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1. {आसा के परिवार्तन} PS परमेश्वर की आत्मा अजर्याह पर उतरी। अजर्याह ओदेद का पुत्र था।
1. And the Spirit H7307 of God H430 came H1961 upon H5921 Azariah H5838 the son H1121 of Oded H5752 :
2. अजर्याह आसा से मिलने गया। अजर्याह ने कहा, “आसा तथा यहूदा और बिन्यामीन के सभी लोगों मेरी सुनो! यहोवा तुम्हारे साथ तब है जब तुम उसके साथ हो। यदि तुम यहोवा को खोजोगे तो तुम उसे पाओगे। किन्तु यदि तुम उसे छोड़ोगे तो वह तुम्हें छोड़ देगा।
2. And he went out H3318 to meet H6440 Asa H609 , and said H559 unto him, Hear H8085 ye me, Asa H609 , and all H3605 Judah H3063 and Benjamin H1144 ; The LORD H3068 is with H5973 you , while ye be H1961 with H5973 him ; and if H518 ye seek H1875 him , he will be found H4672 of you ; but if H518 ye forsake H5800 him , he will forsake H5800 you.
3. बहुत समय तक इस्राएल सच्चे परमेश्वर के बिना था और वे शिक्षक याचक और नियम के बिना थे।
3. Now for a long season H7227 H3117 Israel H3478 hath been without H3808 the true H571 God H430 , and without H3808 a teaching H3384 priest H3548 , and without H3808 law H8451 .
4. किन्तु जब इस्राएल के लोग कष्ट में पड़े तो वे फिर इस्राएल के यहोवा परमेश्वर की ओर लौटे। उन्होंने यहोवा की खोज की और उसको उन्होंने पाया।
4. But when they in their trouble H6862 did turn H7725 unto H5921 the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 , and sought H1245 him , he was found H4672 of them.
5. उन विपत्ति के दिनों में कोई व्यक्ति सुरक्षित यात्रा नहीं कर सकता था। सभी राष्ट्र बहुत अधिक उपद्रव ग्रस्त थे।
5. And in those H1992 times H6256 there was no H369 peace H7965 to him that went out H3318 , nor to him that came in H935 , but H3588 great H7227 vexations H4103 were upon H5921 all H3605 the inhabitants H3427 of the countries H776 .
6. एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र को और एक नगर दूसरे नगर को नष्ट करता था। यह इसलिये हो रहा था कि परमेश्वर हर प्रकार की विपत्तियों से उनको परेशान कर रहा था।
6. And nation H1471 was destroyed H3807 of nation H1471 , and city H5892 of city H5892 : for H3588 God H430 did vex H2000 them with all H3605 adversity H6869 .
7. किन्तु आसा, तुम तथा यहूदा और बिन्यामीन के लोगों, शक्तिशाली बनो। कमजोर पड़ो, ढीले पड़ो क्योंकि तुम्हें अपने अच्छे काम का पुरस्कार मिलेगा!” PEPS
7. Be ye strong H859 H2388 therefore , and let not H408 your hands H3027 be weak H7503 : for H3588 your work H6468 shall be H3426 rewarded H7939 .
8. आसा ने जब इन बातों और ओदेद नबी के सन्देश को सुना तो वह बहुत उत्साहित हुआ। तब उसने सारे यहूदा और बिन्यामीन देश से घृणित मूर्तियों को हटा दिया और उसने एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में अपने अधिकार में लाए गए नगरों में मूर्तियों को हटाया और उसने यहोवा की उस वेदी की मरम्मत की जो यहोवा के मन्दिर के द्वार मण्डप के सामने थी। PEPS
8. And when Asa H609 heard H8085 these H428 words H1697 , and the prophecy H5016 of Oded H5752 the prophet H5030 , he took courage H2388 , and put away H5674 the abominable idols H8251 out of all H4480 H3605 the land H776 of Judah H3063 and Benjamin H1144 , and out of H4480 the cities H5892 which H834 he had taken H3920 from mount H4480 H2022 Ephraim H669 , and renewed H2318 H853 the altar H4196 of the LORD H3068 , that H834 was before H6440 the porch H197 of the LORD H3068 .
9. तब आसा ने यहूदा और बिन्यामीन के सभी लोगों को इकट्ठा किया। उसने एप्रैम, मनश्शे और शिमोन परिवारों को भी इकट्ठा किया जो इस्राएल देश से यहूदा देश में रहने केलिये गए थे। उनकी बहुत बड़ी संख्या यहूदा में आई क्योंकि उन्होंने देखा कि आसा का यहोवा परमेश्वर, आसा के साथ है। PEPS
9. And he gathered H6908 H853 all H3605 Judah H3063 and Benjamin H1144 , and the strangers H1481 with H5973 them out of Ephraim H4480 H669 and Manasseh H4519 , and out of Simeon H4480 H8095 : for H3588 they fell H5307 to H5921 him out of Israel H4480 H3478 in abundance H7230 , when they saw H7200 that H3588 the LORD H3068 his God H430 was with H5973 him.
10. आसा के शासन के पन्द्रहवें वर्ष के तीसरे महीने में आसा और वे लोग यरूशलेम में इकट्ठे हुए।
10. So they gathered themselves together H6908 at Jerusalem H3389 in the third H7992 month H2320 , in the fifteenth H2568 H6240 year H8141 of the reign H4438 of Asa H609 .
11. उस समय उन्होंने यहोवा को सात सौ बैलों और सात हज़ार भेड़ों और बकरों की बलि दी। आसा की सेना ने उन जानवरों और अन्य बहुमूल्य चीज़ों को अपने शत्रुओं से लिया था।
11. And they offered H2076 unto the LORD H3068 the same H1931 time H3117 , of H4480 the spoil H7998 which they had brought H935 , seven H7651 hundred H3967 oxen H1241 and seven H7651 thousand H505 sheep H6629 .
12. तब उन्होंने पूर्वजों के यहोवा परमेश्वर की सेवा पूरे हृदय और पूरी आत्मा से करने की वाचा की।
12. And they entered H935 into a covenant H1285 to seek H1875 H853 the LORD H3068 God H430 of their fathers H1 with all H3605 their heart H3824 and with all H3605 their soul H5315 ;
13. कोई व्यक्ति जो यहोवा परमेश्वर की सेवा से इन्कार करता था, मार दिया जाता था। इस बात का कोई महत्व नहीं था कि वह व्यक्ति महत्त्वपूर्ण या साधारण है अथवा पुरुष या स्त्री है।
13. That whosoever H3605 H834 would not H3808 seek H1875 the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 should be put to death H4191 , whether H4480 small H6996 or H5704 great H1419 , whether man H4480 H376 or H5704 woman H802 .
14. तब आसा और लोगों ने यहोवा की शपथ ली। उन्होंने उच्च स्वर में उद्घोष किया। उन्होंने तुरही और मेढ़ों के सींगे बजाए।
14. And they swore H7650 unto the LORD H3068 with a loud H1419 voice H6963 , and with shouting H8643 , and with trumpets H2689 , and with cornets H7782 .
15. यहूदा से सभी लोग प्रसन्न थे क्योंकि उन्होंने पूरे हृदय से शपथ ली थी। उन्होंने पूरे हृदय से यहोवा का अनुसरण किया तथा येहोवा की खोज की और उसे पाया। इसलिये यहोवा ने उनके पूरे देश में शान्ति दी। PEPS
15. And all H3605 Judah H3063 rejoiced H8055 at H5921 the oath H7621 : for H3588 they had sworn H7650 with all H3605 their heart H3824 , and sought H1245 him with their whole H3605 desire H7522 ; and he was found H4672 of them : and the LORD H3068 gave them rest H5117 round about H4480 H5439 .
16. राजा आसा ने अपनी माँ माका को राजमाता के पद से हटा दिया। आसा ने यह इसलिये किया क्योंकि माका ने एक भंयकर अशेरा—स्तम्भ बनाया था। आसा ने इस स्तम्भ को काट दिया और इसे छोटे—छोटे टुकड़ों में ध्वस्त कर दिया। तब उसने उन छोटे टुकड़ों को किद्रोन घाटी में जला दिया।
16. And also H1571 concerning Maachah H4601 the mother H517 of Asa H609 the king H4428 , he removed H5493 her from being queen H4480 H1377 , because H834 she had made H6213 an idol H4656 in a grove H842 : and Asa H609 cut down H3772 H853 her idol H4656 , and stamped H1854 it , and burnt H8313 it at the brook H5158 Kidron H6939 .
17. उच्च स्थानों को यहूदा से नहीं हटाया गया, किन्तु आसा का हृदय जीवन भर यहोवा के प्रति श्रद्धालु रहा। PEPS
17. But the high places H1116 were not H3808 taken away H5493 out of Israel H4480 H3478 : nevertheless H7535 the heart H3824 of Asa H609 was H1961 perfect H8003 all H3605 his days H3117 .
18. आसा ने उन पवित्र भेंटों को रखा जिन्हें उसने और उसके पिता ने यहोवा के मन्दिर में दिये थे। वे चीज़ें चाँदी और सोने की बनीं थीं।
18. And he brought into H935 the house H1004 of God H430 H853 the things that his father H1 had dedicated H6944 , and that he himself had dedicated H6944 , silver H3701 , and gold H2091 , and vessels H3627 .
19. आसा के शासन के पैंतीस वर्ष तक कोई युद्ध नहीं हुआ। PE
19. And there was H1961 no H3808 more war H4421 unto H5704 the five H2568 and thirtieth H7970 year H8141 of the reign H4438 of Asa H609 .
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