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HOV
1. इस के बाद मैं ने स्वर्ग में मानो बड़ी भीड़ को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि हल्लिलूय्याह! उद्धार, और महिमा, और सामर्थ हमारे परमेश्वर ही की है।
1. And G2532 after G3326 these things G5023 I heard G191 a great G3173 voice G5456 of much G4183 people G3793 in G1722 heaven G3772 , saying G3004 , Alleluia G239 ; Salvation G4991 , and G2532 glory G1391 , and G2532 honor G5092 , and G2532 power G1411 , unto the Lord G2962 our G2257 God G2316 :
2. क्योंकि उसके निर्णय सच्चे और ठीक हैं, इसलिये कि उस ने उस बड़ी वेश्या का जो अपने व्यभिचार से पृथ्वी को भ्रष्ट करती थी, न्याय किया, और उस से अपने दासों के लोहू का पलटा लिया है।
2. For G3754 true G228 and G2532 righteous G1342 are his G848 judgments G2920 : for G3754 he hath judged G2919 the G3588 great G3173 whore G4204 , which G3748 did corrupt G5351 the G3588 earth G1093 with G1722 her G848 fornication G4202 , and G2532 hath avenged G1556 the G3588 blood G129 of his G848 servants G1401 at G1537 her G848 hand G5495 .
3. फिर दूसरी बार उन्होंने हल्लिलूय्याह! कहा: और उसके जलने का धुआं युगानुयुग उठता रहेगा।
3. And G2532 again G1208 they said G2046 , Alleluia G239 . And G2532 her G848 smoke G2586 rose up G305 forever and ever G1519 G165 G165 .
4. और चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने गिर कर परमेश्वर को दण्डवत् किया; जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, आमीन, हल्लिलूय्याह!
4. And G2532 the G3588 four and twenty G5064 G2532 G1501 elders G4245 and G2532 the G3588 four G5064 beasts G2226 fell down G4098 and G2532 worshiped G4352 God G2316 that sat G2521 on G1909 the G3588 throne G2362 , saying G3004 , Amen G281 ; Alleluia G239 .
5. और सिंहासन में से एक शब्द निकला, कि हे हमारे परमेश्वर से सब डरने वाले दासों, क्या छोटे, क्या बड़े; तुम सब उस की स्तुति करो।
5. And G2532 a voice G5456 came G1831 out of G1537 the G3588 throne G2362 , saying G3004 , Praise G134 our G2257 God G2316 , all G3956 ye his G848 servants G1401 , and G2532 ye that fear G5399 him G846 , both G2532 small G3398 and G2532 great G3173 .
6. फिर मैं ने बड़ी भीड़ का सा, और बहुत जल का सा शब्द, और गर्जनों का सा बड़ा शब्द सुना, कि हल्लिलूय्याह! इसलिये कि प्रभु हमारा परमेश्वर, सर्वशक्तिमान राज्य करता है।
6. And G2532 I heard G191 as it were G5613 the voice G5456 of a great G4183 multitude G3793 , and G2532 as G5613 the voice G5456 of many G4183 waters G5204 , and G2532 as G5613 the voice G5456 of mighty G2478 thunderings G1027 , saying G3004 , Alleluia G239 : for G3754 the Lord G2962 God G2316 omnipotent G3841 reigneth G936 .
7. आओ, हम आनन्दित और मगन हों, और उस की स्तुति करें; क्योंकि मेम्ने का ब्याह पहुंचा: और उस की पत्नी ने अपने आप को तैयार कर लिया है।
7. Let us be glad G5463 and G2532 rejoice G21 , and G2532 give G1325 honor G1391 to him G846 : for G3754 the G3588 marriage G1062 of the G3588 Lamb G721 is come G2064 , and G2532 his G848 wife G1135 hath made herself ready G2090 G1438 .
8. और उस को शुद्ध और चमकदार महीन मलमल पहिनने का अधिकार दिया गया, क्योंकि उस महीन मलमल का अर्थ पवित्र लोगों के धर्म के काम हैं।
8. And G2532 to her G846 was granted G1325 that G2443 she should be arrayed G4016 in fine linen G1039 , clean G2513 and G2532 white G2986 : for G1063 the G3588 fine linen G1039 is G2076 the G3588 righteousness G1345 of saints G40 .
9. और उस ने मुझ से कहा; यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के ब्याह के भोज में बुलाए गए हैं; फिर उस ने मुझ से कहा, ये वचन परमेश्वर के सत्य वचन हैं।
9. And G2532 he saith G3004 unto me G3427 , Write G1125 , Blessed G3107 are they which are called G2564 unto G1519 the G3588 marriage G1062 supper G1173 of the G3588 Lamb G721 . And G2532 he saith G3004 unto me G3427 , These G3778 are G1526 the G3588 true G228 sayings G3056 of God G2316 .
10. और मैं उस को दण्डवत करने के लिये उसके पांवों पर गिरा; उस ने मुझ से कहा; देख, ऐसा मत कर, मैं तेरा और तेरे भाइयों का संगी दास हूं, जो यीशु की गवाही देने पर स्थिर हैं, परमेश्वर ही को दण्डवत् कर; क्योंकि यीशु की गवाही भविष्यद्वाणी की आत्मा है॥
10. And G2532 I fell G4098 at G1715 his G848 feet G4228 to worship G4352 him G846 . And G2532 he said G3004 unto me G3427 , See G3708 thou do it not G3361 : I am G1510 thy G4675 fellow servant G4889 , and G2532 of thy G4675 brethren G80 that have G2192 the G3588 testimony G3141 of Jesus G2424 : worship G4352 God G2316 : for G1063 the G3588 testimony G3141 of Jesus G2424 is the G3588 spirit G4151 of prophecy G4394 .
11. फिर मैं ने स्वर्ग को खुला हुआ देखा; और देखता हूं कि एक श्वेत घोड़ा है; और उस पर एक सवार है, जो विश्वास योग्य, और सत्य कहलाता है; और वह धर्म के साथ न्याय और लड़ाई करता है।
11. And G2532 I saw G1492 heaven G3772 opened G455 , and G2532 behold G2400 a white G3022 horse G2462 ; and G2532 he that sat G2521 upon G1909 him G846 was called G2564 Faithful G4103 and G2532 True G228 , and G2532 in G1722 righteousness G1343 he doth judge G2919 and G2532 make war G4170 .
12. उस की आंखे आग की ज्वाला हैं: और उसके सिर पर बहुत से राजमुकुट हैं; और उसका एक नाम लिखा है, जिस उस को छोड़ और कोई नहीं जानता।
12. G1161 His G848 eyes G3788 were as G5613 a flame G5395 of fire G4442 , and G2532 on G1909 his G848 head G2776 were many G4183 crowns G1238 ; and he had G2192 a name G3686 written G1125 , that G3739 no man G3762 knew G1492 , but G1508 he himself G848 .
13. और वह लोहू से छिड़का हुआ वस्त्र पहिने है: और उसका नाम परमेश्वर का वचन है।
13. And G2532 he was clothed with G4016 a vesture G2440 dipped G911 in blood G129 : and G2532 his G848 name G3686 is called G2564 The G3588 Word G3056 of God G2316 .
14. और स्वर्ग की सेना श्वेत घोड़ों पर सवार और श्वेत और शुद्ध मलमल पहिने हुए उसके पीछे पीछे है।
14. And G2532 the G3588 armies G4753 which were in G1722 heaven G3772 followed G190 him G846 upon G1909 white G3022 horses G2462 , clothed in G1746 fine linen G1039 , white G3022 and G2532 clean G2513 .
15. और जाति जाति को मारने के लिये उसके मुंह से एक चोखी तलवार निकलती है, और वह लोहे का राजदण्ड लिए हुए उन पर राज्य करेगा, और वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के भयानक प्रकोप की जलजलाहट की मदिरा के कुंड में दाख रौंदेगा।
15. And G2532 out of G1537 his G848 mouth G4750 goeth G1607 a sharp G3691 sword G4501 , that G2443 with G1722 it G846 he should smite G3960 the G3588 nations G1484 : and G2532 he G846 shall rule G4165 them G846 with G1722 a rod G4464 of iron G4603 : and G2532 he G846 treadeth G3961 the G3588 winepress G3025 G3631 of the G3588 fierceness G2372 and G2532 wrath G3709 of Almighty G3841 God G2316 .
16. और उसके वस्त्र और जांघ पर यह नाम लिखा है, राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु॥
16. And G2532 he hath G2192 on G1909 his vesture G2440 and G2532 on G1909 his G848 thigh G3382 a name G3686 written G1125 , KING G935 OF KINGS G935 , AND G2532 LORD G2962 OF LORDS G2962 .
17. फिर मैं ने एक स्वर्गदूत को सूर्य पर खड़े हुए देखा, और उस ने बड़े शब्द से पुकार कर आकाश के बीच में से उड़ने वाले सब पक्षियों से कहा, आओ परमेश्वर की बड़ी बियारी के लिये इकट्ठे हो जाओ।
17. And G2532 I saw G1492 an G1520 angel G32 standing G2476 in G1722 the G3588 sun G2246 ; and G2532 he cried G2896 with a loud G3173 voice G5456 , saying G3004 to all G3956 the G3588 fowls G3732 that fly G4072 in G1722 the midst of heaven G3321 , Come G1205 and G2532 gather yourselves together G4863 unto G1519 the G3588 supper G1173 of the G3588 great G3173 God G2316 ;
18. जिस से तुम राजाओं का मांस, ओर सरदारों का मांस, और शक्तिमान पुरूषों का मांस, और घोड़ों का, और उन के सवारों का मांस, और क्या स्वतंत्र, क्या दास, क्या छोटे, क्या बड़े, सब लोगों का मांस खाओ॥
18. That G2443 ye may eat G5315 the flesh G4561 of kings G935 , and G2532 the flesh G4561 of captains G5506 , and G2532 the flesh G4561 of mighty men G2478 , and G2532 the flesh G4561 of horses G2462 , and G2532 of them that sit G2521 on G1909 them G846 , and G2532 the flesh G4561 of all G3956 men, both free G1658 and G2532 bond G1401 , both G2532 small G3398 and G2532 great G3173 .
19. फिर मैं ने उस पशु और पृथ्वी के राजाओं और उन की सेनाओं को उस घोड़े के सवार, और उस की सेना से लड़ने के लिये इकट्ठे देखा।
19. And G2532 I saw G1492 the G3588 beast G2342 , and G2532 the G3588 kings G935 of the G3588 earth G1093 , and G2532 their G848 armies G4753 , gathered together G4863 to make G4160 war G4171 against G3326 him that sat G2521 on G1909 the G3588 horse G2462 , and G2532 against G3326 his G848 army G4753 .
20. और वह पशु और उसके साथ वह झूठा भविष्यद्वक्ता पकड़ा गया, जिस ने उसके साम्हने ऐसे चिन्ह दिखाए थे, जिन के द्वारा उस ने उन को भरमाया, जिन्हों ने उस पशु की छाप ली थी, और जो उस की मूरत की पूजा करते थे, ये दोनों जीते जी उस आग की झील में जो गन्धक से जलती है, डाले गए।
20. And G2532 the G3588 beast G2342 was taken G4084 , and G2532 with G3326 him G5127 the G3588 false prophet G5578 that wrought G4160 miracles G4592 before G1799 him G846 , with G1722 which G3739 he deceived G4105 them that had received G2983 the G3588 mark G5480 of the G3588 beast G2342 , and G2532 them that worshiped G4352 his G848 image G1504 . These both G1417 were cast G906 alive G2198 into G1519 a lake G3041 of fire G4442 burning G2545 with G1722 brimstone G2303 .
21. और शेष लोग उस घोड़े के सवार की तलवार से जो उसके मुंह से निकलती थी, मार डाले गए; और सब पड़ी उन के मांस से तृप्त हो गए॥
21. And G2532 the G3588 remnant G3062 were slain G615 with G1722 the G3588 sword G4501 of him that sat G2521 upon G1909 the G3588 horse G2462 , which sword proceeded G1607 out of G1537 his G848 mouth G4750 : and G2532 all G3956 the G3588 fowls G3732 were filled G5526 with G1537 their G848 flesh G4561 .
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