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1. {आशा के प्रतिज्ञाएं} PS यह सन्देश यहोवा का है जो यिर्मयाह को मिले।
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1. The word H1697 that H834 came H1961 to H413 Jeremiah H3414 from H4480 H854 the LORD H3068 , saying H559 ,
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2. इस्राएल के लोगों के परमेश्वर यहोवा ने यह कहा, “यिर्मयाह, मैंने जो सन्देश दिये है, उन्हें एक पुस्तक में लिख डालो। इस पुस्तक को अपने लिये लिखो।”
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2. Thus H3541 speaketh H559 the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 , saying H559 , Write H3789 thee H853 all H3605 the words H1697 that H834 I have spoken H1696 unto H413 thee in H413 a book H5612 .
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3. यह सन्देश यहोवा का है। “यह करो, क्योंकि वे दिन आएंगे जब मैं अपने लोगों इस्राएल और यहूदा को देश निकाले से वापस लाऊँगा।” यह सन्देश यहोवा का है। “मैं उन लोगों को उस देश में वापस लाऊँगा जिसे मैंने उनके पूर्वजों को दिया था। तब मेरे लोग उस देश को फिर अपना बनायेंगे।” PEPS
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3. For H3588 , lo H2009 , the days H3117 come H935 , saith H5002 the LORD H3068 , that I will bring again H7725 H853 the captivity H7622 of my people H5971 Israel H3478 and Judah H3063 , saith H559 the LORD H3068 : and I will cause them to return H7725 to H413 the land H776 that H834 I gave H5414 to their fathers H1 , and they shall possess H3423 it.
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4. यहोवा ने यह सन्देश इस्राएल और यहूदा के लोगों के बारे में दिया।
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4. And these H428 are the words H1697 that H834 the LORD H3068 spoke H1696 concerning H413 Israel H3478 and concerning H413 Judah H3063 .
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5. यहोवा ने जो कहा, वह यह है: “हम भय से रोते लोगों का रोना सुनते हैं! लोग भयभीत हैं! कहीं शान्ति नहीं!
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5. For H3588 thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; We have heard H8085 a voice H6963 of trembling H2731 , of fear H6343 , and not H369 of peace H7965 .
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6. “यह प्रश्न पूछो इस पर विचार करो: क्या कोई पुरुष बच्चे को जन्म दे सकता है निश्चय ही नही! तब मैं हर एक शक्तिशाली व्यक्ति को पेट पकड़े क्यों देखता हूँ मानों वे प्रसव करने वाली स्त्री की पीड़ा सह रहे हो क्यों हर एक व्यक्ति का मुख शव सा सफेद हो रहा है क्यों? क्योंकि लोग अत्यन्त भयभीत हैं।
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6. Ask H7592 ye now H4994 , and see H7200 whether H518 a man H2145 doth travail with child H3205 ? wherefore H4069 do I see H7200 every H3605 man H1397 with his hands H3027 on H5921 his loins H2504 , as a woman in travail H3205 , and all H3605 faces H6440 are turned H2015 into paleness H3420 ?
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7. “यह याकूब के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण समय है। यह बड़ी विपत्ति का समय है। इस प्रकार का समय फिर कभी नहीं आएगा। किन्तु याकूब बच जायेगा।” PS
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7. Alas H1945 ! for H3588 that H1931 day H3117 is great H1419 , so that none H4480 H369 is like it H3644 : it H1931 is even the time H6256 of Jacob H3290 's trouble H6869 ; but he shall be saved H3467 out of H4480 it.
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8. यह सन्देश सर्वशक्तिमान यहोवा का है: “उस समय, मैं इस्राएल और यहूदा के लोगों की गर्दन से जुवे को तोड़ डालूँगा और तुम्हें जकड़ने वाली रस्सियों को मैं तोड़ दूँगा। विदेशों के लोग मेरे लोगों को फिर कभी दास होने के लिये विवश नहीं करेंगे।
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8. For it shall come to pass H1961 in that H1931 day H3117 , saith H5002 the LORD H3068 of hosts H6635 , that I will break H7665 his yoke H5923 from off H4480 H5921 thy neck H6677 , and will burst H5423 thy bonds H4147 , and strangers H2114 shall no H3808 more H5750 serve H5647 themselves of him:
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9. इस्राएल और यहूदा के लोग अन्य देशों की भी सेवा नहीं करेंगे। नहीं, वे तो अपने परमेश्वर यहोवा की सेवा करेंगे और वे अपने राजा दाऊद की सेवा करेंगे। मैं उस राजा को उनके पास भेजूँगा।
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9. But they shall serve H5647 H853 the LORD H3068 their God H430 , and David H1732 their king H4428 , whom H834 I will raise up H6965 unto them.
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10. “अत: मेरे सेवक याकूब डरो नहीं।” यह सन्देश यहोवा का है। “इस्राएल, डरो नहीं। मैं उस अति दूर के स्थान से तुम्हें बचाऊँगा। तुम उस बहुत दूर के देश में बन्दी हो, किन्तु मैं तुम्हारे वंशजों को उस देश से बचाऊँगा। याकूब फिर शान्ति पाएगा। याकूब को लोग तंग नहीं करेंगे। मेरे लोगों को भयभीत करने वाला कोई शत्रु नहीं होगा।
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10. Therefore fear H3372 thou H859 not H408 , O my servant H5650 Jacob H3290 , saith H5002 the LORD H3068 ; neither H408 be dismayed H2865 , O Israel H3478 : for H3588 , lo H2009 , I will save H3467 thee from afar H4480 H7350 , and thy seed H2233 from the land H4480 H776 of their captivity H7628 ; and Jacob H3290 shall return H7725 , and shall be in rest H8252 , and be quiet H7599 , and none H369 shall make him afraid H2729 .
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11. इस्राएल और यहूदा के लोगों, मैं तुम्हारे साथ हूँ।” यह सन्देश यहोवा का है, “और मैं तुम्हें बचाऊँगा। मैंने तुम्हें उन राष्ट्रों में भेजा। किन्तु मैं उन सभी राष्ट्रों को पूरी तरह नष्ट कर दूँगा। यह सत्य है कि मैं उन राष्ट्रों को नष्ट करुँगा। किन्तु मैं तुम्हें नष्ट नहीं करुँगा। तुम्हें उन बुरे कामों का जरूर दण्ड मिलेगा जिन्हें तुमने किये। किन्तु मैं तुम्हें अच्छी प्रकार से अनुशासित करूँगा।”
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11. For H3588 I H589 am with H854 thee, saith H5002 the LORD H3068 , to save H3467 thee: though H3588 I make H6213 a full end H3617 of all H3605 nations H1471 whither H834 H8033 I have scattered H6327 thee, yet H389 will I not H3808 make H6213 a full end H3617 of thee : but I will correct H3256 thee in measure H4941 , and will not H3808 leave thee altogether unpunished H5352 H5352 .
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12. यहोवा कहता है, “इस्राएल और यहूदा के तुम लोगों को एक घाव है जो अच्छा नहीं किया जा सकता। तुम्हें एक चोट है जो अच्छी नहीं हो सकती।
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12. For H3588 thus H3541 saith H559 the LORD H3068 , Thy bruise H7667 is incurable H605 , and thy wound H4347 is grievous H2470 .
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13. तुम्हारे घावों को ठीक करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है। अत: तुम स्वस्थ नहीं हो सकते।
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13. There is none H369 to plead H1777 thy cause H1779 , that thou mayest be bound up H4205 : thou hast no H369 healing H8585 medicines H7499 .
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14. तुम अनेक राष्ट्रों के मित्र बने हो, किन्तु वे राष्ट्र तुम्हारी परवाह नहीं करते। तुम्हारे मित्र तुम्हें भूल गए हैं। मैंने तुम्हें शत्रु जैसी चोट पहुँचाई। मैंने तुम्हें कठोर दण्ड दिया। मैंने यह तुम्हारे बड़े अपराध के लिये किया।
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14. All H3605 thy lovers H157 have forgotten H7911 thee ; they seek H1875 thee not H3808 ; for H3588 I have wounded H5221 thee with the wound H4347 of an enemy H341 , with the chastisement H4148 of a cruel H394 one, for H5921 the multitude H7230 of thine iniquity H5771 ; because thy sins H2403 were increased H6105 .
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15. इस्राएल और यहूदा तुम अपने घाव के बारे में क्यों चिल्ला रहे हो तुम्हारा घाव कष्टकर है और इसका कोई उपचार नहीं है। मैंने अर्थात् यहोवा ने तुम्हारे बड़े अपराधों के कारण तुम्हें यह सब किया। मैंने ये चीजें तुम्हारे अनेक पापों के कारण कीं।
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15. Why H4100 criest H2199 thou for H5921 thine affliction H7667 ? thy sorrow H4341 is incurable H605 for H5921 the multitude H7230 of thine iniquity H5771 : because thy sins H2403 were increased H6105 , I have done H6213 these H428 things unto thee.
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16. उन राष्ट्रों ने तुम्हें नष्ट किया। किन्तु अब वे राष्ट्र नष्ट किये जायेंगे। इस्राएल और यहूदा तुम्हारे शत्रु बन्दी होंगे। उन लोगों ने तुम्हारी चीज़ें चुराई। किन्तु अन्य लोग उनकी चीज़ें चुराएंगे। उन लोगों ने तुम्हारी चीज़ें युद्ध में लीं। किन्तु अन्य लोग उनसे चीज़ें युद्ध में लेंगे।
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16. Therefore H3651 all H3605 they that devour H398 thee shall be devoured H398 ; and all H3605 thine adversaries H6862 , every one H3605 of them , shall go H1980 into captivity H7628 ; and they that spoil H7601 thee shall be H1961 a spoil H4933 , and all H3605 that prey H962 upon thee will I give H5414 for a prey H957 .
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17. मैं तुम्हारे स्वास्थ को लौटाऊँगा और मैं तुम्हारे घावों को भरूँगा।” यह सन्देश यहोवा का है। “क्यों क्योंकि अन्य लोगों ने कहा कि तुम जाति—बहिष्कृत हो। उन लोगों ने कहा, ‘कोई भी सिय्योन की परवाह नहीं करता।’ ”
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17. For H3588 I will restore H5927 health H724 unto thee , and I will heal H7495 thee of thy wounds H4480 H4347 , saith H5002 the LORD H3068 ; because H3588 they called H7121 thee an Outcast H5080 , saying , This H1931 is Zion H6726 , whom no H369 man seeketh H1875 after.
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18. यहोवा कहता है: “याकूब के लोग अब बन्दी हैं। किन्तु वे वापस आएंगे। और मैं याकूब के परिवारों पर दया करूँगा। नगर अब बरबाद इमारतों से ढका एक पहाड़ी मात्र है। किन्तु यह नगर फिर बनेगा और राजा का महल भी वहाँ फिर बनेगा जहाँ इसे होना चाहिये।
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18. Thus H3541 saith H559 the LORD H3068 ; Behold H2009 , I will bring again H7725 the captivity H7622 of Jacob H3290 's tents H168 , and have mercy H7355 on his dwelling places H4908 ; and the city H5892 shall be built H1129 upon H5921 her own heap H8510 , and the palace H759 shall remain H3427 after H5921 the manner H4941 thereof.
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19. उन स्थानों पर लोग स्तुतिगान करेंगे। वहाँ हँसी ठट्ठा भी सुनाई पड़ेगा। मैं उन्हें बहुत सी सन्तानें दूँगा। इस्राएल और यहूदा छोटे नहीं रहेंगे। मैं उन्हें सम्मान दूँगा। कोई व्यक्ति उनका अनादर नहीं करेगा।
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19. And out of H4480 them shall proceed H3318 thanksgiving H8426 and the voice H6963 of them that make merry H7832 : and I will multiply H7235 them , and they shall not H3808 be few H4591 ; I will also glorify H3513 them , and they shall not H3808 be small H6819 .
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20. याकूब का परिवार प्राचीन काल के परिवारों सा होगा। मैं इस्राएल और यहूदा के लोगों को शक्तिशाली बनाऊँगा और मैं उन लोगों को दण्ड दूँगा जो उन पर चोट करेंगे।
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20. Their children H1121 also shall be H1961 as formerly H6924 , and their congregation H5712 shall be established H3559 before H6440 me , and I will punish H6485 H5921 all H3605 that oppress H3905 them.
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21. उन्हीं में से एक उनका अगुवा होगा। वह शासक मेरे लोगों में से होगा। वह मेरे नजदीक तब आएंगे जब मैं उनसे ऐसा करने को कहूँगा। अत: मैं उस अगुवा को अपने पास बुलाऊँगा और वह मेरे निकट होगा।
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21. And their nobles H117 shall be H1961 of H4480 themselves , and their governor H4910 shall proceed H3318 from the midst H4480 H7130 of them ; and I will cause him to draw near H7126 , and he shall approach H5066 unto H413 me: for H3588 who H4310 is this H2088 that H1931 engaged H6148 H853 his heart H3820 to approach H5066 unto H413 me? saith H5002 the LORD H3068 .
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22. तुम मेरे लोग होगे और मैं तुम्हारा परमेश्वर होऊँगा।”
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22. And ye shall be H1961 my people H5971 , and I H595 will be H1961 your God H430 .
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23. यहोवा बहुत क्रोधित था। उसने लोगों को दण्ड दिया और दण्ड प्रचंड आंधी की तरह आया। दण्ड एक चक्रवात सा, दुष्ट लोगों के विरुद्ध आया।
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23. Behold H2009 , the whirlwind H5591 of the LORD H3068 goeth forth H3318 with fury H2534 , a continuing H1641 whirlwind H5591 : it shall fall with pain H2342 upon H5921 the head H7218 of the wicked H7563 .
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24. यहोवा तब तक क्रोधित रहेगा जब तक वे लोगों को दण्ड देना पूरा नहीं करता वह तब तक क्रोधित रहेगा जब तक वह अपनी योजना के अनुसार दण्ड नहीं दे लेता। जब वह दिन आएगा तो यहूदा के लोगों, तुम समझ जाओगे। PE
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24. The fierce H2740 anger H639 of the LORD H3068 shall not H3808 return H7725 , until H5704 he have done H6213 it , and until H5704 he have performed H6965 the intents H4209 of his heart H3820 : in the latter H319 days H3117 ye shall consider H995 it.
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