Bible Books

:

1. {धर्मी की विरासत और दुष्टों का अन्त} PS कुकर्मियों के कारण मत कुढ़,
कुटिल काम करनेवालों के विषय डाह कर!
1. A Psalm of David H1732 . Fret not thyself H408 H2734 because of evildoers H7489 , neither H408 be thou envious H7065 against the workers H6213 of iniquity H5766 .
2. क्योंकि वे घास के समान झट कट जाएँगे,
और हरी घास के समान मुर्झा जाएँगे।
2. For H3588 they shall soon H4120 be cut down H5243 like the grass H2682 , and wither H5034 as the green H3418 herb H1877 .
3. यहोवा पर भरोसा रख,
और भला कर; देश में बसा रह,
और सच्चाई में मन लगाए रह।
3. Trust H982 in the LORD H3068 , and do H6213 good H2896 ; so shalt thou dwell H7931 in the land H776 , and verily H530 thou shalt be fed H7462 .
4. यहोवा को अपने सुख का मूल जान,
और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा। (मत्ती 6:33)
4. Delight thyself H6026 also in H5921 the LORD H3068 ; and he shall give H5414 thee the desires H4862 of thine heart H3820 .
5. अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़*;
और उस पर भरोसा रख,
वही पूरा करेगा।
5. Commit H1556 thy way H1870 unto H5921 the LORD H3068 ; trust H982 also in H5921 him ; and he H1931 shall bring it to pass H6213 .
6. और वह तेरा धर्म ज्योति के समान,
और तेरा न्याय दोपहर के उजियाले के
समान प्रगट करेगा।
6. And he shall bring forth H3318 thy righteousness H6664 as the light H216 , and thy judgment H4941 as the noonday H6672 .
7. यहोवा के सामने चुपचाप रह,
और धीरज से उसकी प्रतिक्षा कर;
उस मनुष्य के कारण कुढ़, जिसके काम सफल होते हैं,
और वह बुरी युक्तियों को निकालता है!
7. Rest H1826 in the LORD H3068 , and wait patiently H2342 for him : fret not thyself H408 H2734 because of him who prospereth H6743 in his way H1870 , because of the man H376 who bringeth wicked devices to pass H6213 H4209 .
8. क्रोध से परे रह,
और जलजलाहट को छोड़ दे!
मत कुढ़, उससे बुराई ही निकलेगी।
8. Cease H7503 from anger H4480 H639 , and forsake H5800 wrath H2534 : fret not thyself H408 H2734 in any wise H389 to do evil H7489 .
9. क्योंकि कुकर्मी लोग काट डाले जाएँगे;
और जो यहोवा की बाट जोहते हैं,
वही पृथ्वी के अधिकारी होंगे।
9. For H3588 evildoers H7489 shall be cut off H3772 : but those that wait upon H6960 the LORD H3068 , they H1992 shall inherit H3423 the earth H776 .
10. थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं;
और तू उसके स्थान को भलीं
भाँति देखने पर भी उसको पाएगा।
10. For yet H5750 a little H4592 while , and the wicked H7563 shall not H369 be : yea , thou shalt diligently consider H995 H5921 his place H4725 , and it shall not H369 be .
11. परन्तु नम्र लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे,
और बड़ी शान्ति के कारण आनन्द मनाएँगे। (मत्ती 5:5)
11. But the meek H6035 shall inherit H3423 the earth H776 ; and shall delight themselves H6026 in H5921 the abundance H7230 of peace H7965 .
12. दुष्ट धर्मी के विरुद्ध बुरी युक्ति निकालता है,
और उस पर दाँत पीसता है;
12. The wicked H7563 plotteth H2161 against the just H6662 , and gnasheth H2786 upon H5921 him with his teeth H8127 .
13. परन्तु प्रभु उस पर हँसेगा,
क्योंकि वह देखता है कि उसका दिन आनेवाला है।
13. The Lord H136 shall laugh H7832 at him: for H3588 he seeth H7200 that H3588 his day H3117 is coming H935 .
14. दुष्ट लोग तलवार खींचे
और धनुष बढ़ाए हुए हैं,
ताकि दीन दरिद्र को गिरा दें,
और सीधी चाल चलनेवालों को वध करें।
14. The wicked H7563 have drawn out H6605 the sword H2719 , and have bent H1869 their bow H7198 , to cast down H5307 the poor H6041 and needy H34 , and to slay H2873 such as be of upright H3477 conversation H1870 .
15. उनकी तलवारों से उन्हीं के हृदय छिदेंगे,
और उनके धनुष तोड़े जाएँगे।
15. Their sword H2719 shall enter H935 into their own heart H3820 , and their bows H7198 shall be broken H7665 .
16. धर्मी का थोड़ा सा धन दुष्टों के
बहुत से धन से उत्तम है।
16. A little H4592 that a righteous H6662 man hath is better H2896 than the riches H4480 H1995 of many H7227 wicked H7563 .
17. क्योंकि दुष्टों की भुजाएँ तो तोड़ी जाएँगी;
परन्तु यहोवा धर्मियों को सम्भालता है।
17. For H3588 the arms H2220 of the wicked H7563 shall be broken H7665 : but the LORD H3068 upholdeth H5564 the righteous H6662 .
18. यहोवा खरे लोगों की आयु की सुधि रखता है,
और उनका भाग सदैव बना रहेगा।
18. The LORD H3068 knoweth H3045 the days H3117 of the upright H8549 : and their inheritance H5159 shall be H1961 forever H5769 .
19. विपत्ति के समय, वे लज्जित होंगे,
और अकाल के दिनों में वे तृप्त रहेंगे।
19. They shall not H3808 be ashamed H954 in the evil H7451 time H6256 : and in the days H3117 of famine H7459 they shall be satisfied H7646 .
20. दुष्ट लोग नाश हो जाएँगे;
और यहोवा के शत्रु खेत की सुथरी घास
के समान नाश होंगे,
वे धुएँ के समान लुप्त‍ हो जाएँगे।
20. But H3588 the wicked H7563 shall perish H6 , and the enemies H341 of the LORD H3068 shall be as the fat H3368 of lambs H3733 : they shall consume H3615 ; into smoke H6227 shall they consume away H3615 .
21. दुष्ट ऋण लेता है,
और भरता नहीं परन्तु धर्मी
अनुग्रह करके दान देता है;
21. The wicked H7563 borroweth H3867 , and payeth H7999 not H3808 again : but the righteous H6662 showeth mercy H2603 , and giveth H5414 .
22. क्योंकि जो उससे आशीष पाते हैं
वे तो पृथ्वी के अधिकारी होंगे,
परन्तु जो उससे श्रापित होते हैं,
वे नाश हो जाएँगे।
22. For H3588 such as be blessed H1288 of him shall inherit H3423 the earth H776 ; and they that be cursed H7043 of him shall be cut off H3772 .
23. मनुष्य की गति यहोवा की
ओर से दृढ़ होती है*,
और उसके चलन से वह प्रसन्‍न रहता है;
23. The steps H4703 of a good man H1397 are ordered H3559 by the LORD H4480 H3068 : and he delighteth H2654 in his way H1870 .
24. चाहे वह गिरे तो भी पड़ा रह जाएगा,
क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है।
24. Though H3588 he fall H5307 , he shall not H3808 be utterly cast down H2904 : for H3588 the LORD H3068 upholdeth H5564 him with his hand H3027 .
25. मैं लड़कपन से लेकर बुढ़ापे
तक देखता आया हूँ;
परन्तु तो कभी धर्मी को त्यागा हुआ,
और उसके वंश को टुकड़े माँगते देखा है।
25. I have been H1961 young H5288 , and H1571 now am old H2204 ; yet have I not H3808 seen H7200 the righteous H6662 forsaken H5800 , nor his seed H2233 begging H1245 bread H3899 .
26. वह तो दिन भर अनुग्रह कर-करके ऋण देता है,
और उसके वंश पर आशीष फलती रहती है।
26. He is ever H3605 H3117 merciful H2603 , and lendeth H3867 ; and his seed H2233 is blessed H1293 .
27. बुराई को छोड़ भलाई कर;
और तू सर्वदा बना रहेगा।
27. Depart H5493 from H4480 evil H7451 , and do H6213 good H2896 ; and dwell H7931 forevermore H5769 .
28. क्योंकि यहोवा न्याय से प्रीति रखता;
और अपने भक्तों को तजेगा।
उनकी तो रक्षा सदा होती है,
परन्तु दुष्टों का वंश काट डाला जाएगा।
28. For H3588 the LORD H3068 loveth H157 judgment H4941 , and forsaketh H5800 not H3808 H853 his saints H2623 ; they are preserved H8104 forever H5769 : but the seed H2233 of the wicked H7563 shall be cut off H3772 .
29. धर्मी लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे,
और उसमें सदा बसे रहेंगे।
29. The righteous H6662 shall inherit H3423 the land H776 , and dwell H7931 therein H5921 forever H5703 .
30. धर्मी अपने मुँह से बुद्धि की बातें करता,
और न्याय का वचन कहता है।
30. The mouth H6310 of the righteous H6662 speaketh H1897 wisdom H2451 , and his tongue H3956 talketh H1696 of judgment H4941 .
31. उसके परमेश्‍वर की व्यवस्था उसके
हृदय में बनी रहती है,
उसके पैर नहीं फिसलते।
31. The law H8451 of his God H430 is in his heart H3820 ; none H3808 of his steps H838 shall slide H4571 .
32. दुष्ट धर्मी की ताक में रहता है।
और उसके मार डालने का यत्न करता है।
32. The wicked H7563 watcheth H6822 the righteous H6662 , and seeketh H1245 to slay H4191 him.
33. यहोवा उसको उसके हाथ में छोड़ेगा,
और जब उसका विचार किया जाए
तब वह उसे दोषी ठहराएगा।
33. The LORD H3068 will not H3808 leave H5800 him in his hand H3027 , nor H3808 condemn H7561 him when he is judged H8199 .
34. यहोवा की बाट जोहता रह,
और उसके मार्ग पर बना रह,
और वह तुझे बढ़ाकर पृथ्वी का अधिकारी कर देगा;
जब दुष्ट काट डाले जाएँगे, तब तू देखेगा।
34. Wait H6960 on H413 the LORD H3068 , and keep H8104 his way H1870 , and he shall exalt H7311 thee to inherit H3423 the land H776 : when the wicked H7563 are cut off H3772 , thou shalt see H7200 it .
35. मैंने दुष्ट को बड़ा पराक्रमी
और ऐसा फैलता हुए देखा,
जैसा कोई हरा पेड़*
अपने निज भूमि में फैलता है।
35. I have seen H7200 the wicked H7563 in great power H6184 , and spreading himself H6168 like a green H7488 bay tree H249 .
36. परन्तु जब कोई उधर से गया तो
देखा कि वह वहाँ है ही नहीं;
और मैंने भी उसे ढूँढ़ा,
परन्तु कहीं पाया। (भज. 37:10)
36. Yet he passed away H5674 , and, lo H2009 , he was not H369 : yea , I sought H1245 him , but he could not H3808 be found H4672 .
37. खरे मनुष्य पर दृष्टि कर
और धर्मी को देख,
क्योंकि मेल से रहनेवाले पुरुष का
अन्तफल अच्छा है। (यशा. 32:17)
37. Mark H8104 the perfect H8535 man , and behold H7200 the upright H3477 : for H3588 the end H319 of that man H376 is peace H7965 .
38. परन्तु अपराधी एक साथ सत्यानाश किए जाएँगे;
दुष्टों का अन्तफल सर्वनाश है।
38. But the transgressors H6586 shall be destroyed H8045 together H3162 : the end H319 of the wicked H7563 shall be cut off H3772 .
39. धर्मियों की मुक्ति यहोवा की
ओर से होती है;
संकट के समय वह उनका दृढ़ गढ़ है।
39. But the salvation H8668 of the righteous H6662 is of the LORD H4480 H3068 : he is their strength H4581 in the time H6256 of trouble H6869 .
40. यहोवा उनकी सहायता करके उनको बचाता है;
वह उनको दुष्टों से छुड़ाकर उनका उद्धार करता है,
इसलिए कि उन्होंने उसमें अपनी शरण ली है। PE
40. And the LORD H3068 shall help H5826 them , and deliver H6403 them : he shall deliver H6403 them from the wicked H4480 H7563 , and save H3467 them, because H3588 they trust H2620 in him.
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×