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1. संकट के समय मैंने यहोवा को पुकारा, और उसने मेरी सुन ली।
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1. A Song H7892 of degrees H4609 . In my distress H6869 I cried H7121 unto H413 the LORD H3068 , and he heard H6030 me.
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2. हे यहोवा, झूठ बोलनेवाले मुँह से और छली जीभ से मेरी रक्षा कर।
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2. Deliver H5337 my soul H5315 , O LORD H3068 , from lying H8267 lips H4480 H8193 , and from a deceitful H7423 tongue H4480 H3956 .
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3. हे छली जीभ, तुझको क्या मिले? और तेरे साथ और क्या अधिक किया जाए?
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3. What H4100 shall be given H5414 unto thee? or what H4100 shall be done H3254 unto thee , thou false H7423 tongue H3956 ?
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4. वीर के नोकीले तीर और झाऊ के अंगारे!
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4. Sharp H8150 arrows H2671 of the mighty H1368 , with H5973 coals H1513 of juniper H7574 .
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5. हाय, हाय, क्योंकि मुझे मेशेक में परदेशी होकर रहना पड़ा और केदार के तम्बुओं में बसना पड़ा है!
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5. Woe H190 is me, that H3588 I sojourn H1481 in Mesech H4902 , that I dwell H7931 in H5973 the tents H168 of Kedar H6938 !
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6. बहुत समय से मुझ को मेल के बैरियों के साथ बसना पड़ा है।
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6. My soul H5315 hath long H7227 dwelt H7931 with H5973 him that hateth H8130 peace H7965 .
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7. मैं तो मेल चाहता हूँ; परन्तु मेरे बोलते* ही, वे लड़ना चाहते हैं! PE
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7. I H589 am for peace H7965 : but when H3588 I speak H1696 , they H1992 are for war H4421 .
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