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1. {परमेश्वर का वरदान विश्वास से मिलता है} PS हे मूर्ख गलातियो, तुम पर किसने जादू कर दिया है? तुम्हें तो, सब के सामने यीशु मसीह को क्रूस पर कैसे चढ़ाया गया था, इसका पूरा विवरण दे दिया गया था।
1. O G5599 foolish G453 Galatians G1052 , who G5101 hath bewitched G940 you G5209 , that ye should not G3361 obey G3982 the G3588 truth G225 , before G2596 whose G3739 eyes G3788 Jesus G2424 Christ G5547 hath been evidently set forth G4270 , crucified G4717 among G1722 you G5213 ?
2. मैं तुमसे बस इतना जानना चाहता हूँ कि तुमने आत्मा का वरदान क्या व्यवस्था के विधान को पालने से पाया था, अथवा सुसमाचार के सुनने और उस पर विश्वास करने से?
2. This G5124 only G3440 would G2309 I learn G3129 of G575 you G5216 , Received G2983 ye the G3588 Spirit G4151 by G1537 the works G2041 of the law G3551 , or G2228 by G1537 the hearing G189 of faith G4102 ?
3. क्या तुम इतने मूर्ख हो सकते हो कि जिस जीवन को तुमने आत्मा से आरम्भ किया, उसे अब हाड़-माँस के शरीर की शक्ति से पूरा करोगे?
3. Are G2075 ye so G3779 foolish G453 ? having begun G1728 in the Spirit G4151 , are ye now G3568 made perfect G2005 by the flesh G4561 ?
4. तुमने इतने कष्ट क्या बेकार ही उठाये? आशा है कि वे बेकार नहीं थे।
4. Have ye suffered G3958 so many things G5118 in vain G1500 ? if G1489 it be yet G2532 in vain G1500 .
5. परमेश्वर, जो तुम्हें आत्मा प्रदान करता है और जो तुम्हारे बीच आश्चर्य कर्म करता है, वह यह इसलिए करता है कि तुम व्यवस्था के विधान को पालते हो या इसलिए कि तुमने सुसमाचार को सुना है और उस पर विश्वास किया है। PEPS
5. He therefore that ministereth G2023 G3767 to you G5213 the G3588 Spirit G4151 , and G2532 worketh G1754 miracles G1411 among G1722 you G5213 , doeth he it by G1537 the works G2041 of the law G3551 , or G2228 by G1537 the hearing G189 of faith G4102 ?
6. यह वैसे ही है जैसे कि इब्राहीम के विषय में शास्त्र कहता है: “उसने परमेश्वर में विश्वास किया और यह उसके लिये धार्मिकता गिनी गई।” ✡उद्धरण उत्पत्ति 15:6
6. Even as G2531 Abraham G11 believed G4100 God G2316 , and G2532 it was accounted G3049 to him G846 for G1519 righteousness G1343 .
7. तो फिर तुम यह जान लो, इब्राहीम के सच्चे वंशज वे ही हैं जो विश्वास करते हैं।
7. Know G1097 ye therefore G686 that G3754 they G3588 which are of G1537 faith G4102 , the same G3778 are G1526 the children G5207 of Abraham G11 .
8. शास्त्र ने पहले ही बता दिया था, “परमेश्वर ग़ैर यहूदियों को भी उनके विश्वास के कारण धमीज्ञ ठहरायेगा। और इन शब्दों के साथ पहले से ही इब्राहीम को परमेश्वर द्वारा सुसमाचार से अवगत करा दिया गया था।” ✡उद्धरण उत्पत्ति 12:3
8. And G1161 the G3588 Scripture G1124 , foreseeing G4275 that G3754 God G2316 would justify G1344 the G3588 heathen G1484 through G1537 faith G4102 , preached before the gospel G4283 unto Abraham G11 , saying, In G1722 thee G4671 shall all G3956 nations G1484 be blessed G1757 .
9. इसीलिए वे लोग जो विश्वास करते हैं विश्वासी इब्राहीम के साथ आशीष पाते हैं। PEPS
9. So then G5620 they G3588 which be of G1537 faith G4102 are blessed G2127 with G4862 faithful G4103 Abraham G11 .
10. किन्तु वे सभी लोग जो व्यवस्था के विधानों के पालन पर निर्भर रहते हैं, वे तो किसी अभिशाप के अधीन हैं। शास्त्र में लिखा है: “ऐसा हर व्यक्ति शापित है जो व्यवस्था के विधान की पुस्तक में लिखी हर बात का लगन के साथ पालन नहीं करता।” ✡उद्धरण व्यवस्था 27:26
10. For G1063 as many as G3745 are G1526 of G1537 the works G2041 of the law G3551 are G1526 under G5259 the curse G2671 : for G1063 it is written G1125 , Cursed G1944 is every one G3956 that G3739 continueth G1696 not G3756 in G1722 all things G3956 which are written G1125 in G1722 the G3588 book G975 of the G3588 law G3551 to do G4160 them G846 .
11. अब यह स्पष्ट है कि व्यवस्था के विधान के द्वारा परमेश्वर के सामने कोई भी नेक नहीं ठहरता है। क्योंकि शास्त्र के अनुसार “धर्मी व्यक्ति विश्वास के सहारे जीयेगा।” ✡उद्धरण हबक. 2:4 PEPS
11. But G1161 that G3754 no man G3762 is justified G1344 by G1722 the law G3551 in the sight G3844 of God G2316 , it is evident G1212 : for G3754 , The G3588 just G1342 shall live G2198 by G1537 faith G4102 .
12. किन्तु व्यवस्था का विधान तो विश्वास पर नहीं टिका है बल्कि शास्त्र के अनुसार, जो व्यवस्था के विधान को पालेगा, वह उन ही के सहारे जीयेगा। *“जो व्यवस्था जीयेगा” देखें लैव्य 18:5
12. And G1161 the G3588 law G3551 is G2076 not G3756 of G1537 faith G4102 : but G235 , The G3588 man G444 that doeth G4160 them G846 shall live G2198 in G1722 them G846 .
13. मसीह ने हमारे शाप को अपने ऊपर ले कर व्यवस्था के विधान के शाप से हमें मुक्त कर दिया। शास्त्र कहता है: “हर कोई जो वृक्ष पर टाँग दिया जाता है, शापित है।” ✡उद्धरण व्यवस्था 21:23
13. Christ G5547 hath redeemed G1805 us G2248 from G1537 the G3588 curse G2671 of the G3588 law G3551 , being made G1096 a curse G2671 for G5228 us G2257 : for G1063 it is written G1125 , Cursed G1944 is every one G3956 that hangeth G2910 on G1909 a tree G3586 :
14. मसीह ने हमें इसलिए मुक्त किया कि, इब्राहीम को दी गयी आशीश मसीह यीशु के द्वारा ग़ैर यहूदियों को भी मिल सके ताकि विश्वास के द्वारा हम उस आत्मा को प्राप्त करें, जिसका वचन दिया गया था। PS
14. That G2443 the G3588 blessing G2129 of Abraham G11 might come G1096 on G1519 the G3588 Gentiles G1484 through G1722 Jesus G2424 Christ G5547 ; that G2443 we might receive G2983 the G3588 promise G1860 of the G3588 Spirit G4151 through G1223 faith G4102 .
15. {व्यवस्था का विधान और वचन} PS हे भाईयों, अब मैं तुम्हें दैनिक जीवन से एक उदाहरण देने जा रहा हूँ। देखो, जैसे किसी मनुष्य द्वारा कोई करार कर लिया जाने पर, तो उसे रद्द किया जा सकता है और ही उस में से कुछ घटाया जा सकता है। और बढ़ाया,
15. Brethren G80 , I speak G3004 after the manner G2596 of men G444 ; Though G3676 it be but a man G444 's covenant G1242 , yet if it be confirmed G2964 , no man G3762 disannulleth G114 , or G2228 addeth thereto G1928 .
16. वैसे ही इब्राहीम और उसके भावी वंशज के साथ की गयी प्रतिज्ञा के संदर्भ में भी है। (देखो, शास्त्र यह नहीं कहता, “और उसके वंशजों को” यदि ऐसा होता तो बहुतों की ओर संकेत होता किन्तु शास्त्र में एक वचन का प्रयोग है। शास्त्र कहता है, “और तेरे वंशज को” जो मसीह है।)
16. Now G1161 to Abraham G11 and G2532 his G846 seed G4690 were the G3588 promises G1860 made G4483 . He saith G3004 not G3756 , And G2532 to seeds G4690 , as G5613 of G1909 many G4183 ; but G235 as G5613 of G1909 one G1520 , And G2532 to thy G4675 seed G4690 , which G3739 is G2076 Christ G5547 .
17. मेरा अभिप्राय यह है कि जिस करार को परमेश्वर ने पहले ही सुनिश्चित कर दिया उसे चार सौ तीस साल बाद आने वाला व्यवस्था का विधान नहीं बदल सकता और ही उसके वचन को नाकारा ठहरा सकता है। PEPS
17. And G1161 this G5124 I say G3004 , that the covenant G1242 , that was confirmed before G4300 of G5259 God G2316 in G1519 Christ G5547 , the G3588 law G3551 , which was G1096 four hundred G5071 and G2532 thirty G5144 years G2094 after G3326 , cannot disannul G208 G3756 , that it should make the promise of none effect G2673 G3588 G1860 .
18. क्योंकि यदि उत्तराधिकार व्यवस्था के विधान पर टिका है तो फिर वह वचन पर नहीं टिकेगा। किन्तु परमेश्वर ने उत्तराधिकार वचन के द्वारा मुक्त रूप से इब्राहीम को दिया था। PEPS
18. For G1063 if G1487 the G3588 inheritance G2817 be of G1537 the law G3551 , it is no more G3765 of G1537 promise G1860 : but G1161 God G2316 gave G5483 it to Abraham G11 by G1223 promise G1860 .
19. फिर भला व्यवस्था के विधान का प्रयोजन क्या रहा? आज्ञा उल्लंघन के अपराध के कारण व्यवस्था के विधान को वचन से जोड़ दिया गया था ताकि जिस के लिए वचन दिया गया था, उस वंशज के आने तक वह रहे। व्यवस्था का विधान एक मध्यस्थ के रूप में मूसा की सहायता से स्वर्गदूत द्वारा दिया गया था।
19. Wherefore G5101 then G3767 serveth the G3588 law G3551 ? It was added G4369 because G5484 of transgressions G3847 , till G891 G3757 the G3588 seed G4690 should come G2064 to whom G3739 the promise was made G1861 ; and it was ordained G1299 by G1223 angels G32 in G1722 the hand G5495 of a mediator G3316 .
20. अब देखो, मध्यस्थ तो दो के बीच होता है, किन्तु परमेश्वर तो एक ही है। PS
20. Now G1161 a mediator G3316 is G2076 not G3756 a mediator of one G1520 , but G1161 God G2316 is G2076 one G1520 .
21. {मूसा की व्यवस्था के विधान का प्रयोजन} PS क्या इसका यह अर्थ है कि व्यवस्था का विधान परमेश्वर के वचन का विरोधी है? निश्चित रूप से नहीं। क्योंकि यदि ऐसी व्यवस्था का विधान दिया गया होता जो लोगों में जीवन का संचार कर सकता तो वह व्यवस्था का विधान ही परमेश्वर के सामने धार्मिकता को सिद्ध करने का साधन बन जाता।
21. Is the G3588 law G3551 then G3767 against G2596 the G3588 promises G1860 of God G2316 ? God forbid G1096 G3361 : for G1063 if G1487 there had been a law G3551 given G1325 which could G1410 have given life G2227 , verily G3689 G302 righteousness G1343 should have been G2258 by G1537 the law G3551 .
22. किन्तु शास्त्र ने घोषणा की है कि यह समूचा संसार पाप की शक्ति के अधीन है। ताकि यीशु मसीह में विश्वास के आधार पर जो वचन दिया गया है, वह विश्वासी जनों को भी मिले। PEPS
22. But G235 the G3588 Scripture G1124 hath concluded G4788 all G3956 under G5259 sin G266 , that G2443 the G3588 promise G1860 by G1537 faith G4102 of Jesus G2424 Christ G5547 might be given G1325 to them that believe G4100 .
23. इस विश्वास के आने से पहले, हमें व्यवस्था के विधान की देखरेख में, इस आने वाले विश्वास के प्रकट होने तक, बंदी के रूप में रखा गया।
23. But G1161 before faith G4102 came G2064 , we were kept G5432 under G5259 the law G3551 , shut up G4788 unto G1519 the G3588 faith G4102 which should afterwards G3195 be revealed G601 .
24. इस प्रकार व्यवस्था के विधान हमें मसीह तक ले जाने के लिए एक कठोर अभिभावक था ताकि अपने विश्वास के आधार पर हम नेक ठहरें।
24. Wherefore G5620 the G3588 law G3551 was G1096 our G2257 schoolmaster G3807 to bring us unto G1519 Christ G5547 , that G2443 we might be justified G1344 by G1537 faith G4102 .
25. अब जब यह विश्वास प्रकट हो चुका है तो हम उस कठोर अभिभावक के अधीन नहीं हैं। PEPS
25. But G1161 after that faith G4102 is come G2064 , we are G2070 no longer G3765 under G5259 a schoolmaster G3807 .
26. यीशु मसीह में विश्वास के कारण तुम सभी परमेश्वर की संतान हो।
26. For G1063 ye are G2075 all G3956 the children G5207 of God G2316 by G1223 faith G4102 in G1722 Christ G5547 Jesus G2424 .
27. क्योंकि तुम सभी जिन्होंने मसीह का बपतिस्मा ले लिया है, मसीह में समा गये हो।
27. For G1063 as many G3745 of you as have been baptized G907 into G1519 Christ G5547 have put on G1746 Christ G5547 .
28. सो अब किसी में कोई अन्तर नहीं रहा कोई यहूदी रहा, ग़ैर यहूदी, दास रहा, स्वतन्त्र, पुरुष रहा, स्त्री, क्योंकि मसीह यीशु में तुम सब एक हो।
28. There is G1762 neither G3756 Jew G2453 nor G3761 Greek G1672 , there is G1762 neither G3756 bond G1401 nor G3761 free G1658 , there is G1762 neither G3756 male G730 nor G2532 female G2338 : for G1063 ye G5210 are G2075 all G3956 one G1520 in G1722 Christ G5547 Jesus G2424 .
29. और क्योंकि तुम मसीह के हो तो फिर तुम इब्राहीम के वंशज हो, और परमेश्वर ने जो वचन इब्राहीम को दिया था, उस वचन के उत्तराधिकारी हो। PE
29. And G1161 if G1487 ye G5210 be Christ G5547 's, then G686 are G2075 ye Abraham G11 's seed G4690 , and G2532 heirs G2818 according G2596 to the promise G1860 .
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