Bible Books

:

1. {हिजकिय्याह फसहपर्व मनाता है} PS हिजकिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के सभी लोगों को सन्देश भेजा। उसने एप्रैम और मनश्शे के लोगों को भी पत्र लिखा। हिजकिय्याह ने उन सभी लोगों को यरूशलेम में यहोवा के मन्दिर में आने के लिये निमन्त्रित किया जिससे वे सभी फसहपर्व यहोवा, इस्राएल के परमेश्वर के लिये मना सकें।
1. And Hezekiah H3169 sent H7971 to H5921 all H3605 Israel H3478 and Judah H3063 , and wrote H3789 letters H107 also H1571 to H5921 Ephraim H669 and Manasseh H4519 , that they should come H935 to the house H1004 of the LORD H3068 at Jerusalem H3389 , to keep H6213 the passover H6453 unto the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 .
2. हिजकिय्याह ने सभी अधिकारियों और यरूशलेम की सभा से यह सलाह की कि फसह पर्व दूसरे महीने मनें मनाया जाये।
2. For the king H4428 had taken counsel H3289 , and his princes H8269 , and all H3605 the congregation H6951 in Jerusalem H3389 , to keep H6213 the passover H6453 in the second H8145 month H2320 .
3. वे फसह पर्व को नियमित समय से मना सके। क्यों क्योंकि याजक पर्याप्त संख्या में पवित्र सेवा के लिये अपने को तैयार कर सके और दूसरा कारण यह था कि लोग यरूशलेम में इकट्ठे नहीं हो सके थे।
3. For H3588 they could H3201 not H3808 keep H6213 it at that H1931 time H6256 , because H3588 the priests H3548 had not H3808 sanctified themselves H6942 sufficiently H4078 , neither H3808 had the people H5971 gathered themselves together H622 to Jerusalem H3389 .
4. इस सुझाव ने राजा हिजकिय्याह और पूरी सभा को सन्तुष्ट किया।
4. And the thing H1697 pleased H3474 H5869 the king H4428 and all H3605 the congregation H6951 .
5. इसलिये उन्होंने इस्राएल में बेर्शेबा नगर से लेकर लगातार दान नगर तक हर एक स्थान पर घोषणा की। उन्होंने लोगों से कहा कि वे यरूशलेम में यहोवा, इस्राएल के परमेश्वर के लिये फसह पर्व मनाने आऐं। इस्राएल के बहुत बड़े समूह ने बहुत समय से फसह पर्व उस प्रकार नहीं मनाया था, जिस प्रकार मूसा के नियमों ने इसे मनाने को कहा था।
5. So they established H5975 a decree H1697 to make proclamation H5674 H6963 throughout all H3605 Israel H3478 , from Beer H4480 H884 -sheba even to H5704 Dan H1835 , that they should come H935 to keep H6213 the passover H6453 unto the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 at Jerusalem H3389 : for H3588 they had not H3808 done H6213 it of a long H7230 time in such sort as it was written H3789 .
6. इसलिये दूत राजा का पत्र पूरे इस्राएल औऱ यहूदा में ले गए। उन पत्रों में यह लिखा था: “इस्राएल की सन्तानों, इब्राहीम, इसहाक और इस्राएल (याकूब), जिस यहोवा, परमेश्वर की आज्ञा मानते थे उसके पास लौटो। तब यहोवा तुम लोगों के पास वापस आयेगा जो अश्शूर के राजा से बच गए हैं और अभी तक जीवित हैं।
6. So the posts H7323 went H1980 with the letters H107 from H4480 H3027 the king H4428 and his princes H8269 throughout all H3605 Israel H3478 and Judah H3063 , and according to the commandment H4687 of the king H4428 , saying H559 , Ye children H1121 of Israel H3478 , turn again H7725 unto H413 the LORD H3068 God H430 of Abraham H85 , Isaac H3327 , and Israel H3478 , and he will return H7725 to H413 the remnant H7604 of you , that are escaped H6413 out of the hand H4480 H3709 of the kings H4428 of Assyria H804 .
7. अपने पिता और भाइयों की तरह बनो। यहोवा उनका परमेश्वर था, किन्तु वे उसके विरुद्ध हो गए। इसलिये यहोवा ने उनके प्रति लोगों के हृदय में घृणा पैदा की और उनके बारे में बुरा कहलवाया। तुम स्वयं अपनी आँखों से देख सकते हो कि यह सत्य है।
7. And be H1961 not H408 ye like your fathers H1 , and like your brethren H251 , which H834 trespassed H4603 against the LORD H3068 God H430 of their fathers H1 , who therefore gave them up H5414 to desolation H8047 , as H834 ye H859 see H7200 .
8. अपने पूर्वजों की तरह हठी बनो। अपितु सच्चे हृदय से यहोवा की आज्ञा मानो। सर्वार्धिक पवित्र स्थान पर आओ। यहोवा ने सर्वाधिक पवित्र स्थान को सदैव के लिये पवित्र बनाया है। अपने यहोवा, परमेश्वर की सेवा करो। तब यहोवा का डरावना क्रोध तुम पर से हट जाएगा।
8. Now H6258 be ye not stiffnecked H408 H7185 H6203 , as your fathers H1 were, but yield H5414 H3027 yourselves unto the LORD H3068 , and enter H935 into his sanctuary H4720 , which H834 he hath sanctified H6942 forever H5769 : and serve H5647 H853 the LORD H3068 your God H430 , that the fierceness H2740 of his wrath H639 may turn away H7725 from H4480 you.
9. यदि तुम लौटोगे और यहोवा की आज्ञा मानोगे तब तुम्हारे सम्बन्धी और बच्चे उन लोगों की कृपा पाएंगे जिन्होंने उन्हें बन्दी बनाया है और तुम्हारे सम्बन्धी और बच्चे इस देश में लौटेंगे। यहोवा, तुम्हारा परमेश्वर कृपालु है। यदि तुम उसके पास लौटोगे तो वह तुमसे दूर नहीं जायेगा।” PS
9. For H3588 if ye turn again H7725 unto H5921 the LORD H3068 , your brethren H251 and your children H1121 shall find compassion H7356 before H6440 them that lead them captive H7617 , so that they shall come again H7725 into this H2063 land H776 : for H3588 the LORD H3068 your God H430 is gracious H2587 and merciful H7349 , and will not H3808 turn away H5493 his face H6440 from H4480 you, if H518 ye return H7725 unto H413 him.
10. दूत एप्रैम और मनश्शे के क्षेत्रों के सभी नगरों में गए। वे लगातार पूरे जबूलून देश में गए। किन्तु लोगों ने दूतों की हँसी उड़ाई औऱ उनका मजाक उड़ाया।
10. So the posts H7323 passed H1961 H5674 from city H4480 H5892 to city H5892 through the country H776 of Ephraim H669 and Manasseh H4519 even unto H5704 Zebulun H2074 : but they laughed them to scorn H1961 H7832 H5921 , and mocked H3932 them.
11. किन्तु आशेर, मनश्शे और जबूलून देश के कुछ लोग विनम्र हुए और यरूशलेम गए।
11. Nevertheless H389 divers H376 of Asher H4480 H836 and Manasseh H4519 and of Zebulun H4480 H2074 humbled themselves H3665 , and came H935 to Jerusalem H3389 .
12. यहूदा में परमेश्वर की शक्ति ने लोगों को संगठित किया ताकि वे राजा हिजकिय्याह औऱ उसके अधिकारियों की आज्ञा का पालन करें। इस तरह उन्होंने यहोवा की आज्ञा का पालन किया। PEPS
12. Also H1571 in Judah H3063 the hand H3027 of God H430 was H1961 to give H5414 them one H259 heart H3820 to do H6213 the commandment H4687 of the king H4428 and of the princes H8269 , by the word H1697 of the LORD H3068 .
13. बहुत से लोग एक साथ यरूशलेम, दूसरे महीने में अखमीरी रोटी का उत्सव मनाने आए। यह बहुत बड़ी भीड़ थी।
13. And there assembled H622 at Jerusalem H3389 much H7227 people H5971 to keep H6213 H853 the feast H2282 of unleavened bread H4682 in the second H8145 month H2320 , a very H3966 great H7230 congregation H6951 .
14. उन लोगों ने यरूशलेम में असत्य देवताओं की वेदियों को हटा दिया। उन्होंने असत्य देवताओं के लिये सुगन्धि भेंट की वेदियों को भी हटा दिया। उन्होंने उन वेदियों को किद्रोन की घाटी में फेंक दिया।
14. And they arose H6965 and took away H5493 H853 the altars H4196 that H834 were in Jerusalem H3389 , and all H3605 the altars for incense H6999 took they away H5493 , and cast H7993 them into the brook H5158 Kidron H6939 .
15. तब उन्होंने फसह पर्व के मेमने को दूसरे महीने के चौदहवें दिन मारा। याजक और लेवीवंशी लज्जित हुए। उन्होेंने अपने को पवित्र सेवा के लिये तैयार किया। याजक और लेवीवंशी होमबलि यहोवा के मन्दिर में ले आए।
15. Then they killed H7819 the passover H6453 on the fourteenth H702 H6240 day of the second H8145 month H2320 : and the priests H3548 and the Levites H3881 were ashamed H3637 , and sanctified themselves H6942 , and brought in H935 the burnt offerings H5930 into the house H1004 of the LORD H3068 .
16. मन्दिर में अपने लिए निर्धारित स्थान पर वे वैसे ही बैठे जैसा परमेश्वर के व्यक्ति मूसा के नियम में कहा गया था। लेवीवंशियों ने याजकों को खून दिया। तब याजकों ने खून को वेदी पर छिड़का।
16. And they stood H5975 in H5921 their place H5977 after their manner H4941 , according to the law H8451 of Moses H4872 the man H376 of God H430 : the priests H3548 sprinkled H2236 H853 the blood H1818 , which they received of the hand H4480 H3027 of the Levites H3881 .
17. उस समूह में बहुत से लोग ऐसे थे जिन्होंने अपने को पवित्र सेवा के लिये तैयार नहीं किया था अत: वे फसह पर्व के मेमने को मारने की स्वीकृति नहीं पा सके। यही कारण था कि लेवीवंशी उन सभी लोगों के लिए फसह पर्व के मेमने को मारने के उत्तरदायी थे जो शुद्ध नहीं थे। लेवीवंशी ने हर एक मेमने को यहोवा के लिये पवित्र बनाया। PEPS
17. For H3588 there were many H7227 in the congregation H6951 that H834 were not H3808 sanctified H6942 : therefore the Levites H3881 had the charge of H5921 the killing H7821 of the passovers H6453 for every one H3605 that was not H3808 clean H2889 , to sanctify H6942 them unto the LORD H3068 .
18. (18-19) एप्रैम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून के बहुत से लोग फसह पर्व उत्सव के लिये अपने को ठीक प्रकार से तैयार नहीं किया था। उन्होंने फसह पर्व मूसा के नियम के अनुसार ठीक ढंग से नहीं मनाया। किन्तु हिजकिय्याह ने उन लोगों के लिए प्रार्थना की। इसलिये हिजकिय्याह ने यह प्रार्थना की, “यहोवा, परमेश्वर तू अच्छा है। ये लोग तेरी उपासना ठीक ढंग से करना चाहते थे, किन्तु वे अपने को नियम के अनुसार शुद्ध कर सके, कृपया उन लोगों को क्षमा कर। तू परमेश्वर है जिसकी आज्ञा का पालन हमारे पूर्वजों ने किया। यदि किसी ने सर्वार्धिक पवित्र स्थान के नियम के अनुसार अपने को शुद्ध किया तो भी क्षमा कर।”
18. For H3588 a multitude H4768 of the people H5971 , even many H7227 of Ephraim H4480 H669 , and Manasseh H4519 , Issachar H3485 , and Zebulun H2074 , had not H3808 cleansed themselves H2891 , yet H3588 did they eat H398 H853 the passover H6453 otherwise H3808 than it was written H3789 . But H3588 Hezekiah H3169 prayed H6419 for H5921 them, saying H559 , The good H2896 LORD H3068 pardon H3722 every one H1157
19. यहोवा ने राजा हिजकिय्याह की प्रार्थना सुनी। यहोवा ने लोगों को क्षमा कर दिया।
19. That prepareth H3559 his heart H3824 to seek H1875 God H430 , the LORD H3068 God H430 of his fathers H1 , though he be not H3808 cleansed according to the purification H2893 of the sanctuary H6944 .
20. इस्राएल की सन्तानों ने यरूशलेम में अखमीरी रोटी का उत्सव सात दिन तक मनाया। वे बहुत प्रसन्न थे। लेवीवंशी और याजकों ने अपनी पूरी शक्ति से हर एक दिन यहोवा की स्तुति की।
20. And the LORD H3068 hearkened H8085 to H413 Hezekiah H3169 , and healed H7495 H853 the people H5971 .
21. राजा हिजकिय्याह ने उन सभी लेवीवंशियों को उत्साहित किया जो अच्छी तरह समझ गये थे कि यहोवा की सेवा कैसे की जाती है। लोगों ने सात दिन तक पर्व मनाया और मेलबलि चढ़ाई। उन्होंने अपने पूर्वजों के यहोवा परमेश्वर को धन्यवाद दिया और उसकी स्तुति की। PEPS
21. And the children H1121 of Israel H3478 that were present H4672 at Jerusalem H3389 kept H6213 H853 the feast H2282 of unleavened bread H4682 seven H7651 days H3117 with great H1419 gladness H8057 : and the Levites H3881 and the priests H3548 praised H1984 the LORD H3068 day H3117 by day H3117 , singing with loud H5797 instruments H3627 unto the LORD H3068 .
22. सभी लोग सात दिन और ठहरने को सहमत हो गए। वे फसहपर्व मनाते समय सात दिन तक बड़े प्रसन्न रहे।
22. And Hezekiah H3169 spoke H1696 comfortably H5921 H3820 unto all H3605 the Levites H3881 that taught H7919 the good H2896 knowledge H7922 of the LORD H3068 : and they did eat H398 throughout H854 the feast H4150 seven H7651 days H3117 , offering H2076 peace H8002 offerings H2077 , and making confession H3034 to the LORD H3068 God H430 of their fathers H1 .
23. यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने उस सभा को एक हज़ार बैल तथा सात हज़ार भेड़ें मारने और खाने के लिये दिये। प्रमुखों ने सभा को एक हज़ार बैल और दस हज़ार भेड़ें दीं। बहुत से याजकों ने पवित्र सेवा के लिये अपने को तैयार किया।
23. And the whole H3605 assembly H6951 took counsel H3289 to keep H6213 other H312 seven H7651 days H3117 : and they kept H6213 other seven H7651 days H3117 with gladness H8057 .
24. यहूदा की पूरी सभा, याजक, लेवीवंशी, इस्राएल से आने वाली पूरी सभा और वे यात्री जो इस्राएल से आए थे तथा यहूदा पहुँच गए थे, सभी लोग अत्यन्त प्रसन्न थे।
24. For H3588 Hezekiah H2396 king H4428 of Judah H3063 did give H7311 to the congregation H6951 a thousand H505 bullocks H6499 and seven H7651 thousand H505 sheep H6629 ; and the princes H8269 gave H7311 to the congregation H6951 a thousand H505 bullocks H6499 and ten H6235 thousand H505 sheep H6629 : and a great number H7230 of priests H3548 sanctified themselves H6942 .
25. इस प्रकार यरूशलेम में बहुत आनन्द था। इस पर्व के समान कोई भी पर्व इस्राएल के राजा, दाऊद के पुत्र सुलैमान के समय के बाद से नहीं हुआ था।
25. And all H3605 the congregation H6951 of Judah H3063 , with the priests H3548 and the Levites H3881 , and all H3605 the congregation H6951 that came H935 out of Israel H4480 H3478 , and the strangers H1616 that came H935 out of the land H4480 H776 of Israel H3478 , and that dwelt H3427 in Judah H3063 , rejoiced H8055 .
26. याजक और लेवीवंशी खड़े हुए और यहोवा से लोगों को आशीर्वाद देने को कहा। परमेश्वर ने उनकी सुनी। उनकी प्रार्थना स्वर्ग में यहोवा के पवित्र निवास तक पहुँची। PE
26. So there was H1961 great H1419 joy H8057 in Jerusalem H3389 : for H3588 since the time H4480 H3117 of Solomon H8010 the son H1121 of David H1732 king H4428 of Israel H3478 there was not H3808 the like H2063 in Jerusalem H3389 .
27.
Copy Rights © 2023: biblelanguage.in; This is the Non-Profitable Bible Word analytical Website, Mainly for the Indian Languages. :: About Us .::. Contact Us
×

Alert

×