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1. हे यहोवा, मैं तुझ में शरण लेता हूँ; मुझे कभी लज्जित होना न पड़े; तू अपने धर्मी होने के कारण मुझे छुड़ा ले!
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1. To the chief Musician H5329 , A Psalm H4210 of David H1732 . In thee , O LORD H3068 , do I put my trust H2620 ; let me never H408 H5769 be ashamed H954 : deliver H6403 me in thy righteousness H6666 .
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2. अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले! (भज. 102:2)
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2. Bow down H5186 thine ear H241 to H413 me; deliver H5337 me speedily H4120 : be H1961 thou my strong H4581 rock H6697 , for a house H1004 of defense H4686 to save H3467 me.
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3. क्योंकि तू मेरे लिये चट्टान और मेरा गढ़ है; इसलिए अपने नाम के निमित्त मेरी अगुआई कर, और मुझे आगे ले चल।
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3. For H3588 thou H859 art my rock H5553 and my fortress H4686 ; therefore for thy name's sake H4616 H8034 lead H5148 me , and guide H5095 me.
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4. जो जाल उन्होंने मेरे लिये बिछाया है उससे तू मुझ को छुड़ा ले, क्योंकि तू ही मेरा दृढ़ गढ़ है।
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4. Pull me out H3318 of the net H4480 H7568 that H2098 they have laid privily H2934 for me: for H3588 thou H859 art my strength H4581 .
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5. मैं अपनी आत्मा को तेरे ही हाथ में सौंप देता हूँ; हे यहोवा, हे विश्वासयोग्य परमेश्वर, तूने मुझे मोल लेकर मुक्त किया है। (लूका 23:46, प्रेरि. 7:59, 1 पत. 4:19)
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5. Into thine hand H3027 I commit H6485 my spirit H7307 : thou hast redeemed H6299 me , O LORD H3068 God H410 of truth H571 .
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6. जो व्यर्थ मूर्तियों पर मन लगाते हैं, उनसे मैं घृणा करता हूँ; परन्तु मेरा भरोसा यहोवा ही पर है। (भज. 24:4)
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6. I have hated H8130 them that regard H8104 lying H7723 vanities H1892 : but I H589 trust H982 in H413 the LORD H3068 .
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7. मैं तेरी करुणा से मगन और आनन्दित हूँ, क्योंकि तूने मेरे दुःख पर दृष्टि की है, मेरे कष्ट के समय तूने मेरी सुधि ली है,
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7. I will be glad H1523 and rejoice H8055 in thy mercy H2617 : for H834 thou hast considered H7200 H853 my trouble H6040 ; thou hast known H3045 my soul H5315 in adversities H6869 ;
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8. और तूने मुझे शत्रु के हाथ में पड़ने नहीं दिया; तूने मेरे पाँवों को चौड़े स्थान में खड़ा किया है।
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8. And hast not H3808 shut me up H5462 into the hand H3027 of the enemy H341 : thou hast set H5975 my feet H7272 in a large room H4800 .
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9. हे यहोवा, मुझ पर दया कर क्योंकि मैं संकट में हूँ; मेरी आँखें वरन् मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं।
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9. Have mercy H2603 upon me , O LORD H3068 , for H3588 I am in trouble H6862 : mine eye H5869 is consumed H6244 with grief H3708 , yea , my soul H5315 and my belly H990 .
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10. मेरा जीवन शोक के मारे और मेरी आयु कराहते-कराहते घट चली है; मेरा बल मेरे अधर्म के कारण जाता रहा, ओर मेरी हड्डियाँ घुल गई।
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10. For H3588 my life H2416 is spent H3615 with grief H3015 , and my years H8141 with sighing H585 : my strength H3581 faileth H3782 because of mine iniquity H5771 , and my bones H6106 are consumed H6244 .
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11. अपने सब विरोधियों के कारण मेरे पड़ोसियों में मेरी नामधराई हुई है, अपने जान-पहचानवालों के लिये डर का कारण हूँ; जो मुझ को सड़क पर देखते है वह मुझसे दूर भाग जाते हैं।
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11. I was H1961 a reproach H2781 among all H4480 H3605 mine enemies H6887 , but especially H3966 among my neighbors H7934 , and a fear H6343 to mine acquaintance H3045 : they that did see H7200 me without H2351 fled H5074 from H4480 me.
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12. मैं मृतक के समान लोगों के मन से बिसर गया; मैं टूटे बर्तन के समान हो गया हूँ।
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12. I am forgotten H7911 as a dead man H4191 out of mind H4480 H3820 : I am H1961 like a broken H6 vessel H3627 .
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13. मैंने बहुतों के मुँह से अपनी निन्दा सुनी, चारों ओर भय ही भय है! जब उन्होंने मेरे विरुद्ध आपस में सम्मति की तब मेरे प्राण लेने की युक्ति की।
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13. For H3588 I have heard H8085 the slander H1681 of many H7227 : fear H4032 was on every side H4480 H5439 : while they took counsel H3245 together H3162 against H5921 me , they devised H2161 to take away H3947 my life H5315 .
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14. परन्तु हे यहोवा, मैंने तो तुझी पर भरोसा रखा है, मैंने कहा, “तू मेरा परमेश्वर है।”
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14. But I H589 trusted H982 in H5921 thee , O LORD H3068 : I said H559 , Thou H859 art my God H430 .
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15. मेरे दिन तेरे हाथ में है; तू मुझे मेरे शत्रुओं और मेरे सतानेवालों के हाथ से छुड़ा।
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15. My times H6256 are in thy hand H3027 : deliver H5337 me from the hand H4480 H3027 of mine enemies H341 , and from them that persecute H4480 H7291 me.
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16. अपने दास पर अपने मुँह का प्रकाश चमका; अपनी करुणा से मेरा उद्धार कर।
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16. Make thy face H6440 to shine H215 upon H5921 thy servant H5650 : save H3467 me for thy mercies H2617 ' sake.
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17. हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैंने तुझको पुकारा है; दुष्ट लज्जित हों और वे पाताल में चुपचाप पड़े रहें।
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17. Let me not H408 be ashamed H954 , O LORD H3068 ; for H3588 I have called upon H7121 thee : let the wicked H7563 be ashamed H954 , and let them be silent H1826 in the grave H7585 .
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18. जो अहंकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं, उनके झूठ बोलनेवाले मुँह बन्द किए जाएँ। (भज. 94:4, भज. 120:2)
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18. Let the lying H8267 lips H8193 be put to silence H481 ; which speak H1696 grievous things H6277 proudly H1346 and contemptuously H937 against H5921 the righteous H6662 .
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19. आहा, तेरी भलाई क्या ही बड़ी है जो तूने अपने डरवैयों के लिये रख छोड़ी है, और अपने शरणागतों के लिये मनुष्यों के सामने प्रगट भी की है।
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19. Oh how H4100 great H7227 is thy goodness H2898 , which H834 thou hast laid up H6845 for them that fear H3373 thee; which thou hast wrought H6466 for them that trust H2620 in thee before H5048 the sons H1121 of men H120 !
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20. तू उन्हें दर्शन देने के गुप्त स्थान में* मनुष्यों की बुरी गोष्ठी से गुप्त रखेगा; तू उनको अपने मण्डप में झगड़े-रगड़े से छिपा रखेगा।
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20. Thou shalt hide H5641 them in the secret H5643 of thy presence H6440 from the pride H4480 H7407 of man H376 : thou shalt keep them secretly H6845 in a pavilion H5521 from the strife H4480 H7379 of tongues H3956 .
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21. यहोवा धन्य है, क्योंकि उसने मुझे गढ़वाले नगर में रखकर मुझ पर अद्भुत करुणा की है।
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21. Blessed H1288 be the LORD H3068 : for H3588 he hath showed me his marvelous kindness H6381 H2617 in a strong H4692 city H5892 .
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22. मैंने तो घबराकर कहा था कि मैं यहोवा की दृष्टि से दूर हो गया। तो भी जब मैंने तेरी दुहाई दी, तब तूने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुन लिया।
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22. For I H589 said H559 in my haste H2648 , I am cut off H1629 from before H4480 H5048 thine eyes H5869 : nevertheless H403 thou heardest H8085 the voice H6963 of my supplications H8469 when I cried H7768 unto H413 thee.
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23. हे यहोवा के सब भक्तों, उससे प्रेम रखो! यहोवा विश्वासयोग्य लोगों की तो रक्षा करता है, परन्तु जो अहंकार करता है, उसको वह भली भाँति बदला देता है*। (भज. 97:10)
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23. O love H157 H853 the LORD H3068 , all H3605 ye his saints H2623 : for the LORD H3068 preserveth H5341 the faithful H539 , and plentifully H5921 H3499 rewardeth H7999 the proud H1346 doer H6213 .
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24. हे यहोवा पर आशा रखनेवालों, हियाव बाँधो और तुम्हारे हृदय दृढ़ रहें! (1 कुरि. 16:13) PE
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24. Be of good courage H2388 , and he shall strengthen H553 your heart H3824 , all H3605 ye that hope H3176 in the LORD H3068 .
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