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1. {मिस्र के विरुद्ध घोषणा} PS मिस्र के विषय में भारी भविष्यद्वाणी। देखो, यहोवा शीघ्र उड़नेवाले बादल पर सवार होकर मिस्र में आ रहा है; और मिस्र की मूरतें उसके आने से थरथरा उठेंगी, और मिस्रियों का हृदय पानी-पानी हो जाएगा। (यहे. 30:13, प्रका. 1:7) PEPS
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1. The burden H4853 of Egypt H4714 . Behold H2009 , the LORD H3068 rideth H7392 upon H5921 a swift H7031 cloud H5645 , and shall come H935 into Egypt H4714 : and the idols H457 of Egypt H4714 shall be moved H5128 at his presence H4480 H6440 , and the heart H3824 of Egypt H4714 shall melt H4549 in the midst H7130 of it.
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2. और मैं मिस्रियों को एक दूसरे के विरुद्ध उभारूँगा, और वे आपस में लड़ेंगे, प्रत्येक अपने भाई से और हर एक अपने पड़ोसी से लड़ेगा, नगर-नगर में और राज्य-राज्य में युद्ध छिड़ेंगा; (मत्ती 10:21,36)
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2. And I will set H5526 the Egyptians H4714 against the Egyptians H4714 : and they shall fight H3898 every one H376 against his brother H251 , and every one H376 against his neighbor H7453 ; city H5892 against city H5892 , and kingdom H4467 against kingdom H4467 .
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3. और मिस्रियों की बुद्धि मारी जाएगी* और मैं उनकी युक्तियों को व्यर्थ कर दूँगा; और वे अपनी मूरतों के पास और ओझों और फुसफुसानेवाले टोन्हों के पास जा जाकर उनसे पूछेंगे;
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3. And the spirit H7307 of Egypt H4714 shall fail H1238 in the midst H7130 thereof ; and I will destroy H1104 the counsel H6098 thereof : and they shall seek H1875 to H413 the idols H457 , and to H413 the charmers H328 , and to H413 them that have familiar spirits H178 , and to H413 the wizards H3049 .
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4. परन्तु मैं मिस्रियों को एक कठोर स्वामी के हाथ में कर दूँगा; और एक क्रूर राजा उन पर प्रभुता करेगा, प्रभु सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।
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4. And H853 the Egyptians H4714 will I give over H5534 into the hand H3027 of a cruel H7186 lord H113 ; and a fierce H5794 king H4428 shall rule H4910 over them, saith H5002 the Lord H113 , the LORD H3068 of hosts H6635 .
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5. और समुद्र का जल सूख जाएगा, और महानदी सूख कर खाली हो जाएगी;
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5. And the waters H4325 shall fail H5405 from the sea H4480 H3220 , and the river H5104 shall be wasted H2717 and dried up H3001 .
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6. और नाले से दुर्गन्ध आने लगेंगे, और मिस्र की नहरें भी सूख जाएँगी, और नरकट और हूगले कुम्हला जाएँगे।
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6. And they shall turn the rivers far away H2186 H5104 ; and the brooks H2975 of defense H4692 shall be emptied H1809 and dried up H2717 : the reeds H7070 and flags H5488 shall wither H7060 .
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7. नील नदी का तट उजड़ जाएगा, और उसके कछार की घास, और जो कुछ नील नदी के पास बोया जाएगा वह सूखकर नष्ट हो जाएगा, और उसका पता तक न लगेगा।
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7. The paper reeds H6169 by H5921 the brooks H2975 , by H5921 the mouth H6310 of the brooks H2975 , and every thing H3605 sown H4218 by the brooks H2975 , shall wither H3001 , be driven away H5086 , and be no H369 more .
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8. सब मछुए जितने नील नदी में बंसी डालते हैं विलाप करेंगे और लम्बी-लम्बी साँसें लेंगे, और जो जल के ऊपर जाल फेंकते हैं वे निर्बल हो जाएँगे।
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8. The fishers H1771 also shall mourn H578 , and all H3605 they that cast H7993 angle H2443 into the brooks H2975 shall lament H56 , and they that spread H6566 nets H4365 upon H5921 H6440 the waters H4325 shall languish H535 .
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9. फिर जो लोग धुने हुए सन से काम करते हैं और जो सूत से बुनते हैं उनकी आशा टूट जाएगी।
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9. Moreover they that work H5647 in fine H8305 flax H6593 , and they that weave H707 networks H2355 , shall be confounded H954 .
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10. मिस्र के रईस तो निराश और उसके सब मजदूर उदास हो जाएँगे।
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10. And they shall be H1961 broken H1792 in the purposes H8356 thereof, all H3605 that make H6213 sluices H7938 and ponds H98 for fish H5315 .
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11. निश्चय सोअन के सब हाकिम मूर्ख हैं; और फ़िरौन के बुद्धिमान मंत्रियों की युक्ति पशु की सी ठहरी। फिर तुम फ़िरौन से कैसे कह सकते हो कि मैं बुद्धिमानों का पुत्र और प्राचीन राजाओं की सन्तान हूँ?
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11. Surely H389 the princes H8269 of Zoan H6814 are fools H191 , the counsel H6098 of the wise H2450 counselors H3289 of Pharaoh H6547 is become brutish H1197 : how H349 say H559 ye unto H413 Pharaoh H6547 , I H589 am the son H1121 of the wise H2450 , the son H1121 of ancient H6924 kings H4428 ?
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12. अब तेरे बुद्धिमान कहाँ है? सेनाओं के यहोवा ने मिस्र के विषय जो युक्ति की है, उसको यदि वे जानते हों तो तुझे बताएँ। (1 कुरि. 1:20)
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12. Where H335 are they? where H645 are thy wise H2450 men ? and let them tell H5046 thee now H4994 , and let them know H3045 what H4100 the LORD H3068 of hosts H6635 hath purposed H3289 upon H5921 Egypt H4714 .
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13. सोअन के हाकिम मूर्ख बन गए हैं, नोप के हाकिमों ने धोखा खाया है; और जिन पर मिस्र के प्रधान लोगों का भरोसा था उन्होंने मिस्र को भरमा दिया है।
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13. The princes H8269 of Zoan H6814 are become fools H2973 , the princes H8269 of Noph H5297 are deceived H5377 ; they have also seduced H8582 H853 Egypt H4714 , even they that are the stay H6438 of the tribes H7626 thereof.
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14. यहोवा ने उसमें भ्रमता उत्पन्न की है*; उन्होंने मिस्र को उसके सारे कामों में उस मतवाले के समान कर दिया है जो वमन करते हुए डगमगाता है।
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14. The LORD H3068 hath mingled H4537 a perverse H5773 spirit H7307 in the midst H7130 thereof : and they have caused H853 Egypt H4714 to err H8582 in every H3605 work H4639 thereof , as a drunken H7910 man staggereth H8582 in his vomit H6892 .
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15. और मिस्र के लिये कोई ऐसा काम न रहेगा जो सिर या पूँछ से अथवा प्रधान या साधारण से हो सके। मिस्र परमेश्वर की उपासना करेगा PEPS
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15. Neither H3808 shall there be H1961 any work H4639 for Egypt H4714 , which H834 the head H7218 or tail H2180 , branch H3712 or rush H100 , may do H6213 .
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16. उस समय मिस्री, स्त्रियों के समान हो जाएँगे, और सेनाओं का यहोवा जो अपना हाथ उन पर बढ़ाएगा उसके डर के मारे वे थरथराएँगे और काँप उठेंगे।
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16. In that H1931 day H3117 shall Egypt H4714 be H1961 like unto women H802 : and it shall be afraid H2729 and fear H6342 because H4480 H6440 of the shaking H8573 of the hand H3027 of the LORD H3068 of hosts H6635 , which H834 he H1931 shaketh H5130 over H5921 it.
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17. ओर यहूदा का देश मिस्र के लिये यहाँ तक भय का कारण होगा कि जो कोई उसकी चर्चा सुनेगा वह थरथरा उठेगा; सेनाओं के यहोवा की उस युक्ति का यही फल होगा जो वह मिस्र के विरुद्ध करता है।
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17. And the land H127 of Judah H3063 shall be H1961 a terror H2283 unto Egypt H4714 , every one H3605 that H834 maketh mention H2142 thereof shall be afraid H6342 in H413 himself, because H4480 H6440 of the counsel H6098 of the LORD H3068 of hosts H6635 , which H834 he H1931 hath determined H3289 against H5921 it.
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18. उस समय मिस्र देश में पाँच नगर होंगे जिनके लोग कनान की भाषा बोलेंगे और यहोवा की शपथ खाएँगे। उनमें से एक का नाम नाशनगर रखा जाएगा।
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18. In that H1931 day H3117 shall H1961 five H2568 cities H5892 in the land H776 of Egypt H4714 speak H1696 the language H8193 of Canaan H3667 , and swear H7650 to the LORD H3068 of hosts H6635 ; one H259 shall be called H559 , The city H5892 of destruction H2041 .
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19. उस समय मिस्र देश के बीच में यहोवा के लिये एक वेदी होगी, और उसकी सीमा के पास यहोवा के लिये एक खम्भा खड़ा होगा।
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19. In that H1931 day H3117 shall there be H1961 an altar H4196 to the LORD H3068 in the midst H8432 of the land H776 of Egypt H4714 , and a pillar H4676 at H681 the border H1366 thereof to the LORD H3068 .
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20. वह मिस्र देश में सेनाओं के यहोवा के लिये चिन्ह और साक्षी ठहरेगा; और जब वे अंधेर करनेवाले के कारण यहोवा की दुहाई देंगे, तब वह उनके पास एक उद्धारकर्ता और रक्षक भेजेगा, और उन्हें मुक्त करेगा।
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20. And it shall be H1961 for a sign H226 and for a witness H5707 unto the LORD H3068 of hosts H6635 in the land H776 of Egypt H4714 : for H3588 they shall cry H6817 unto H413 the LORD H3068 because H4480 H6440 of the oppressors H3905 , and he shall send H7971 them a savior H3467 , and a great one H7227 , and he shall deliver H5337 them.
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21. तब यहोवा अपने आपको मिस्रियों पर प्रगट करेगा; और मिस्री उस समय यहोवा को पहचानेंगे और मेलबलि और अन्नबलि चढ़ाकर उसकी उपासना करेंगे, और यहोवा के लिये मन्नत मानकर पूरी भी करेंगे।
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21. And the LORD H3068 shall be known H3045 to Egypt H4714 , and the Egyptians H4714 shall know H3045 H853 the LORD H3068 in that H1931 day H3117 , and shall do H5647 sacrifice H2077 and oblation H4503 ; yea , they shall vow H5087 a vow H5088 unto the LORD H3068 , and perform H7999 it .
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22. और यहोवा मिस्रियों को मारेगा, वह मारेगा और चंगा भी करेगा, और वे यहोवा की ओर फिरेंगे और वह उनकी विनती सुनकर उनको चंगा करेगा।।
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22. And the LORD H3068 shall smite H5062 H853 Egypt H4714 : he shall smite H5062 and heal H7495 it : and they shall return H7725 even to H5704 the LORD H3068 , and he shall be entreated H6279 of them , and shall heal H7495 them.
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23. उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा, और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे, और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे।
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23. In that H1931 day H3117 shall there be H1961 a highway H4546 out of Egypt H4480 H4714 to Assyria H804 , and the Assyrian H804 shall come H935 into Egypt H4714 , and the Egyptian H4714 into Assyria H804 , and the Egyptians H4714 shall serve H5647 with H854 the Assyrians H804 .
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24. उस समय इस्राएल, मिस्र और अश्शूर तीनों मिलकर पृथ्वी के लिये आशीष का कारण होंगे।
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24. In that H1931 day H3117 shall Israel H3478 be H1961 the third H7992 with Egypt H4714 and with Assyria H804 , even a blessing H1293 in the midst H7130 of the land H776 :
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25. क्योंकि सेनाओं का यहोवा उन तीनों को यह कहकर आशीष देगा, धन्य हो मेरी प्रजा मिस्र, और मेरा रचा हुआ अश्शूर, और मेरा निज भाग इस्राएल। PE
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25. Whom H834 the LORD H3068 of hosts H6635 shall bless H1288 , saying H559 , Blessed H1288 be Egypt H4714 my people H5971 , and Assyria H804 the work H4639 of my hands H3027 , and Israel H3478 mine inheritance H5159 .
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