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1. {मिस्र में याकूब का परिवार} PS याकूब (इस्राएल) ने अपने पुत्रों के साथ मिस्र की यात्रा की थी, और हर एक पुत्र के साथ उसका अपना परिवार था। इस्राएल के पुत्रों के नाम है:
1. Now these H428 are the names H8034 of the children H1121 of Israel H3478 , which came H935 into Egypt H4714 ; every man H376 and his household H1004 came H935 with H854 Jacob H3290 .
2. रूबेन, शिमोन, लेवी, यहूदा,
2. Reuben H7205 , Simeon H8095 , Levi H3878 , and Judah H3063 ,
3. इस्साकर, जबूलून, बिन्यामीन,
3. Issachar H3485 , Zebulun H2074 , and Benjamin H1144 ,
4. दान, नप्ताली, गाद, आशेर।
4. Dan H1835 , and Naphtali H5321 , Gad H1410 , and Asher H836 .
5. याकूब के अपने वंश में सत्तर लोग थे। उसके बारह पुत्रों में एक यूसुफ पहले से ही मिस्र में था। PEPS
5. And all H3605 the souls H5315 that came out H3318 of the loins H3409 of Jacob H3290 were H1961 seventy H7657 souls H5315 : for Joseph H3130 was H1961 in Egypt H4714 already .
6. बाद में यूसुफ उसके भाई और उसकी पीढ़ी के सभी लोग मर गए।
6. And Joseph H3130 died H4191 , and all H3605 his brethren H251 , and all H3605 that H1931 generation H1755 .
7. किन्तु इस्राएल के लोगों की बहुत सन्तानें थी, और उनकी संख्या बढ़ती ही गई। ये लोग शक्तिशाली हो गए और इन्हीं लोगों से मिस्र भर गया था। PS
7. And the children H1121 of Israel H3478 were fruitful H6509 , and increased abundantly H8317 , and multiplied H7235 , and waxed exceeding mighty H6105 H3966 H3966 ; and the land H776 was filled H4390 with H854 them.
8. {इस्राएल के लोगों को कष्ट} PS तब एक नया राजा मिस्र पर शासन करने लगा। यह व्यक्ति यूसुफ को नहीं जानता था।
8. Now there arose up H6965 a new H2319 king H4428 over H5921 Egypt H4714 , which H834 knew H3045 not H3808 H853 Joseph H3130 .
9. इस राजा ने अपने लोगों से कहा, “इस्राएल के लोगों को देखो, इनकी संख्या अत्याधिक है, और हम लोगों से अधिक शक्तिशाली है।
9. And he said H559 unto H413 his people H5971 , Behold H2009 , the people H5971 of the children H1121 of Israel H3478 are more H7227 and mightier H6099 than H4480 we:
10. हम लोगों को निश्चय ही इनके बिरुद्ध योजना बनानी चाहिए। यदि हम लोग ऐसा नहीं करते तो हो सकता है, कि कोई युद्ध छिड़े और इस्राएल के लोग हमारे शत्रुओं का साथ देने लगे। तब वे हम लोगों को हरा सकते हैं और हम लोगों के हाथों से निकल सकते हैं।” PEPS
10. Come H3051 on , let us deal wisely H2449 with them; lest H6435 they multiply H7235 , and it come to pass H1961 , that, when H3588 there falleth out H7122 any war H4421 , they H1931 join H3254 also H1571 unto H5921 our enemies H8130 , and fight H3898 against us , and so get them up H5927 out of H4480 the land H776 .
11. मिस्र के लोग इस्राएल के लोगों का जीवन कठिन बनाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने इस्राएल के लोगों पर दास—स्वामी नियुक्त किए। उन स्वामियों ने फ़िरौन के लिए पितोम और रामसेस नगरों को बनाने के लिए इस्राएली लोगों को विवश किया। उन्होंने इन नगरों में अन्न तथा अन्य चीज़ें इकट्ठी कीं। PEPS
11. Therefore they did set H7760 over H5921 them taskmasters H8269 H4522 to H4616 afflict H6031 them with their burdens H5450 . And they built H1129 for Pharaoh H6547 treasure H4543 cities H5892 , H853 Pithom H6619 and Rameses H7486 .
12. मिस्री लोगों ने इस्राएल के लोगों को कठिन से कठिन काम करने को विवश किया। किन्तु जितना अधिक काम करने के लिए इस्राएली लोगों को विवश किया गया उनकी संख्या उतनी ही बढ़ती चली गई और मिस्री लोग इस्राएली लोगों से अधिकाधिक भयभीत होते गए।
12. But the more H834 they afflicted H6031 them , the more H3651 they multiplied H7235 and grew H3651 H6555 . And they were grieved H6973 because H4480 H6440 of the children H1121 of Israel H3478 .
13. इसलिए मिस्र के लोगों ने इस्राएली लोगों को और भी अधिक कठिन काम करने को विवश किया। PEPS
13. And the Egyptians H4714 made H853 the children H1121 of Israel H3478 to serve H5647 with rigor H6531 :
14. मिस्री लोगों ने इस्राएली लोगों का जीवन दूभर कर दिया। उन्होंने इस्राएली लोगों को ईंट—गारा बनाने का बहुत कड़ा काम करने के लिए विवश किया। उन्होंने उन्हें खेतों में भी बहुत कड़ा काम करने को विवश किया। वे जो कुछ करते थे उन्हें कठिन परिश्रम के साथ करने को विवश किया। PS
14. And they made H853 their lives H2416 bitter H4843 with hard H7186 bondage H5656 , in mortar H2563 , and in brick H3843 , and in all manner H3605 of service H5656 in the field H7704 : H853 all H3605 their service H5656 , wherein H834 they made them serve H5647 , was with rigor H6531 .
15. {यहोवा की अनुगामी धाइयाँ} PS वहाँ शिप्रा और पूआ नाम की दो धाइयाँ थीं। ये धाइयाँ इस्राएली स्त्रियों के बच्चों का जन्म देने में सहायता करती थी। मिस्र के राजा ने धाइयों से बातचीत की।
15. And the king H4428 of Egypt H4714 spoke H559 to the Hebrew H5680 midwives H3205 , of which H834 the name H8034 of the one H259 was Shiphrah H8236 , and the name H8034 of the other H8145 Puah H6326 :
16. राजा ने कहा, “तुम हिब्रू *हिब्रू इस्राएल के लोग। इस नाम का अर्थ एवर के वंशज भी हो सकता है या फरात नदी के पूर्व के लोग। देखें उत्पत्ति 10:25-31. स्त्रियों को बच्चा जनने में सहायता करती रहोगी। यदि लड़की पैदा हो तो उसे जीवित रहने दो किन्तु यदि लड़का पैदा हो तो तुम लोग उसे मार डालो।” PEPS
16. And he said H559 , When ye do the office of a midwife H3205 to H853 the Hebrew women H5680 , and see H7200 them upon H5921 the stools H70 ; if H518 it H1931 be a son H1121 , then ye shall kill H4191 him : but if H518 it H1931 be a daughter H1323 , then she shall live H2425 .
17. किन्तु धाइयों ने परमेश्वर पर विश्वास? किया। इसलिए उन्होंने मिस्र के राजा के आदेश का पालन नहीं किया। उन्होंने सभी लड़कों को जीवित रहने दिया। PEPS
17. But the midwives H3205 feared H3372 H853 God H430 , and did H6213 not H3808 as H834 the king H4428 of Egypt H4714 commanded H1696 H413 them , but saved H2421 H853 the men children H3206 alive.
18. मिस्र के राजा ने धाइयों को बुलाया और कहा, “तुम लोगों ने ऐसा क्यों किया? तुम लोगों ने पुत्रों (लड़कों) को क्यों जीवित रहने दिया?” PEPS
18. And the king H4428 of Egypt H4714 called for H7121 the midwives H3205 , and said H559 unto them, Why H4069 have ye done H6213 this H2088 thing H1697 , and have saved H2421 H853 the men children H3206 alive?
19. धाइयों ने फ़िरौन से कहा, “हिब्रू स्त्रियाँ मिस्री स्त्रियों से अधिक बलवान हैं। उनकी सहायता के लिए हम लोगों के पहुँचने से पहले ही वे बच्चों को जन्म दे देती हैं।”
19. And the midwives H3205 said H559 unto H413 Pharaoh H6547 , Because H3588 the Hebrew women H5680 are not H3808 as the Egyptian H4713 women H802 ; for H3588 they H2007 are lively H2422 , and are delivered H3205 ere H2962 the midwives H3205 come in H935 unto H413 them.
20. (20-21) परमेश्वर धाइयों पर कृपालु था क्योंकि वे परमेश्वर से डरती थीं। PEPS इसलिए परमेश्वर उनके लिए अच्छा रहा और उन्हें अपने परिवार बनाने दिया और हिब्रू लोग अधिक बच्चे उत्पन्न करते रहे और वे बहुत शक्तिशाली हो गए।
20. Therefore God H430 dealt well H3190 with the midwives H3205 : and the people H5971 multiplied H7235 , and waxed very mighty H6105 H3966 .
21. इसलिए फ़िरौन ने अपने सभी लोगों को यह आदेश दिया, “जब कभी पुत्र पैदा हो तब तुम अवश्य ही उसे नील नदी में फेंक दो। किन्तु सभी पुत्रियों को जीवित रहने दो।” PE
21. And it came to pass H1961 , because H3588 the midwives H3205 feared H3372 H853 God H430 , that he made H6213 them houses H1004 .
22.
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