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1

1. {कूश के लिये परमेश्वर का सन्देश} PS उस धरती को देखो जो कूश की नदियों के साथ—साथ फैली है। इस धरती में कीड़े—मकोड़े भरे पड़े हैं। तुम उनके पंखों की भिन्नाहट सुन सकते हो।
1. Woe H1945 to the land H776 shadowing H6767 with wings H3671 , which H834 is beyond H4480 H5676 the rivers H5104 of Ethiopia H3568 :
2. यह धरती लोगों को सरकण्डों की नावों से सागर के पार भेजती है। हे तेज़ चलने वाले हरकारो,
एक ऐसी जाति के लोगों के पास जाओ जो लम्बे और शक्तिशाली हैं!
(इन लम्बें शक्तिशाली लोगों से सब कहीं के लोग डरते हैं।
वे एक बलवान जाति के लोग हैं।
उनकी जाति दूसरी जातियों को पराजित कर देती हैं।
वे एक ऐसे देश के हैं जिसे नदियाँ विभाजित करती हैं।)
2. That sendeth H7971 ambassadors H6735 by the sea H3220 , even in vessels H3627 of bulrushes H1573 upon H5921 H6440 the waters H4325 , saying , Go H1980 , ye swift H7031 messengers H4397 , to H413 a nation H1471 scattered H4900 and peeled H4178 , to H413 a people H5971 terrible H3372 from H4480 their beginning H1931 hitherto H1973 ; a nation H1471 meted out H6957 H6957 and trodden down H4001 , whose H834 land H776 the rivers H5104 have spoiled H958 !
3. ऐसे उन लोगों को सावधान कर दो कि उनके साथ कोई बुरी घटना घटने को है।
उस जाति के साथ घटती हुई इस घटना को दुनिया के सब लोग देखेंगे।
लोग इसे इस तरह साफ—साफ देखेंगे, जैसे पहाड़ पर लगे हुए झण्डे को लोग देखते हैं।
इन लम्बे और शक्तिशाली व्यक्तियों के साथ जो बातें घटेंगी, उनके बारे में इस धरती के सभी निवासी सुनेंगे।
इसको वे इतनी स्पष्टता से सुनेंगे जितनी स्पष्टता से युद्ध से पहले बजने वाले नरसिंगे की आवाज़ सुनाई देती हैं। PS
3. All H3605 ye inhabitants H3427 of the world H8398 , and dwellers H7931 on the earth H776 , see H7200 ye , when he lifteth up H5375 an ensign H5251 on the mountains H2022 ; and when he bloweth H8628 a trumpet H7782 , hear H8085 ye.
4. यहोवा ने कहा, “जो स्थान मेरे लिये तैयार किया गया है, मैं उस स्थान पर होऊँगा। मैं चुपचाप इन बातों को घटते हुए देखूँगा। गर्मी के एक सुहावने दिन दोपहर के समय जब लोग आराम कर रहे होंगे (यह तब होगा जब कटनी का गर्म समय होगा, वर्षा नहीं होगी, बस अलख सुबह की ओस ही पड़ेगी।)
4. For H3588 so H3541 the LORD H3068 said H559 unto H413 me , I will take my rest H8252 , and I will consider H5027 in my dwelling place H4349 like a clear H6703 heat H2527 upon H5921 herbs H216 , and like a cloud H5645 of dew H2919 in the heat H2527 of harvest H7105 .
5. तभी कोई बहुत भयानक बात घटेगी। यह वह समय होगा जब फूल खिल चुके होंगे। नये अँगूर फूट रहे होंगे और उनकी बढ़वार हो रही होगी। किन्तु फसल उतारने के समय से पहले ही शत्रु आयेगा और इन पौधों को काट डालेगा। शत्रु आकर अँगूर की लताओं को तोड़ डालेगा और उन्हें कहीं दूर फेंक देगा।
5. For H3588 before H6440 the harvest H7105 , when the bud H6525 is perfect H8552 , and the sour grape H1155 is H1961 ripening H1580 in the flower H5328 , he shall both cut off H3772 the sprigs H2150 with pruning hooks H4211 , and take away H5493 and cut down H8456 the branches H5189 .
6. अँगूर की यें बेलें शिकारी पहाड़ी पक्षियों और जंगली जानवरों के खाने के लिये छोड़ दी जायेंगी। गर्मियों में पक्षी इन दाख लताओं में बसेरा करेंगे और उस सदी में जंगली पशु इन दाख लताओं को चरेंगे।”
6. They shall be left H5800 together H3162 unto the fowls H5861 of the mountains H2022 , and to the beasts H929 of the earth H776 : and the fowls H5861 shall summer H6972 upon H5921 them , and all H3605 the beasts H929 of the earth H776 shall winter H2778 upon H5921 them.
7. उस समय, सर्वशक्तिमान यहोवा को एक विशेष भेंट चढ़ाई जायेगी। यह भेंट उन लोगों की ओर से आयेगी, जो लम्बे और शक्तिशाली हैं। (सब कहीं के लोग इन लोगों से डरते हैं। ये एक शक्तिशाली जाति के लोग हैं। यह जाति दूसरी जाति के लोगों को पराजित कर देती है। ये एक ऐसे देश के हैं, जो नदियों से विभाजित हैं।) यह भेंट यहोवा के स्थान सिय्योन पर्वत पर लायी जायेगी। PE
7. In that H1931 time H6256 shall the present H7862 be brought H2986 unto the LORD H3068 of hosts H6635 of a people H5971 scattered H4900 and peeled H4178 , and from a people H4480 H5971 terrible H3372 from H4480 their beginning H1931 hitherto H1973 ; a nation H1471 meted out H6957 H6957 and trodden under foot H4001 , whose H834 land H776 the rivers H5104 have spoiled H958 , to H413 the place H4725 of the name H8034 of the LORD H3068 of hosts H6635 , the mount H2022 Zion H6726 .
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