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1. हे यहोवा, तूने मुझे जाँच कर जान लिया है। (रोम 8:27)
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1. To the chief Musician H5329 , A Psalm H4210 of David H1732 . O LORD H3068 , thou hast searched H2713 me , and known H3045 me .
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2. तू मेरा उठना और बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।
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2. Thou H859 knowest H3045 my downsitting H3427 and mine uprising H6965 , thou understandest H995 my thought H7454 afar off H4480 H7350 .
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3. मेरे चलने और लेटने की तू भली-भाँति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है।
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3. Thou compassest H2219 my path H734 and my lying down H7252 , and art acquainted H5532 with all H3605 my ways H1870 .
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4. हे यहोवा, मेरे मुँह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो।
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4. For H3588 there is not H369 a word H4405 in my tongue H3956 , but , lo H2005 , O LORD H3068 , thou knowest H3045 it altogether H3605 .
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5. तूने मुझे आगे-पीछे घेर रखा है*, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।
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5. Thou hast beset H6696 me behind H268 and before H6924 , and laid H7896 thine hand H3709 upon H5921 me.
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6. यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।
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6. Such knowledge H1847 is too wonderful H6383 for H4480 me ; it is high H7682 , I cannot H3808 H3201 attain unto it.
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7. मैं तेरे आत्मा से भागकर किधर जाऊँ? या तेरे सामने से किधर भागूँ?
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7. Whither H575 shall I go H1980 from thy spirit H4480 H7307 ? or whither H575 shall I flee H1272 from thy presence H4480 H6440 ?
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8. यदि मैं आकाश पर चढ़ूँ, तो तू वहाँ है! यदि मैं अपना खाट अधोलोक में बिछाऊँ तो वहाँ भी तू है!
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8. If H518 I ascend up H5266 into heaven H8064 , thou H859 art there H8033 : if I make my bed H3331 in hell H7585 , behold H2009 , thou art there .
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9. यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़कर समुद्र के पार जा बसूँ,
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9. If I take H5375 the wings H3671 of the morning H7837 , and dwell H7931 in the uttermost parts H319 of the sea H3220 ;
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10. तो वहाँ भी तू अपने हाथ से मेरी अगुआई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।
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10. Even H1571 there H8033 shall thy hand H3027 lead H5148 me , and thy right hand H3225 shall hold H270 me.
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11. यदि मैं कहूँ कि अंधकार में तो मैं छिप जाऊँगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अंधेरा हो जाएगा,
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11. If I say H559 , Surely H389 the darkness H2822 shall cover H7779 me ; even the night H3915 shall be light H216 about H1157 me.
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12. तो भी अंधकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अंधियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।
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12. Yea H1571 , the darkness H2822 hideth H2821 not H3808 from H4480 thee ; but the night H3915 shineth H215 as the day H3117 : the darkness H2825 and the light H219 are both alike to thee .
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13. तूने मेरे अंदरूनी अंगों को बनाया है; तूने मुझे माता के गर्भ में रचा।
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13. For H3588 thou H859 hast possessed H7069 my reins H3629 : thou hast covered H5526 me in my mother H517 's womb H990 .
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14. मैं तेरा धन्यवाद करूँगा, इसलिए कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूँ। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भाँति जानता हूँ। (प्रका. 15:3)
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14. I will praise H3034 thee; for H5921 H3588 I am fearfully H3372 and wonderfully H6395 made: marvelous H6381 are thy works H4639 ; and that my soul H5315 knoweth H3045 right well H3966 .
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15. जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी देह तुझसे छिपी न थीं।
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15. My substance H6108 was not H3808 hid H3582 from H4480 thee, when H834 I was made H6213 in secret H5643 , and curiously wrought H7551 in the lowest parts H8482 of the earth H776 .
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16. तेरी आँखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन-दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
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16. Thine eyes H5869 did see H7200 my substance , yet being unperfect H1564 ; and in H5921 thy book H5612 all H3605 my members were written H3789 , which in continuance H3117 were fashioned H3335 , when as yet there was none H3808 H259 of them.
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17. मेरे लिये तो हे परमेश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है!
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17. How H4100 precious H3365 also are thy thoughts H7454 unto me , O God H410 ! how H4100 great H6105 is the sum H7218 of them!
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18. यदि मैं उनको गिनता तो वे रेतकणों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूँ, तब भी तेरे संग रहता हूँ।
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18. If I should count H5608 them , they are more in number H7235 than the sand H4480 H2344 : when I awake H6974 , I am still H5750 with thee H5973 .
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19. हे परमेश्वर निश्चय तू दुष्ट को घात करेगा! हे हत्यारों, मुझसे दूर हो जाओ।
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19. Surely H518 thou wilt slay H6991 the wicked H7563 , O God H433 : depart H5493 from H4480 me therefore , ye bloody H1818 men H376 .
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20. क्योंकि वे तेरे विरुद्ध बलवा करते और छल के काम करते हैं; तेरे शत्रु तेरा नाम झूठी बात पर लेते हैं।
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20. For H834 they speak H559 against thee wickedly H4209 , and thine enemies H6145 take H5375 thy name in vain H7723 .
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21. हे यहोवा, क्या मैं तेरे बैरियों से बैर न रखूँ, और तेरे विरोधियों से घृणा न करूँ? (प्रका. 2:6)
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21. Do not H3808 I hate H8130 them , O LORD H3068 , that hate H8130 thee? and am not I grieved H6962 with those that rise up against H8618 thee?
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22. हाँ, मैं उनसे पूर्ण बैर रखता हूँ; मैं उनको अपना शत्रु समझता हूँ।
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22. I hate H8130 them with perfect H8503 hatred H8135 : I count H1961 them mine enemies H341 .
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23. हे परमेश्वर, मुझे जाँचकर जान ले! मुझे परखकर मेरी चिन्ताओं को जान ले!
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23. Search H2713 me , O God H410 , and know H3045 my heart H3824 : try H974 me , and know H3045 my thoughts H8312 :
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24. और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुआई कर! PE
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24. And see H7200 if H518 there be any wicked H6090 way H1870 in me , and lead H5148 me in the way H1870 everlasting H5769 .
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