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1. {एस्तेर की दावत} PS तीसरे दिन एस्तेर अपने राजकीय वस्त्र पहनकर राजभवन के भीतरी आँगन में जाकर, राजभवन के सामने खड़ी हो गई। राजा तो राजभवन में राजगद्दी पर भवन के द्वार के सामने विराजमान था;
1. Now it came to pass H1961 on the third H7992 day H3117 , that Esther H635 put on H3847 her royal H4438 apparel , and stood H5975 in the inner H6442 court H2691 of the king H4428 's house H1004 , over against H5227 the king H4428 's house H1004 : and the king H4428 sat H3427 upon H5921 his royal H4438 throne H3678 in the royal H4438 house H1004 , over against H5227 the gate H6607 of the house H1004 .
2. और जब राजा ने एस्तेर रानी को आँगन में खड़ी हुई देखा, तब उससे प्रसन्‍न होकर सोने का राजदण्ड जो उसके हाथ में था उसकी ओर बढ़ाया। तब एस्तेर ने निकट जाकर राजदण्ड की नोक छुई।
2. And it was H1961 so , when the king H4428 saw H7200 H853 Esther H635 the queen H4436 standing H5975 in the court H2691 , that she obtained H5375 favor H2580 in his sight H5869 : and the king H4428 held out H3447 to Esther H635 H853 the golden H2091 scepter H8275 that H834 was in his hand H3027 . So Esther H635 drew near H7126 , and touched H5060 the top H7218 of the scepter H8275 .
3. तब राजा ने उससे पूछा, “हे एस्तेर रानी, तुझे क्या चाहिये? और तू क्या माँगती है? माँग और तुझे आधा राज्य तक दिया जाएगा।”
3. Then said H559 the king H4428 unto her, What H4100 wilt thou, queen H4436 Esther H635 ? and what H4100 is thy request H1246 ? it shall be even given H5414 thee to H5704 the half H2677 of the kingdom H4438 .
4. एस्तेर ने कहा, “यदि राजा को स्वीकार हो, तो आज हामान को साथ लेकर उस भोज में आए, जो मैंने राजा के लिये तैयार किया है*।”
4. And Esther H635 answered H559 , If H518 it seem good H2895 unto H5921 the king H4428 , let the king H4428 and Haman H2001 come H935 this day H3117 unto H413 the banquet H4960 that H834 I have prepared H6213 for him.
5. तब राजा ने आज्ञा दी, “हामान को तुरन्त ले आओ, कि एस्तेर का निमंत्रण ग्रहण किया जाए।” अतः राजा और हामान एस्तेर के तैयार किए हुए भोज में आए।
5. Then the king H4428 said H559 , Cause H853 Haman H2001 to make haste H4116 , that he may do H6213 H853 as Esther H635 hath said H1697 . So the king H4428 and Haman H2001 came H935 to H413 the banquet H4960 that H834 Esther H635 had prepared H6213 .
6. भोज के समय जब दाखमधु पिया जाता था, तब राजा ने एस्तेर से कहा, “तेरा क्या निवेदन है? वह पूरा किया जाएगा। और तू क्या माँगती है? माँग, और आधा राज्य तक तुझे दिया जाएगा।” (मर. 6:23)
6. And the king H4428 said H559 unto Esther H635 at the banquet H4960 of wine H3196 , What H4100 is thy petition H7596 ? and it shall be granted H5414 thee : and what H4100 is thy request H1246 ? even to H5704 the half H2677 of the kingdom H4438 it shall be performed H6213 .
7. एस्तेर ने उत्तर दिया, “मेरा निवेदन और जो मैं माँगती हूँ वह यह है,
7. Then answered H6030 Esther H635 , and said H559 , My petition H7596 and my request H1246 is ;
8. कि यदि राजा मुझ पर प्रसन्‍न है और मेरा निवेदन सुनना और जो वरदान मैं माँगू वही देना राजा को स्वीकार हो, तो राजा और हामान कल उस भोज में आएँ जिसे मैं उनके लिये करूँगी, और कल मैं राजा के इस वचन के अनुसार करूँगी।”
8. If H518 I have found H4672 favor H2580 in the sight H5869 of the king H4428 , and if H518 it please H2895 H5921 the king H4428 to grant H5414 H853 my petition H7596 , and to perform H6213 H853 my request H1246 , let the king H4428 and Haman H2001 come H935 to H413 the banquet H4960 that H834 I shall prepare H6213 for them , and I will do H6213 tomorrow H4279 as the king H4428 hath said H1697 .
9. उस दिन हामान आनन्दित और मन में प्रसन्‍न होकर बाहर गया। परन्तु जब उसने मोर्दकै को राजभवन के फाटक में देखा, कि वह उसके सामने तो खड़ा हुआ, और हटा*, तब वह मोर्दकै के विरुद्ध क्रोध से भर गया।
9. Then went Haman forth H3318 H2001 that H1931 day H3117 joyful H8056 and with a glad H2896 heart H3820 : but when Haman H2001 saw H7200 H853 Mordecai H4782 in the king H4428 's gate H8179 , that he stood not up H6965 H3808 , nor H3808 moved H2111 for H4480 him H2001 , he H2001 was full H4390 of indignation H2534 against H5921 Mordecai H4782 .
10. तो भी वह अपने को रोककर अपने घर गया; और अपने मित्रों और अपनी स्त्री जेरेश को बुलवा भेजा।
10. Nevertheless Haman H2001 refrained himself H662 : and when he came H935 H413 home H1004 , he sent H7971 and called H935 for H853 his friends H157 , and Zeresh H2238 his wife H802 .
11. तब हामान ने, उनसे अपने धन का वैभव, और अपने बाल-बच्चों की बढ़ती और राजा ने उसको कैसे-कैसे बढ़ाया, और सब हाकिमों और अपने सब कर्मचारियों से ऊँचा पद दिया था, इन सब का वर्णन किया।
11. And Haman H2001 told H5608 them of H853 the glory H3519 of his riches H6239 , and the multitude H7230 of his children H1121 , and all H3605 the things wherein H834 the king H4428 had promoted H1431 him , and how H834 he had advanced H5375 him above H5921 the princes H8269 and servants H5650 of the king H4428 .
12. हामान ने यह भी कहा, “एस्तेर रानी ने भी मुझे छोड़ और किसी को राजा के संग, अपने किए हुए भोज में आने दिया; और कल के लिये भी राजा के संग उसने मुझी को नेवता दिया है।
12. Haman H2001 said H559 moreover H637 , Yea, Esther H635 the queen H4436 did let no H3808 man come in H935 with H5973 the king H4428 unto H413 the banquet H4960 that H834 she had prepared H6213 but H3588 H518 myself ; and tomorrow H4279 am I H589 invited H7121 unto her also H1571 with H5973 the king H4428 .
13. तो भी जब-जब मुझे वह यहूदी मोर्दकै राजभवन के फाटक में बैठा हुआ दिखाई पड़ता है, तब-तब यह सब मेरी दृष्टि में व्यर्थ लगता है।”
13. Yet all H3605 this H2088 availeth H7737 me nothing H369 , so long H3605 H6256 as I H589 see H7200 H853 Mordecai H4782 the Jew H3064 sitting H3427 at the king H4428 's gate H8179 .
14. उसकी पत्‍नी जेरेश और उसके सब मित्रों ने उससे कहा, “पचास हाथ ऊँचा फांसी का एक खम्भा बनाया जाए, और सवेरे को राजा से कहना, कि उस पर मोर्दकै लटका दिया जाए; तब राजा के संग आनन्द से भोज में जाना।” इस बात से प्रसन्‍न होकर हामान ने वैसा ही फांसी का एक खम्भा बनवाया। PE
14. Then said H559 Zeresh H2238 his wife H802 and all H3605 his friends H157 unto him , Let a gallows H6086 be made H6213 of fifty H2572 cubits H520 high H1364 , and tomorrow H1242 speak H559 thou unto the king H4428 that H853 Mordecai H4782 may be hanged H8518 thereon H5921 : then go H935 thou in merrily H8056 with H5973 the king H4428 unto H413 the banquet H4960 . And the thing H1697 pleased H3190 H6440 Haman H2001 ; and he caused the gallows H6086 to be made H6213 .
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