shall not H3808 live out half H2673 their days H3117 ; but I H589 will trust H982 in thee.
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