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HOV
1. और तब यहोवा ने फिर मूसा से कहा, फिरौन के पास जा कर कह, यहोवा तुझ से इस प्रकार कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे जिस से वे मेरी उपासना करें।
1. And the LORD H3068 spoke H559 unto H413 Moses H4872 , Go H935 unto H413 Pharaoh H6547 , and say H559 unto H413 him, Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Let H853 my people H5971 go H7971 , that they may serve H5647 me.
2. और यदि उन्हें जाने देगा तो सुन, मैं मेंढ़क भेज कर तेरे सारे देश को हानि पहुंचाने वाला हूं।
2. And if H518 thou H859 refuse H3986 to let them go H7971 , behold H2009 , I H595 will smite H5062 H853 all H3605 thy borders H1366 with frogs H6854 :
3. और नील नदी मेंढ़कों से भर जाएगी, और वे तेरे भवन में, और तेरे बिछौने पर, और तेरे कर्मचारियों के घरों में, और तेरी प्रजा पर, वरन तेरे तन्दूरों और कठौतियों में भी चढ़ जाएंगे।
3. And the river H2975 shall bring forth frogs abundantly H8317 H6854 , which shall go up H5927 and come H935 into thine house H1004 , and into thy bedchamber H2315 H4904 , and upon H5921 thy bed H4296 , and into the house H1004 of thy servants H5650 , and upon thy people H5971 , and into thine ovens H8574 , and into thy kneading troughs H4863 :
4. और तुझ पर, और तेरी प्रजा, और तेरे कर्मचारियों, सभों पर मेंढ़क चढ़ जाएंगे।
4. And the frogs H6854 shall come up H5927 both on thee , and upon thy people H5971 , and upon all H3605 thy servants H5650 .
5. फिर यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी, कि हारून से कह दे, कि नदियों, नहरों, और झीलों के ऊपर लाठी के साथ अपना हाथ बढ़ाकर मेंढकों को मिस्र देश पर चढ़ा ले आए।
5. And the LORD H3068 spoke H559 unto H413 Moses H4872 , Say H559 unto H413 Aaron H175 , Stretch forth H5186 H853 thine hand H3027 with thy rod H4294 over H5921 the streams H5104 , over H5921 the rivers H2975 , and over H5921 the ponds H98 , and cause H853 frogs H6854 to come up H5927 upon H5921 the land H776 of Egypt H4714 .
6. तब हारून ने मिस्र के जलाशयों के ऊपर अपना हाथ बढ़ाया; और मेंढ़कों ने मिस्र देश पर चढ़कर उसे छा लिया।
6. And Aaron H175 stretched out H5186 H853 his hand H3027 over H5921 the waters H4325 of Egypt H4714 ; and the frogs H6854 came up H5927 , and covered H3680 H853 the land H776 of Egypt H4714 .
7. और जादूगर भी अपने तंत्र-मंत्रों से उसी प्रकार मिस्र देश पर मेंढक चढ़ा ले आए।
7. And the magicians H2748 did H6213 so H3651 with their enchantments H3909 , and brought up H5927 H853 frogs H6854 upon H5921 the land H776 of Egypt H4714 .
8. तक फिरौन ने मूसा और हारून को बुलवाकर कहा, यहोवा से बिनती करो कि वह मेंढ़कों को मुझ से और मेरी प्रजा से दूर करे; और मैं इस्राएली लोगों को जाने दूंगा जिस से वे यहोवा के लिये बलिदान करें।
8. Then Pharaoh H6547 called H7121 for Moses H4872 and Aaron H175 , and said H559 , Entreat H6279 H413 the LORD H3068 , that he may take away H5493 the frogs H6854 from H4480 me , and from my people H4480 H5971 ; and I will let H853 the people H5971 go H7971 , that they may do sacrifice H2076 unto the LORD H3068 .
9. तब मूसा ने फिरौन से कहा, इतनी बात पर तो मुझ पर तेरा घमंड रहे, अब मैं तेरे, और तेरे कर्मचारियों, और प्रजा के निमित्त कब बिनती करूं, कि यहोवा तेरे पास से और तेरे घरों में से मेंढकों को दूर करे, और वे केवल नील नदी में पाए जाएं?
9. And Moses H4872 said H559 unto Pharaoh H6547 , Glory H6286 over H5921 me: when H4970 shall I entreat H6279 for thee , and for thy servants H5650 , and for thy people H5971 , to destroy H3772 the frogs H6854 from H4480 thee and thy houses H4480 H1004 , that they may remain H7604 in the river H2975 only H7535 ?
10. उसने कहा, कल। उसने कहा, तेरे वचन के अनुसार होगा, जिस से तुझे यह ज्ञात हो जाए कि हमारे परमेश्वर यहोवा के तुल्य कोई दूसरा नहीं है।
10. And he said H559 , Tomorrow H4279 . And he said H559 , Be it according to thy word H1697 : that H4616 thou mayest know H3045 that H3588 there is none H369 like unto the LORD H3068 our God H430 .
11. और मेंढक तेरे पास से, और तेरे घरों में से, और तेरे कर्मचारियोंऔर प्रजा के पास से दूर हो कर केवल नील नदी में रहेंगे।
11. And the frogs H6854 shall depart H5493 from H4480 thee and from thy houses H4480 H1004 , and from thy servants H4480 H5650 , and from thy people H4480 H5971 ; they shall remain H7604 in the river H2975 only H7535 .
12. तब मूसा और हारून फिरौन के पास से निकल गए; और मूसा ने उन मेंढकों के विषय यहोवा की दोहाई दी जो उसने फिरौन पर भेजे थे।
12. And Moses H4872 and Aaron H175 went out H3318 from H4480 H5973 Pharaoh H6547 : and Moses H4872 cried H6817 unto H413 the LORD H3068 because of H5921 H1697 the frogs H6854 which H834 he had brought H7760 against Pharaoh H6547 .
13. और यहोवा ने मूसा के कहने के अनुसार किया; और मेंढक घरों, आंगनों, और खेतों में मर गए।
13. And the LORD H3068 did H6213 according to the word H1697 of Moses H4872 ; and the frogs H6854 died H4191 out of H4480 the houses H1004 , out of H4480 the villages H2691 , and out of H4480 the fields H7704 .
14. और लोगों ने इकट्ठे करके उनके ढेर लगा दिए, और सारा देश दुर्गन्ध से भर गया।
14. And they gathered them together H6651 H853 upon heaps H2563 H2563 : and the land H776 stank H887 .
15. परन्तु जब फिरोन ने देखा कि अब आराम मिला है तक यहोवा के कहने के अनुसार उसने फिर अपने मन को कठोर किया, और उनकी सुनी॥
15. But when Pharaoh H6547 saw H7200 that H3588 there was H1961 respite H7309 , he hardened H3513 H853 his heart H3820 , and hearkened H8085 not H3808 unto H413 them; as H834 the LORD H3068 had said H1696 .
16. फिर यहोवा ने मूसा से कहा, हारून को आज्ञा दे, कि तू अपनी लाठी बढ़ाकर भूमि की धूल पर मार, जिस से वह मिस्र देश भर में कुटकियां बन जाएं।
16. And the LORD H3068 said H559 unto H413 Moses H4872 , Say H559 unto H413 Aaron H175 , Stretch out H5186 H853 thy rod H4294 , and smite H5221 H853 the dust H6083 of the land H776 , that it may become H1961 lice H3654 throughout all H3605 the land H776 of Egypt H4714 .
17. और उन्होंने वैसा ही किया; अर्थात हारून ने लाठी को ले हाथ बढ़ाकर भूमि की धूल पर मारा, तब मनुष्य और पशु दोनों पर कुटकियां हो गई वरन सारे मिस्र देश में भूमि की धूल कुटकियां बन गई।
17. And they did H6213 so H3651 ; for Aaron H175 stretched out H5186 H853 his hand H3027 with his rod H4294 , and smote H5221 H853 the dust H6083 of the earth H776 , and it became H1961 lice H3654 in man H120 , and in beast H929 ; all H3605 the dust H6083 of the land H776 became H1961 lice H3654 throughout all H3605 the land H776 of Egypt H4714 .
18. तब जादूगरोंने चाहा कि अपने तंत्र मंत्रों के बल से हम भी कुटकियां ले आएं, परन्तु यह उन से हो सका। और मनुष्योंऔर पशुओं दोनों पर कुटकियां बनी ही रहीं।
18. And the magicians H2748 did H6213 so H3651 with their enchantments H3909 to bring forth H3318 H853 lice H3654 , but they could H3201 not H3808 : so there were H1961 lice H3654 upon man H120 , and upon beast H929 .
19. तब जादूगरोंने फिरौन से कहा, यह तो परमेश्वर के हाथ का काम है। तौभी यहोवा के कहने के अनुसार फिरौन का मन कठोर होता गया, और उसने मूसा और हारून की बात मानी॥
19. Then the magicians H2748 said H559 unto H413 Pharaoh H6547 , This H1931 is the finger H676 of God H430 : and Pharaoh H6547 's heart H3820 was hardened H2388 , and he hearkened H8085 not H3808 unto H413 them; as H834 the LORD H3068 had said H1696 .
20. फिर यहोवा ने मूसा से कहा, बिहान को तड़के उठ कर फिरौन के साम्हने खड़ा होना, वह तो जल की ओर आएगा, और उससे कहना, कि यहोवा तुझ से यह कहता है, कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे, कि वे मेरी उपासना करें।
20. And the LORD H3068 said H559 unto H413 Moses H4872 , Rise up early H7925 in the morning H1242 , and stand H3320 before H6440 Pharaoh H6547 ; lo H2009 , he cometh forth H3318 to the water H4325 ; and say H559 unto H413 him, Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Let my people H5971 go H7971 , that they may serve H5647 me.
21. यदि तू मेरी प्रजा को जाने देगा तो सुन, मैं तुझ पर, और तेरे कर्मचारियों और तेरी प्रजा पर, और तेरे घरों में झुंड के झुंड डांस भेजूंगा; और मिस्रियों के घर और उनके रहने की भूमि भी डांसों से भर जाएगी।
21. Else H3588 , if H518 thou wilt not H369 let H853 my people H5971 go H7971 , behold H2009 , I will send H7971 H853 swarms H6157 of flies upon thee , and upon thy servants H5650 , and upon thy people H5971 , and into thy houses H1004 : and the houses H1004 of the Egyptians H4714 shall be full H4390 of H853 swarms H6157 of flies , and also H1571 the ground H127 whereon H834 H5921 they H1992 are .
22. उस दिन मैं गोशेन देश को जिस में मेरी प्रजा रहती है अलग करूंगा, और उस में डांसों के झुंड होंगे; जिस से तू जान ले कि पृथ्वी के बीच मैं ही यहोवा हूं।
22. And I will sever H6395 in that H1931 day H3117 H853 the land H776 of Goshen H1657 , in H5921 which H834 my people H5971 dwell H5975 , that no H1115 swarms H6157 of flies shall be H1961 there H8033 ; to the end H4616 thou mayest know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 in the midst H7130 of the earth H776 .
23. और मैं अपनी प्रजा और तेरी प्रजा में अन्तर ठहराऊंगा। यह चिन्ह कल होगा।
23. And I will put H7760 a division H6304 between H996 my people H5971 and thy people H5971 : tomorrow H4279 shall this H2088 sign H226 be H1961 .
24. और यहोवा ने वैसा ही किया, और फिरौन के भवन, और उसके कर्मचारियों के घरों में, और सारे मिस्र देश में डांसों के झुंड के झुंड भर गए, और डांसों के मारे वह देश नाश हुआ।
24. And the LORD H3068 did H6213 so H3651 ; and there came H935 a grievous H3515 swarm H6157 of flies into the house H1004 of Pharaoh H6547 , and into his servants H5650 ' houses H1004 , and into all H3605 the land H776 of Egypt H4714 : the land H776 was corrupted H7843 by reason of H4480 H6440 the swarm H6157 of flies .
25. तब फिरौन ने मूसा और हारून को बुलवाकर कहा, तुम जा कर अपने परमेश्वर के लिये इसी देश में बलिदान करो।
25. And Pharaoh H6547 called H7121 for H413 Moses H4872 and for Aaron H175 , and said H559 , Go H1980 ye, sacrifice H2076 to your God H430 in the land H776 .
26. मूसा ने कहा, ऐसा करना उचित नहीं; क्योंकि हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये मिस्रियों की घृणित वस्तु बलिदान करेंगें; और यदि हम मिस्रियों के देखते उनकी घृणित वस्तु बलिदान करें तो क्या वे हम को पत्थरवाह करेंगे?
26. And Moses H4872 said H559 , It is not H3808 meet H3559 so H3651 to do H6213 ; for H3588 we shall sacrifice H2076 the abomination H8441 of the Egyptians H4714 to the LORD H3068 our God H430 : lo H2005 , shall we sacrifice H2076 H853 the abomination H8441 of the Egyptians H4714 before their eyes H5869 , and will they not H3808 stone H5619 us?
27. हम जंगल में तीन दिन के मार्ग पर जा कर अपने परमेश्वर यहोवा के लिये जैसा वह हम से कहेगा वैसा ही बलिदान करेंगे।
27. We will go H1980 three H7969 days H3117 ' journey H1870 into the wilderness H4057 , and sacrifice H2076 to the LORD H3068 our God H430 , as H834 he shall command H559 H413 us.
28. फिरौन ने कहा, मैं तुम को जंगल में जाने दूंगा कि तुम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये जंगल में बलिदान करो; केवल बहुत दूर जाना, और मेरे लिये बिनती करो।
28. And Pharaoh H6547 said H559 , I H595 will let you go H7971 , that ye may sacrifice H2076 to the LORD H3068 your God H430 in the wilderness H4057 ; only H7535 ye shall not H3808 go H1980 very far away H7368 H7368 : entreat H6279 for H1157 me.
29. तब मूसा ने कहा, सुन, मैं तेरे पास से बाहर जा कर यहोवा से बिनती करूंगा कि डांसों के झुंड तेरे, और तेरे कर्मचारियों, और प्रजा के पास से कल ही दूर हों; पर फिरौन आगे को कपट करके हमें यहोवा के लिये बलिदान करने को जाने देने के लिये नाहीं करे।
29. And Moses H4872 said H559 , Behold H2009 , I H595 go out H3318 from H4480 H5973 thee , and I will entreat H6279 H413 the LORD H3068 that the swarms H6157 of flies may depart H5493 from Pharaoh H4480 H6547 , from his servants H4480 H5650 , and from his people H4480 H5971 , tomorrow H4279 : but H7535 let not H408 Pharaoh H6547 deal deceitfully H2048 any more H3254 in not H1115 letting H853 the people H5971 go H7971 to sacrifice H2076 to the LORD H3068 .
30. सो मूसा ने फिरौन के पास से बाहर जा कर यहोवा से बिनती की।
30. And Moses H4872 went out H3318 from H4480 H5973 Pharaoh H6547 , and entreated H6279 H413 the LORD H3068 .
31. और यहोवा ने मूसा के कहे के अनुसार डांसों के झुण्डों को फिरौन, और उसके कर्मचारियों, और उसकी प्रजा से दूर किया; यहां तक कि एक भी रहा।
31. And the LORD H3068 did H6213 according to the word H1697 of Moses H4872 ; and he removed H5493 the swarms H6157 of flies from Pharaoh H4480 H6547 , from his servants H4480 H5650 , and from his people H4480 H5971 ; there remained H7604 not H3808 one H259 .
32. तक फिरौन ने इस बार भी अपने मन को सुन्न किया, और उन लोगों को जाने दिया॥
32. And Pharaoh H6547 hardened H3513 H853 his heart H3820 at this H2063 time H6471 also H1571 , neither H3808 would he let H853 the people H5971 go H7971 .
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