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1. {बेन्हदद और अहाब युद्ध में उतरते हैं} PS बेन्हदद अराम का राजा था। उसने अपनी सारी सेना इकट्ठी की। उसके साथ बत्तीस राजा थे। उनके पास घोड़े और रथ थे। उन्होंने शोमरोन पर आक्रमण किया और उसके विरुद्ध लड़े।
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1. And Ben H1130 -hadad the king H4428 of Syria H758 gathered all his host together H6908 H853 H3605 H2428 : and there were thirty H7970 and two H8147 kings H4428 with H854 him , and horses H5483 , and chariots H7393 : and he went up H5927 and besieged H6696 H5921 Samaria H8111 , and warred H3898 against it.
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2. राजा ने नगर में इस्राएल के राजा अहाब के पास दूत भेजे।
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2. And he sent H7971 messengers H4397 to H413 Ahab H256 king H4428 of Israel H3478 into the city H5892 , and said H559 unto him, Thus H3541 saith H559 Ben H1130 -hadad,
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3. सूचना यह थी, “बेन्हदद कहता है, ‘तुम्हें अपना सोना—चाँदी मुझे देना पड़ेगा। तुम्हें अपनी पत्नियाँ और बच्चे भी मुझको देने होंगे।’ ” PEPS
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3. Thy silver H3701 and thy gold H2091 is mine ; thy wives H802 also and thy children H1121 , even the goodliest H2896 , are mine.
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4. इस्राएल के राजा ने उत्तर दिया, “ऐ मेरे स्वामी राजा! मैं स्वीकार करता हूँ कि अब मैं आपके अधीन हूँ और जो कुछ मेरा है वह आपका है।” PEPS
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4. And the king H4428 of Israel H3478 answered H6030 and said H559 , My lord H113 , O king H4428 , according to thy saying H1697 , I H589 am thine , and all H3605 that H834 I have.
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5. तब दूत अहाब के पास वापस आया। उन्होंने कहा, “बेन्हदद कहता है, ‘मैंने पहले ही तुमसे कहा था कि तुम्हें सारा सोना चाँदी तथा अपनी स्त्रियों, बच्चों को मुझको देना पड़ेगा।
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5. And the messengers H4397 came again H7725 , and said H559 , Thus H3541 speaketh H559 Ben H1130 -hadad, saying H559 , Although H3588 I have sent H7971 unto H413 thee, saying H559 , Thou shalt deliver H5414 me thy silver H3701 , and thy gold H2091 , and thy wives H802 , and thy children H1121 ;
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6. अब मैं अपने व्यक्तियों को भेजना चाहता हूँ जो महल में सर्वत्र और तुम्हारे आधीन शासन करने वाले और अधिकारियों के घरों में खोज करेंगे। मेरे व्यक्ति जो चाहेंगे लेंगे।’ ” PEPS
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6. Yet H3588 I will send H7971 H853 my servants H5650 unto H413 thee tomorrow H4279 about H518 this time H6256 , and they shall search H2664 H853 thine house H1004 , and the houses H1004 of thy servants H5650 ; and it shall be H1961 , that whatsoever H3605 is pleasant H4261 in thine eyes H5869 , they shall put H7760 it in their hand H3027 , and take it away H3947 .
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7. अत: राजा अहाब ने अपने देश के सभी अग्रजों (प्रमुखों) की एक बैठक बुलाई। अहाब ने कहा, “देखो बेन्हदद विपत्ति लाना चाहता है। प्रथम तो उसने मुझसे यह माँग की है कि मैं उसे अपनी पत्नियाँ, अपने बच्चे और अपना सोना—चाँदी दे दूँ। मैंने उसे वे चीजें देनी स्वीकार कर ली और अब वह सब कुछ लेना चाहता है।” PEPS
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7. Then the king H4428 of Israel H3478 called H7121 all H3605 the elders H2205 of the land H776 , and said H559 , Mark H3045 , I pray you H4994 , and see H7200 how H3588 this H2088 man seeketh H1245 mischief H7451 : for H3588 he sent H7971 unto H413 me for my wives H802 , and for my children H1121 , and for my silver H3701 , and for my gold H2091 ; and I denied H4513 H4480 him not H3808 .
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8. किन्तु अग्रजों (प्रमुखों) और सभी लोगों ने कहा, “उसका आदेश न मानो। वह न करो जिसे करने को वह कहता है।” PEPS
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8. And all H3605 the elders H2205 and all H3605 the people H5971 said H559 unto H413 him, Hearken H8085 not H408 unto him , nor H3808 consent H14 .
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9. इसलिये अहाब ने बेन्हदद को सन्देश भेजा। अहाब ने कहा, “मैं वह कर दूँगा जो तुमने पहले कहा था। किन्तु में तुम्हारे दूसरे आदेश का पालन नहीं कर सकता।” PEPS राजा बेन्हदद के दूत सन्देश राजा तक ले गये।
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9. Wherefore he said H559 unto the messengers H4397 of Ben H1130 -hadad, Tell H559 my lord H113 the king H4428 , All H3605 that H834 thou didst send H7971 for to H413 thy servant H5650 at the first H7223 I will do H6213 : but this H2088 thing H1697 I may H3201 not H3808 do H6213 . And the messengers H4397 departed H1980 , and brought H7725 him word H1697 again.
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10. तब वे बेन्हदद के अन्य सन्देश के साथ लौटे। सन्देश यह था, “मैं शोमरोन को पूरी तरह नष्ट करूँगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि उस नगर का कुछ भी नहीं बचेगा। उस नगर का इतना कुछ भी नहीं बचेगा कि वह हमारे व्यक्तियों के लिये नगर की यादगार के रूप में अपने घर ले जाने को पर्याप्त हो। परमेश्वर मुझे नष्ट कर दे यदि मैं ऐसा करूँ।” PEPS
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10. And Ben H1130 -hadad sent H7971 unto H413 him , and said H559 , The gods H430 do H6213 so H3541 unto me , and more H3254 also H3541 , if H518 the dust H6083 of Samaria H8111 shall suffice H5606 for handfuls H8168 for all H3605 the people H5971 that H834 follow H7272 me.
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11. राजा अहाब ने उत्तर दिया, “बेन्हदद से कहो कि उस व्यक्ति को, जिसने अपना कवच धारण किया हो, उस व्यक्ति की तरह डींग नहीं हाँकनी चाहिये जो उसे उतारने के लिये लम्बा जीवन जीता है।” PEPS
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11. And the king H4428 of Israel H3478 answered H6030 and said H559 , Tell H1696 him , Let not H408 him that girdeth H2296 on his harness boast himself H1984 as he that putteth it off H6605 .
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12. राजा बेन्हदद ने अपने अन्य प्रशासकों के साथ अपने तम्बू में मदिरा पान कर रहा था। उसी समय दूत आया और उसने राजा अहाब का सन्देश दिया। राजा बेन्हदद ने अपने व्यक्तियों को नगर पर आक्रमण करने के लिये तैयार होने को कहा। अत: सैनिक युद्ध के लिये अपना स्थान लेने बढ़े। PEPS
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12. And it came to pass H1961 , when Ben-hadad heard H8085 H853 this H2088 message H1697 , as he H1931 was drinking H8354 , he H1931 and the kings H4428 in the pavilions H5521 , that he said H559 unto H413 his servants H5650 , Set H7760 yourselves in array . And they set H7760 themselves in array against H5921 the city H5892 .
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13. इसी समय, एक नबी, राजा अहाब के पास पुहँचा। नबी ने कहा, “राजा अहाब यहोवा तुमसे कहता है, ‘क्या तुम उस बड़ी सेना को देखते हो! मैं यहोवा, आज तुम्हें उस सेना को हराने दूँगा। तब तुम जानोगे कि मैं यहोवा हूँ।’ ” PEPS
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13. And, behold H2009 , there came H5066 a H259 prophet H5030 unto H413 Ahab H256 king H4428 of Israel H3478 , saying H559 , Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Hast thou seen H7200 H853 all H3605 this H2088 great H1419 multitude H1995 ? behold H2009 , I will deliver H5414 it into thine hand H3027 this day H3117 ; and thou shalt know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 .
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14. अहाब ने कहा, “उन्हें पराजित करने के लिये तुम किसका उपयोग करोगे” PEPS नबी ने उत्तर दिया, “यहोवा कहता है, ‘सरकारी अधिकारियों के युवक सहायक।’ ” PEPS तब राजा ने पूछा, “मुख्य सेना का सेनापतित्व कौन सम्भालेगा” PEPS नबी ने उत्तर दिया, “तुम सम्भालेगा।” PEPS
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14. And Ahab H256 said H559 , By whom H4310 ? And he said H559 , Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Even by the young men H5288 of the princes H8269 of the provinces H4082 . Then he said H559 , Who H4310 shall order H631 the battle H4421 ? And he answered H559 , Thou H859 .
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15. अत: अहाब ने सरकारी अधिकारियों के युवक सहायकों को इकट्ठा किया। सब मिलाकर ये दो सौ बत्तीस युवक थे। तब राजा ने इस्राएल की सेना को एक साथ बुलाया। सारी संख्या सात हजार थी। PEPS
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15. Then he numbered H6485 H853 the young men H5288 of the princes H8269 of the provinces H4082 , and they were H1961 two hundred H3967 and thirty H7970 two H8147 : and after H310 them he numbered H6485 H853 all H3605 the people H5971 , even all H3605 the children H1121 of Israel H3478 , being seven H7651 thousand H505 .
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16. दोपहर को, राजा बेन्हदद और उसके सहायक बत्तीस राजा अपने डेरे में मदिरा पान कर रहे थे और मद मत्त हो रहे थे। इसी समय राजा अहाब का आक्रमण आरम्भ हुआ।
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16. And they went out H3318 at noon H6672 . But Ben H1130 -hadad was drinking H8354 himself drunk H7910 in the pavilions H5521 , he H1931 and the kings H4428 , the thirty H7970 and two H8147 kings H4428 that helped H5826 him.
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17. युवक सहायकों ने प्रथम आक्रमण किया। बेन्हदद ने व्यक्तियों ने उससे कहा कि सैनिक शोमरोन से बाहर निकल आये हैं।
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17. And the young men H5288 of the princes H8269 of the provinces H4082 went out H3318 first H7223 ; and Ben H1130 -hadad sent out H7971 , and they told H5046 him, saying H559 , There are men H376 come out H3318 of Samaria H4480 H8111 .
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18. अत: बेन्हदद ने कहा, “वे युद्ध करने के लिये आ रहै होंगे या वे शान्ति—सन्धि करने आ रहे होंगे। उन्हें जीवित पकड़ लो।” PEPS
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18. And he said H559 , Whether H518 they be come out H3318 for peace H7965 , take H8610 them alive H2416 ; or whether H518 they be come out H3318 for war H4421 , take H8610 them alive H2416 .
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19. राजा अहाब के युवक आक्रमण की पहल कर रहे थे। इस्राएल की सेना उनके पीछे चल रही थी।
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19. So these H428 young men H5288 of the princes H8269 of the provinces H4082 came out H3318 of H4480 the city H5892 , and the army H2428 which H834 followed H310 them.
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20. किन्तु इस्राएल के हर एक व्यक्ति ने उस पुरुष को मार डाला जो उसके विरुद्ध आया। अत: अराम के सैनिकों ने भागना आरम्भ किया। इस्राएल की सेना ने उनका पीछा किया। राजा बेन्हदद अपने रथों के एक घोड़े पर बैठकर भाग निकला।
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20. And they slew H5221 every one H376 his man H376 : and the Syrians H758 fled H5127 ; and Israel H3478 pursued H7291 them : and Ben H1130 -hadad the king H4428 of Syria H758 escaped H4422 on H5921 a horse H5483 with the horsemen H6571 .
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21. राजा अहाब सेना को लेकर आगे बढ़ा और उसने अराम की सेना के सारे घोड़ों और रथों को ले लिया। इस प्रकार राजा अहाब ने अरामी सेना को भारी पराजय दी। PEPS
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21. And the king H4428 of Israel H3478 went out H3318 , and smote H5221 H853 the horses H5483 and chariots H7393 , and slew H5221 the Syrians H758 with a great H1419 slaughter H4347 .
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22. तब नबी राजा अहाब के पास पहुँचा और कहा, “अराम का राजा बेन्हदद अगले बसन्त में तुमसे युद्ध करने के लिये फिर आयेगा। अत: तुम्हें अब घर लौट जाना चाहिये और अपनी सेना को पहले से अधिक शक्तिशाली बनाना चाहिये और उसके विरुद्ध सुरक्षा की सुनियोजित योजना बनानी चाहिये।” बेन्हदद पुन: आक्रमण करता है PS
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22. And the prophet H5030 came H5066 to H413 the king H4428 of Israel H3478 , and said H559 unto him, Go H1980 , strengthen thyself H2388 , and mark H3045 , and see H7200 H853 what H834 thou doest H6213 : for H3588 at the return H8666 of the year H8141 the king H4428 of Syria H758 will come up H5927 against H5921 thee.
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23. राजा बेन्हदद के अधिकारियों ने उससे कहा, “इस्राएल के देवता पर्वतीय देवता है। हम लोग पर्वतीय क्षेत्र में लड़े थे। इसलिये इस्राएल के लोग विजयी हुए। अतः हम लोग उनसे समतल मैदान में युद्ध करें। तब हम विजय पाएंगे।
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23. And the servants H5650 of the king H4428 of Syria H758 said H559 unto H413 him , Their gods H430 are gods H430 of the hills H2022 ; therefore H5921 H3651 they were stronger H2388 than H4480 we; but H199 let us fight H3898 against H854 them in the plain H4334 , and surely H518 , we shall be stronger H3808 H2388 than H4480 they.
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24. तुम्हें यही करना चाहिए। बत्तीस राजाओं को सेना का सेनापतित्व करने को अनुमति न दो। सेनापतियों को ही अपनी सेना का संचालन करने दो।
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24. And do H6213 this H2088 thing H1697 , Take the kings away H5493 H4428 , every man H376 out of his place H4480 H4725 , and put H7760 captains H6346 in their rooms H8478 :
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25. अब तुम वैसी ही सेना बनाओ जो नष्ट हुई सेना की तरह हो। उसी सेना की तरह घोड़े और रथ इकट्ठे करो। तब हम लोग इस्राएलियों से समतल मैदान में युद्ध करें। तब हम विजय प्राप्त करेंगे।” बेन्हदद ने उनकी सलाह मान ली। उसने वही किया जो उन्होंने कहा। PEPS
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25. And number H859 H4487 thee an army H2428 , like the army H2428 that thou hast lost H5307 H4480 H853 , horse H5483 for horse H5483 , and chariot H7393 for chariot H7393 : and we will fight against H3898 them in the plain H4334 , and surely H518 H3808 we shall be stronger H2388 than H4480 they . And he hearkened H8085 unto their voice H6963 , and did H6213 so H3651 .
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26. अत: बसन्त में बेन्हदद ने अराम के लोगों को इकट्ठा किया। वह इस्राएल के विरुद्ध युद्ध करने अपेक गया। PEPS
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26. And it came to pass H1961 at the return H8666 of the year H8141 , that Ben H1130 -hadad numbered H6485 H853 the Syrians H758 , and went up H5927 to Aphek H663 , to fight H4421 against H5973 Israel H3478 .
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27. इस्राएलियों ने भी युद्ध की तैयारी की। इस्राएल के लोग अराम की सेना से लड़ने गये। उन्होंने अपने डेरे अराम के डेरे के सामने डाले। शुत्र की तुलना में इस्राएली बकरियों के दो छोटे झुण्डों के समान दिखाई पड़ते थे किन्तु अराम की सेना सारे क्षेत्र को ढकी थी। PEPS
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27. And the children H1121 of Israel H3478 were numbered H6485 , and were all present H3557 , and went H1980 against H7121 them : and the children H1121 of Israel H3478 pitched H2583 before H5048 them like two H8147 little flocks H2835 of kids H5795 ; but the Syrians H758 filled H4390 H853 the country H776 .
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28. परमेश्वर का एक व्यक्ति इस सन्देश के साथ इस्राएल के राजा के पास आया: “यहोवा ने कहा है, ‘अराम के लोगों ने कहा है कि मैं अर्थात् यहोवा पर्वतों का परमेश्वर हूँ। वे समझते हैं कि घाटियों का परमेश्वर मैं नहीं हूँ। इसलिए मैं तुम्हें इस विशाल सेना को पराजित करने दूँगा। तब तुम समझोगे कि मैं यहोवा सर्वत्र हूँ।’ ” PEPS
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28. And there came H5066 a man H376 of God H430 , and spoke H559 unto H413 the king H4428 of Israel H3478 , and said H559 , Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Because H3282 H834 the Syrians H758 have said H559 , The LORD H3068 is God H430 of the hills H2022 , but he H1931 is not H3808 God H430 of the valleys H6010 , therefore will I deliver H5414 H853 all H3605 this H2088 great H1419 multitude H1995 into thine hand H3027 , and ye shall know H3045 that H3588 I H589 am the LORD H3068 .
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29. सेनायें सात दिन तक एक दूसरे के आमने सामने डेरा डाले रहीं। सातवें दिन युद्ध आरम्भ हुआ। इस्राएलियों ने एक दिन में अराम के एक लाख सैनिकों को मार डाला।
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29. And they pitched H2583 one H428 over against H5227 the other H428 seven H7651 days H3117 . And so it was H1961 , that in the seventh H7637 day H3117 the battle H4421 was joined H7126 : and the children H1121 of Israel H3478 slew H5221 of H853 the Syrians H758 a hundred H3967 thousand H505 footmen H7273 in one H259 day H3117 .
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30. बचे हुए सैनिक अपेक नगर को भाग गए। नगर प्राचीर उन सत्ताईस हजार सैनिकों पर गिर पड़ी। बेन्हदद भी नगर को भाग गया। वह एक कमरे में छिप गया।
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30. But the rest H3498 fled H5127 to Aphek H663 , into H413 the city H5892 ; and there a wall H2346 fell H5307 upon H5921 twenty H6242 and seven H7651 thousand H505 of the men H376 that were left H3498 . And Ben H1130 -hadad fled H5127 , and came H935 into H413 the city H5892 , into an inner chamber H2315 H2315 .
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31. उसके सेवकों ने उससे कहा, “हम लोगों ने सुना है कि इस्राएल कुल के राजा लोग दयालु हैं। हम लोग मोटे वस्त्र पहने और सिर पर रस्सी डाले। *हम लोगों … रस्सी डाले यह इस बात को प्रकट करता था कि वे अधीनता स्वीकार करते हैं और आत्मसर्मपण चाहते हैं। तब हम लोग इस्राएल के राजा के पास चलें। सभंव है, वह हमें जीवित रहने दे।” PEPS
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31. And his servants H5650 said H559 unto H413 him, Behold H2009 now H4994 , we have heard H8085 that H3588 the kings H4428 of the house H1004 of Israel H3478 are merciful H2617 kings H4428 : let us , I pray thee H4994 , put H7760 sackcloth H8242 on our loins H4975 , and ropes H2256 upon our heads H7218 , and go out H3318 to H413 the king H4428 of Israel H3478 : peradventure H194 he will save H2421 H853 thy life H5315 .
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32. उन्होंने मोटे वस्त्र पहने और रस्सी सिर पर डाली। वे इस्राएल के राजा के पास आए। उन्होंने कहा, “तुम्हारा सेवक बेन्हदद कहता है, ‘कृपया मुझे जीवित रहने दे।’ ” PEPS अहाब ने उत्तर दिया, “क्या वह अभी तक जीवित है वह मेरा भाई है।” †भाई है शान्ति—सन्धि करने वाले लोग प्राय: एक दूसरे को भाई कहते थे। वे मानों एक परिवार के हो। PEPS
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32. So they girded H2296 sackcloth H8242 on their loins H4975 , and put ropes H2256 on their heads H7218 , and came H935 to H413 the king H4428 of Israel H3478 , and said H559 , Thy servant H5650 Ben H1130 -hadad saith H559 , I pray thee H4994 , let me H5315 live H2421 . And he said H559 , Is he yet H5750 alive H2416 ? he H1931 is my brother H251 .
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33. बेन्हदद के व्यक्ति राजा अहाब से ऐसा कुछ कहलवाना चाहते थे, जिससे यह पता चले कि वह बेन्हदद को नहीं मारेगा। जब अहाब ने बेन्हदद को भाई कहा तो सलाहकारों ने तुरन्त कहा, “हाँ! बेन्हदद आपका भाई है।” PEPS अहाब ने कहा, “उसे मेरे पास लाओ।” अत: बेन्हदद राजा अहाब के पास आया। राजा अहाब ने अपने साथ उसे अपने रथ में बैठने को कहा। PEPS
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33. Now the men H376 did diligently observe H5172 whether any thing would come from H4480 him , and did hastily H4116 catch H2480 it : and they said H559 , Thy brother H251 Ben H1130 -hadad . Then he said H559 , Go H935 ye, bring H3947 him . Then Ben H1130 -hadad came forth H3318 to H413 him ; and he caused him to come up H5927 into H5921 the chariot H4818 .
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34. बेन्हदद ने उससे कहा, “अहाब मैं उन नगरों को तुम्हें दे दूँगा जिन्हें मेरे पिता ने तुम्हारे पिता से ले लिये थे और तुम दमिश्क में वैसे ही टुकाने रख सकते हो जैसे मेरे पिता ने शोमरोन में रखी थीं।” PEPS अहाब ने उत्तर दिया, “यदि तुम इसे स्वीकार करते हो तो मैं तुम्हें जाने के लिये स्वतन्त्र करता हूँ।” अत: दोनों राजाओं ने एक शान्ति—सन्धि की। तब राजा अहाब ने बेन्हदद को जाने के लिये स्वतन्त्र कर दिया। PS
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34. And Ben-hadad said H559 unto H413 him , The cities H5892 , which H834 my father H1 took H3947 from H4480 H854 thy father H1 , I will restore H7725 ; and thou shalt make H7760 streets H2351 for thee in Damascus H1834 , as H834 my father H1 made H7760 in Samaria H8111 . Then said Ahab , I H589 will send thee away H7971 with this covenant H1285 . So he made H3772 a covenant H1285 with him , and sent him away H7971 .
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35. {एक नबी अहाब के विरुद्ध भविष्यवाणी करता है} PS नबियों में से एक ने दूसरे नबी से कहा, “मुझ पर चोट करो!” उसने उससे यह करने के लिये कहा क्योंकि यहोवा ने ऐसा आदेश दिया था। किन्तु दूसरे नबी ने उस पर चोट करने से इन्कार कर दिया।
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35. And a certain H259 man H376 of the sons H4480 H1121 of the prophets H5030 said H559 unto H413 his neighbor H7453 in the word H1697 of the LORD H3068 , Smite H5221 me , I pray thee H4994 . And the man H376 refused H3985 to smite H5221 him.
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36. इसलिये पहले नबी ने कहा, “तुमने यहोवा के आदेस का पालन नहीं किया। अत: जब तुम इस स्थान को छोड़ोगे, एक सिंह तुम्हें मार डालेगा।” दूसरे नबी ने उस स्थान को छोड़ा और उसे एक सिंह ने मार डाला। PEPS
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36. Then said H559 he unto him, Because H3282 H834 thou hast not H3808 obeyed H8085 the voice H6963 of the LORD H3068 , behold H2009 , as soon as thou art departed H1980 from H4480 H853 me , a lion H738 shall slay H5221 thee . And as soon as he was departed H1980 from H4480 H681 him , a lion H738 found H4672 him , and slew H5221 him.
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37. प्रथम नबी दूसरे व्यक्ति के पास गया और कहा, “मुझ पर चोट करो।” उस व्यक्ति ने उस पर चोट की। नबी को चोट आई।
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37. Then he found H4672 another H312 man H376 , and said H559 , Smite H5221 me , I pray thee H4994 . And the man H376 smote H5221 him , so that in smiting H5221 he wounded H6481 him .
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38. अत: नबी ने अपने चेहरे पर एक वस्र लपेट लिया। इस प्रकार कोई यह नहीं समझ सकता था कि वह कौन है। वह नबी गया और उसने सड़क के किनारे राजा की प्रतीक्षा आरम्भ की।
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38. So the prophet H5030 departed H1980 , and waited H5975 for the king H4428 by H5921 the way H1870 , and disguised himself H2664 with ashes H666 upon H5921 his face H5869 .
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39. राजा उधर से निकला और नबी ने उससे कहा, “मैं युद्ध में लड़ने गया था। हमारे व्यक्तियों में से मेरे पास शत्रु सैनिक को लाया। उस व्यक्ति ने कहा, ‘इस व्यक्ति की पहरेदारी करो। यदि यह भाग गाय तो इसके स्थान पर तुम्हें अपना जीवन देना होगा या तुम्हें पचहत्तर पौंड चाँदी जुर्माने में देनी होगी।’
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39. And as H1961 the king H4428 passed by H5674 , he H1931 cried H6817 unto H413 the king H4428 : and he said H559 , Thy servant H5650 went out H3318 into the midst H7130 of the battle H4421 ; and, behold H2009 , a man H376 turned aside H5493 , and brought H935 a man H376 unto H413 me , and said H559 , Keep H8104 H853 this H2088 man H376 : if H518 by any means he be missing H6485 H6485 , then shall thy life H5315 be H1961 for H8478 his life H5315 , or H176 else thou shalt pay H8254 a talent H3603 of silver H3701 .
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40. किन्तु मैं अन्य कामों में व्यस्त हो गया। अतः वह व्यक्ति भाग निकला।” PEPS इस्राएल के राजा ने कहा, “तुमने कहा है कि तुम सैनिक को भाग जाने देने के अपराधी हो। अत: तुमको उत्तर मालूम है। तुम्हें वही करना चाहिये जिसे करने को उस व्यक्ति ने कहा है।” PEPS
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40. And as thy servant H5650 was H1961 busy H6213 here H2008 and there H2008 , he H1931 was gone H369 . And the king H4428 of Israel H3478 said H559 unto H413 him, So H3651 shall thy judgment H4941 be ; thyself H859 hast decided H2782 it .
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41. तब नबी ने अपने मुख से कपड़े को हटाया। इस्राएल के राजा ने देखा और यह जान लिया कि वह नबियों में से एक है।
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41. And he hasted H4116 , and took H5493 H853 the ashes H666 away from H4480 H5921 his face H5869 ; and the king H4428 of Israel H3478 discerned H5234 him that H3588 he H1931 was of the prophets H4480 H5030 .
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42. तब नबी ने राजा से कहा, “यहोवा तुमसे यह कहता है, ‘तुमने उस व्यक्ति को स्वतन्त्र किया जिसे मैंने मर जाने को कहा। अत: उसका स्थान तुम लोगे, तुम मर जाओगे और तुम्हारे लोग दुश्मनों का स्थान लेंगे, तुम्हारे लोग मरेंगे।’ ” PEPS
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42. And he said H559 unto H413 him, Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Because H3282 thou hast let go H7971 out of thy hand H4480 H3027 H853 a man H376 whom I appointed to utter destruction H2764 , therefore thy life H5315 shall go H1961 for H8478 his life H5315 , and thy people H5971 for H8478 his people H5971 .
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43. तब राजा अपने घर शोमरोन लौट गया। वह बहुत परेशान और घबराया हुआ था। PE
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43. And the king H4428 of Israel H3478 went H1980 to H5921 his house H1004 heavy H5620 and displeased H2198 , and came H935 to Samaria H8111 .
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