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:

1. और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था, महायाजक के पास गया।
1. And G1161 Saul G4569 , yet G2089 breathing out G1709 threatenings G547 and G2532 slaughter G5408 against G1519 the G3588 disciples G3101 of the G3588 Lord G2962 , went G4334 unto the G3588 high priest G749 ,
2. और उस से दमिश्क की अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां मांगी, कि क्या पुरूष, क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बान्ध कर यरूशलेम में ले आए।
2. And desired G154 of G3844 him G846 letters G1992 to G1519 Damascus G1154 to G4314 the G3588 synagogues G4864 , that G3704 if G1437 he found G2147 any G5100 of this G5607 way G3598 , whether G5037 they were men G435 or G2532 women G1135 , he might bring G71 them bound G1210 unto G1519 Jerusalem G2419 .
3. परन्तु चलते चलते जब वह दमिश्क के निकट पहुंचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी।
3. And G1161 as he journeyed G4198 , he G846 came near G1448 Damascus G1154 : and G2532 suddenly G1810 there shined round about G4015 him G846 a light G5457 from G575 heaven G3772 :
4. और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्द सुना, कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?
4. And G2532 he fell G4098 to G1909 the G3588 earth G1093 , and heard G191 a voice G5456 saying G3004 unto him G848 , Saul G4549 , Saul G4549 , why G5101 persecutest G1377 thou me G3165 ?
5. उस ने पूछा; हे प्रभु, तू कौन है? उस ने कहा; मैं यीशु हूं; जिसे तू सताता है।
5. And G1161 he said G2036 , Who G5101 art G1488 thou, Lord G2962 ? And G1161 the G3588 Lord G2962 said G2036 , I G1473 am G1510 Jesus G2424 whom G3739 thou G4771 persecutest G1377 : it is hard G4642 for thee G4671 to kick G2979 against G4314 the pricks G2759 .
6. परन्तु अब उठकर नगर में जा, और जो कुछ करना है, वह तुझ से कहा जाएगा।
6. And G5037 he trembling G5141 and G2532 astonished G2284 said G2036 , Lord G2962 , what G5101 wilt G2309 thou have me G3165 to do G4160 ? And G2532 the G3588 Lord G2962 said unto G4314 him G846 , Arise G450 , and G2532 go G1525 into G1519 the G3588 city G4172 , and G2532 it shall be told G2980 thee G4671 what G5101 thou must G1163 do G4160 .
7. जो मनुष्य उसके साथ थे, वे चुपचाप रह गए; क्योंकि शब्द तो सुनते थे, परन्तु किसी को दखते थे।
7. And G1161 the G3588 men G435 which journeyed with G4922 him G846 stood G2476 speechless G1769 , hearing G191 a G3303 voice G5456 , but G1161 seeing G2334 no man G3367 .
8. तब शाऊल भूमि पर से उठा, परन्तु जब आंखे खोलीं तो उसे कुछ दिखाई दिया और वे उसका हाथ पकड़के दमिश्क में ले गए।
8. And G1161 Saul G4569 arose G1453 from G575 the G3588 earth G1093 ; and G1161 when his G848 eyes G3788 were opened G455 , he saw G991 no man G3762 : but G1161 they led him by the hand G5496 G846 , and brought G1521 him into G1519 Damascus G1154 .
9. और वह तीन दिन तक देख सका, और खाया और पीया।
9. And G2532 he was G2258 three G5140 days G2250 without G3361 sight G991 , and G2532 neither G3756 did eat G5315 nor G3761 drink G4095 .
10. दमिश्क में हनन्याह नाम एक चेला था, उस से प्रभु ने दर्शन में कहा, हे हनन्याह! उस ने कहा; हां प्रभु।
10. And G1161 there was G2258 a certain G5100 disciple G3101 at G1722 Damascus G1154 named G3686 Ananias G367 ; and G2532 to G4314 him G846 said G2036 the G3588 Lord G2962 in G1722 a vision G3705 , Ananias G367 . And G1161 he G3588 said G2036 , Behold G2400 , I G1473 am here , Lord G2962 .
11. तब प्रभु ने उस से कहा, उठकर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है।
11. And G1161 the G3588 Lord G2962 said unto G4314 him G846 , Arise G450 , and go G4198 into G1909 the G3588 street G4505 which is called G2564 Straight G2117 , and G2532 inquire G2212 in G1722 the house G3614 of Judas G2455 for one called G3686 Saul G4569 of Tarsus G5018 : for G1063 , behold G2400 , he prayeth G4336 ,
12. और उस ने हनन्याह नाम एक पुरूष को भीतर आते, और अपने ऊपर आते देखा है; ताकि फिर से दृष्टि पाए।
12. And G2532 hath seen G1492 in G1722 a vision G3705 a man G435 named G3686 Ananias G367 coming in G1525 , and G2532 putting G2007 his hand G5495 on him G846 , that G3704 he might receive his sight G308 .
13. हनन्याह ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, मैं ने इस मनुष्य के विषय में बहुतों से सुना है, कि इस ने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराईयां की हैं।
13. Then G1161 Ananias G367 answered G611 , Lord G2962 , I have heard G191 by G575 many G4183 of G4012 this G5127 man G435 , how much G3745 evil G2556 he hath done G4160 to thy G4675 saints G40 at G1722 Jerusalem G2419 :
14. और यहां भी इस को महायाजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बान्ध ले।
14. And G2532 here G5602 he hath G2192 authority G1849 from G3844 the G3588 chief priests G749 to bind G1210 all G3956 that call on G1941 thy G4675 name G3686 .
15. परन्तु प्रभु ने उस से कहा, कि तू चला जा; क्योंकि यह, तो अन्यजातियों और राजाओं, और इस्त्राएलियों के साम्हने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है।
15. But G1161 the G3588 Lord G2962 said G2036 unto G4314 him G846 , Go thy way G4198 : for G3754 he G3778 is G2076 a chosen G1589 vessel G4632 unto me G3427 , to bear G941 my G3450 name G3686 before G1799 the Gentiles G1484 , and G2532 kings G935 , and G5037 the children G5207 of Israel G2474 :
16. और मैं उसे बताऊंगा, कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा दुख उठाना पड़ेगा।
16. For G1063 I G1473 will show G5263 him G846 how great things G3745 he G846 must G1163 suffer G3958 for G5228 my name's sake G3450 G3686 .
17. तब हनन्याह उठकर उस घर में गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, हे भाई शाऊल, प्रभु, अर्थात यीशु, जो उस रास्ते में, जिस से तू आया तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है, कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।
17. And G1161 Ananias G367 went his way G565 , and G2532 entered G1525 into G1519 the G3588 house G3614 ; and G2532 putting G2007 his hands G5495 on G1909 him G846 said G2036 , Brother G80 Saul G4549 , the G3588 Lord G2962 , even Jesus G2424 , that appeared G3700 unto thee G4671 in G1722 the G3588 way G3598 as G3739 thou camest G2064 , hath sent G649 me G3165 , that G3704 thou mightest receive thy sight G308 , and G2532 be filled G4130 with the Holy G40 Ghost G4151 .
18. और तुरन्त उस की आंखों से छिलके से गिरे, और वह देखने लगा और उठकर बपतिस्मा लिया; फिर भोजन कर के बल पाया॥
18. And G2532 immediately G2112 there fell G634 from G575 his G846 eyes G3778 as it had been G5616 scales G3013 : and G5037 he received sight G308 forthwith G3916 , and G2532 arose G450 , and was baptized G907 .
19. और वह कई दिन उन चेलों के साथ रहा जो दमिश्क में थे।
19. And G2532 when he had received G2983 meat G5160 , he was strengthened G1765 . Then G1161 was G1096 Saul G4569 certain G5100 days G2250 with G3326 the G3588 disciples G3101 which were at G1722 Damascus G1154 .
20. और वह तुरन्त आराधनालयों में यीशु का प्रचार करने लगा, कि वह परमेश्वर का पुत्र है।
20. And G2532 straightway G2112 he preached G2784 Christ G5547 in G1722 the G3588 synagogues G4864 , that G3754 he G3778 is G2076 the G3588 Son G5207 of God G2316 .
21. और सब सुनने वाले चकित होकर कहने लगे; क्या यह वही व्यक्ति नहीं है जो यरूशलेम में उन्हें जो इस नाम को लेते थे नाश करता था, और यहां भी इसी लिये आया था, कि उन्हें बान्ध कर महायाजकों के पास ले आए?
21. But G1161 all G3956 that heard G191 him were amazed G1839 , and G2532 said G3004 ; Is G2076 not G3756 this G3778 he that destroyed G4199 them which called on G1941 this G5124 name G3686 in G1722 Jerusalem G2419 , and G2532 came G2064 hither G5602 for G1519 that intent G5124 , that G2443 he might bring G71 them G846 bound G1210 unto G1909 the G3588 chief priests G749 ?
22. परन्तु शाऊल और भी सामर्थी होता गया, और इस बात का प्रमाण दे देकर कि मसीह यही है, दमिश्क के रहने वाले यहूदियों का मुंह बन्द करता रहा॥
22. But G1161 Saul G4569 increased the more in strength G1743 G3123 , and G2532 confounded G4797 the G3588 Jews G2453 which dwelt G2730 at G1722 Damascus G1154 , proving G4822 that G3754 this G3778 is G2076 very Christ G5547 .
23. जब बहुत दिन बीत गए, तो यहूदियों ने मिलकर उसके मार डालने की युक्ति निकाली।
23. And G1161 after that G5613 many G2425 days G2250 were fulfilled G4137 , the G3588 Jews G2453 took counsel G4823 to kill G337 him G846 :
24. परन्तु उन की युक्ति शाऊल को मालूम हो गई: वे तो उसके मार डालने के लिये रात दिन फाटकों पर लगे रहे थे।
24. But G1161 their G846 laying await G1917 was known G1097 of Saul G4569 . And G5037 they watched G3906 the G3588 gates G4439 G5037 day G2250 and G2532 night G3571 to G3704 kill G337 him G846 .
25. परन्तु रात को उसके चेलों ने उसे लेकर टोकरे में बैठाया, और शहरपनाह पर से लटका कर उतार दिया॥
25. Then G1161 the G3588 disciples G3101 took G2983 him G846 by night G3571 , and let him down G2524 G5465 by G1223 the G3588 wall G5038 in G1722 a basket G4711 .
26. यरूशलेम में पहुंचकर उस ने चेलों के साथ मिल जाने का उपाय किया: परन्तु सब उस से डरते थे, क्योंकि उन को प्रतीति होता था, कि वह भी चेला है।
26. And G1161 when Saul G4569 was come G3854 to G1519 Jerusalem G2419 , he attempted G3987 to join himself G2853 to the G3588 disciples G3101 : but G2532 they were all afraid G5399 G3956 of him G846 , and believed G4100 not G3361 that G3754 he was G2076 a disciple G3101 .
27. परन्तु बरनबा उसे अपने साथ प्रेरितों के पास ले जाकर उन से कहा, कि इस ने किस रीति से मार्ग में प्रभु को देखा, और इस ने इस से बातें कीं; फिर दमिश्क में इस ने कैसे हियाव से यीशु के नाम का प्रचार किया।
27. But G1161 Barnabas G921 took G1949 him G846 , and brought G71 him to G4314 the G3588 apostles G652 , and G2532 declared G1334 unto them G846 how G4459 he had seen G1492 the G3588 Lord G2962 in G1722 the G3588 way G3598 , and G2532 that G3754 he had spoken G2980 to him G846 , and G2532 how G4459 he had preached boldly G3955 at G1722 Damascus G1154 in G1722 the G3588 name G3686 of Jesus G2424 .
28. वह उन के साथ यरूशलेम में आता जाता रहा।
28. And G2532 he was G2258 with G3326 them G846 coming in G1531 and G2532 going out G1607 at G1722 Jerusalem G2419 .
29. और निधड़क होकर प्रभु के नाम से प्रचार करता था: और यूनानी भाषा बोलने वाले यहूदियों के साथ बातचीत और वाद-विवाद करता था; परन्तु वे उसके मार डालने का यत्न करने लगे।
29. And G2532 he spake boldly G3955 in G1722 the G3588 name G3686 of the G3588 Lord G2962 Jesus G2424 , and G5037 disputed G2980 G4802 against G4314 the G3588 Grecians G1675 : but G1161 they G3588 went about G2021 to slay G337 him G846 .
30. यह जानकर भाई उसे कैसरिया में ले आए, और तरसुस को भेज दिया॥
30. Which when G1161 the G3588 brethren G80 knew G1921 , they brought him down G2609 G846 to G1519 Caesarea G2542 , and G2532 sent him forth G1821 G846 to G1519 Tarsus G5019 .
31. सो सारे यहूदिया, और गलील, और समरिया में कलीसिया को चैन मिला, और उसकी उन्नति होती गई; और वह प्रभु के भय और पवित्र आत्मा की शान्ति में चलती और बढ़ती जाती थी॥
31. Then G3767 G3303 had G2192 the G3588 churches G1577 rest G1515 throughout G2596 all G3650 Judea G2449 and G2532 Galilee G1056 and G2532 Samaria G4540 , and were edified G3618 ; and G2532 walking G4198 in the G3588 fear G5401 of the G3588 Lord G2962 , and G2532 in the G3588 comfort G3874 of the G3588 Holy G40 Ghost G4151 , were multiplied G4129 .
32. और ऐसा हुआ कि पतरस हर जगह फिरता हुआ, उन पवित्र लोगों के पास भी पहुंचा, जो लुद्दा में रहते थे।
32. And G1161 it came to pass G1096 , as Peter G4074 passed G1330 throughout G1223 all G3956 quarters, he came down G2718 also G2532 to G4314 the G3588 saints G40 which dwelt G2730 at Lydda G3069 .
33. वहां उसे ऐनियास नाम झोले का मारा हुआ एक मनुष्य मिला, जो आठ वर्ष से खाट पर पड़ा था।
33. And G1161 there G1563 he found G2147 a certain G5100 man G444 named G3686 Aeneas G132 , which had kept his bed G2621 G1909 G2895 G1537 eight G3638 years G2094 , and G3739 was G2258 sick of the palsy G3886 .
34. पतरस ने उस से कहा; हे ऐनियास! यीशु मसीह तुझे चंगा करता है; उठ, अपना बिछौना बिछा; तब वह तुरन्त उठ खड़ हुआ।
34. And G2532 Peter G4074 said G2036 unto him G846 , Aeneas G132 Jesus G2424 Christ G5547 maketh thee whole G2390 G4571 : arise G450 , and G2532 make thy bed G4766 G4572 . And G2532 he arose G450 immediately G2112 .
35. और लुद्दा और शारोन के सब रहने वाले उसे देखकर प्रभु की ओर फिरे॥
35. And G2532 all G3956 that dwelt G2730 at Lydda G3069 and G2532 Sharon G4565 saw G1492 him G846 , and G3748 turned G1994 to G1909 the G3588 Lord G2962 .
36. याफा में तबीता अर्थात दोरकास नाम एक विश्वासिनी रहती थी, वह बहुतेरे भले भले काम और दान किया करती थी।
36. Now G1161 there was G2258 at G1722 Joppa G2445 a certain G5100 disciple G3102 named G3686 Tabitha G5000 , which G3739 by interpretation G1329 is called G3004 Dorcas G1393 : this woman G3778 was G2258 full G4134 of good G18 works G2041 and G2532 almsdeeds G1654 which G3739 she did G4160 .
37. उन्हीं दिनों में वह बीमार होकर मर गई; और उन्होंने उसे नहला कर अटारी पर रख दिया।
37. And G1161 it came to pass G1096 in G1722 those G1565 days G2250 , that she G846 was sick G770 , and died G599 : whom when G1161 they had washed G3068 , they G846 laid G5087 her in G1722 an upper chamber G5253 .
38. और इसलिये कि लुद्दा याफा के निकट था, चेलों ने यह सुनकर कि पतरस वहां है दो मनुष्य भेजकर उस ने बिनती की कि हमारे पास आने में देर कर।
38. And G1161 forasmuch as Lydda G3069 was G5607 nigh to G1451 Joppa G2445 , and the G3588 disciples G3101 had heard G191 that G3754 Peter G4074 was G2076 there G1722 G846 , they sent G649 unto G4314 him G846 two G1417 men G435 , desiring G3870 him that he would not G3361 delay G3635 to come G1330 to G2193 them G846 .
39. तब पतरस उठकर उन के साथ हो लिया, और जब पहुंच गया, तो वे उसे उस अटारी पर ले गए; और सब विधवाएं रोती हुई उसके पास खड़ी हुई: और जो कुरते और कपड़े दोरकास ने उन के साथ रहते हुए बनाए थे, दिखाने लगीं।
39. Then G1161 Peter G4074 arose G450 and went with G4905 them G846 . When G3739 he was come G3854 , they brought G321 him into G1519 the G3588 upper chamber G5253 : and G2532 all G3956 the G3588 widows G5503 stood by G3936 him G846 weeping G2799 , and G2532 showing G1925 the coats G5509 and G2532 garments G2440 which G3745 Dorcas G1393 made G4160 , while she was G5607 with G3326 them G846 .
40. तब पतरस ने सब को बाहर कर दिया, और घुटने टेककर प्रार्थना की; और लोथ की ओर देखकर कहा; हे तबीता उठ: तब उस ने अपनी आंखे खोल दी; और पतरस को देखकर उठ बैठी।
40. But G1161 Peter G4074 put G1544 them all G3956 forth G1854 , and kneeled down G5087 G1119 , and prayed G4336 ; and G2532 turning G1994 him to G4314 the G3588 body G4983 said G2036 , Tabitha G5000 , arise G450 . And G1161 she G3588 opened G455 her G848 eyes G3788 : and G2532 when she saw G1492 Peter G4074 , she sat up G339 .
41. उस ने हाथ देकर उसे उठाया और पवित्र लोगों और विधवाओं को बुलाकर उसे जीवित और जागृत दिखा दिया।
41. And G1161 he gave G1325 her G846 his hand G5495 , and lifted her up G450 G846 , and G1161 when he had called G5455 the G3588 saints G40 and G2532 widows G5503 , presented G3936 her G846 alive G2198 .
42. यह बात सारे याफा मे फैल गई: और बहुतेरों ने प्रभु पर विश्वास किया।
42. And G1161 it was G1096 known G1110 throughout G2596 all G3650 Joppa G2445 ; and G2532 many G4183 believed G4100 in G1909 the G3588 Lord G2962 .
43. और पतरस याफा में शमौन नाम किसी चमड़े के धन्धा करने वाले के यहां बहुत दिन तक रहा॥
43. And G1161 it came to pass G1096 , that he G846 tarried G3306 many G2425 days G2250 in G1722 Joppa G2445 with G3844 one G5100 Simon G4613 a tanner G1038 .
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