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1. {परमेश्वर की प्रतिज्ञा} PS यिर्मयाह को दूसरी बार यहोवा का सन्देश मिला। यिर्मयाह अभी भी रक्षक प्रांगण में ताले के अन्दर बन्दी था।
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1. Moreover the word H1697 of the LORD H3068 came H1961 unto H413 Jeremiah H3414 the second H8145 time , while he H1931 was yet H5750 shut up H6113 in the court H2691 of the prison H4307 , saying H559 ,
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2. “यहोवा ने पृथ्वी को बनाया और उसकी वह रक्षा करता है। उसका नाम यहोवा है। यहोवा कहता है,
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2. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 the maker H6213 thereof , the LORD H3068 that formed H3335 it , to establish H3559 it ; the LORD H3068 is his name H8034 ;
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3. ‘यहूदा, मुझसे प्रार्थना करो और मैं उसे पूरा करूँगा। मैं तुम्हें महत्वपूर्ण रहस्य बताऊँगा। तुमने उन्हें कभी पहले नहीं सुना है।’
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3. Call H7121 unto H413 me , and I will answer H6030 thee , and show H5046 thee great H1419 and mighty H1219 things , which thou knowest H3045 not H3808 .
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4. इस्राएल का परमेश्वर यहोवा है। यहोवा यरूशलेम के मकानों और यहूदा के राजाओं के महलों के बारे में यह कहता है। ‘शत्रु उन मकानों को ध्वस्त कर देगा। शत्रु नगर की चहारदीवारियों के ऊपर तक ढाल बनायेगा। शत्रु तलवार का उपयोग करेगा और इन नगरों के लोगों के साथ युद्ध करेगा।’ ” PEPS
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4. For H3588 thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , the God H430 of Israel H3478 , concerning H5921 the houses H1004 of this H2063 city H5892 , and concerning H5921 the houses H1004 of the kings H4428 of Judah H3063 , which are thrown down H5422 by H413 the mounts H5550 , and by H413 the sword H2719 ;
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5. “ ‘यरूशलेम के लोगों ने बहुत बुरे काम किये हैं। मैं उन लोगों पर क्रोधित हूँ। मैं उनके विरुद्ध हो गया हूँ। इसलिये वहाँ मैं असंख्य लोगों को मार डालूँगा। बाबुल की सेना यरूशलेम के विरुद्ध लड़ने के लिये आएगी। यरूशलेम के घरों में असंख्य शव होंगे। PEPS
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5. They come H935 to fight H3898 with H854 the Chaldeans H3778 , but it is to fill H4390 them with H854 the dead bodies H6297 of men H120 , whom H834 I have slain H5221 in mine anger H639 and in my fury H2534 , and for H5921 all H3605 whose H834 wickedness H7451 I have hid H5641 my face H6440 from this H2063 city H4480 H5892 .
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6. “ ‘किन्तु उसके बाद मैं उस नगर में लोगों को स्वस्थ बनाऊँगा। मैं उन लोगों को शान्ति और सुरक्षा का आनन्द लेने दूँगा।
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6. Behold H2009 , I will bring H4608 it health H724 and cure H4832 , and I will cure H7495 them , and will reveal H1540 unto them the abundance H6283 of peace H7965 and truth H571 .
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7. मैं इस्राएल और यहूदा में फिर से सब कुछ अच्छा घटित होने दूँगा। मैं उन लोगों को अतीत की तरह शक्तिशाली बनाऊँगा।
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7. And I will cause H853 the captivity H7622 of Judah H3063 and the captivity H7622 of Israel H3478 to return H7725 , and will build H1129 them , as at the first H7223 .
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8. उन्होंने मेरे विरुद्ध पाप किये, किन्तु मैं उस पाप को धो दूँगा। वे मेरे विरुद्ध लड़े, किन्तु मैं उन्हें क्षमा कर दूँगा।
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8. And I will cleanse H2891 them from all H4480 H3605 their iniquity H5771 , whereby H834 they have sinned H2398 against me ; and I will pardon H5545 all H3605 their iniquities H5771 , whereby H834 they have sinned H2398 , and whereby H834 they have transgressed H6586 against me.
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9. तब यरूशलेम आश्चर्यचकित करने वाला स्थान हो जायेगा। लोग सुखी होंगे और अन्य राष्ट्रों के लोग इसकी प्रशंसा करेंगे। यह उस समय होगा जब लोग यह सुनेंगे कि वहाँ सब अच्छा हो रहा है। वे उन अच्छे कामों को सुनेंगे जिन्हें मैं यरूशलेम के लिये कर रहा हूँ।’ PEPS
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9. And it shall be H1961 to me a name H8034 of joy H8342 , a praise H8416 and an honor H8597 before all H3605 the nations H1471 of the earth H776 , which H834 shall hear H8085 H853 all H3605 the good H2896 that H834 I H595 do unto H6213 them : and they shall fear H6342 and tremble H7264 for H5921 all H3605 the goodness H2896 and for H5921 all H3605 the prosperity H7965 that H834 I H595 procure H6213 unto it.
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10. “तुम लोग यह कह रहे हो, ‘हमारा देश सूनी मरुभूमि है। वहाँ कोई व्यक्ति या कोई जानवर जीवित नहीं रहे।’ अब यरूशलेम की सड़कों और यहूदा के नगरों में निर्जन शान्ति है। किन्तु वहाँ शीघ्र ही चहल—पहल होगी।
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10. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; Again H5750 there shall be heard H8085 in this H2088 place H4725 , which H834 ye H859 say H559 shall be desolate H2720 without H4480 H369 man H120 and without H4480 H369 beast H929 , even in the cities H5892 of Judah H3063 , and in the streets H2351 of Jerusalem H3389 , that are desolate H8074 , without H4480 H369 man H120 , and without H4480 H369 inhabitant H3427 , and without H4480 H369 beast H929 ,
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11. वहाँ सुख और आनन्द की किलोलें होंगी। वहाँ वर—वधु की उमंग भरी चुहल होगी। वहाँ यहोवा के मन्दिर में अपनी भेंट लाने वाले की मधुर वाणी होगी। वे लोग कहेंगे, सर्वशक्तिमान यहोवा की स्तुति करो! यहोवा दयालु है! यहोवा की दया सदा बनी रहती है! लोग ये बातें कहेंगे क्योंकि मैं फिर यहूदा के लिये अच्छे काम करुँगा। यह वैसा ही होगा जैसा आरम्भ में था।” ये बातें यहोवा ने कही। PEPS
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11. The voice H6963 of joy H8342 , and the voice H6963 of gladness H8057 , the voice H6963 of the bridegroom H2860 , and the voice H6963 of the bride H3618 , the voice H6963 of them that shall say H559 , Praise H3034 H853 the LORD H3068 of hosts H6635 : for H3588 the LORD H3068 is good H2896 ; for H3588 his mercy H2617 endureth forever H5769 : and of them that shall bring H935 the sacrifice of praise H8426 into the house H1004 of the LORD H3068 . For H3588 I will cause to return H7725 H853 the captivity H7622 of the land H776 , as at the first H7223 , saith H559 the LORD H3068 .
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12. सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, “यह स्थान अब सूना है। यहाँ कोई लोग या जानवर नहीं रह रहें। किन्तु अब यहूदा के सभी नगरों में लोग रहेंगे। वहाँ गडरिये होंगे और चरागाहें होंगी जहाँ वे अपनी रेवड़ों को आराम करने देंगे।
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12. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 of hosts H6635 ; Again H5750 in this H2088 place H4725 , which is desolate H2720 without H4480 H369 man H120 and without H5704 beast H929 , and in all H3605 the cities H5892 thereof , shall be H1961 a habitation H5116 of shepherds H7462 causing their flocks H6629 to lie down H7257 .
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13. गडरिये अपनी भेड़ों को तब गिनते हैं जब भेड़ें उनके आगे चलती हैं। लोग अपनी भेड़ों को पूरे देश में चारों ओर पहाड़ी प्रदेश, पश्चिमी पर्वत चरण, नेगव और यहूदा के सभी नगरों में गिनेंगे।” PS
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13. In the cities H5892 of the mountains H2022 , in the cities H5892 of the vale H8219 , and in the cities H5892 of the south H5045 , and in the land H776 of Benjamin H1144 , and in the places about H5439 Jerusalem H3389 , and in the cities H5892 of Judah H3063 , shall the flocks H6629 pass H5674 again H5750 under H5921 the hands H3027 of him that telleth H4487 them , saith H559 the LORD H3068 .
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14. {अच्छी शाखा} PS यह सन्देश यहोवा का है: “मैंने इस्राएल और यहूदा के लोगों को विशेष वचन दिया है। वह समय आ रहा है जब मैं वह करूँगा जिसे करने का वचन मैंने दिया है।
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14. Behold H2009 , the days H3117 come H935 , saith H5002 the LORD H3068 , that I will perform H6965 H853 that good H2896 thing H1697 which H834 I have promised H1696 unto H413 the house H1004 of Israel H3478 and to H5704 the house H1004 of Judah H3063 .
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15. उस समय मैं दाऊद के परिवार से एक अच्छी शाखा उत्पन्न करुँगा। वह अच्छी शाखा वह सब करेगी जो देश के लिये अच्छा और उचित होगा।
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15. In those H1992 days H3117 , and at that H1931 time H6256 , will I cause the Branch H6780 of righteousness H6666 to grow up H6779 unto David H1732 ; and he shall execute H6213 judgment H4941 and righteousness H6666 in the land H776 .
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16. इस शाखा के समय यहूदा के लोगों की रक्षा हो जाएगी। लोग यरूशलेम में सुरक्षित रहेंगे। उस शाखा का नाम ‘यहोवा हमारी धार्मिकता (विजय) हैं।’ ” PEPS
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16. In those H1992 days H3117 shall Judah H3063 be saved H3467 , and Jerusalem H3389 shall dwell H7931 safely H983 : and this H2088 is the name wherewith H834 she shall be called H7121 , The LORD H3068 our righteousness H6664 .
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17. यहोवा कहता है, “दाऊद के परिवार का कोई न कोई व्यक्ति सदैव सिंहासन पर बैठेगा और इस्राएल के परिवार पर शासन करेगा
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17. For H3588 thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; David H1732 shall never H3808 want H3772 a man H376 to sit H3427 upon H5921 the throne H3678 of the house H1004 of Israel H3478 ;
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18. और लेवी के परिवार से याजक सदैव होंगे। वे याजक मेरे सामने सदा रहेंगे और मुझे होमबलि, अन्नबलि और बलिभेंट करेंगे।” PEPS
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18. Neither H3808 shall the priests H3548 the Levites H3881 want H3772 a man H376 before H4480 H6440 me to offer H5927 burnt offerings H5930 , and to kindle H6999 meat offerings H4503 , and to do H6213 sacrifice H2077 continually H3605 H3117 .
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19. यहोवा का यह सन्देश यिर्मयाह को मिला।
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19. And the word H1697 of the LORD H3068 came H1961 unto H413 Jeremiah H3414 , saying H559 ,
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20. यहोवा कहता है, “मैंने रात और दिन से वाचा की है। मैंने वाचा की कि वह सदैव रहेगी। तुम उस वाचा को बदल नहीं सकते। दिन और रात सदा ठीक समय पर आएंगे। यदि तुम उस वाचा को बदल सकते हो
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20. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; If H518 ye can break H6565 H853 my covenant H1285 of the day H3117 , and my covenant H1285 of the night H3915 , and that there should not H1115 be H1961 day H3119 and night H3915 in their season H6256 ;
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21. तो तुम दाऊद और लेवी के साथ की गई मेरी वाचा को भी बदल सकते हो। तब दाऊद और लेवी के परिवार के वंशज राजा और पुरोहित नहीं हो सकेंगे।
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21. Then may also H1571 my covenant H1285 be broken H6565 with H854 David H1732 my servant H5650 , that he should not have H4480 H1961 a son H1121 to reign H4427 upon H5921 his throne H3678 ; and with H854 the Levites H3881 the priests H3548 , my ministers H8334 .
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22. किन्तु मैं अपने सेवक दाऊद को और लेवी के परिवार समूह को अनेक वंशज दूँगा। वे उतने होंगे जितने आकाश में तारे हैं, और आकाश के तारों को कोई गिन नहीं सकता और वे इतने होंगे जितने सागर तट पर बालू के कण होते हैं और उन बालू के कणों को कोई गिन नहीं सकता।” PEPS
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22. As H834 the host H6635 of heaven H8064 cannot H3808 be numbered H5608 , neither H3808 the sand H2344 of the sea H3220 measured H4058 : so H3651 will I multiply H7235 H853 the seed H2233 of David H1732 my servant H5650 , and the Levites H3881 that minister unto H8334 me.
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23. यहोवा का यह सन्देश यिर्मयाह ने प्राप्त किया:
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23. Moreover the word H1697 of the LORD H3068 came H1961 to H413 Jeremiah H3414 , saying H559 ,
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24. “यिर्मयाह, क्या तुमने सुना है कि लोग क्या कह रहे हैं वे लोग कह रहे हैं: ‘यहोवा ने इस्राएल और यहूदा के दो परिवारों को अस्वीकार कर दिया है। यहोवा ने उन लोगों को चुना था, किन्तु अब वह उन्हें राष्ट्र के रूप में भी स्वीकार नहीं करता।’ ” PEPS
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24. Considerest H7200 thou not H3808 what H4100 this H2088 people H5971 have spoken H1696 , saying H559 , The two H8147 families H4940 which H834 the LORD H3068 hath chosen H977 , he hath even cast them off H3988 ? thus they have despised H5006 my people H5971 , that they should be no H4480 H1961 more H5750 a nation H1471 before H6440 them.
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25. यहोवा कहता है, “यदि मेरी वाचा दिन और रात के साथ बनी नहीं रहती, और यदि मैं आकाश और पृथ्वी के लिये नियम नहीं बनाता तभी संभव है कि मैं उन लोगों को छोड़ूँ।
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25. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; If H518 my covenant H1285 be not H3808 with day H3119 and night H3915 , and if I have not H3808 appointed H7760 the ordinances H2708 of heaven H8064 and earth H776 ;
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26. तभी यह संभव होगा कि मैं याकूब के वंशजों से दूर हट जाऊँ और तभी यह हो सकता है कि मैं दाऊद के वंशजों को इब्राहीम, इसहाक और याकूब के वंशजों पर शासन करने न दूँ। किन्तु दाऊद मेरा सेवक है और मैं उन लोगों पर दया करूँगा और मैं फिर उन लोगों को उनकी धरती पर वापस लौटा लाऊँगा।” PE
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26. Then H1571 will I cast away H3988 the seed H2233 of Jacob H3290 , and David H1732 my servant H5650 , so that I will not take H4480 H3947 any of his seed H4480 H2233 to be rulers H4910 over H413 the seed H2233 of Abraham H85 , Isaac H3446 , and Jacob H3290 : for H3588 I will cause H853 their captivity H7622 to return H7725 , and have mercy H7355 on them.
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