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1. यिप्तह गिलाद के परिवार समूह से था। वह एक शक्तिशाली योद्धा था। किन्तु यिप्तह एक वेश्या का पुत्र था। उसका पिता गिलाद नाम का व्यक्ति था।
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1. Now Jephthah H3316 the Gileadite H1569 was H1961 a mighty man H1368 of valor H2428 , and he H1931 was the son H1121 of a harlot H802 H2181 : and Gilead H1568 begot H3205 H853 Jephthah H3316 .
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2. गिलाद की पत्नी के अनेक पुत्र थे। जब वे पुत्र बड़े हुए तो उन्होंने यिप्तह को पसन्द नहीं किया। उन पुत्रों ने यिप्तह को अपने जन्म के नगर को छोड़ने के लिये विवश किया। उन्होंने उससे कहा, “तुम हमारे पिता की सम्पत्ति में से कुछ भी नहीं पा सकते। तुम दूसरी स्त्री के पुत्र हो।”
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2. And Gilead H1568 's wife H802 bore H3205 him sons H1121 ; and his wife H802 's sons H1121 grew up H1431 , and they thrust out H1644 H853 Jephthah H3316 , and said H559 unto him , Thou shalt not H3808 inherit H5157 in our father H1 's house H1004 ; for H3588 thou H859 art the son H1121 of a strange H312 woman H802 .
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3. इसलिये यिप्तह अपने भाईयों के कारण दूर चला गया। वह तोब प्रदेश में रहता था। तोब प्रदेश में कुछ उपद्रवी लोग यिप्तह का अनुसरण करने लगे। PEPS
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3. Then Jephthah H3316 fled H1272 from H4480 H6440 his brethren H251 , and dwelt H3427 in the land H776 of Tob H2897 : and there were gathered H3950 vain H7386 men H376 to H413 Jephthah H3316 , and went out H3318 with H5973 him.
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4. कुछ समय बाद अम्मोनी लोग इस्राएल के लोगों से लड़े।
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4. And it came to pass H1961 in process of time H4480 H3117 , that the children H1121 of Ammon H5983 made war H3898 against H5973 Israel H3478 .
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5. अम्मोनी लोग इस्राएल के लोगों के विरूद्ध लड़ रहे थे। इसलिये गिलाद प्रदेश के अग्रज(प्रमुख) यिप्तह के पास आए। वे चाहते थे कि यिप्तह तोब प्रदेश को छोड़ दे और गिलाद प्रदेश में लौट आए। PEPS
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5. And it was H1961 so , that when H834 the children H1121 of Ammon H5983 made war H3898 against H5973 Israel H3478 , the elders H2205 of Gilead H1568 went H1980 to fetch H3947 H853 Jephthah H3316 out of the land H4480 H776 of Tob H2897 :
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6. प्रमुखों ने यिप्तह से कहा, “आओ, हमारे प्रमुख बनों, जिससे हम लोग अम्मोनियों के साथ लड़ सकें।” PEPS
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6. And they said H559 unto Jephthah H3316 , Come H1980 , and be H1961 our captain H7101 , that we may fight H3898 with the children H1121 of Ammon H5983 .
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7. किन्तु यिप्तह ने गिलाद प्रदेश के अग्रजों (प्रमुखों) से कहा, “क्या यह सत्य नहीं कि तुम लोग मुझसे घृणा करते हो? तुम लोगों ने मुझे अपने पिता का घर छोड़ने के लिये विवश किया। अत: जब तुम विपत्ति में हो तो मेरे पास क्यों आ रहे हो।?” PEPS
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7. And Jephthah H3316 said H559 unto the elders H2205 of Gilead H1568 , Did not H3808 ye H859 hate H8130 me , and expel H1644 me out of my father H1 's house H4480 H1004 ? and why H4069 are ye come H935 unto H413 me now H6258 when H834 ye are in distress H6862 ?
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8. गिलाद प्रदेश के अग्रजों ने यिप्तह से कहा, “यही कारण है जिससे हम अब तुम्हारे पास आए हैं। कृपया हम लोगों के साथ आओ और अम्मोनी लोगों के विरुद्ध लड़ो। तुम उन सभी लोगों के सेनापति होगे जो गिलाद प्रदेश में रहते हैं।” PEPS
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8. And the elders H2205 of Gilead H1568 said H559 unto H413 Jephthah H3316 , Therefore H3651 we turn again H7725 to H413 thee now H6258 , that thou mayest go H1980 with H5973 us , and fight H3898 against the children H1121 of Ammon H5983 , and be H1961 our head H7218 over all H3605 the inhabitants H3427 of Gilead H1568 .
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9. तब यिप्तह ने गिलाद प्रदेश के अग्रजों से कहा, “यदि तुम लोग चाहते हो कि मैं गिलाद को लौटूँ और अम्मोनी लोगों के विरूद्ध लड़ूँ तो यह बहुत अच्छी बात है। किन्तु यदि यहोवा मुझे विजय पाने में सहायता करे तो मैं तुम्हारा नया प्रमुख बनूँगा।” PEPS
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9. And Jephthah H3316 said H559 unto H413 the elders H2205 of Gilead H1568 , If H518 ye H859 bring me home again H7725 H853 to fight H3898 against the children H1121 of Ammon H5983 , and the LORD H3068 deliver H5414 them before H6440 me , shall I H595 be H1961 your head H7218 ?
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10. गिलाद प्रदेश के अग्रजों ने यिप्तह से कहा, “हम लोग जो बाते कर रहे हैं, यहोवा वह सब सुन रहा है। हम लोग यह सब करने की प्रतिज्ञा कर रहे हैं जो तुम हमें करने को कह रहे हो।” PEPS
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10. And the elders H2205 of Gilead H1568 said H559 unto H413 Jephthah H3316 , The LORD H3068 be H1961 witness H8085 between H996 us, if H518 we do H6213 not H3808 so H3651 according to thy words H1697 .
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11. अत: यिप्तह गिलाद के अग्रजों के साथ गया। उन लोगों ने यिप्तह को अपना प्रमुख तथा सेनापति बनाया। यिप्तह ने मिस्पा नगर में यहोवा के सामने अपनी सभी बातें दुहरायी। PS
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11. Then Jephthah H3316 went H1980 with H5973 the elders H2205 of Gilead H1568 , and the people H5971 made H7760 him head H7218 and captain H7101 over H5921 them : and Jephthah H3316 uttered H1696 H853 all H3605 his words H1697 before H6440 the LORD H3068 in Mizpeh H4709 .
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12. {यिप्तह अम्मोनी राजा के पास सन्देश भेजता है} PS यिप्तह ने अम्मोनी राजा के पास दूत भेजा। दूत ने राजा को यह सन्देश दिया: “अम्मोनी और इस्राएल के लोगों के बीच समस्या क्या है? तुम हमारे प्रदेश में लड़ने क्यों आए हो?” PEPS
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12. And Jephthah H3316 sent H7971 messengers H4397 unto H413 the king H4428 of the children H1121 of Ammon H5983 , saying H559 , What H4100 hast thou to do with me, that H3588 thou art come H935 against H413 me to fight H3898 in my land H776 ?
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13. अम्मोनी लोगों के राजा ने यिप्तह के दूत से कहा, “हम लोग इस्राएल के लोगों से इसलिए लड़ रहे हैं क्योंकि इस्राएल के लोगों ने हमारी भूमि तब ले ली जब वे मिस्र से आए थे। उन्होंने हमारी भूमि अर्नोन नदी से यब्बोक नदी और वहाँ से यरदन नदी तक ले ली और अब इस्राएल के लोगों से कहो कि वे हमारी भूमि हमें शान्तिपूर्वक वापस दे दें।” PEPS
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13. And the king H4428 of the children H1121 of Ammon H5983 answered H559 unto H413 the messengers H4397 of Jephthah H3316 , Because H3588 Israel H3478 took away H3947 H853 my land H776 , when they came up H5927 out of Egypt H4480 H4714 , from Arnon H4480 H769 even unto H5704 Jabbok H2999 , and unto H5704 Jordan H3383 : now H6258 therefore restore those lands again H7725 H853 peaceably H7965 .
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14. अत: यिप्तह का दूत यह सन्देश यिप्तह के पास वापस ले गया। *अत: यिप्तह … गया यह वाक्य प्राचीन यूनानी अनुवाद से हैं। हिब्रू पाठ में यह वाक्य नहीं है। तब यिप्तह ने अम्मोनी लोगों के राजा के पास फिर दूत भेजे।
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14. And Jephthah H3316 sent H7971 messengers H4397 again H3254 H5750 unto H413 the king H4428 of the children H1121 of Ammon H5983 :
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15. वे यह सन्देश ले गएः “यप्तह यह कह रहा है। इस्राएल ने मोआब के लोगों या अम्मोन के लोगों की भूमि नहीं ली।
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15. And said H559 unto him, Thus H3541 saith H559 Jephthah H3316 , Israel H3478 took not away H3947 H3808 H853 the land H776 of Moab H4124 , nor the land H776 of the children H1121 of Ammon H5983 :
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16. जब इस्राएल के लोग मिस्र देश से बाहर आए तो इस्राएल के लोग मरुभूमि में गए थे। इस्राएल के लोग लाल सागर को गए। तब वे उस स्थान पर गए जिसे कादेश कहा जाता है।
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16. But H3588 when Israel H3478 came up H5927 from Egypt H4480 H4714 , and walked H1980 through the wilderness H4057 unto H5704 the Red H5488 sea H3220 , and came H935 to Kadesh H6946 ;
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17. इस्राएल के लोगों ने एदोम प्रदेश के राजा के पास दूत भेजे थे।। दूतों ने कृपा की याचना की थी। उन्होंने कहा था, ‘इस्राएल के लोगों को अपने प्रदेश से गुजर जाने दो।’ किन्तु एदोम के राजा ने अपने देश से हमें नहीं जाने दिया। हम लोगों ने वही सन्देश मोआब के राजा के पास भेजा। किन्तु मोआब के राजा ने भी अपने प्रदेश से होकर नहीं जाने दिया। इसलिए इस्राएल के लोग कादेश में ठहरे रहे।
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17. Then Israel H3478 sent H7971 messengers H4397 unto H413 the king H4428 of Edom H123 , saying H559 , Let me , I pray thee H4994 , pass H5674 through thy land H776 : but the king H4428 of Edom H123 would not H3808 hearken H8085 thereto . And in like manner H1571 they sent H7971 unto H413 the king H4428 of Moab H4124 : but he would H14 not H3808 consent : and Israel H3478 abode H3427 in Kadesh H6946 .
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18. “तब इस्राएल के लोग मरूभूमि में गए और एदोम प्रदेश तथा मोआब प्रदेश की छोरों के चारों ओर चक्कर काटते रहे। इस्राएल के लोगों ने मोआब प्रदेश के पूर्व की तरफ से यात्रा की । उन्होंने अपना डेरा अर्नोन नदी की दूसरी ओर डाला। उन्होंने मोआब की सीमा को पार नहीं किया। (अर्नोन नदी मोआब के प्रदेश की सीमा थी।)
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18. Then they went along H1980 through the wilderness H4057 , and compassed H5437 H853 the land H776 of Edom H123 , and the land H776 of Moab H4124 , and came H935 by the east side H4480 H4217 H8121 of the land H776 of Moab H4124 , and pitched H2583 on the other side H5676 of Arnon H769 , but came H935 not H3808 within the border H1366 of Moab H4124 : for H3588 Arnon H769 was the border H1366 of Moab H4124 .
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19. “तब इस्राएल के लोगों ने एमोरी लोगों के राजा सीहोन के पास दूत भेजे। सीहोन हेश्बोन नगर का राजा था। दूतों ने सीहोन से माँग की, ‘इस्राएल के लोगों को अपने प्रदेश से गुजर जाने दो। हम लोग अपने प्रदेश में जाना चाहते हैं।
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19. And Israel H3478 sent H7971 messengers H4397 unto H413 Sihon H5511 king H4428 of the Amorites H567 , the king H4428 of Heshbon H2809 ; and Israel H3478 said H559 unto him , Let us pass H5674 , we pray thee H4994 , through thy land H776 into H5704 my place H4725 .
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20. किन्तु एमोरी लोगों के राजा सीहोन ने इस्राएल के लोगों को अपनी सीमा पार नहीं करने दी। सीहोन ने अपने सभी लोगों को इकट्ठा किया और यहस पर अपना डेरा डाला। तब एमोरी लोग इस्राएल के लोगों के साथ लड़े।
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20. But Sihon H5511 trusted H539 not H3808 H853 Israel H3478 to pass H5674 through his coast H1366 : but Sihon H5511 gathered all his people together H622 H853 H3605 H5971 , and pitched H2583 in Jahaz H3096 , and fought H3898 against H5973 Israel H3478 .
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21. किन्तु यहोवा इस्राएल के लोगों का परमेश्वर ने, इस्राएल के लोगों की सहायता, सीहोन और उसकी सेना को हराने में की। एमोरी लोगों की सारी भूमि इस्राएल के लोगों की सम्पत्ति बन गई।
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21. And the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 delivered H5414 H853 Sihon H5511 and all H3605 his people H5971 into the hand H3027 of Israel H3478 , and they smote H5221 them : so Israel H3478 possessed H3423 H853 all H3605 the land H776 of the Amorites H567 , the inhabitants H3427 of that H1931 country H776 .
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22. इस प्रकार इस्राएल के लोगों ने एमोरी लोगों का सारा प्रदेश पाया। यह प्रदेश अर्नोन नदी से यब्बोक नदी तक था। यह प्रदेश मरुभूमि से यरदन नदी तक था।
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22. And they possessed H3423 H853 all H3605 the coasts H1366 of the Amorites H567 , from Arnon H4480 H769 even unto H5704 Jabbok H2999 , and from H4480 the wilderness H4057 even unto H5704 Jordan H3383 .
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23. “यह यहोवा, इस्राएल का परमेश्वर था जिसने एमोरी लोगों को अपना देश छोड़ने के लिये बलपूर्वक विवश किया और यहोवा ने वह प्रदेश इस्राएल के लोगों को दिया। क्या तुम सोचते हो कि तुम इस्राएल के लोगों से यह छुड़वा दोगे?
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23. So now H6258 the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 hath dispossessed H3423 H853 the Amorites H567 from before H4480 H6440 his people H5971 Israel H3478 , and shouldest thou H859 possess H3423 it?
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24. निश्चय ही, तुम उस प्रदेश में रह सकते हो जिसे तुम्हारे देवता कमोश ने तुम्हें दिया है। इसलिए हम लोग उस प्रदेश में रहेंगे, जिसे यहोवा, हमारे परमेश्वर ने हमें दिया है।
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24. Wilt not H3808 thou possess H3423 H853 that which H834 Chemosh H3645 thy god H430 giveth thee to possess H3423 ? So whomsoever H3605 H834 the LORD H3068 our God H430 shall drive out H3423 from before H4480 H6440 us , them will we possess H3423 .
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25. क्या तुम सिप्पोर नामक व्यक्ति के पुत्र बालाक से अधिक अच्छे हो? वह मोआब प्रदेश का राजा था। क्या उसने इस्राएल के लोगों से बहस की? क्या वह सचमुच इस्राएल के लोगों से लड़ा?
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25. And now H6258 art thou H859 any thing better H2896 H2896 than Balak H4480 H1111 the son H1121 of Zippor H6834 , king H4428 of Moab H4124 ? did he ever strive H7378 H7378 against H5973 Israel H3478 , or H518 did he ever fight H3898 H3898 against them,
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26. इस्राएल के लोग हेश्बोन और उसके चारों ओर के नगरों में तीन सौ वर्ष तक रह चुके हैं। इस्राएल के लोग अरोएर नगर और उसके चारों ओर के नगर में तीन सौ वर्ष तक रह चुके हैं। इस्राएल के लोग अर्नोन नदी के किनारे के सभी नगरों में तीन सौ वर्ष तक रह चुके हैं। तुमने इस समय में, इन नगरों को वापस लेने का प्रयत्न क्यों नहीं किया?
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26. While Israel H3478 dwelt H3427 in Heshbon H2809 and her towns H1323 , and in Aroer H6177 and her towns H1323 , and in all H3605 the cities H5892 that H834 be along by H5921 the coasts H3027 of Arnon H769 , three H7969 hundred H3967 years H8141 ? why H4069 therefore did ye not H3808 recover H5337 them within that H1931 time H6256 ?
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27. इस्राएल के लोगों ने किसी के विरुद्ध कोई पाप नहीं किया है। किन्तु तुम इस्राएल के लोगों के विरुद्ध बहुत बड़ी बुराई कर रहे हो। यहोवा को, जो सच्चा न्यायाधीश है, निश्चय करने दो कि इस्राएल के लोग ठीक रास्ते पर हैं या अम्मोनी लोग।” PS
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27. Wherefore I H595 have not H3808 sinned H2398 against thee , but thou H859 doest H6213 me wrong H7451 to war H3898 against me : the LORD H3068 the Judge H8199 be judge H8199 this day H3117 between H996 the children H1121 of Israel H3478 and the children H1121 of Ammon H5983 .
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28. अम्मोनी लोगों के राजा ने यिप्तह के इस सन्देश को अनसुना किया। PS
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28. Howbeit the king H4428 of the children H1121 of Ammon H5983 hearkened H8085 not H3808 unto H413 the words H1697 of Jephthah H3316 which H834 he sent H7971 H413 him.
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29. {यिप्तह की प्रतिज्ञा} PS तब यहोवा की आत्मा यिप्तह पर उतरी। यिप्तह गिलाद प्रदेश और मनश्शे के प्रदेश से गुज़रा। वह गिलाद प्रदेश में मिस्पे नगर को गया। गिलाद प्रदेश के मिस्पे नगर को पार करता हुआ यिप्तह, अम्मोनी लोगों के प्रदेश में गया। PEPS
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29. Then the Spirit H7307 of the LORD H3068 came H1961 upon H5921 Jephthah H3316 , and he passed over H5674 H853 Gilead H1568 , and Manasseh H4519 , and passed over H5674 H853 Mizpeh H4708 of Gilead H1568 , and from Mizpeh H4480 H4708 of Gilead H1568 he passed over H5674 unto the children H1121 of Ammon H5983 .
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30. यिप्तह ने यहोवा को वचन दिया। उसने कहा, “यदि तू एमोरी लोगों को मुझे हराने देता है।
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30. And Jephthah H3316 vowed H5087 a vow H5088 unto the LORD H3068 , and said H559 , If H518 thou shalt without fail deliver H5414 H5414 H853 the children H1121 of Ammon H5983 into mine hands H3027 ,
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31. तो मैं उस पहली चीज़ को तुझे भेंट करूँगा जो मेरी विजय से लौटने के समय मेरे घर से बाहर आएगी। मैं इसे यहोवा को होमबलि के रूप में दूँगा।” PEPS
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31. Then it shall be H1961 , that whatsoever H834 cometh forth H3318 of the doors H4480 H1817 of my house H1004 to meet H7125 me , when I return H7725 in peace H7965 from the children H4480 H1121 of Ammon H5983 , shall surely be H1961 the LORD H3068 's , and I will offer it up H5927 for a burnt offering H5930 .
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32. तब यिप्तह अम्मोनी लोगों के प्रदेश में गया। यिप्तह अम्मोनी लोगों से लड़ा। यहोवा ने अम्मोनी लोगों को हराने में उसकी सहायता की।
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32. So Jephthah H3316 passed over H5674 unto H413 the children H1121 of Ammon H5983 to fight H3898 against them ; and the LORD H3068 delivered H5414 them into his hands H3027 .
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33. उसने उनहें अरोएर नगर से मिन्नीत के क्षेत्र की छोर तक हराया। यिप्तह ने बीस नगरों पर अधिकार किया। उसने अम्मोनी लोगों से आबेलकरामीम नगर तक युद्ध किया। यह अम्मोनी लोगों के लिये बड़ी हार थी। अम्मोनी लोग इस्राएल के लोगों द्वारा हरा दिये गए। PEPS
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33. And he smote H5221 them from Aroer H4480 H6177 , even till H5704 thou come H935 to Minnith H4511 , even twenty H6242 cities H5892 , and unto H5704 the plain H58 of the vineyards H3754 , with a very H3966 great H1419 slaughter H4347 . Thus the children H1121 of Ammon H5983 were subdued H3665 before H4480 H6440 the children H1121 of Israel H3478 .
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34. यिप्तह मिस्पा को लौटा और अपने घर गया। उसकी पुत्री उससे घर से बाहर मिलने आई। वह एक तम्बूरा बजा रही थी और नाच रही थी। वह उसकी एकलौती पुत्री थी। यिप्तह उस बहुत प्यार करता था। यिप्तह के पास कोई अन्य पुत्री या पुत्र नहीं थे।
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34. And Jephthah H3316 came H935 to Mizpeh H4709 unto H413 his house H1004 , and, behold H2009 , his daughter H1323 came out H3318 to meet H7125 him with timbrels H8596 and with dances H4246 : and she H1931 was his only child H3173 ; beside H4480 her he had neither H369 son H1121 nor H176 daughter H1323 .
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35. जब यिप्तह ने देखा कि पहली चीज़ उसकी पुत्री ही थी, जो उसके घर से बाहर आई तब उसने दुःख को अभिव्यक्त करने के लिये अपने वस्त्र फाड़ डाले और यह कहा, “आह! मेरी बेटी तूने मुझे बरबाद कर दिया। तूने मुझे बहुत दुःखी कर दिया! मैंने यहोवा को वचन दिया था, मैं उसे वापस नहीं ले सकता।” PEPS
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35. And it came to pass H1961 , when he saw H7200 her , that he rent H7167 H853 his clothes H899 , and said H559 , Alas H162 , my daughter H1323 ! thou hast brought me very low H3766 H3766 , and thou H859 art H1961 one of them that trouble H5916 me : for I H595 have opened H6475 my mouth H6310 unto H413 the LORD H3068 , and I cannot H3808 H3201 go back H7725 .
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36. तब उसकी पुत्री ने यिप्तह से कहा, “पिता, आपने यहोवा से प्रतिज्ञा की है। अत: वही करें जो आपने करने की प्रतिज्ञा की है। अन्त में यहोवा ने आपके शत्रुओं अम्मोनी लोगों को हराने में सहायता की।” PEPS
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36. And she said H559 unto H413 him , My father H1 , if thou hast opened H6475 H853 thy mouth H6310 unto H413 the LORD H3068 , do H6213 to me according to that which H834 hath proceeded out H3318 of thy mouth H4480 H6310 ; forasmuch H310 H834 as the LORD H3068 hath taken H6213 vengeance H5360 for thee of thine enemies H4480 H341 , even of the children H4480 H1121 of Ammon H5983 .
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37. तब उसकी पुत्री ने अपने पिता यिप्तह से कहा, “किन्तु मेरे लिये पहले एक काम करो। दो महीने तक मुझे अकेली रहने दो। मुझे पहाड़ों पर जाने दो। मैं विवाह नहीं करूँगी, मेरा कोई बच्चा नहीं होगा। अत: मुझे और मेरी सहेलियों को एक साथ रोन चिल्लाने दो।” PEPS
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37. And she said H559 unto H413 her father H1 , Let this H2088 thing H1697 be done H6213 for me : let me alone H7503 H4480 two H8147 months H2320 , that I may go up H1980 and down H3381 upon H5921 the mountains H2022 , and bewail H1058 H5921 my virginity H1331 , I H595 and my fellows H7464 .
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38. यित्पह ने कहा, “जाओ और वैसा ही करो,” यिप्तह ने उस दो महीने के लिये भेज दिया। यिप्तह की पुत्री और उसकी सहेलियाँ पहाड़ों में रहे। वे उसके लिए रोये—चिल्लाये, क्योंकि वह न तो विवाह करेगी और न ही बच्चे उत्पन्न करेगी। PEPS
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38. And he said H559 , Go H1980 . And he sent her away H7971 H853 for two H8147 months H2320 : and she H1931 went H1980 with her companions H7464 , and bewailed H1058 H5921 her virginity H1331 upon H5921 the mountains H2022 .
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39. दो महीने के बाद यिप्तह की पुत्री अपने पिता के पास लौटी। यिप्तह ने वही किया जो उसने यहोवा से प्रतिज्ञा की थी। यिप्तह की पुत्री का कभी किसी के साथ कोई शारीरिक सम्बन्ध नहीं रहा। इसलिए इस्राएल में यह रिवाज बन गया।
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39. And it came to pass H1961 at the end H4480 H7093 of two H8147 months H2320 , that she returned H7725 unto H413 her father H1 , who did H6213 with her according to H853 his vow H5088 which H834 he had vowed H5087 : and she H1931 knew H3045 no H3808 man H376 . And it was H1961 a custom H2706 in Israel H3478 ,
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40. इस्राएल की स्त्रियाँ हर वर्ष गिलाद के यिप्तह की पुत्री को याद करती थीं। स्त्रियाँ यिप्तह की पुत्री के लिये हर एक वर्ष चार दिन तक रोती थीं। PE
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40. That the daughters H1323 of Israel H3478 went H1980 yearly H4480 H3117 H3117 to lament H8567 the daughter H1323 of Jephthah H3316 the Gileadite H1569 four H702 days H3117 in a year H8141 .
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