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1. {मनुष्य के बनाये नियमों से परमेश्वर का विधान बड़ा है} (मरकुस 7:1-23) PS फिर कुछ फ़रीसी और यहूदी धर्मशास्त्री यरूशलेम से यीशु के पास आये और उससे पूछा,
1. Then G5119 came G4334 to Jesus G2424 scribes G1122 and G2532 Pharisees G5330 , which G3588 were of G575 Jerusalem G2414 , saying G3004 ,
2. “तेरे अनुयायी हमारे पुरखों के रीति-रिवाजों का पालन क्यों नहीं करते? वे खाना खाने से पहले अपने हाथ क्यों नहीं धोते?” PEPS
2. Why G1302 do thy G4675 disciples G3101 transgress G3845 the G3588 tradition G3862 of the G3588 elders G4245 ? for G1063 they wash G3538 not G3756 their G848 hands G5495 when G3752 they eat G2068 bread G740 .
3. यीशु ने उत्तर दिया, “अपने रीति-रिवाजों के कारण तुम परमेश्वर के विधि को क्यों तोड़ते हो?
3. But G1161 he G3588 answered G611 and said G2036 unto them G846 , Why G1302 do ye G5210 also G2532 transgress G3845 the G3588 commandment G1785 of God G2316 by G1223 your G5216 tradition G3862 ?
4. क्योंकि परमेश्वर ने तो कहा था ‘तू अपने माता-पिता का आदर कर’ ✡उद्धरण निर्गमन 20:12; व्यवस्था 5:16 और ‘जो कोई अपने पिता या माता का अपमान करता है, उसे अवश्य मार दिया जाना चाहिये।’ ✡उद्धरण निर्गमन 21:17
4. For G1063 God G2316 commanded G1781 , saying G3004 , Honor G5091 thy G4675 father G3962 and G2532 mother G3384 : and G2532 , He that curseth G2551 father G3962 or G2228 mother G3384 , let him die G5053 the death G2288 .
5. किन्तु तुम कहते हो जो कोई अपने पिता या अपनी माता से कहे, ‘क्योंकि मैं अपना सब कुछ परमेश्वर को अर्पित कर चुका हूँ, इसलिये तुम्हारी सहायता नहीं कर सकता।’
5. But G1161 ye G5210 say G3004 , Whosoever G3739 G302 shall say G2036 to his father G3962 or G2228 his mother G3384 , It is a gift G1435 , by whatsoever G3739 G1437 thou mightest be profited G5623 by G1537 me G1700 ;
6. इस तरह उसे अपने माता पिता का आदर करने की आवश्यकता नहीं। इस प्रकार तुम अपने रीति-रिवाजों के कारण परमेशवर के आदेश को नकारते हो।
6. And G2532 honor G5091 not G3364 his G848 father G3962 or G2228 his G848 mother G3384 , he shall be free. Thus G2532 have ye made the commandment of God of none effect G208 G3588 G1785 G2316 by G1223 your G5216 tradition G3862 .
7. ढोंगियों, तुम्हारे बारे में यशायाह ने ठीक ही भविष्यवाणी की थी। उसने कहा था:
7. Ye hypocrites G5273 , well G2573 did Isaiah G2268 prophesy G4395 of G4012 you G5216 , saying G3004 ,
8. ‘यह लोग केवल होठों से मेरा आदर करते हैं;
पर इनका मन मुझ से सदा दूर रहता है।
8. This G3778 people G2992 draweth nigh G1448 unto me G3427 with their G848 mouth G4750 , and G2532 honoreth G5091 me G3165 with their lips G5491 ; but G1161 their G846 heart G2588 is G568 far G4206 from G575 me G1700 .
9. मेरे लिए उनकी उपासना व्यर्थ है,
क्योंकि उनकी शिक्षा केवल लोगों द्वारा बनाए हुए सिद्धान्त हैं।’ ” यशायाह 29:13 PS
9. But G1161 in vain G3155 they do worship G4576 me G3165 , teaching G1321 for doctrines G1319 the commandments G1778 of men G444 .
10. उसने भीड़ को अपने पास बुलाया और उनसे कहा, “सुनो और समझो कि
10. And G2532 he called G4341 the G3588 multitude G3793 , and said G2036 unto them G846 , Hear G191 , and G2532 understand G4920 :
11. मनुष्य के मुख के भीतर जो जाता है वह उसे अपवित्र नहीं करता, बल्कि उसके मुँह से निकला हुआ शब्द उसे अपवित्र करता है।” PEPS
11. Not G3756 that which goeth G1525 into G1519 the G3588 mouth G4750 defileth G2840 a man G444 ; but G235 that which cometh G1607 out G1537 of the G3588 mouth G4750 , this G5124 defileth G2840 a man G444 .
12. तब यीशु के शिष्य उसके पास आये और बोले, “क्या तुझे पता है कि तेरी बात का फरीसियों ने बहुत बुरा माना है?” PEPS
12. Then G5119 came G4334 his G846 disciples G3101 , and said G2036 unto him G846 , Knowest G1492 thou that G3754 the G3588 Pharisees G5330 were offended G4624 , after they heard G191 this saying G3056 ?
13. यीशु ने उत्तर दिया, “हर वह पौधा जिसे मेरे स्वर्ग में स्थित पिता की ओर से नहीं लगाया गया है, उखाड़ दिया जायेगा।
13. But G1161 he G3588 answered G611 and said G2036 , Every G3956 plant G5451 , which G3739 my G3450 heavenly G3770 Father G3962 hath not G3756 planted G5452 , shall be rooted up G1610 .
14. उन्हें छोड़ो, वे तो अन्धों के अंधे नेता हैं। यदि एक अंधा दूसरे अंधे को राह दिखाता है, तो वे दोनों ही गढ़े में गिरते हैं।” PEPS
14. Let them alone G863 G846 : they be G1526 blind G5185 leaders G3595 of the blind G5185 . And G1161 if G1437 the blind G5185 lead G3594 the blind G5185 , both G297 shall fall G4098 into G1519 the ditch G999 .
15. तब पतरस ने उससे कहा, “हमें अपवित्रता सम्बन्धी दृष्टान्त का अर्थ समझा।” PEPS
15. Then G1161 answered G611 Peter G4074 and said G2036 unto him G846 , Declare G5419 unto us G2254 this G5026 parable G3850 .
16. यीशु बोला, “क्या तुम अब भी नही समझते?
16. And G1161 Jesus G2424 said G2036 , Are G2075 ye G5210 also G2532 yet G188 without understanding G801 ?
17. क्या तुम नहीं जानते कि जो कुछ किसी के मुँह में जाता है, वह उसके पेट में पहुँचता है और फिर पखाने में निकल जाता है?
17. Do not ye yet G3768 understand G3539 , that G3754 whatsoever G3956 entereth G1531 in G1519 at the G3588 mouth G4750 goeth G5562 into G1519 the G3588 belly G2836 , and G2532 is cast out G1544 into G1519 the draught G856 ?
18. किन्तु जो मनुष्य के मुँह से बाहर आता है, वह उसके मन से निकलता है। यही उसको अपवित्र करता है।
18. But G1161 those things which proceed G1607 out of G1537 the G3588 mouth G4750 come forth G1831 from G1537 the G3588 heart G2588 ; and they G2548 defile G2840 the G3588 man G444 .
19. क्योंकि बुरे विचार, हत्या, व्यभिचार, दुराचार, चोरी, झूठ और निन्दा जैसी सभी बुराईयाँ मन से ही आती हैं।
19. For G1063 out G1537 of the G3588 heart G2588 proceed G1831 evil G4190 thoughts G1261 , murders G5408 , adulteries G3430 , fornications G4202 , thefts G2829 , false witness G5577 , blasphemies G988 :
20. ये ही हैं जिनसे कोई अपवित्र बनता है। बिना हाथ धोए खाने से कोई अपवित्र नहीं होता।” PEPS
20. These G5023 are G2076 the things which defile G2840 a man G444 : but G1161 to eat G5315 with unwashen G449 hands G5495 defileth G2840 not G3756 a man G444 .
21. {ग़ैर यहूदी स्त्री की सहायता} (मरकुस 7:24-30) PS फिर यीशु उस स्थान को छोड़ कर सूर और सैदा की ओर चल पड़ा।
21. Then G2532 Jesus G2424 went G1831 thence G1564 , and departed G402 into G1519 the G3588 coasts G3313 of Tyre G5184 and G2532 Sidon G4605 .
22. वहाँ की एक कनानी स्त्री आयी और चिल्लाने लगी, “हे प्रभु, दाऊद के पुत्र, मुझ पर दया कर। मेरी पुत्री पर दुष्ट आत्मा बुरी तरह सवार है।” PEPS
22. And G2532 , behold G2400 , a woman G1135 of Canaan G5478 came G1831 out of G575 the G3588 same G1565 coasts G3725 , and cried G2905 unto him G846 , saying G3004 , Have mercy G1653 on me G3165 , O Lord G2962 , thou son G5207 of David G1138 ; my G3450 daughter G2364 is grievously G2560 vexed with a devil G1139 .
23. यीशु ने उससे एक शब्द भी नहीं कहा, सो उसके शिष्य उसके पास आये और विनती करने लगे, “यह हमारे पीछे चिल्लाती हुई रही है, इसे दूर हटा।” PEPS
23. But G1161 he G3588 answered G611 her G846 not G3756 a word G3056 . And G2532 his G846 disciples G3101 came G4334 and besought G2065 him G846 , saying G3004 , Send her away G630 G846 ; for G3754 she crieth G2896 after G3693 us G2257 .
24. यीशु ने उत्तर दिया, “मुझे केवल इस्राएल के लोगों की खोई हुई भेड़ों के अलावा किसी और के लिये नहीं भेजा गया है।” PEPS
24. But G1161 he G3588 answered G611 and said G2036 , I am not G3756 sent G649 but G1508 unto G1519 the lost G622 sheep G4263 of the house G3624 of Israel G2474 .
25. तब उस स्त्री ने यीशु के सामने झुक कर विनती की, “हे प्रभु, मेरी रक्षा कर!” PEPS
25. Then G1161 came G2064 she G3588 and worshiped G4352 him G846 , saying G3004 , Lord G2962 , help G997 me G3427 .
26. उत्तर में यीशु ने कहा, “यह उचित नहीं है कि बच्चों का खाना लेकर उसे घर के कुत्तों के आगे डाल दिया जाये।” PEPS
26. But G1161 he G3588 answered G611 and said G2036 , It is G2076 not G3756 meet G2570 to take G2983 the G3588 children G5043 's bread G740 , and G2532 to cast G906 it to dogs G2952 .
27. वह बोली, “यह ठीक है प्रभु, किन्तु अपने स्वामी की मेज़ से गिरे हुए चूरे में से थोड़ा बहुत तो घर के कुत्ते ही खा ही लेते हैं।” PEPS
27. And G1161 she G3588 said G2036 , Truth G3483 , Lord G2962 : yet G1063 the G3588 dogs G2952 eat G2068 of G575 the G3588 crumbs G5589 which fall G4098 from G575 their G848 masters G2962 ' table G5132 .
28. तब यीशु ने कहा, “स्त्री, तेरा विश्वास बहुत बड़ा है। जो तू चाहती है, पूरा हो।” और तत्काल उसकी बेटी अच्छी हो गयी। PS
28. Then G5119 Jesus G2424 answered G611 and said G2036 unto her G846 , O G5599 woman G1135 , great G3173 is thy G4675 faith G4102 : be G1096 it unto thee G4671 even as G5613 thou wilt. And G2532 G2309 G2532 her G846 daughter G2364 was made whole G2390 from G575 that very G1565 hour G5610 .
29. {यीशु का बहुतों को अच्छा करना} PS फिर यीशु वहाँ से चल पड़ा और झील गलील के किनारे पहुँचा। वह एक पहाड़ पर चढ़ कर उपदेश देने बैठ गया। PEPS
29. And G2532 Jesus G2424 departed G3327 from thence G1564 , and came G2064 nigh unto G3844 the G3588 sea G2281 of Galilee G1056 ; and G2532 went up G305 into G1519 a mountain G3735 , and sat down G2521 there G1563 .
30. बड़ी-बड़ी भीड़ लँगड़े-लूलों, अंधों, अपाहिजों, बहरे-गूंगों और ऐसे ही दूसरे रोगियों को लेकर उसके पास आने लगी। भीड़ ने उन्हें उसके चरणों में धरती पर डाल दिया। और यीशु ने उन्हें चंगा कर दिया।
30. And G2532 great G4183 multitudes G3793 came G4334 unto him G846 , having G2192 with G3326 them G1438 those that were lame G5560 , blind G5185 , dumb G2974 , maimed G2948 , and G2532 many G4183 others G2087 , and G2532 cast them down G4496 G846 at G3844 Jesus G2424 ' feet G4228 ; and G2532 he healed G2323 them G846 :
31. इससे भीड़ के लोगों को, यह देखकर कि बहरे गूंगे बोल रहे हैं, अपाहिज अच्छे हो गये, लँगड़े-लूले चल फिर रहे हैं और अन्धे अब देख पा रहे हैं, बड़ा अचरज हुआ। वे इस्राएल के परमेश्वर की स्तुति करने लगे। PEPS
31. Insomuch that G5620 the G3588 multitude G3793 wondered G2296 , when they saw G991 the dumb G2974 to speak G2980 , the maimed G2948 to be whole G5199 , the lame G5560 to walk G4043 , and G2532 the blind G5185 to see G991 : and G2532 they glorified G1392 the G3588 God G2316 of Israel G2474 .
32. {चार हज़ार से अधिक को भोजन} (मरकुस 8:1-10) PS तब यीशु ने अपने शिष्यों को पास बुलाया और कहा, “मुझे इस भीड़ पर तरस रहा है क्योंकि ये लोग तीन दिन से लगातार मेरे साथ हैं और इनके पास कुछ खाने को भी नहीं है। मैं इन्हें भूखा ही नहीं भेजना चाहता क्योंकि हो सकता है कि कहीं वे रास्ते में ही मूर्छित होकर गिर पड़ें।” PEPS
32. Then G1161 Jesus G2424 called G4341 his G848 disciples G3101 unto him, and said G2036 , I have compassion G4697 on G1909 the G3588 multitude G3793 , because G3754 they continue with G4357 me G3427 now G2235 three G5140 days G2250 , and G2532 have G2192 nothing G5101 G3756 to eat G5315 : and G2532 I will G2309 not G3756 send them away G630 G846 fasting G3523 , lest G3379 they faint G1590 in G1722 the G3588 way G3598 .
33. तब उसके शिष्यों ने कहा, “इतनी बड़ी भीड़ के लिए ऐसी बियाबान जगह में इतना खाना हमें कहाँ से मिलेगा?” PEPS
33. And G2532 his G846 disciples G3101 say G3004 unto him G846 , Whence G4159 should we G2254 have so much G5118 bread G740 in G1722 the wilderness G2047 , as G5620 to fill G5526 so great G5118 a multitude G3793 ?
34. तब यीशु ने उनसे पूछा, “तुम्हारे पास कितनी रोटियाँ हैं?” PEPS उन्होंने कहा, “सात रोटियाँ और कुछ छोटी मछलियाँ।” PEPS
34. And G2532 Jesus G2424 saith G3004 unto them G846 , How many G4214 loaves G740 have G2192 ye? And G1161 they G3588 said G2036 , Seven G2033 , and G2532 a few G3641 little fishes G2485 .
35. यीशु ने भीड़ से धरती पर बैठने को कहा और उन सात रोटियों और मछलियों को लेकर उसने परमेश्वर का धन्यवाद किया
35. And G2532 he commanded G2753 the G3588 multitude G3793 to sit down G377 on G1909 the G3588 ground G1093 .
36. और रोटियाँ तोड़ीं और अपने शिष्यों को देने लगा। फिर उसके शिष्यों ने उन्हें आगे लोगों में बाँट दिया।
36. And G2532 he took G2983 the G3588 seven G2033 loaves G740 and G2532 the G3588 fishes G2486 , and G2532 gave thanks G2168 , and broke G2806 them, and G2532 gave G1325 to his G848 disciples G3101 , and G1161 the G3588 disciples G3101 to the G3588 multitude G3793 .
37. लोग तब तक खाते रहे जब तक थक गये। फिर उसके शिष्यों ने बचे हुए टुकड़ों से सात टोकरियाँ भरीं।
37. And G2532 they did all G3956 eat G5315 , and G2532 were filled G5526 : and G2532 they took up G142 of the G3588 broken G2801 meat that was left G4052 seven G2033 baskets G4711 full G4134 .
38. औरतों और बच्चों को छोड़कर वहाँ चार हज़ार पुरुषों ने भोजन किया।
38. And G1161 they that did eat G2068 were G2258 four thousand G5070 men G435 , beside G5565 women G1135 and G2532 children G3813 .
39. भीड़ को विदा करके यीशु नाव में गया और मगदन को चला गया। PE
39. And G2532 he sent away G630 the G3588 multitude G3793 , and took ship G1684 G1519 G4143 , and G2532 came G2064 into G1519 the G3588 coasts G3725 of Magdala G3093 .
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