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1. {युद्ध के लिये नियम} PS “जब तुम अपने शत्रुओं के विरुद्ध युद्ध में जाओ, और अपनी सेना से अधिक घोड़े, रथ, व्यक्तियों को देखो, तो तुम्हें भयभीत नहीं होना चाहिए। क्यों? क्योकि यहोवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हारे साथ है और वही एक है जो तुम्हें मिस्र से बाहर निकाल लाया। PEPS
1. When H3588 thou goest out H3318 to battle H4421 against H5921 thine enemies H341 , and seest H7200 horses H5483 , and chariots H7393 , and a people H5971 more H7227 than H4480 thou , be not afraid H3372 H3808 of H4480 them: for H3588 the LORD H3068 thy God H430 is with H5973 thee , which brought thee up H5927 out of the land H4480 H776 of Egypt H4714 .
2. “जब तुम युद्ध के निकट पहुँचो, तब याजक को सैनिकों के पास जाना चाहिए और उनसे बात करनी चाहिए।
2. And it shall be H1961 , when ye are come nigh H7126 unto H413 the battle H4421 , that the priest H3548 shall approach H5066 and speak H1696 unto H413 the people H5971 ,
3. याजक कहेगा, ‘इस्राएल के लोगों, मेरी बात सुनो! आज तुम लोग अपने शत्रुओं के विरुद्ध युद्ध में जा रहे हो। अपना साहस छोड़ो! परेशान हो या घबराहट में पड़ो! शत्रु से डरो नहीं!
3. And shall say H559 unto H413 them, Hear H8085 , O Israel H3478 , ye H859 approach H7131 this day H3117 unto battle H4421 against H5921 your enemies H341 : let not H408 your hearts H3824 faint H7401 , fear H3372 not H408 , and do not H408 tremble H2648 , neither H408 be ye terrified H6206 because of H4480 H6440 them;
4. क्यों? क्योंकि यहोवा तुम्हारा परमेश्वर शत्रुओं के विरुद्ध लड़ने के लिये तुम्हारे साथ जा रहा है। यहोवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हारी रक्षा करेगा!’ PEPS
4. For H3588 the LORD H3068 your God H430 is he that goeth H1980 with H5973 you , to fight H3898 for you against H5973 your enemies H341 , to save H3467 you.
5. “वे लेवीवंशी अधिकारी सैनिकों से यह कहेंगे, ‘क्या यहाँ कोई ऐसा व्यक्ति है जिसने अपना नया घर बना लिया है, किन्तु अब तक उसे अर्पित नहीं किया है? उस व्यक्ति को अपने घर लौट जाना चाहिए। वह युद्ध में मारा जा सकता है और तब दूसरा व्यक्ति उसके घर को अर्पित करेगा।
5. And the officers H7860 shall speak H1696 unto H413 the people H5971 , saying H559 , What H4310 man H376 is there that H834 hath built H1129 a new H2319 house H1004 , and hath not H3808 dedicated H2596 it? let him go H1980 and return H7725 to his house H1004 , lest H6435 he die H4191 in the battle H4421 , and another H312 man H376 dedicate H2596 it.
6. क्या कोई व्यक्ति यहाँ ऐसा है जिसने अंगूर के बाग लगाये हैं, किन्तु अभी तक उससे कोई अंगूर नहीं लिया है? उस व्यक्ति को घर लौट जाना चाहिए। यदि वह व्यक्ति युद्ध में मारा जाता है तो दूसरा व्यक्ति उसके बाग के फल का भोग करेगा।
6. And what H4310 man H376 is he that H834 hath planted H5193 a vineyard H3754 , and hath not H3808 yet eaten H2490 of it? let him also go H1980 and return H7725 unto his house H1004 , lest H6435 he die H4191 in the battle H4421 , and another H312 man H376 eat H2490 of it.
7. क्या यहाँ कोई ऐसा व्यक्ति है जिसके विवाह की बात पक्की हो चुकी है। उस व्यक्ति को घर लौट जाना चाहिए। यदि वह युद्ध में मारा जाता है तो दूसरा व्यक्ति उस स्त्री से विवाह करेगा जिसके साथ उसके विवाह की बात पक्की हो चुकी है।’ PEPS
7. And what H4310 man H376 is there that H834 hath betrothed H781 a wife H802 , and hath not H3808 taken H3947 her? let him go H1980 and return H7725 unto his house H1004 , lest H6435 he die H4191 in the battle H4421 , and another H312 man H376 take H3947 her.
8. “वे लेवीवंशी अधिकारी, लोगों से यह भी कहेंगे, ‘क्या यहाँ कोई ऐसा व्यक्ति है जो साहस खो चुका है और भयभीत है। उसे घर लौट जाना चाहिए। तब वह दूसरे सैनिकों को भी साहस खोने में सहायक नहीं होगा।’
8. And the officers H7860 shall speak H1696 further H3254 unto H413 the people H5971 , and they shall say H559 , What H4310 man H376 is there that is fearful H3373 and fainthearted H7390 H3824 ? let him go H1980 and return H7725 unto his house H1004 , lest H3808 H853 his brethren H251 's heart H3824 faint H4549 as well as his heart H3824 .
9. जब अधिकारी सैनिकों से बात करना समाप्त कर ले तब वे सैनिकों को युद्ध में ले जाने वाले नायकों को चुनें। PEPS
9. And it shall be H1961 , when the officers H7860 have made an end H3615 of speaking H1696 unto H413 the people H5971 , that they shall make H6485 captains H8269 of the armies H6635 to lead H7218 the people H5971 .
10. “जब तुम नगर पर आक्रमण करने जाओ तो वहाँ के लोगों के सामने शान्ति का प्रस्ताव रखो।
10. When H3588 thou comest nigh H7126 unto H413 a city H5892 to fight H3898 against H5921 it , then proclaim H7121 peace H7965 unto H413 it.
11. यदि वे तुम्हारा प्रस्ताव स्वीकार करते हैं और अपने फाटक खोल देते हैं तब उस नगर में रहने वाले सभी लोग तुम्हारे दास हो जाएँगे और तुम्हारा काम करने के लिए विवश किये जाएँगे।
11. And it shall be H1961 , if H518 it make thee answer H6030 of peace H7965 , and open H6605 unto thee , then it shall be H1961 , that all H3605 the people H5971 that is found H4672 therein shall be H1961 tributaries H4522 unto thee , and they shall serve H5647 thee.
12. किन्तु यदि नगर शान्ति प्रस्ताव स्वीकार करने से इन्कार करता और तुमसे लड़ता है तो तुम्हें नगर को घेर लेना चाहिए
12. And if H518 it will make no peace H7999 H3808 with H5973 thee , but will make H6213 war H4421 against H5973 thee , then thou shalt besiege H6696 H5921 it:
13. और जब यहोवा तुम्हारा परमेश्वर नगर पर तुम्हारा अधिकार कराता है तब तुम्हें सभी पुरुषों को मार डालना चाहिए।
13. And when the LORD H3068 thy God H430 hath delivered H5414 it into thine hands H3027 , thou shalt smite H5221 H853 every H3605 male H2138 thereof with the edge H6310 of the sword H2719 :
14. तुम अपने लिए स्त्रियाँ, बच्चे, पशु तथा नगर की हर एक चीज ले सकते हो। तुम इन सभी चीजों का उपयोग कर सकते हो। यहोवा तुम्हारे परमेश्वर ने ये चीज़ें तुमको दी हैं।
14. But H7535 the women H802 , and the little ones H2945 , and the cattle H929 , and all H3605 that H834 is H1961 in the city H5892 , even all H3605 the spoil H7998 thereof , shalt thou take H962 unto thyself ; and thou shalt eat H398 H853 the spoil H7998 of thine enemies H341 , which H834 the LORD H3068 thy God H430 hath given H5414 thee.
15. जो नगर तुम्हारे प्रदेश में नहीं हैं और बहुत दूर हैं, उन सभी के साथ तुम ऐसा व्यवहार करोगे। PEPS
15. Thus H3651 shalt thou do H6213 unto all H3605 the cities H5892 which are very H3966 far off H7350 from H4480 thee, which H834 are not H3808 of the cities H4480 H5892 of these H428 nations H1471 .
16. “किन्तु जब तुम वह नगर उस प्रदेश में लेते हो जिसे योहवा तुम्हारा परमेश्वर तुम्हें दे रहा है तब तुम्हें हर एक को मार डालना चाहिए।
16. But H7535 of the cities H4480 H5892 of these H428 people H5971 , which H834 the LORD H3068 thy God H430 doth give H5414 thee for an inheritance H5159 , thou shalt save alive H2421 nothing H3808 H3605 that breatheth H5397 :
17. तुम्हें हित्ती, एमोरी, कनानी, परिज्जी, हिब्बी और यबूसी सभी लोगों को पूरी तरह नष्ट कर देना चाहिए। यहोवा तुम्हारे परमेश्वरने, यह करने का तुम्हें आदेश दिया है।
17. But H3588 thou shalt utterly destroy H2763 H2763 them; namely , the Hittites H2850 , and the Amorites H567 , the Canaanites H3669 , and the Perizzites H6522 , the Hivites H2340 , and the Jebusites H2983 ; as H834 the LORD H3068 thy God H430 hath commanded H6680 thee:
18. क्यों? क्योंकि तब वे तुम्हें यहोवा तुम्हारे परमेश्वर के विरुद्ध पाप करने की शिक्षा नहीं दे सकते। वे उन भयंकर बातों में से किसी की शिक्षा तुमको नहीं दे सकते जो वे अपने देवाताओं की पूजा के समय करते हैं। PEPS
18. That H4616 H834 they teach H3925 you not H3808 to do H6213 after all H3605 their abominations H8441 , which H834 they have done H6213 unto their gods H430 ; so should ye sin H2398 against the LORD H3068 your God H430 .
19. “जब तुम किसी नगर के विरुद्ध युद्ध कर रहे होगे तो तुम लम्बे समय तक उसका घेरा डाले रह सकते हो। तुम्हें नगर के चारों ओर के फलदार पेड़ों को नहीं काटना चाहिए। तुम्हें इनसे फल खाना चाहिए किन्तु काटकर गिराना नहीं चाहिए। ये पेड़ शत्रु नहीं हैं अत: उनके विरुद्ध युद्ध मत छेड़ो!
19. When H3588 thou shalt besiege H6696 H413 a city H5892 a long H7227 time H3117 , in making war H3898 against H5921 it to take H8610 it , thou shalt not H3808 destroy H7843 H853 the trees H6086 thereof by forcing H5080 an axe H1631 against H5921 them: for H3588 thou mayest eat H398 of H4480 them , and thou shalt not H3808 cut them down H3772 H853 ( for H3588 the tree H6086 of the field H7704 is man H120 's life ) to employ H935 H4480 H6440 them in the siege H4692 :
20. किन्तु उन पेड़ों को काट सकते हो जिन्हें तुम जानते हो कि ये फलदार नहीं हैं। तुम इनका उपयोग उस नगर के विरुद्ध घेराबन्दी में कर सकते हो, जब तक कि उसका पतन हो जाए। PE
20. Only H7535 the trees H6086 which H834 thou knowest H3045 that H3588 they H1931 be not H3808 trees H6086 for meat H3978 , thou shalt destroy H7843 and cut them down H3772 ; and thou shalt build H1129 bulwarks H4692 against H5921 the city H5892 that H834 H1931 maketh H6213 war H4421 with H5973 thee, until H5704 it be subdued H3381 .
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