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1. उसने कहा, “यहोवा मेरी शक्ति है,
मैं तुझ पर अपनी करुणा दिखाऊँगा!
1. To the chief Musician H5329 , A Psalm of David H1732 , the servant H5650 of the LORD H3068 , who H834 spoke H1696 unto the LORD H3068 H853 the words H1697 of this H2063 song H7892 in the day H3117 that the LORD H3068 delivered H5337 him from the hand H4480 H3709 of all H3605 his enemies H341 , and from the hand H4480 H3027 of Saul H7586 : And he said H559 , I will love H7355 thee , O LORD H3068 , my strength H2391 .
2. यहोवा मेरी चट्टान, मेरा गढ़, मेरा शरणस्थल है।”
मेरा परमेश्वर मेरी चट्टान है। मैं तेरी शरण मे आया हूँ।
उसकी शक्ति मुझको बचाती है।
यहोवा ऊँचे पहाड़ों पर मेरा शरणस्थल है।
2. The LORD H3068 is my rock H5553 , and my fortress H4686 , and my deliverer H6403 ; my God H410 , my strength H6697 , in whom I will trust H2620 ; my buckler H4043 , and the horn H7161 of my salvation H3468 , and my high tower H4869 .
3. यहोवा को जो स्तुति के योग्य है,
मैं पुकारुँगा और मैं अपने शत्रुओं से बचाया जाऊँगा।
3. I will call H7121 upon the LORD H3068 , who is worthy to be praised H1984 : so shall I be saved H3467 from H4480 mine enemies H341 .
4. मेरे शत्रुओं ने मुझे मारने का यत्न किया। मैं चारों ओर मृत्यु की रस्सियों से घिरा हूँ!
मुझ को अधर्म की बाढ़ ने भयभीत कर दिया।
4. The sorrows H2256 of death H4194 compassed H661 me , and the floods H5158 of ungodly men H1100 made me afraid H1204 .
5. मेरे चारों ओर पाताल की रस्सियाँ थी।
और मुझ पर मृत्यु के फँदे थे।
5. The sorrows H2256 of hell H7585 compassed me about H5437 : the snares H4170 of death H4194 prevented H6923 me.
6. मैं घिरा हुआ था और यहोवा को सहायता के लिये पुकारा।
मैंने अपने परमेश्वर को पुकारा।
परमेश्वर पवित्र निज मन्दिर में विराजा।
उसने मेरी पुकार सुनी और सहायता की।
6. In my distress H6862 I called upon H7121 the LORD H3068 , and cried H7768 unto H413 my God H430 : he heard H8085 my voice H6963 out of his temple H4480 H1964 , and my cry H7775 came H935 before H6440 him, even into his ears H241 .
7. तब पृथ्वी हिल गई और काँप उठी;
और पहाड़ों की नींव कंपित हो कर हिल गई
क्योंकि यहोवा अति क्रोधित हुआ था!
7. Then the earth H776 shook H1607 and trembled H7493 ; the foundations H4146 also of the hills H2022 moved H7264 and were shaken H1607 , because H3588 he was wroth H2734 .
8. परमेश्वर के नथनों से धुँआ निकल पड़ा।
परमेश्वर के मुख से ज्वालायें फूट निकली,
और उससे चिंगारियाँ छिटकी।
8. There went up H5927 a smoke H6227 out of his nostrils H639 , and fire H784 out of his mouth H4480 H6310 devoured H398 : coals H1513 were kindled H1197 by H4480 it.
9. यहोवा स्वर्ग को चीर कर नीचे उतरा!
सघन काले मेघ उसके पाँव तले थे।
9. He bowed H5186 the heavens H8064 also , and came down H3381 : and darkness H6205 was under H8478 his feet H7272 .
10. उसने उड़ते करुब स्वर्गदूतों पर सवारी की वायु पर सवार हो
वह ऊँचे उड़ चला।
10. And he rode H7392 upon H5921 a cherub H3742 , and did fly H5774 : yea , he did fly H1675 upon H5921 the wings H3671 of the wind H7307 .
11. यहोवा ने स्वयं को अँधेरे में छिपा लिया, उसको अम्बर का चँदोबा घिरा था।
वह गरजते बादलों के सघन घटा—टोप में छिपा हुआ था।
11. He made H7896 darkness H2824 his secret place H5643 ; his pavilion H5521 round about H5439 him were dark H2824 waters H4325 and thick clouds H5645 of the skies H7834 .
12. परमेश्वर का तेज बादल चीर कर निकला।
बरसा और बिजलियाँ कौंधी।
12. At the brightness H4480 H5051 that was before H5048 him his thick clouds H5645 passed H5674 , hail H1259 stones and coals H1513 of fire H784 .
13. यहोवा का उद्घोष नाद अम्बर में गूँजा!
परम परमेश्वर ने निज वाणी को सुनने दिया! फिर ओले बरसे और बिजलियाँ कौंध उठी।
13. The LORD H3068 also thundered H7481 in the heavens H8064 , and the Highest H5945 gave H5414 his voice H6963 ; hail H1259 stones and coals H1513 of fire H784 .
14. यहोवा ने बाण छोड़े और शत्रु बिखर गये।
उसके अनेक तड़ित बज्रों ने उनको पराजित किया।
14. Yea , he sent out H7971 his arrows H2671 , and scattered H6327 them ; and he shot out H7232 lightnings H1300 , and discomfited H2000 them.
15. हे यहोवा, तूने गर्जना की
और मुख से आँधी प्रवाहित की।
जल पीछे हट कर दबा और समुद्र का जल अतल दिखने लगा,
और धरती की नींव तक उधड़ी।
15. Then the channels H650 of waters H4325 were seen H7200 , and the foundations H4146 of the world H8398 were discovered H1540 at thy rebuke H4480 H1606 , O LORD H3068 , at the blast H4480 H5397 of the breath H7307 of thy nostrils H639 .
16. यहोवा ऊपर अम्बर से नीचे उतरा और मेरी रक्षा की।
मुझको मेरे कष्टों से उबार लिया।
16. He sent H7971 from above H4480 H4791 , he took H3947 me , he drew H4871 me out of many waters H4480 H4325 H7227 .
17. मेरे शत्रु मुझसे कहीं अधिक सशक्त थे।
वे मुझसे कहीं अधिक बलशाली थे, और मुझसे बैर रखते थे। सो परमेश्वर ने मेरी रक्षा की।
17. He delivered H5337 me from my strong H5794 enemy H4480 H341 , and from them which hated H4480 H8130 me: for H3588 they were too strong H553 for H4480 me.
18. जब मैं विपत्ति में था, मेरे शत्रुओं ने मुझ पर प्रहार किया
किन्तु तब यहोवा ने मुझ को संभाला!
18. They prevented H6923 me in the day H3117 of my calamity H343 : but the LORD H3068 was H1961 my stay H4937 .
19. यहोवा को मुझसे प्रेम था, सो उसने मुझे बचाया
और मुझे सुरक्षित ठौर पर ले गया।
19. He brought me forth H3318 also into a large place H4800 ; he delivered H2502 me, because H3588 he delighted H2654 in me.
20. मैं अबोध हूँ, सो यहोवा मुझे बचायेगा।
मैंने कुछ बुरा नहीं किया। वह मेरे लिये उत्तम चीजें करेगा।
20. The LORD H3068 rewarded H1580 me according to my righteousness H6664 ; according to the cleanness H1252 of my hands H3027 hath he recompensed H7725 me.
21. क्योंकि मैंने यहोवा की आज्ञा पालन किया!
अपने परमेश्वर यहोवा के प्रति मैंने कोई भी बुरा काम नहीं किया।
21. For H3588 I have kept H8104 the ways H1870 of the LORD H3068 , and have not H3808 wickedly departed H7561 from my God H4480 H430 .
22. मैं तो यहोवा के व्यवस्था विधानों को
और आदेशों को हमेशा ध्यान में रखता हूँ!
22. For H3588 all H3605 his judgments H4941 were before H5048 me , and I did not H3808 put away H5493 his statutes H2708 from H4480 me.
23. स्वयं को मैं उसके सामने पवित्र रखता हूँ
और अबोध बना रहता हूँ।
23. I was H1961 also upright H8549 before H5973 him , and I kept myself H8104 from mine iniquity H4480 H5771 .
24. क्योंकि मैं अबोध हूँ! इसलिये मुझे मेरा पुरस्कार देगा!
जैसा परमेश्वर देखता है कि मैंने कोई बुरा नहीं किया, अतःवह मेरे लिये उत्तम चीज़ें करेगा।
24. Therefore hath the LORD H3068 recompensed H7725 me according to my righteousness H6664 , according to the cleanness H1252 of my hands H3027 in H5048 his eyesight H5869 .
25. हे यहोवा, तू विश्वसनीय लोगों के साथ विश्वसनीय
और खरे लोगों के साथ तू खरा है।
25. With H5973 the merciful H2623 thou wilt show thyself merciful H2616 ; with H5973 an upright H8549 man H1399 thou wilt show thyself upright H8552 ;
26. हे यहोवा शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता है, और टेढ़ों के साथ तू तिछर्ा बनता है।
किन्तु, तू नीच और कुटिल जनों से भी चतुर है।
26. With H5973 the pure H1305 thou wilt show thyself pure H1305 ; and with H5973 the froward H6141 thou wilt show thyself froward H6617 .
27. हे यहोवा, तू नम्र जनों के लिये सहाय है,
किन्तु जिनमें अहंकार भरा है उन मनुष्यों को तू बड़ा नहीं बनने देता।
27. For H3588 thou wilt H859 save H3467 the afflicted H6041 people H5971 ; but wilt bring down H8213 high H7311 looks H5869 .
28. हे यहोवा, तू मेरा जलता दीप है।
हे मेरे परमेश्वर तू मेरे अधंकार को ज्योति में बदलता है!
28. For H3588 thou H859 wilt light H215 my candle H5216 : the LORD H3068 my God H430 will enlighten H5050 my darkness H2822 .
29. हे यहोवा, तेरी सहायता से, मैं सैनिकों के साथ दौड़ सकता हूँ।
तेरी ही सहायता से, मैं शत्रुओं के प्राचीर लाँघ सकता हूँ।
29. For H3588 by thee I have run through H7323 a troop H1416 ; and by my God H430 have I leaped over H1801 a wall H7791 .
30. परमेश्वर के विधान पवित्र और उत्तम हैं और यहोवा के शब्द सत्यपूर्ण होते हैं।
वह उसको बचाता है जो उसके भरोसे हैं।
30. As for God H410 , his way H1870 is perfect H8549 : the word H565 of the LORD H3068 is tried H6884 : he H1931 is a buckler H4043 to all H3605 those that trust H2620 in him.
31. यहोवा को छोड़ बस और कौन परमेश्वर है
मात्र हमारे परमेश्वर के और कौन चट्टान है
31. For H3588 who H4310 is God H433 save H4480 H1107 the LORD H3068 ? or who H4310 is a rock H6697 save H2108 our God H430 ?
32. मुझको परमेश्वर शक्ति देता है।
मेरे जीवन को वह पवित्र बनाता है।
32. It is God H410 that girdeth H247 me with strength H2428 , and maketh H5414 my way H1870 perfect H8549 .
33. परमेश्वर मेरे चरणों को हिरण की सी तीव्र गति देता है।
वह मुझे स्थिर बनाता और मुझे चट्टानी शिखरों से गिरने से बचाता है।
33. He maketh H7737 my feet H7272 like hinds H355 ' feet , and setteth H5975 me upon H5921 my high places H1116 .
34. हे यहोवा, मुझको सिखा कि युद्ध मैं कैसे लडूँ
वह मेरी भुजाओं को शक्ति देता है जिससे मैं काँसे के धनुष की डोरी खींच सकूँ।
34. He teacheth H3925 my hands H3027 to war H4421 , so that a bow H7198 of steel H5154 is broken H5181 by mine arms H2220 .
35. हे परमेश्वर, अपनी ढाल से मेरी रक्षा कर।
तू मुझको अपनी दाहिनी भुजा से
अपनी महान शक्ति प्रदान करके सहारा दे।
35. Thou hast also given H5414 me the shield H4043 of thy salvation H3468 : and thy right hand H3225 hath holden me up H5582 , and thy gentleness H6038 hath made me great H7235 .
36. हे परमेश्वर, तू मेरे पाँवों को और टखनों को दृढ़ बना
ताकि मैं तेजी से बिना लड़खड़ाहट के बढ़ चलूँ।
36. Thou hast enlarged H7337 my steps H6806 under H8478 me , that my feet H7166 did not H3808 slip H4571 .
37. फिर अपने शत्रुओं का पीछा करुँ, और उन्हें पकड़ सकूँ।
उनमें से एक को भी नहीं बच पाने दूँगा।
37. I have pursued H7291 mine enemies H341 , and overtaken H5381 them: neither H3808 did I turn again H7725 till H5704 they were consumed H3615 .
38. मैं अपने शत्रुओं को पराजित करुँगा।
उनमें से एक भी फिर खड़ा नहीं. होगा।
मेरे सभी शत्रु मेरे पाँवों पर गिरेंगे।
38. I have wounded H4272 them that they were not H3808 able H3201 to rise H6965 : they are fallen H5307 under H8478 my feet H7272 .
39. हे परमेश्वर, तूने मुझे युद्ध में शक्ति दी,
और मेरे सब शत्रुओं को मेरे सामने झुका दिया।
39. For thou hast girded H247 me with strength H2428 unto the battle H4421 : thou hast subdued H3766 under H8478 me those that rose up H6965 against me.
40. तूने मेरे शत्रुओं की पीठ मेरी ओर फेर दी,
ताकि मैं उनको काट डालूँ जो मुझ से द्वेष रखते हैं!
40. Thou hast also given H5414 me the necks H6203 of mine enemies H341 ; that I might destroy H6789 them that hate H8130 me.
41. जब मेरे बैरियों ने सहायता को पुकारा, q
उन्हें सहायता देने आगे कोई नहीं आया।
यहाँ तक कि उन्होंने यहोवा तक को पुकारा,
किन्तु यहोवा से उनको उत्तर मिला।
41. They cried H7768 , but there was none H369 to save H3467 them: even unto H5921 the LORD H3068 , but he answered H6030 them not H3808 .
42. मैं अपने शत्रुओं को कूट कूट कर धूल में मिला दूँगा, जिसे पवन उड़ा देती है।
मैंने उनको कुचल दिया और मिट्टी में मिला दिया।
42. Then did I beat them small H7833 as the dust H6083 before H5921 H6440 the wind H7307 : I did cast them out H7324 as the dirt H2916 in the streets H2351 .
43. मुझे उनसे बचा ले जो मुझसे युद्ध करते हैं।
मुझे उन जातियों का मुखिया बना दे,
जिनको मैं जानता तक नहीं हूँ ताकि वे मेरी सेवा करेंगे।
43. Thou hast delivered H6403 me from the strivings H4480 H7379 of the people H5971 ; and thou hast made H7760 me the head H7218 of the heathen H1471 : a people H5971 whom I have not H3808 known H3045 shall serve H5647 me.
44. फिर वे लोग मेरी सुनेंगे और मेरे आदेशों को पालेंगे, q
अन्य राष्टों के जन मुझसे डरेंगे।
44. As soon as they hear H8088 H241 of me , they shall obey H8085 me : the strangers H1121 H5236 shall submit H3584 themselves unto me.
45. वे विदेशी लोग मेरे सामने झुकेंगे क्योंकि वे मुझसे भयभीत होंगे।
वे भय से काँपते हुए अपने छिपे स्थानों से बाहर निकल आयेंगे।
45. The strangers H1121 H5236 shall fade away H5034 , and be afraid H2727 out of H4480 their close places H4526 .
46. यहोवा सजीव है!
मैं अपनी चट्टान के यश गीत गाता हूँ।
मेरा महान परमेश्वर मेरी रक्षा करता है।
46. The LORD H3068 liveth H2416 ; and blessed H1288 be my rock H6697 ; and let the God H430 of my salvation H3468 be exalted H7311 .
47. धन्य है, मेरा पलटा लेने वाला परमेश्वर
जिसने देश—देश के लोगों को मेरे बस में कर दिया है।
47. It is God H410 that avengeth H5414 H5360 me , and subdueth H1696 the people H5971 under H8478 me.
48. यहोवा, तूने मुझे शत्रुओं से छुड़ाया है। तूने मेरी सहायता की ताकि मैं उन लोगों को हरा सकूँ जो मेरे विरुद्ध खड़े हुए।
तूने मुझे कठोर व्यक्तियों से बचाया है।
48. He delivereth H6403 me from mine enemies H4480 H341 : yea H637 , thou liftest me up H7311 above H4480 those that rise up H6965 against me : thou hast delivered H5337 me from the violent H2555 man H4480 H376 .
49. हे यहोवा, इसी कारण मैं देशों के बीच तेरी स्तुति करता हूँ।
इसी कारण मैं तेरे नाम का भजन गाता हूँ।
49. Therefore H5921 H3651 will I give thanks H3034 unto thee , O LORD H3068 , among the heathen H1471 , and sing praises H2167 unto thy name H8034 .
50. यहोवा अपने राजा की सहायता बहुत से युद्धों को जीतने में करता है!
वह अपना सच्चा प्रेम, अपने चुने हुए राजा पर दिखाता है।
वह दाऊद और उसके वंशजों के लिये सदा विश्वास योग्य रहेगा! PE
50. Great H1431 deliverance H3444 giveth he to his king H4428 ; and showeth H6213 mercy H2617 to his anointed H4899 , to David H1732 , and to his seed H2233 forevermore H5704 H5769 .
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