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1. {आसा के अन्तिम वर्ष} PS आसा के राज्यकाल के छत्तीसवें वर्ष *राज्यकाल के छत्तीसवें वर्ष लगभग ई.पू. 879 बाशा ने यहूदा देश पर आक्रमण किया। बाशा इस्राएल का राजा था। वह रामा नगर में गया और इसे एक किले के रूप में बनाया। बाशा ने रामा नगर का उपयोग यहूदा के राजा आसा के पास जाने और उसके पास से लोगों को आने से रोकने के लिये किया।
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1. In the six H8337 and thirtieth H7970 year H8141 of the reign H4438 of Asa H609 Baasha H1201 king H4428 of Israel H3478 came up H5927 against H5921 Judah H3063 , and built H1129 H853 Ramah H7414 , to the intent that he might let H5414 none H1115 go out H3318 or come in H935 to Asa H609 king H4428 of Judah H3063 .
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2. आसाने यहोवा के मन्दिर के कोषागार में रखे हुए चाँदी और सोने को लिया और उसने राजमहल से चाँदी सोना लिया। तब आसा ने बेन्हदद को सन्देश भेजा। बेन्हदद अराम का राजा था और दमिश्क नगर में रहता था। आसा का सन्देश था:
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2. Then Asa H609 brought out H3318 silver H3701 and gold H2091 out of the treasures H4480 H214 of the house H1004 of the LORD H3068 and of the king H4428 's house H1004 , and sent H7971 to H413 Ben H1130 -hadad king H4428 of Syria H758 , that dwelt H3427 at Damascus H1834 , saying H559 ,
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3. “बेन्हदद मेरे और अपने बीच एक सन्धि होने दो। इस सन्धि को वैसे ही होने दो जैसा वह हमारे पिता और तुम्हारे पिता के बीच की गई थी। ध्यान दो, मैं तुम्हारे पास चाँदी सोना भेज रहा हूँ। अब तुम इस्राएल के राजा बाशा के साथ की गई सन्धि को तोड़ दो जिससे वह मुझे मुक्त छोड़ देगा और मुझे परेशान करना बन्द कर देगा।” PEPS
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3. There is a league H1285 between H996 me and thee , as there was between H996 my father H1 and thy father H1 : behold H2009 , I have sent H7971 thee silver H3701 and gold H2091 ; go H1980 , break H6565 thy league H1285 with H854 Baasha H1201 king H4428 of Israel H3478 , that he may depart H5927 from H4480 H5921 me.
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4. बेन्हदद ने आसा की बात मान ली। बेन्हदद ने अपनी सेना के सेनापतियों को इस्राएल के नगरों पर आक्रमण करने के लिये भेजा। इन सेनापतियों ने इय्योन, दान और आबेल्लैम नगरों पर आक्रमण किया। उन्होंने नप्ताली देश में उन सभी नगरों पर आक्रमण किया जहाँ खजाने रखे थे।
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4. And Ben H1130 -hadad hearkened H8085 unto H413 king H4428 Asa H609 , and sent H7971 H853 the captains H8269 of his H834 armies H2428 against H413 the cities H5892 of Israel H3478 ; and they smote H5221 H853 Ijon H5859 , and Dan H1835 , and Abel H66 -maim , and all H3605 the store H4543 cities H5892 of Naphtali H5321 .
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5. बाशा ने इस्राएल के नगरों पर आक्रमण की बात सुनी। इसलिए उसने रामा में किला बनाने का काम रोक दिया और अपना काम छोड़ दिया।
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5. And it came to pass H1961 , when Baasha H1201 heard H8085 it , that he left off H2308 building H4480 H1129 H853 of Ramah H7414 , and let H853 his work H4399 cease H7673 .
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6. तब राजा आसा ने यहूदा के सभी लोगों को इकट्ठा किया। वे रामा नगर को गये और लकड़ी तथा पत्थर उठा लाए जिनका उपयोग बाशा ने किला बनाने के लिये किया था। आसा और यहूदा के लोगों ने पत्थरों और लकड़ी का उपयोग गेवा और मिस्पा नगरों को अधिक मजबूत बनाने के लिये किया। PEPS
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6. Then Asa H609 the king H4428 took H3947 H853 all H3605 Judah H3063 ; and they carried away H5375 H853 the stones H68 of Ramah H7414 , and the timber H6086 thereof, wherewith H834 Baasha H1201 was building H1129 ; and he built H1129 therewith H853 Geba H1387 and Mizpah H4709 .
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7. उस समय दृष्टा हनानी यहूदा के राजा आसा के पास आया। हनानी ने उससे कहा, “आसा, तुम सहायता के लिये अराम के राजा पर आश्रित हुए, अपने यहोवा परमेश्वर पर नहीं। तुम्हें यहोवा पर आश्रित रहना चाहिये था। तुम याहोवा पर सहायता के लिये आश्रित नहीं रहे अतः अराम के राजा की सेना तुमसे भाग निकली।
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7. And at that H1931 time H6256 Hanani H2607 the seer H7203 came H935 to H413 Asa H609 king H4428 of Judah H3063 , and said H559 unto H413 him , Because thou hast relied H8172 on H5921 the king H4428 of Syria H758 , and not H3808 relied H8172 on H5921 the LORD H3068 thy God H430 , therefore H5921 H3651 is the host H2428 of the king H4428 of Syria H758 escaped H4422 out of thine hand H4480 H3027 .
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8. कूश और लूबी अति विशाल और शक्तिशाली सेना रखते थे। उनेक पास अनेक रथ और सारथी थे। किन्तु आसा, तुम उस विशाल शक्तिशाली सेना को हराने में सहायता के लिये यहोवा पर आश्रित हुए और यहोवा ने तुम्हें उनको हराने दिया।
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8. Were H1961 not H3808 the Ethiopians H3569 and the Lubims H3864 a huge H7230 host H2428 , with very H3966 many H7235 chariots H7393 and horsemen H6571 ? yet , because thou didst rely H8172 on H5921 the LORD H3068 , he delivered H5414 them into thine hand H3027 .
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9. यहोवा की आँखे सारी पृथ्वी पर उन लोगों को देखती फिरती है जो उसके प्रति श्रद्धालु हैं जिससे वह उन लोगों को शक्तिशाली बना सके। आसा, तुमने मूर्खतापूर्ण काम किया। इसलिये अब से लेकर आगे तक तुमसे युद्ध होंगे।” PEPS
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9. For H3588 the eyes H5869 of the LORD H3068 run to and fro H7751 throughout the whole H3605 earth H776 , to show himself strong H2388 in the behalf of H5973 them whose heart H3824 is perfect H8003 toward H413 him. Herein H5921 H2063 thou hast done foolishly H5528 : therefore H3588 from henceforth H4480 H6258 thou shalt have H3426 wars H4421 .
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10. आसा हनानी पर उस बात से क्रोधित हुआ जो उसने कहा। आसा इतना क्रोध से पागल हो उठा कि उसने हनानी को बन्दीगृह में डाल दिया। आसा उस समय कुछ लोगों के साथ नीचता और कठोरता का व्यवहार करता था। PEPS
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10. Then Asa H609 was wroth H3707 with H413 the seer H7203 , and put H5414 him in a prison H4115 house H1004 ; for H3588 he was in a rage H2197 with H5973 him because of H5921 this H2063 thing . And Asa H609 oppressed H7533 some of H4480 the people H5971 the same H1931 time H6256 .
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11. आसा ने जो कुछ आरम्भ से अन्त तक किया। वह इस्राएल और यहुदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा है।
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11. And, behold H2009 , the acts H1697 of Asa H609 , first H7223 and last H314 , lo H2009 , they are written H3789 in H5921 the book H5612 of the kings H4428 of Judah H3063 and Israel H3478 .
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12. आसा का पैर उसके राज्यकाल के उनतालीसवें वर्ष †राज्यकाल के उनतालीसवें वर्ष लगभग ई.पू. 875 में रोगग्रस्त हो गया। उसका रोग बहुत बुरा था किन्तु उसने यहोवा से सहायाता नहीं चाही। आसा ने वैद्यों से सहायता चाही।
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12. And Asa H609 in the thirty H7970 and ninth H8672 year H8141 of his reign H4438 was diseased H2456 in his feet H7272 , until H5704 his disease H2483 was exceeding H4605 great : yet H1571 in his disease H2483 he sought H1875 not H3808 H853 to the LORD H3068 , but H3588 to the physicians H7495 .
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13. आसा अपने राज्यकाल के इकतालीसवें वर्ष में मरा और इस प्रकार आसा ने अपने पूर्वजों के साथ विश्राम किया।
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13. And Asa H609 slept H7901 with H5973 his fathers H1 , and died H4191 in the one H259 and fortieth H705 year H8141 of his reign H4427 .
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14. लोगों ने आसा को उसकी अपनी कब्र में दफनाय जिसे उसने स्वयं दाऊद के नगर में बनाया था। लोगों ने उसे एक अन्तिम शैया पर रखा जिस पर सुगन्धित द्रव्य और विभिन्न प्रकार के मिले इत्र रखे थे। लोगों ने आसा का सम्मान करने के लिये आग की महाज्वाला की। ‡लोगों ने … महाज्वाला की सम्भवत: इसका तात्पर्य है कि आसा के सम्मान में लोगों ने सुगन्धित द्रव्य जलाए, किन्तु इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि उन्होंने उसके शरीर को जलाया। PE
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14. And they buried H6912 him in his own sepulchers H6913 , which H834 he had made H3738 for himself in the city H5892 of David H1732 , and laid H7901 him in the bed H4904 which H834 was filled H4390 with sweet odors H1314 and divers kinds H2177 of spices prepared by the apothecaries' art H7543 H4842 H4639 : and they made H8313 a very H5704 H3966 great H1419 burning H8316 for him.
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