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1. दोष मत लगाओ, कि तुम पर भी दोष न लगाया जाए।
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1. Judge G2919 not G3361 , that G2443 ye be not G3361 judged G2919 .
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2. क्योंकि जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा; और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिये भी नापा जाएगा।
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2. For G1063 with G1722 what G3739 judgment G2917 ye judge G2919 , ye shall be judged G2919 : and G2532 with G1722 what G3739 measure G3358 ye mete G3354 , it shall be measured to you again G488 G5213 .
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3. तू क्यों अपने भाई की आंख के तिनके को देखता है, और अपनी आंख का लट्ठा तुझे नहीं सूझता?।
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3. And G1161 why G5101 beholdest G991 thou the G3588 mote G2595 that G3588 is in G1722 thy G4675 brother G80 's eye G3788 , but G1161 considerest G2657 not G3756 the G3588 beam G1385 that is in G1722 thine own G4674 eye G3788 ?
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4. और जब तेरी ही आंख मे लट्ठा है, तो तू अपने भाई से क्योंकर कह सकता है, कि ला मैं तेरी आंख से तिनका निकाल दूं।
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4. Or G2228 how G4459 wilt thou say G2046 to thy G4675 brother G80 , Let G863 me pull out G1544 the G3588 mote G2595 out of G575 thine G4675 eye G3788 ; and G2532 , behold G2400 , a beam G1385 is G1722 in thine G4675 own eye G3788 ?
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5. हे कपटी, पहले अपनी आंख में से लट्ठा निकाल ले, तब तू अपने भाई की आंख का तिनका भली भांति देखकर निकाल सकेगा॥
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5. Thou hypocrite G5273 , first G4412 cast out G1544 the G3588 beam G1385 out G1537 of thine own G4675 eye G3788 ; and G2532 then G5119 shalt thou see clearly G1227 to cast out G1544 the G3588 mote G2595 out of G1537 thy G4675 brother G80 's eye G3788 .
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6. पवित्र वस्तु कुत्तों को न दो, और अपने मोती सूअरों के आगे मत डालो; ऐसा न हो कि वे उन्हें पांवों तले रौंदें और पलट कर तुम को फाड़ डालें॥
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6. Give G1325 not G3361 that which is holy G40 unto the G3588 dogs G2965 , neither G3366 cast G906 ye your G5216 pearls G3135 before G1715 swine G5519 , lest G3379 they trample G2662 them G846 under G1722 their G848 feet G4228 , and G2532 turn again G4762 and rend G4486 you G5209 .
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7. मांगो, तो तुम्हें दिया जाएगा; ढूंढ़ो, तो तुम पाओगे; खटखटाओ, तो तुम्हारे लिये खोला जाएगा।
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7. Ask G154 , and G2532 it shall be given G1325 you G5213 ; seek G2212 , and G2532 ye shall find G2147 ; knock G2925 , and G2532 it shall be opened G455 unto you G5213 :
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8. क्योंकि जो कोई मांगता है, उसे मिलता है; और जो ढूंढ़ता है, वह पाता है और जो खटखटाता है, उसके लिये खोला जाएगा।
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8. For G1063 every one G3956 that asketh G154 receiveth G2983 ; and G2532 he that seeketh G2212 findeth G2147 ; and G2532 to him that knocketh G2925 it shall be opened G455 .
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9. तुम में से ऐसा कौन मनुष्य है, कि यदि उसका पुत्र उस से रोटी मांगे, तो वह उसे पत्थर दे?
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9. Or G2228 what G5101 man G444 is G2076 there of G1537 you G5216 , whom G3739 if G1437 his G846 son G5207 ask G154 bread G740 , will he give G1929 him G846 a G3361 stone G3037 ?
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10. वा मछली मांगे, तो उसे सांप दे?
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10. Or G2532 if G1437 he ask G154 a fish G2486 , will he give G1929 him G846 a serpent G3789 ?
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11. सो जब तुम बुरे होकर, अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएं देना जानते हो, तो तुम्हारा स्वर्गीय पिता अपने मांगने वालों को अच्छी वस्तुएं क्यों न देगा?
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11. If G1487 ye G5210 then G3767 , being G5607 evil G4190 , know G1492 how to give G1325 good G18 gifts G1390 unto your G5216 children G5043 , how much G4214 more G3123 shall your G5216 Father G3962 which G3588 is in G1722 heaven G3772 give G1325 good things G18 to them that ask G154 him G846 ?
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12. इस कारण जो कुछ तुम चाहते हो, कि मनुष्य तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो; क्योंकि व्यवस्था और भविष्यद्वक्तओं की शिक्षा यही है॥
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12. Therefore G3767 all things G3956 whatsoever G3745 G302 ye would G2309 that G2443 men G444 should do G4160 to you G5213 , do G4160 ye G5210 even G2532 so G3779 to them G846 : for G1063 this G3778 is G2076 the G3588 law G3551 and G2532 the G3588 prophets G4396 .
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13. सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और चाकल है वह मार्ग जो विनाश को पहुंचाता है; और बहुतेरे हैं जो उस से प्रवेश करते हैं।
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13. Enter G1525 ye in G1223 at the G3588 strait G4728 gate G4439 : for G3754 wide G4116 is the G3588 gate G4439 , and G2532 broad G2149 is the G3588 way G3598 , that leadeth G520 to G1519 destruction G684 , and G2532 many G4183 there be G1526 which go in G1525 thereat G1223 G846 :
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14. क्योंकि सकेत है वह फाटक और सकरा है वह मार्ग जो जीवन को पहुंचाता है, और थोड़े हैं जो उसे पाते हैं॥
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14. Because G3754 strait G4728 is the G3588 gate G4439 , and G2532 narrow G2346 is the G3588 way G3598 , which G3588 leadeth G520 unto G1519 life G2222 , and G2532 few G3641 there be G1526 that find G2147 it G846 .
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15. झूठे भविष्यद्वक्ताओं से सावधान रहो, जो भेड़ों के भेष में तुम्हारे पास आते हैं, परन्तु अन्तर में फाड़ने वाले भेडिए हैं।
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15. Beware G4337 of G575 false prophets G5578 , which G3748 come G2064 to G4314 you G5209 in G1722 sheep G4263 's clothing G1742 , but G1161 inwardly G2081 they are G1526 ravening G727 wolves G3074 .
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16. उन के फलों से तुम उन्हें पहचान लोग क्या झाडिय़ों से अंगूर, वा ऊंटकटारों से अंजीर तोड़ते हैं?
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16. Ye shall know G1921 them G846 by G575 their G846 fruits G2590 . Do men G3385 gather G4816 grapes G4718 of G575 thorns G173 , or G2228 figs G4810 of G575 thistles G5146 ?
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17. इसी प्रकार हर एक अच्छा पेड़ अच्छा फल लाता है और निकम्मा पेड़ बुरा फल लाता है।
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17. Even so G3779 every G3956 good G18 tree G1186 bringeth forth G4160 good G2570 fruit G2590 ; but G1161 a corrupt G4550 tree G1186 bringeth forth G4160 evil G4190 fruit G2590 .
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18. अच्छा पेड़ बुरा फल नहीं ला सकता, और न निकम्मा पेड़ अच्छा फल ला सकता है।
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18. A good G18 tree G1186 cannot G1410 G3756 bring forth G4160 evil G4190 fruit G2590 , neither G3761 can a corrupt G4550 tree G1186 bring forth G4160 good G2570 fruit G2590 .
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19. जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में डाला जाता है।
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19. Every G3956 tree G1186 that bringeth not forth G4160 G3361 good G2570 fruit G2590 is hewn down G1581 , and G2532 cast G906 into G1519 the fire G4442 .
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20. सो उन के फलों से तुम उन्हें पहचान लोगे।
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20. Wherefore G686 by G575 their G846 fruits G2590 ye shall know G1921 them G846 .
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21. जो मुझ से, हे प्रभु, हे प्रभु कहता है, उन में से हर एक स्वर्ग के राज्य में प्रवेश न करेगा, परन्तु वही जो मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चलता है।
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21. Not G3756 every one G3956 that saith G3004 unto me G3427 , Lord G2962 , Lord G2962 , shall enter G1525 into G1519 the G3588 kingdom G932 of heaven G3772 ; but G235 he that doeth G4160 the G3588 will G2307 of my G3450 Father G3962 which G3588 is in G1722 heaven G3772 .
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22. उस दिन बहुतेरे मुझ से कहेंगे; हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?
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22. Many G4183 will say G2046 to me G3427 in G1722 that G1565 day G2250 , Lord G2962 , Lord G2962 , have we not G3756 prophesied G4395 in thy G4674 name G3686 and G2532 in thy G4674 name G3686 have cast out G1544 devils G1140 ? and G2532 in thy G4674 name G3686 done G4160 many G4183 wonderful works G1411 ?
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23. तब मैं उन से खुलकर कह दूंगा कि मैं ने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करने वालों, मेरे पास से चले जाओ।
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23. And G2532 then G5119 will I profess G3670 unto them G846 , I never G3763 knew G1097 you G5209 : depart G672 from G575 me G1700 , ye that work G2038 iniquity G458 .
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24. इसलिये जो कोई मेरी ये बातें सुनकर उन्हें मानता है वह उस बुद्धिमान मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर चट्टान पर बनाया।
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24. Therefore G3767 whosoever G3956 G3748 heareth G191 these G5128 sayings G3056 of mine G3450 , and G2532 doeth G4160 them G846 , I will liken G3666 him G846 unto a wise G5429 man G435 , which G3748 built G3618 his G848 house G3614 upon G1909 a rock G4073 :
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25. और मेंह बरसा और बाढ़ें आईं, और आन्धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं, परन्तु वह नहीं गिरा, क्योंकि उस की नेव चट्टान पर डाली गई थी।
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25. And G2532 the G3588 rain G1028 descended G2597 , and G2532 the G3588 floods G4215 came G2064 , and G2532 the G3588 winds G417 blew G4154 , and G2532 beat upon G4363 that G1565 house G3614 ; and G2532 it fell G4098 not G3756 ; for G1063 it was founded G2311 upon G1909 a rock G4073 .
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26. परन्तु जो कोई मेरी ये बातें सुनता है और उन पर नहीं चलता वह उस निर्बुद्धि मनुष्य की नाईं ठहरेगा जिस ने अपना घर बालू पर बनाया।
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26. And G2532 every one G3956 that heareth G191 these G5128 sayings G3056 of mine G3450 , and G2532 doeth G4160 them G846 not G3361 , shall be likened G3666 unto a foolish G3474 man G435 , which G3748 built G3618 his G848 house G3614 upon G1909 the G3588 sand G285 :
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27. और मेंह बरसा, और बाढ़ें आईं, और आन्धियां चलीं, और उस घर पर टक्करें लगीं और वह गिरकर सत्यानाश हो गया॥
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27. And G2532 the G3588 rain G1028 descended G2597 , and G2532 the G3588 floods G4215 came G2064 , and G2532 the G3588 winds G417 blew G4154 , and G2532 beat upon G4350 that G1565 house G3614 ; and G2532 it fell G4098 : and G2532 great G3173 was G2258 the G3588 fall G4431 of it G846 .
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28. जब यीशु ये बातें कह चुका, तो ऐसा हुआ कि भीड़ उसके उपदेश से चकित हुई।
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28. And G2532 it came to pass G1096 , when G3753 Jesus G2424 had ended G4931 these G5128 sayings G3056 , the G3588 people G3793 were astonished G1605 at G1909 his G846 doctrine G1322 :
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29. क्योंकि वह उन के शास्त्रियों के समान नहीं परन्तु अधिकारी की नाईं उन्हें उपदेश देता था॥
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29. For G1063 he taught G2258 G1321 them G846 as G5613 one having G2192 authority G1849 , and G2532 not G3756 as G5613 the G3588 scribes G1122 .
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