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1. {यीशु का जन्म} (मत्ती 1:18-25) PS उन्हीं दिनों औगुस्तुस कैसर की ओर से एक आज्ञा निकाली कि सारे रोमी जगत की जनगणना की जाये।
1. And G1161 it came to pass G1096 in G1722 those G1565 days G2250 , that there went out G1831 a decree G1378 from G3844 Caesar G2541 Augustus G828 , that all G3956 the G3588 world G3625 should be taxed G583 .
2. यह पहली जनगणना थी। यह उन दिनों हुई थी जब सीरिया का राज्यपाल क्विरिनियुस था।
2. (And this G3778 taxing G582 was first G4413 made G1096 when Cyrenius G2958 was governor G2230 of Syria G4947 .)
3. सो गणना के लिए हर कोई अपने अपने नगर गया। PEPS
3. And G2532 all G3956 went G4198 to be taxed G583 , every one G1538 into G1519 his own G2398 city G4172 .
4. यूसुफ भी, क्योंकि वह दाऊद के परिवार एवं वंश से था, इसलिये वह भी गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
4. And G1161 Joseph G2501 also G2532 went up G305 from G575 Galilee G1056 , out of G1537 the city G4172 of Nazareth G3478 , into G1519 Judea G2449 , unto G1519 the city G4172 of David G1138 , which G3748 is called G2564 Bethlehem G965 ; because G1223 ( he G846 was G1511 of G1537 the house G3624 and G2532 lineage G3965 of David G1138 :)
5. वह वहाँ अपनी मँगेतर मरियम के साथ, (जो गर्भवती भी थी,) अपना नाम लिखवाने गया था।
5. To be taxed G583 with G4862 Mary G3137 his G846 espoused G3423 wife G1135 , being G5607 great with child G1471 .
6. ऐसा हुआ कि अभी जब वे वहीं थे, मरियम का बच्चा जनने का समय गया।
6. And G1161 so it was G1096 , that , while they G846 were G1511 there G1563 , the G3588 days G2250 were accomplished G4130 that she G846 should be delivered G5088 .
7. और उसने अपने पहले पुत्र को जन्म दिया। क्योंकि वहाँ सराय के भीतर उन लोगों के लिये कोई स्थान नहीं मिल पाया था इसलिए उसने उसे कपड़ों में लपेट कर चरनी में लिटा दिया। PS
7. And G2532 she brought forth G5088 her G848 firstborn G4416 son G5207 , and G2532 wrapped him in swaddling clothes G4683 G846 , and G2532 laid G347 him G846 in G1722 a manger G5336 ; because G1360 there was G2258 no G3756 room G5117 for them G846 in G1722 the G3588 inn G2646 .
8. {यीशु के जन्म की सूचना} PS तभी वहाँ उस क्षेत्र में बाहर खेतों में कुछ गड़रिये थे जो रात के समय अपने रेवड़ों की रखवाली कर रहे थे।
8. And G2532 there were G2258 in G1722 the G3588 same G846 country G5561 shepherds G4166 abiding in G63 the field G2532 , keeping G5442 watch G5438 over G1909 their G848 flock G4167 by night G3571 .
9. उसी समय प्रभु का एक स्वर्गदूत उनके सामने प्रकट हुआ और उनके चारों ओर प्रभु का तेज प्रकाशित हो उठा। वे सहम गए।
9. And G2532 , lo G2400 , the angel G32 of the Lord G2962 came upon G2186 them G846 , and G2532 the glory G1391 of the Lord G2962 shone round about G4034 them G846 : and G2532 they were sore afraid G5399 G3173 G5401 .
10. तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “डरो मत, मैं तुम्हारे लिये अच्छा समाचार लाया हूँ, जिससे सभी लोगों को महान आनन्द होगा।
10. And G2532 the G3588 angel G32 said G2036 unto them G846 , Fear G5399 not G3361 : for G1063 , behold G2400 , I bring you good tidings G2097 G5213 of great G3173 joy G5479 , which G3748 shall be G2071 to all G3956 people G2992 .
11. क्योंकि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे उद्धारकर्ता प्रभु मसीह का जन्म हुआ है।
11. For G3754 unto you G5213 is born G5088 this day G4594 in G1722 the city G4172 of David G1138 a Savior G4990 , which G3739 is G2076 Christ G5547 the Lord G2962 .
12. तुम्हें उसे पहचान ने का चिन्ह होगा कि तुम एक बालक को कपड़ों में लिपटा, चरनी में लेटा पाओगे।” PEPS
12. And G2532 this G5124 shall be a sign G4592 unto you G5213 ; Ye shall find G2147 the babe G1025 wrapped in swaddling clothes G4683 , lying G2749 in G1722 a manger G5336 .
13. उसी समय अचानक उस स्वर्गदूत के साथ बहुत से और स्वर्गदूत वहाँ उपस्थित हुए। वे यह कहते हुए प्रभु की स्तुति कर रहे थे,
13. And G2532 suddenly G1810 there was G1096 with G4862 the G3588 angel G32 a multitude G4128 of the heavenly G3770 host G4756 praising G134 God G2316 , and G2532 saying G3004 ,
14. “स्वर्ग में परमेश्वर की जय हो
और धरती पर उन लोगों को शांति मिले जिनसे वह प्रसन्न है।” PS
14. Glory G1391 to God G2316 in G1722 the highest G5310 , and G2532 on G1909 earth G1093 peace G1515 , good will G2107 toward G1722 men G444 .
15. और जब स्वर्गदूत उन्हें छोड़कर स्वर्ग लौट गये तो वे गड़ेरिये आपस में कहने लगे, “आओ हम बैतलहम चलें और जो घटना घटी है और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, उसे देखें।” PEPS
15. And G2532 it came to pass G1096 , as G5613 the G3588 angels G32 were gone away G565 from G575 them G846 into G1519 heaven G3772 G444 , the G3588 shepherds G4166 said G2036 one to another G240 G4314 , Let us now go G1330 even G1211 unto G2193 Bethlehem G965 , and G2532 see G1492 this G5124 thing G4487 which is come to pass G1096 , which G3739 the G3588 Lord G2962 hath made known G1107 unto us G2254 .
16. सो वे शीघ्र ही चल दिये और वहाँ जाकर उन्होंने मरियम और यूसुफ को पाया और देखा कि बालक चरनी में लेटा हुआ है।
16. And G2532 they came G2064 with haste G4692 , and G2532 found G429 G5037 Mary G3137 , and G2532 Joseph G2501 , and G2532 the G3588 babe G1025 lying G2749 in G1722 a manger G5336 .
17. गड़रियों ने जब उसे देखा तो इस बालक के विषय में जो संदेश उन्हें दिया गया था, उसे उन्होंने सब को बता दिया।
17. And G1161 when they had seen G1492 it, they made known G1232 abroad G4012 the G3588 saying G4487 which was told G2980 them G846 concerning G4012 this G5127 child G3813 .
18. जिस किसी ने भी उन्हें सुना, वे सभी गड़ेरियों की कही बातों पर आश्चर्य करने लगे।
18. And G2532 all G3956 they that heard G191 it wondered G2296 at G4012 those things which were told G2980 them G846 by G5259 the G3588 shepherds G4166 .
19. किन्तु मरियम ने इन सब बातों को अपने मन में बसा लिया और वह उन पर जब तब विचार करने लगी।
19. But G1161 Mary G3137 kept G4933 all G3956 these G5023 things G4487 , and pondered G4820 them in G1722 her G848 heart G2588 .
20. उधर वे गड़ेरिये जो कुछ उन्होंने सुना था और देखा था, उस सब कुछ के लिए परमेश्वर की महिमा और स्तुति करते हुए अपने अपने घरों को लौट गये। PEPS
20. And G2532 the G3588 shepherds G4166 returned G1994 , glorifying G1392 and G2532 praising G134 God G2316 for G1909 all G3956 the things that G3739 they had heard G191 and G2532 seen G1492 , as G2531 it was told G2980 unto G4314 them G846 .
21. और जब बालक के ख़तने का आठवाँ दिन आया तो उसका नाम यीशु रखा गया। उसे यह नाम उसके गर्भ में आने से भी पहले स्वर्गदूत द्वारा दे दिया गया था। PS
21. And G2532 when G3753 eight G3638 days G2250 were accomplished G4130 for the circumcising G4059 of the G3588 child G3813 G2532 , his G846 name G3686 was called G2564 JESUS G2424 , which was so named G2564 of G5259 the G3588 angel G32 before G4253 he G846 was conceived G4815 in G1722 the G3588 womb G2836 .
22. {यीशु मन्दिर में अर्पित} PS और जब मूसा की व्यवस्था के अनुसार शुद्ध होने के दिन पूरे हुए तो वे यीशु को प्रभु को समर्पित करने के लिये यरूशलेम ले गये।
22. And G2532 when G3753 the G3588 days G2250 of her G846 purification G2512 according G2596 to the G3588 law G3551 of Moses G3475 were accomplished G4130 , they brought G321 him G846 to G1519 Jerusalem G2414 , to present G3936 him to the G3588 Lord G2962 ;
23. प्रभु की व्यवस्था में लिखे अनुसार, “हर पहली नर सन्तान ‘प्रभु को समर्पित’ मानी जाएगी।” *“हर जाएगी” देखें निर्गमन 13:2, 12
23. ( As G2531 it is written G1125 in G1722 the law G3551 of the Lord G2962 , Every G3956 male G730 that openeth G1272 the womb G3388 shall be called G2564 holy G40 to the G3588 Lord G2962 ;)
24. और प्रभु की व्यवस्था कहती है, “एक जोड़ी कपोत या कबूतर के दो बच्चे बलि चढ़ाने चाहिए।” सो वे व्यवस्था के अनुसार बलि चढ़ाने ले गये। ✡उद्धरण लैव्य 12:8 PS
24. And G2532 to offer G1325 a sacrifice G2378 according G2596 to that which is said G2046 in G1722 the law G3551 of the Lord G2962 , A pair G2201 of turtledoves G5167 , or G2228 two G1417 young G3502 pigeons G4058 .
25. {शमौन को यीशु का दर्शन} PS यरूशलेम में शमौन नाम का एक धर्मी और भक्त व्यक्ति था। वह इस्राएल के सुख-चैन की बाट जोहता रहता था। पवित्र आत्मा उसके साथ था।
25. And G2532 , behold G2400 , there was G2258 a man G444 in G1722 Jerusalem G2419 , whose G3739 name G3686 was Simeon G4826 ; and G2532 the same G3778 man G444 was just G1342 and G2532 devout G2126 , waiting for G4327 the consolation G3874 of Israel G2474 : and G2532 the Holy G40 Ghost G4151 was G2258 upon G1909 him G846 .
26. पवित्र आत्मा द्वारा उसे प्रकट किया गया था कि जब तक वह प्रभु के मसीह के दर्शन नहीं कर लेगा, मरेगा नहीं।
26. And G2532 it was G2258 revealed G5537 unto him G846 by G5259 the G3588 Holy G40 Ghost G4151 , that he should not G3361 see G1492 death G2288 , before G4250 he had seen G1492 the Lord G2962 's Christ G5547 .
27. वह आत्मा से प्रेरणा पाकर मन्दिर में आया और जब व्यवस्था के विधि के अनुसार कार्य के लिये बालक यीशु को उसके माता-पिता मन्दिर में लाये।
27. And G2532 he came G2064 by G1722 the G3588 Spirit G4151 into G1519 the G3588 temple G2411 : and G2532 when the G3588 parents G1118 brought in G1521 the G3588 child G3813 Jesus G2424 , to do G4160 for G4012 him G846 after G2596 the G3588 custom G1480 of the G3588 law G3551 ,
28. तो शमौन यीशु को अपनी गोद में उठा कर परमेश्वर की स्तुति करते हुए बोला:
28. Then G2532 took he him up G1209 G846 G846 in G1519 his G848 arms G43 , and G2532 blessed G2127 God G2316 , and G2532 said G2036 ,
29. “प्रभु, अब तू अपने वचन के अनुसार अपने दास मुझ को शांति के साथ मुक्त कर,
29. Lord G1203 , now G3568 lettest thou thy G4675 servant G1401 depart G630 in G1722 peace G1515 , according G2596 to thy G4675 word G4487 :
30. क्योंकि मैं अपनी आँखों से तेरे उस उद्धार का दर्शन कर चुका हूँ,
30. For G3754 mine G3450 eyes G3778 have seen G1492 thy G4675 salvation G4992 ,
31. जिसे तूने सभी लोगों के सामने तैयार किया है।
31. Which G3739 thou hast prepared G2090 before G2596 the face G4383 of all G3956 people G2992 ;
32. यह बालक ग़ैर यहूदियों के लिए तेरे मार्ग को उजागर करने के हेतु प्रकाश का स्रोत है
और तेरे अपने इस्राएल के लोगों के लिये यह महिमा है।” PS
32. A light G5457 to G1519 lighten G602 the Gentiles G1484 , and G2532 the glory G1391 of thy G4675 people G2992 Israel G2474 .
33. उसके माता-पिता यीशु के लिए कही गयी इन बातों से अचरज में पड़ गये।
33. And G2532 Joseph G2501 and G2532 his G846 mother G3384 marveled G2258 G2296 at G1909 those things which were spoken G2980 of G4012 him G846 .
34. फिर शमौन ने उन्हें आशीर्वाद दिया और उसकी माँ मरियम से कहा, “यह बालक इस्राएल में बहुतों के पतन या उत्थान के कारण बनने और एक ऐसा चिन्ह ठहराया जाने के लिए निर्धारित किया गया है जिसका विरोध किया जायेगा।
34. And G2532 Simeon G4826 blessed G2127 them G846 , and G2532 said G2036 unto G4314 Mary G3137 his G846 mother G3384 , Behold G2400 , this G3778 child is set G2749 for G1519 the fall G4431 and G2532 rising again G386 of many G4183 in G1722 Israel G2474 ; and G2532 for G1519 a sign G4592 which shall be spoken against G483 ;
35. और तलवार से यहां तक कि तेरा अपना प्राण भी छिद जाएगा जिससे कि बहुतों के हृदयों के विचार प्रकट हो जाएं।” PS
35. ( Yea G1161 , a G846 sword G4501 shall pierce through G1330 thy own G846 soul G5590 also G2532 ,) that G3704 the thoughts G1261 of G1537 many G4183 hearts G2588 may be revealed G601 G302 .
36. {हन्नाह द्वारा यीशु के दर्शन} PS वहीं हन्नाह नाम की एक महिला नबी थी। वह अशेर कबीले के फनूएल की पुत्री थी। वह बहुत बूढ़ी थी। अपने विवाह के बस सात साल बाद तक ही वह पति के साथ रही थी।
36. And G2532 there was G2258 one Anna G451 , a prophetess G4398 , the daughter G2364 of Phanuel G5323 , of G1537 the tribe G5443 of Asher G768 : she G3778 was of a great age G4260 G1722 G4183 G2250 , and had lived G2198 with G3326 a husband G435 seven G2033 years G2094 from G575 her G848 virginity G3932 ;
37. और फिर चौरासी वर्ष तक वह वैसे ही विधवा रही। उसने मन्दिर कभी नहीं छोड़ा। उपवास और प्रार्थना करते हुए वह रात-दिन उपासना करती रहती थी। PEPS
37. And G2532 she G3778 was a widow G5503 of about G5613 fourscore and and four G3589 G5064 years G2094 , which G3739 departed G868 not G3756 from G575 the G3588 temple G2411 , but served G3000 God with fastings G3521 and G2532 prayers G1162 night G3571 and G2532 day G2250 .
38. उसी समय वह उस बच्चे और माता-पिता के पास आई। उसने परमेश्वर को धन्यवाद दिया और जो लोग यरूशलेम के छुटकारे की बाट जोह रहे थे, उन सब को उस बालक के बारे में बताया। PS
38. And G2532 she G3778 coming G2186 in that instant G846 G5610 gave thanks G437 likewise unto the G3588 Lord G2962 , and G2532 spake G2980 of G4012 him G846 to all G3956 them that looked for G4327 redemption G3085 in G1722 Jerusalem G2419 .
39. {यूसुफ और मरियम का घर लौटना} PS प्रभु की व्यवस्था के अनुसार सारा अपेक्षित विधि-विधान पूरा करके वे गलील में अपने नगर नासरत लौट आये।
39. And G2532 when G5613 they had performed G5055 all things G537 according G2596 to the G3588 law G3551 of the Lord G2962 , they returned G5290 into G1519 Galilee G1056 , to G1519 their own G848 city G4172 Nazareth G3478 .
40. उधर वह बालक बढ़ता एवं हृष्ट-पुष्ट होता गया। वह बहुत बुद्धिमान था और उस पर परमेश्वर का अनुग्रह था। PS
40. And G1161 the G3588 child G3813 grew G837 , and G2532 waxed strong G2901 in spirit G4151 , filled G4137 with wisdom G4678 : and G2532 the grace G5485 of God G2316 was G2258 upon G1909 him G846 .
41. {बालक यीशु} PS फ़सह पर्व पर हर वर्ष उसके माता-पिता यरूशलेम जाया करते थे।
41. Now G2532 his G846 parents G1118 went G4198 to G1519 Jerusalem G2419 every year G2596 G2094 at the G3588 feast G1859 of the G3588 passover G3957 .
42. जब वह बारह साल का हुआ तो सदा की तरह वे पर्व पर गये।
42. And G2532 when G3753 he was G1096 twelve years old G1427 G2094 , they G846 went up G305 to G1519 Jerusalem G2414 after G2596 the G3588 custom G1485 of the G3588 feast G1859 .
43. जब पर्व समाप्त हुआ और वे घर लौट रहे थे तो यीशु वहीं यरूशलेम में रह गया किन्तु माता-पिता को इसका पता नहीं चल पाया।
43. And G2532 when they had fulfilled G5048 the G3588 days G2250 , as they G846 returned G5290 , the G3588 child G3816 Jesus G2424 tarried behind G5278 in G1722 Jerusalem G2419 ; and G2532 Joseph G2501 and G2532 his G846 mother G3384 knew G1097 not G3756 of it.
44. यह सोचते हुए कि वह दल में कहीं होगा, वे दिन भर यात्रा करते रहे। फिर वे उसे अपने संबन्धियों और मित्रों के बीच खोजने लगे।
44. But G1161 they, supposing G3543 him G846 to have been G1511 in G1722 the G3588 company G4923 , went G2064 a day G2250 's journey G3598 ; and G2532 they sought G327 him G846 among G1722 their kinsfolk G4773 and G2532 G1722 acquaintance G1110 .
45. और जब वह उन्हें नहीं मिला तो उसे ढूँढते ढूँढते वे यरूशलेम लौट आये। PEPS
45. And G2532 when they found G2147 him G846 not G3361 , they turned back again G5290 to G1519 Jerusalem G2419 , seeking G2212 him G846 .
46. और फिर हुआ यह कि तीन दिन बाद वह उपदेशकों के बीच बैठा, उन्हें सुनता और उनसे प्रश्न पूछता मन्दिर में उन्हें मिला।
46. And G2532 it came to pass G1096 , that after G3326 three G5140 days G2250 they found G2147 him G846 in G1722 the G3588 temple G2411 , sitting G2516 in G1722 the midst G3319 of the G3588 doctors G1320 , both G2532 hearing G191 them G846 , and G2532 asking them questions G1905 G846 .
47. वे सभी जिन्होंने उसे सुना था, उसकी सूझबूझ और उसके प्रश्नोत्तरों से आश्चर्यचकित थे।
47. And G1161 all G3956 that heard G191 him G846 were astonished G1839 at G1909 his G846 understanding G4907 and G2532 answers G612 .
48. जब उसके माता-पिता ने उसे देखा तो वे दंग रह गये। उसकी माता ने उससे पूछा, “बेटे, तुमने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? तेरे पिता और मैं तुझे ढूँढते हुए बुरी तरह व्याकुल थे।” PEPS
48. And G2532 when they saw G1492 him G846 , they were amazed G1605 : and G2532 his G846 mother G3384 said G2036 unto G4314 him G846 , Son G5043 , why G5101 hast thou thus G3779 dealt G4160 with us G2254 ? behold G2400 , thy G4675 father G3962 and I G2504 have sought G2212 thee G4571 sorrowing G3600 .
49. तब यीशु ने उनसे कहा, “आप मुझे क्यों ढूँढ रहे थे? क्या तुम नहीं जानते कि मुझे मेरे पिता के घर में ही होना चाहिये?”
49. And G2532 he said G2036 unto G4314 them G846 , How G5101 is it that G3754 ye sought G2212 me G3165 ? wist G1492 ye not G3756 that G3754 I G3165 must G1163 be G1511 about G1722 my G3450 Father's business G3588 G3962 ?
50. किन्तु यीशु ने उन्हें जो उत्तर दिया था, वे उसे समझ नहीं पाये। PEPS
50. And G2532 they G846 understood G4920 not G3756 the G3588 saying G4487 which G3739 he spake G2980 unto them G846 .
51. फिर वह उनके साथ नासरत लौट आया और उनकी आज्ञा का पालन करता रहा। उसकी माता इन सब बातों को अपने मन में रखती जा रही थी।
51. And G2532 he went down G2597 with G3326 them G846 , and G2532 came G2064 to G1519 Nazareth G3478 , and G2532 was G2258 subject unto G5293 them G846 : but G2532 his G846 mother G3384 kept G1301 all G3956 these G5023 sayings G4487 in G1722 her G848 heart G2588 .
52. उधर यीशु बुद्धि में, डील-डौल में और परमेश्वर तथा मनुष्यों के प्रेम में बढ़ने लगा। PE
52. And G2532 Jesus G2424 increased G4298 in wisdom G4678 and G2532 stature G2244 , and G2532 in favor G5485 with G3844 God G2316 and G2532 man G444 .
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