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5

1. सचमुच मैं चुपचाप होकर परमेश्‍वर की ओर मन लगाए हूँ
मेरा उद्धार उसी से होता है।
1. To the chief Musician H5329 , to H5921 Jeduthun H3038 , A Psalm H4210 of David H1732 . Truly H389 my soul H5315 waiteth H1747 upon H413 God H430 : from H4480 him cometh my salvation H3444 .
2. सचमुच वही, मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है,
वह मेरा गढ़ है मैं अधिक डिगूँगा।
2. He H1931 only H389 is my rock H6697 and my salvation H3444 ; he is my defense H4869 ; I shall not H3808 be greatly H7227 moved H4131 .
3. तुम कब तक एक पुरुष पर धावा करते रहोगे,
कि सब मिलकर उसका घात करो?
वह तो झुकी हुई दीवार या गिरते हुए बाड़े के समान है।
3. How long H5704 H575 will ye imagine mischief H2050 against H5921 a man H376 ? ye shall be slain H7523 all H3605 of you : as a bowing H5186 wall H7023 shall ye be, and as a tottering H1760 fence H1447 .
4. सचमुच वे उसको, उसके ऊँचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं;
वे झूठ से प्रसन्‍न रहते हैं।
मुँह से तो वे आशीर्वाद देते पर मन में कोसते हैं। (सेला)
4. They only H389 consult H3289 to cast him down H5080 from his excellency H4480 H7613 : they delight H7521 in lies H3577 : they bless H1288 with their mouth H6310 , but they curse H7043 inwardly H7130 . Selah H5542 .
5. हे मेरे मन, परमेश्‍वर के सामने चुपचाप रह,
क्योंकि मेरी आशा उसी से है।
5. My soul H5315 , wait H1826 thou only H389 upon God H430 ; for H3588 my expectation H8615 is from H4480 him.
6. सचमुच वही मेरी चट्टान, और मेरा उद्धार है,
वह मेरा गढ़ है; इसलिए मैं डिगूँगा।
6. He H1931 only H389 is my rock H6697 and my salvation H3444 : he is my defense H4869 ; I shall not H3808 be moved H4131 .
7. मेरे उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्‍वर है;
मेरी दृढ़ चट्टान, और मेरा शरणस्थान परमेश्‍वर है।
7. In H5921 God H430 is my salvation H3468 and my glory H3519 : the rock H6697 of my strength H5797 , and my refuge H4268 , is in God H430 .
8. हे लोगों, हर समय उस पर भरोसा रखो;
उससे अपने-अपने मन की बातें खोलकर कहो*;
परमेश्‍वर हमारा शरणस्थान है। (सेला)
8. Trust H982 in him at all H3605 times H6256 ; ye people H5971 , pour out H8210 your heart H3824 before H6440 him: God H430 is a refuge H4268 for us. Selah H5542 .
9. सचमुच नीच लोग तो अस्थाई, और बड़े लोग मिथ्या ही हैं;
तौल में वे हलके निकलते हैं;
वे सब के सब साँस से भी हलके हैं।
9. Surely H389 men of low degree H1121 H120 are vanity H1892 , and men of high degree H1121 H376 are a lie H3577 : to be laid H5927 in the balance H3976 , they H1992 are altogether H3162 lighter than vanity H4480 H1892 .
10. अत्याचार करने पर भरोसा मत रखो,
और लूट पाट करने पर मत फूलो;
चाहे धन सम्पत्ति बढ़े, तो भी उस पर मन लगाना। (मत्ती 19:21-22, 1 तीमु. 6:17)
10. Trust H982 not H408 in oppression H6233 , and become not vain H1891 H408 in robbery H1498 : if H3588 riches H2428 increase H5107 , set H7896 not H408 your heart H3820 upon them .
11. परमेश्‍वर ने एक बार कहा है;
और दो बार मैंने यह सुना है:
कि सामर्थ्य परमेश्‍वर का है*
11. God H430 hath spoken H1696 once H259 ; twice H8147 have I heard H8085 this H2098 ; that H3588 power H5797 belongeth unto God H430 .
12. और हे प्रभु, करुणा भी तेरी है।
क्योंकि तू एक-एक जन को उसके काम के अनुसार फल देता है। (दानि. 9:9, मत्ती 16:27, रोम. 2:6, प्रका. 22:12) PE
12. Also unto thee , O Lord H136 , belongeth mercy H2617 : for H3588 thou H859 renderest H7999 to every man H376 according to his work H4639 .
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