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HOV
1. परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह के सुसमाचार का आरम्भ।
1. The beginning G746 of the G3588 gospel G2098 of Jesus G2424 Christ G5547 , the Son G5207 of God G2316 ;
2. जैसे यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा है कि देख; मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूं, जो तेरे लिये मार्ग सुधारेगा।
2. As G5613 it is written G1125 in G1722 the G3588 prophets G4396 , Behold G2400 , I G1473 send G649 my G3450 messenger G32 before G4253 thy G4675 face G4383 , which G3739 shall prepare G2680 thy G4675 way G3598 before G1715 thee G4675 .
3. जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द सुनाई दे रहा है कि प्रभु का मार्ग तैयार करो, और उस की सड़कें सीधी करो।
3. The voice G5456 of one crying G994 in G1722 the G3588 wilderness G2048 , Prepare G2090 ye the G3588 way G3598 of the Lord G2962 , make G4160 his G846 paths G5147 straight G2117 .
4. यूहन्ना आया, जो जंगल में बपतिस्मा देता, और पापों की क्षमा के लिये मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार करता था।
4. John G2491 did G1096 baptize G907 in G1722 the G3588 wilderness G2048 , and G2532 preach G2784 the baptism G908 of repentance G3341 for G1519 the remission G859 of sins G266 .
5. और सारे यहूदिया देश के, और यरूशलेम के सब रहने वाले निकलकर उसके पास गए, और अपने पापों को मानकर यरदन नदी में उस से बपतिस्मा लिया।
5. And G2532 there went out G1607 unto G4314 him G846 all G3956 the G3588 land G5561 of Judea G2449 , and G2532 they of Jerusalem G2415 , and G2532 were all G3956 baptized G907 of G5259 him G846 in G1722 the G3588 river G4215 of Jordan G2446 , confessing G1843 their G848 sins G266 .
6. यूहन्ना ऊंट के रोम का वस्त्र पहिने और अपनी कमर में चमड़े का पटुका बान्धे रहता था ओर टिड्डियाँ और वन मधु खाया करता था।
6. And G1161 John G2491 was G2258 clothed with G1746 camel G2574 's hair G2359 , and G2532 with a girdle G2223 of a skin G1193 about G4012 his G848 loins G3751 ; and G2532 he did eat G2068 locusts G200 and G2532 wild G66 honey G3192 ;
7. और यह प्रचार करता था, कि मेरे बाद वह आने वाला है, जो मुझ से शक्तिमान है; मैं इस योग्य नहीं कि झुक कर उसके जूतों का बन्ध खोलूं।
7. And G2532 preached G2784 , saying G3004 , There cometh G2064 one G3588 mightier G2478 than I G3450 after G3694 me G3450 , the G3588 latchet G2438 of whose G848 shoes G5266 I G3739 am G1510 not G3756 worthy G2425 to stoop down G2955 and unloose G3089 .
8. मैं ने तो तुम्हें पानी से बपतिस्मा दिया है पर वह तुम्हें पवित्र आत्मा से बपतिस्मा देगा॥
8. I G1473 indeed G3303 have baptized G907 you G5209 with G1722 water G5204 : but G1161 he G846 shall baptize G907 you G5209 with G1722 the Holy G40 Ghost G4151 .
9. उन दिनों में यीशु ने गलील के नासरत से आकर, यरदन में यूहन्ना से बपतिस्मा लिया।
9. And G2532 it came to pass G1096 in G1722 those G1565 days G2250 , that Jesus G2424 came G2064 from G575 Nazareth G3478 of Galilee G1056 , and G2532 was baptized G907 of G5259 John G2491 in G1519 Jordan G2446 .
10. और जब वह पानी से निकलकर ऊपर आया, तो तुरन्त उस ने आकाश को खुलते और आत्मा को कबूतर की नाई अपने ऊपर उतरते देखा।
10. And G2532 straightway G2112 coming up G305 out of G575 the G3588 water G5204 , he saw G1492 the G3588 heavens G3772 opened G4977 , and G2532 the G3588 Spirit G4151 like G5616 a dove G4058 descending G2597 upon G1909 him G846 :
11. और यह आकाशवाणी हई, कि तू मेरा प्रिय पुत्र है, तुझ से मैं प्रसन्न हूं॥
11. And G2532 there came G1096 a voice G5456 from G1537 heaven G3772 , saying, Thou G4771 art G1488 my G3450 beloved G27 Son G5207 , in G1722 whom G3739 I am well pleased G2106 .
12. तब आत्मा ने तुरन्त उस को जंगल की ओर भेजा।
12. And G2532 immediately G2117 the G3588 Spirit G4151 driveth G1544 him G846 into G1519 the G3588 wilderness G2048 .
13. और जंगल में चालीस दिन तक शैतान ने उस की परीक्षा की; और वह वन पशुओं के साथ रहा; और स्वर्गदूत उस की सेवा करते रहे॥
13. And G2532 he was G2258 there G1563 in G1722 the G3588 wilderness G2048 forty G5062 days G2250 , tempted G3985 of G5259 Satan G4567 ; and G2532 was G2258 with G3326 the G3588 wild beasts G2342 ; and G2532 the G3588 angels G32 ministered G1247 unto him G846 .
14. यूहन्ना के पकड़वाए जाने के बाद यीशु ने गलील में आकर परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार प्रचार किया।
14. Now G1161 after G3326 that John G2491 was put in prison G3860 , Jesus G2424 came G2064 into G1519 Galilee G1056 , preaching G2784 the G3588 gospel G2098 of the G3588 kingdom G932 of God G2316 ,
15. और कहा, समय पूरा हुआ है, और परमेश्वर का राज्य निकट गया है; मन फिराओ और सुसमाचार पर विश्वास करो॥
15. And G2532 saying G3004 , The G3588 time G2540 is fulfilled G4137 , and G2532 the G3588 kingdom G932 of God G2316 is at hand G1448 : repent G3340 ye, and G2532 believe G4100 the G3588 gospel G2098 .
16. गलील की झील के किनारे किनारे जाते हुए, उस ने शमौन और उसके भाई अन्द्रियास को झील में जाल डालते देखा; क्योंकि वे मछुवे थे।
16. Now G1161 as he walked G4043 by G3844 the G3588 sea G2281 of Galilee G1056 , he saw G1492 Simon G4613 and G2532 Andrew G406 his G846 brother G80 casting G906 a net G293 into G1722 the G3588 sea G2281 : for G1063 they were G2258 fishers G231 .
17. और यीशु ने उन से कहा; मेरे पीछे चले आओ; मैं तुम को मनुष्यों के मछुवे बनाऊंगा।
17. And G2532 Jesus G2424 said G2036 unto them G846 , Come G1205 ye after G3694 me G3450 , and G2532 I will make G4160 you G5209 to become G1096 fishers G231 of men G444 .
18. वे तुरन्त जालों को छोड़कर उसके पीछे हो लिए।
18. And G2532 straightway G2112 they forsook G863 their G848 nets G1350 , and G2532 followed G190 him G846 .
19. और कुछ आगे बढ़कर, उस ने जब्दी के पुत्र याकूब, और उसके भाई यहून्ना को, नाव पर जालों को सुधारते देखा।
19. And G2532 when he had gone G4260 a little farther G3641 thence G1564 , he saw G1492 James G2385 the G3588 son of Zebedee G2199 , and G2532 John G2491 his G846 brother G80 , who G846 also G2532 were in G1722 the G3588 ship G4143 mending G2675 their nets G1350 .
20. उस ने तुरन्त उन्हें बुलाया; और वे अपने पिता जब्दी को मजदूरों के साथ नाव पर छोड़कर, उसके पीछे चले गए॥
20. And G2532 straightway G2112 he called G2564 them G846 : and G2532 they left G863 their G848 father G3962 Zebedee G2199 in G1722 the G3588 ship G4143 with G3326 the G3588 hired servants G3411 , and G2532 went G565 after G3694 him G846 .
21. और वे कफरनहूम में आए, और वह तुरन्त सब्त के दिन सभा के घर में जाकर उपदेश करने लगा।
21. And G2532 they went G1531 into G1519 Capernaum G2584 ; and G2532 straightway G2112 on the G3588 sabbath day G4521 he entered G1525 into G1519 the G3588 synagogue G4864 , and taught G1321 .
22. और लोग उसके उपदेश से चकित हुए; क्योंकि वह उन्हें शास्त्रियों की नाईं नहीं, परन्तु अधिकारी की नाई उपदेश देता था।
22. And G2532 they were astonished G1605 at G1909 his G846 doctrine G1322 : for G1063 he taught G2258 G1321 them G846 as G5613 one that had G2192 authority G1849 , and G2532 not G3756 as G5613 the G3588 scribes G1122 .
23. और उसी समय, उन की सभा के घर में एक मनुष्य था, जिस में एक अशुद्ध आत्मा थी।
23. And G2532 there was G2258 in G1722 their G846 synagogue G4864 a man G444 with G1722 an unclean G169 spirit G4151 ; and G2532 he cried out G349 ,
24. उस ने चिल्लाकर कहा, हे यीशु नासरी, हमें तुझ से क्या काम?क्या तू हमें नाश करने आया है? मैं तुझे जानता हूं, तू कौन है? परमेश्वर का पवित्र जन!
24. Saying G3004 , Let us alone G1436 ; what have we to do with thee G5101 G2254 G2532 G4671 , thou Jesus G2424 of Nazareth G3479 ? art thou come G2064 to destroy G622 us G2248 ? I know G1492 thee G4571 who G5101 thou art G1488 , the G3588 Holy One G40 of God G2316 .
25. यीशु ने उसे डांटकर कहा, चुप रह; और उस में से निकल जा।
25. And G2532 Jesus G2424 rebuked G2008 him G846 , saying G3004 , Hold thy peace G5392 , and G2532 come G1831 out of G1537 him G846 .
26. तब अशुद्ध आत्मा उस को मरोड़कर, और बड़े शब्द से चिल्लाकर उस में से निकल गई।
26. And G2532 when the G3588 unclean G169 spirit G4151 had torn G4682 him G846 , and G2532 cried G2896 with a loud G3173 voice G5456 , he came G1831 out of G1537 him G846 .
27. इस पर सब लोग आश्चर्य करते हुए आपस में वाद-विवाद करने लगे कि यह क्या बात है? यह तो कोई नया उपदेश है! वह अधिकार के साथ अशुद्ध आत्माओं को भी आज्ञा देता है, और वे उस की आज्ञा मानती हैं।
27. And G2532 they were all G3956 amazed G2284 , insomuch that G5620 they questioned G4802 among G4314 themselves G848 saying G3004 , What thing G5101 is G2076 this G5124 ? what G5101 new G2537 doctrine G1322 is this G3778 ? for G3754 with G2596 authority G1849 commandeth G2004 he even G2532 the G3588 unclean G169 spirits G4151 , and G2532 they do obey G5219 him G846 .
28. सो उसका नाम तुरन्त गलील के आस पास के सारे देश में हर जगह फैल गया॥
28. And G1161 immediately G2117 his G846 fame G189 spread abroad G1831 throughout G1519 all G3650 the G3588 region round about G4066 Galilee G1056 .
29. और वह तुरन्त आराधनालय में से निकलकर, याकूब और यूहन्ना के साथ शमौन और अन्द्रियास के घर आया।
29. And G2532 forthwith G2112 , when they were come G1831 out of G1537 the G3588 synagogue G4864 , they entered G2064 into G1519 the G3588 house G3614 of Simon G4613 and G2532 Andrew G406 , with G3326 James G2385 and G2532 John G2491 .
30. और शमौन की सास ज्वर से पीडित थी, और उन्होंने तुरन्त उसके विषय में उस से कहा।
30. But G1161 Simon G4613 's wife's mother G3994 lay G2621 sick of a fever G4445 , and G2532 anon G2112 they tell G3004 him G846 of G4012 her G846 .
31. तब उस ने पास जाकर उसका हाथ पकड़ के उसे उठाया; और उसका ज्वर उस पर से उतर गया, और वह उन की सेवा-टहल करने लगी॥
31. And G2532 he came G4334 and took G2902 her G846 by the G3588 hand G5495 , and lifted her up G1453 G846 ; and G2532 immediately G2112 the G3588 fever G4446 left G863 her G846 , and G2532 she ministered G1247 unto them G846 .
32. सन्ध्या के समय जब सूर्य डूब गया तो लोग सब बीमारों को और उन्हें जिन में दुष्टात्माएं थीं उसके पास लाए।
32. And G1161 at even G3798 G1096 , when G3753 the G3588 sun G2246 did set G1416 , they brought G5342 unto G4314 him G846 all G3956 that were diseased G2192 G2560 , and G2532 them that were possessed with devils G1139 .
33. और सारा नगर द्वार पर इकट्ठा हुआ।
33. And G2532 all G3650 the G3588 city G4172 was G2258 gathered together G1996 at G4314 the G3588 door G2374 .
34. और उस ने बहुतों को जो नाना प्रकार की बीमारियों से दुखी थे, चंगा किया; और बहुत से दुष्टात्माओं को निकाला; और दुष्टात्माओं को बोलने दिया, क्योंकि वे उसे पहचानती थीं॥
34. And G2532 he healed G2323 many G4183 that were sick G2192 G2560 of divers G4164 diseases G3554 , and G2532 cast out G1544 many G4183 devils G1140 ; and G2532 suffered G863 not G3756 the G3588 devils G1140 to speak G2980 , because G3754 they knew G1492 him G846 .
35. और भोर को दिन निकलने से बहुत पहिले, वह उठकर निकला, और एक जंगली स्थान में गया और वहां प्रार्थना करने लगा।
35. And G2532 in the morning G1773 , rising up G450 a great while before day G3029 G4404 , he went out G1831 , and G2532 departed G565 into G1519 a solitary G2048 place G5117 , and there G2546 prayed G4336 .
36. तब शमौन और उसके साथी उस की खोज में गए।
36. And G2532 Simon G4613 and G2532 they G3588 that were with G3326 him G846 followed after G2614 him G846 .
37. जब वह मिला, तो उस से कहा; कि सब लोग तुझे ढूंढ रहे हैं।
37. And G2532 when they had found G2147 him G846 , they said G3004 unto him G846 , All G3956 men seek for G2212 thee G4571 .
38. उस ने उन से कहा, आओ; हम और कहीं आस पास की बस्तियों में जाएं, कि मैं वहां भी प्रचार करूं, क्योंकि मैं इसी लिये निकला हूं।
38. And G2532 he said G3004 unto them G846 , Let us go G71 into G1519 the G3588 next G2192 towns G2969 , that G2443 I may preach G2784 there also G2546 : for G1063 therefore G1519 G5124 came I forth G1831 .
39. सो वह सारे गलील में उन की सभाओं में जा जाकर प्रचार करता और दुष्टात्माओं को निकालता रहा॥
39. And G2532 he preached G2258 G2784 in G1722 their G846 synagogues G4864 throughout G1519 all G3650 Galilee G1056 , and G2532 cast out G1544 devils G1140 .
40. और एक कोढ़ी ने उसके पास आकर, उस से बिनती की, और उसके साम्हने घुटने टेककर, उस से कहा; यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है।
40. And G2532 there came G2064 a leper G3015 to G4314 him G846 , beseeching G3870 him G846 , and G2532 kneeling down G1120 to him G846 , and G2532 saying G3004 unto him G846 , If G1437 thou wilt G2309 , thou canst G1410 make me clean G2511 G3165 .
41. उस ने उस पर तरस खाकर हाथ बढ़ाया, और उसे छूकर कहा; मैं चाहता हूं तू शुद्ध हो जा।
41. And G1161 Jesus G2424 , moved with compassion G4697 , put forth G1614 his hand G5495 , and touched G680 him G846 , and G2532 saith G3004 unto him G846 , I will G2309 ; be thou clean G2511 .
42. और तुरन्त उसका को ढ़ जाता रहा, और वह शुद्ध हो गया।
42. And G2532 , as soon as he G846 had spoken G2036 , immediately G2112 the G3588 leprosy G3014 departed G565 from G575 him G846 , and G2532 he was cleansed G2511 .
43. तब उस ने उसे चिताकर तुरन्त विदा किया।
43. And G2532 he straitly charged G1690 him G846 , and forthwith G2112 sent him away G1544 G846 ;
44. और उस से कहा, देख, किसी से कुछ मत कहना, परन्तु जाकर अपने आप को याजक को दिखा, और अपने शुद्ध होने के विषय में जो कुछ मूसा ने ठहराया है उसे भेंट चढ़ा, कि उन पर गवाही हो।
44. And G2532 saith G3004 unto him G846 , See G3708 thou say G2036 nothing G3367 to any man G3367 : but G235 go thy way G5217 , show G1166 thyself G4572 to the G3588 priest G2409 , and G2532 offer G4374 for G4012 thy G4675 cleansing G2512 those things which G3739 Moses G3475 commanded G4367 , for G1519 a testimony G3142 unto them G846 .
45. परन्तु वह बाहर जाकर इस बात को बहुत प्रचार करने और यहां तक फैलाने लगा, कि यीशु फिर खुल्लमखुल्ला नगर में जा सका, परन्तु बाहर जंगली स्थानों में रहा; और चहुं ओर से लागे उसके पास आते रहे॥
45. But G1161 he G3588 went out G1831 , and began G756 to publish G2784 it much G4183 , and G2532 to blaze abroad G1310 the G3588 matter G3056 , insomuch that G5620 Jesus G846 could G1410 no more G3371 openly G5320 enter G1525 into G1519 the city G4172 , but G235 was G2258 without G1854 in G1722 desert G2048 places G5117 : and G2532 they came G2064 to G4314 him G846 from every quarter G3836 .
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