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1. {जल प्रलय आरम्भ होता है} PS तब यहोवा ने नूह से कहा, “मैंने देखा है कि इस समय के पापी लोगों में तुम्हीं एक अच्छे व्यक्ति हो। इसलिए तुम अपने परिवार को इकट्ठा करो और तुम सभी जहाज में चले जाओ।
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1. And the LORD H3068 said H559 unto Noah H5146 , Come H935 thou H859 and all H3605 thy house H1004 into H413 the ark H8392 ; for H3588 thee have I seen H7200 righteous H6662 before H6440 me in this H2088 generation H1755 .
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2. हर एक शुद्ध जानवर के सात जोड़े, (सात नर तथा सात मादा) साथ में ले लो और पृथ्वी के दूसरे अशुद्ध जानवरों के एक—एक जोड़े (एक नर और एक मादा) लाओ। इन सभी जानवरों को अपने साथ जहाज़ में ले जाओ।
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2. Of every H4480 H3605 clean H2889 beast H929 thou shalt take H3947 to thee by sevens H7651 H7651 , the male H376 and his female H802 : and of H4480 beasts H929 that H834 are not H3808 clean H2889 by two H8147 , the male H376 and his female H802 .
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3. हवा में उड़ने वाले सभी पक्षियों के सात जोड़े (सात नर और सात मादा) लाओ। इससे ये सभी जानवर पृथ्वी पर जीवित रहेंगे, जब दूसरे जानवर नष्ट हो जायेंगे।
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3. Of fowls H4480 H5775 also H1571 of the air H8064 by sevens H7651 H7651 , the male H2145 and the female H5347 ; to keep seed H2233 alive H2421 upon H5921 the face H6440 of all H3605 the earth H776 .
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4. अब से सातवें दिन मैं पृथ्वी पर बहुत भारी वर्षा भेजूँगा। यह वर्षा चालीस दिन और चालीस रात होती रहेगी। पृथ्वी के सभी जीवित प्राणी नष्ट हो जायेंगे। मेरी बनाई सभी चीज़े खतम हो जायेंगे।”
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4. For H3588 yet H5750 seven H7651 days H3117 , and I H595 will cause it to rain H4305 upon H5921 the earth H776 forty H705 days H3117 and forty H705 nights H3915 ; and H853 every H3605 living substance H3351 that H834 I have made H6213 will I destroy H4229 from off H4480 H5921 the face H6440 of the earth H127 .
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5. नूह ने उन सभी बातों को माना जो यहोवा ने आज्ञा दी। PEPS
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5. And Noah H5146 did H6213 according unto all H3605 that H834 the LORD H3068 commanded H6680 him.
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6. वर्षा आने के समय नूह छः सौ वर्ष का था।
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6. And Noah H5146 was six H8337 hundred H3967 years H8141 old H1121 when the flood H3999 of waters H4325 was H1961 upon H5921 the earth H776 .
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7. नूह और उसका परिवार बाढ़ के जल से बचने के लिए जहाज़ में चला गया। नूह की पत्नी, उसके पुत्र और उनकी पत्नियाँ उसके साथ थीं।
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7. And Noah H5146 went in H935 , and his sons H1121 , and his wife H802 , and his sons H1121 ' wives H802 with H854 him, into H413 the ark H8392 , because H4480 H6440 of the waters H4325 of the flood H3999 .
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8. पृथ्वी के सभी शुद्ध जानवर एवं अन्य जानवर, पक्षी और पृथ्वी पर रेंगने वाले सभी जीव
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8. Of H4480 clean H2889 beasts H929 , and of H4480 beasts H929 that H834 are not H369 clean H2889 , and of H4480 fowls H5775 , and of every thing H3605 that H834 creepeth H7430 upon H5921 the earth H127 ,
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9. नूह के साथ जहाज में चढ़े। इन जानवरों के नर और मादा जोड़े परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार जहाज में चढ़े।
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9. There went in H935 two H8147 and two H8147 unto H413 Noah H5146 into H413 the ark H8392 , the male H2145 and the female H5347 , as H834 God H430 had commanded H6680 H853 Noah H5146 .
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10. सात दिन बद बाढ़ प्रारम्भ हुई। धरती पर वर्षा होने लगी। PEPS
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10. And it came to pass H1961 after seven H7651 days H3117 , that the waters H4325 of the flood H3999 were H1961 upon H5921 the earth H776 .
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11. (11-13) दूसरे महीने के सातवें दिन, जब नूह छः सौ वर्ष का था, जमीन के नीचे के सभी सोते खुल पड़े और ज़मीन से पानी बहना शुरु हो गया। उसी दिन पृथ्वी पर भारी वर्षा होने लगी। ऐसा लगा मानो आकाश की खिड़कियाँ खुल पड़ी हों। चालीस दिन और चालीस रात तक वर्षा पृथ्वी पर होती रही। ठीक उसी दिन नूह, उसकी पत्नी, उसके पुत्र शेम, हाम और येपेत और उनकी पत्नियाँ जहाज़ पर चढ़ें।
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11. In the six H8337 hundredth H3967 year H8141 of Noah H5146 's life H2416 , in the second H8145 month H2320 , the seventeenth H7651 H6240 day H3117 of the month H2320 , the same H2320 day H3117 were all H3605 the fountains H4599 of the great H7227 deep H8415 broken up H1234 , and the windows H699 of heaven H8064 were opened H6605 .
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22.
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14. वे लोग और पृथ्वी के हर एक प्रकार के जानवर जहाज़ में थे। हर प्रकार के मवेशी, पृथ्वी पर रेंगने वाले हर प्रकार के जीव और हर प्रकार के पक्षी जहाज़ में थे।
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14. They H1992 , and every H3605 beast H2416 after his kind H4327 , and all H3605 the cattle H929 after their kind H4327 , and every H3605 creeping thing H7431 that creepeth H7430 upon H5921 the earth H776 after his kind H4327 , and every H3605 fowl H5775 after his kind H4327 , every H3605 bird H6833 of every H3605 sort H3671 .
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15. ये सभी जानवर नूह के साथ जहाज़ में चढ़े। हर जाति के जीवित जानवरों के ये जोड़े थे।
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15. And they went in H935 unto H413 Noah H5146 into H413 the ark H8392 , two H8147 and two H8147 of all H4480 H3605 flesh H1320 , wherein H834 is the breath H7307 of life H2416 .
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16. परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार सभी जानवर जहाज़ में चढ़े। उनके अन्दर जाने के बाद यहोवा ने दरवाज़ा बन्द कर दिया। PEPS
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16. And they that went in H935 , went in H935 male H2145 and female H5347 of all H4480 H3605 flesh H1320 , as H834 God H430 had commanded H6680 him : and the LORD H3068 shut him in H5462 H1157 .
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17. चालीस दिन तक पृथ्वी पर जल प्रलय होता रहा। जल बढ़ना शुरु हुआ और उसने जराज की जमीन से ऊपर उठा दिया।
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17. And the flood H3999 was H1961 forty H705 days H3117 upon H5921 the earth H776 ; and the waters H4325 increased H7235 , and bore up H5375 H853 the ark H8392 , and it was lifted up H7311 above H4480 H5921 the earth H776 .
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18. जल बढ़ता रहा और जहाज़ पृथ्वी से बहुत ऊपर तैरता रहा।
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18. And the waters H4325 prevailed H1396 , and were increased H7235 greatly H3966 upon H5921 the earth H776 ; and the ark H8392 went H1980 upon H5921 the face H6440 of the waters H4325 .
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19. जल इतना ऊँचा उठा कि ऊँचे—से—ऊँचे पहाड़ भी पानी में डूब गए।
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19. And the waters H4325 prevailed H1396 exceedingly H3966 H3966 upon H5921 the earth H776 ; and all H3605 the high H1364 hills H2022 , that H834 were under H8478 the whole H3605 heaven H8064 , were covered H3680 .
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20. जल पहाड़ों के ऊपर बढ़ता रहा। सबसे ऊँचे पहाड़ से तेरह हाथ ऊँचा था। PEPS
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20. Fifteen H2568 H6240 cubits H520 upward H4480 H4605 did the waters H4325 prevail H1396 ; and the mountains H2022 were covered H3680 .
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21. (21-22) पृथ्वी के सभी जीव मारे गए। हर एक स्त्री और पुरुष मर गए। सभी पक्षियों और सभी तरह के जानवर मर गए।
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21. And all H3605 flesh H1320 died H1478 that moved H7430 upon H5921 the earth H776 , both of fowl H5775 , and of cattle H929 , and of beast H2416 , and of every H3605 creeping thing H8318 that creepeth H8317 upon H5921 the earth H776 , and every H3605 man H120 :
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23. इस तरह परमेश्वर ने पृथ्वी के सभी जीवित हर एक मनुष्य, हर एक जानवर, हर एक रेंगने वाले जीव और हर एक पक्षी को नष्ट कर दिया। वे सभी पृथ्वी से खतम हो गए। केवल नूह, उसके साथ जहाज में चढ़े लोगों और जानवरों का जीवन बचा रहा।
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23. And H853 every H3605 living substance H3351 was destroyed H4229 which H834 was upon H5921 the face H6440 of the ground H127 , both man H4480 H120 , and H5704 cattle H929 , and H5704 the creeping things H7431 , and H5704 the fowl H5775 of the heaven H8064 ; and they were destroyed H4229 from H4480 the earth H776 : and Noah H5146 only H389 remained H7604 alive , and they that H834 were with H854 him in the ark H8392 .
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24. और जल एक सौ पचास दिन तक पृथ्वी को डुबाए रहा। PE
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24. And the waters H4325 prevailed H1396 upon H5921 the earth H776 a hundred H3967 and fifty H2572 days H3117 .
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