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:
7

1. संकट के समय मैंने यहोवा को पुकारा,
और उसने मेरी सुन ली।
1. A Song H7892 of degrees H4609 . In my distress H6869 I cried H7121 unto H413 the LORD H3068 , and he heard H6030 me.
2. हे यहोवा, झूठ बोलनेवाले मुँह से
और छली जीभ से मेरी रक्षा कर।
2. Deliver H5337 my soul H5315 , O LORD H3068 , from lying H8267 lips H4480 H8193 , and from a deceitful H7423 tongue H4480 H3956 .
3. हे छली जीभ,
तुझको क्या मिले? और तेरे साथ और क्या अधिक किया जाए?
3. What H4100 shall be given H5414 unto thee? or what H4100 shall be done H3254 unto thee , thou false H7423 tongue H3956 ?
4. वीर के नोकीले तीर
और झाऊ के अंगारे!
4. Sharp H8150 arrows H2671 of the mighty H1368 , with H5973 coals H1513 of juniper H7574 .
5. हाय, हाय, क्योंकि मुझे मेशेक में परदेशी होकर रहना पड़ा
और केदार के तम्बुओं में बसना पड़ा है!
5. Woe H190 is me, that H3588 I sojourn H1481 in Mesech H4902 , that I dwell H7931 in H5973 the tents H168 of Kedar H6938 !
6. बहुत समय से मुझ को मेल के बैरियों के साथ बसना पड़ा है।
6. My soul H5315 hath long H7227 dwelt H7931 with H5973 him that hateth H8130 peace H7965 .
7. मैं तो मेल चाहता हूँ;
परन्तु मेरे बोलते* ही, वे लड़ना चाहते हैं! PE
7. I H589 am for peace H7965 : but when H3588 I speak H1696 , they H1992 are for war H4421 .
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