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1. “मैं पहरे की मीनार पर जाकर खड़ा होऊँगा। मैं वहाँ अपनी जगह लूँगा और रखवाली करूँगा। मैं यह देखने की प्रतीक्षा करूँगा कि यहोवा मुझसे क्या कहता है। मैं प्रतीक्षा करूँगा और यह जान लूँगा कि वह मेरे प्रश्नों का क्या उत्तर देता है।” PS
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1. I will stand H5975 upon H5921 my watch H4931 , and set H3320 me upon H5921 the tower H4692 , and will watch H6822 to see H7200 what H4100 he will say H1696 unto me , and what H4100 I shall answer H7725 when H5921 I am reproved H8433 .
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2. {परमेश्वर द्वारा हबक्कूक की सुनवाई} PS यहोवा ने मुझे उत्तर दिया, “मैं तुझे जो कछ दर्शाता हूँ, तू उसे लिख ले। सूचना शिला पर इसे साफ़—साफ़ लिख दे ताकि लोग आसानी से उसे पढ़ सकें।
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2. And the LORD H3068 answered H6030 me , and said H559 , Write H3789 the vision H2377 , and make it plain H874 upon H5921 tables H3871 , that H4616 he may run H7323 that readeth H7121 it.
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3. यह संदेश आगे आने वाले एक विशेष समय के बारे में है। यह संदेश अंत समय के बारे में है और यह सत्य सिद्ध होगा! ऐसा लग सकता है कि वैसा समय तो कभी आयेगा ही नहीं। किन्तु धीरज के साथ उसकी प्रतीक्षा कर। वह समय आयेगा और उसे देर नहीं लगेगी।
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3. For H3588 the vision H2377 is yet H5750 for an appointed time H4150 , but at the end H7093 it shall speak H6315 , and not H3808 lie H3576 : though H518 it tarry H4102 , wait H2442 for it; because H3588 it will surely come H935 H935 , it will not H3808 tarry H309 .
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4. यह संदेश उन लोगों की सहायता नहीं कर पायेगा जो इस पर कान देने से इन्कार करते हैं। किन्तु सज्जन इस संदेश पर विश्वास करेगा और अपने विश्वास के कारण सज्जन जीवित रहेगा। PEPS
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4. Behold H2009 , his soul H5315 which is lifted up H6075 is not upright H3474 H3808 in him : but the just H6662 shall live H2421 by his faith H530 .
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5. परमेश्वर ने कहा, “दाखमधु व्यक्ति को भरमा सकती है। इसी प्रकार किसी शक्तिशाली पुरूष को उसका अहंकार मूर्ख बना देता है। उस व्यक्ति को शांति नहीं मिलेगी। मृत्यु के समान कभी उसका पेट नहीं भरता, वह हर समय अधिक से अधिक की इच्छा करता रहता है। मृत्यु के समान ही उसे कभी तृप्ति नहीं मिलेगी। वह दूसरे देशों को हराता रहेगा। वह दूसरे देशों के उन लोगों को अपनी प्रजा बनाता रहेगा।
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5. Yea H637 also, because H3588 he transgresseth H898 by wine H3196 , he is a proud H3093 man H1397 , neither H3808 keepeth at home H5115 , who H834 enlargeth H7337 his desire H5315 as hell H7585 , and is as death H4194 , and cannot H3808 be satisfied H7646 , but gathereth H622 unto H413 him all H3605 nations H1471 , and heapeth H6908 unto H413 him all H3605 people H5971 :
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6. निश्चय ही, ये लोग उसकी हँसी उड़ाते हुये यह कहेंगे, ‘उस पर हाय पड़े जो इतने दिनों तक लूटता रहा है। जो ऐसे उन वस्तुओं को हथियाता रहा है जो उसकी नहीं थी! जो कितने ही लोगों को अपने कर्ज के बोझ तले दबाता रहा है।’ PEPS
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6. Shall not H3808 all H3605 these H428 take up H5375 a parable H4912 against H5921 him , and a taunting H4426 proverb H2420 against him , and say H559 , Woe H1945 to him that increaseth H7235 that which is not H3808 his! how long H5704 H4970 ? and to him that ladeth H3513 H5921 himself with thick clay H5671 !
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7. “हे पुरूष, तूने लोगों से धन ऐंठा है। एक दिन वे लोग उठ खड़े होंगे और जो कुछ हो रहा है, उन्हें उसका अहसास होगा और फिर वे तेरे विरोध में खड़े हो जायेंगे। तब वे तुझसे उन वस्तुओं को छीन लेंगे। तू बहुत भयभीत हो उठेगा।
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7. Shall they not H3808 rise up H6965 suddenly H6621 that shall bite H5391 thee , and awake H3364 that shall vex H2111 thee , and thou shalt be H1961 for booties H4933 unto them?
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8. तूने बहुत से देशों की वस्तुएं लूटी हैं। सो वे लोग तुझसे और अधिक लेंगे। तूने बहुत से लोगों की हत्या की है। तूने खेतों और नगरों का विनाश किया है। तूने वहाँ सभी लोगों को मार डाला है। PEPS
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8. Because H3588 thou H859 hast spoiled H7997 many H7227 nations H1471 , all H3605 the remnant H3499 of the people H5971 shall spoil H7997 thee ; because of men H120 's blood H4480 H1818 , and for the violence H2555 of the land H776 , of the city H7151 , and of all H3605 that dwell H3427 therein.
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9. “हाँ! जो व्यक्ति बुरे कामों के द्वारा धनवान बनता है, उसका यह धनवान बनना, उसके लिये बहुत बुरा होगा। ऐसा व्यक्ति सुरक्षापूर्वक रहने के लिये ऐसे काम करता है। वह सोचा करता है कि वह उसकी वस्तुएं चुराने से दूसरे व्यक्तियों को रोक सकता है। किन्तु बुरी बातें उस पर पड़ेंगी ही।
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9. Woe H1945 to him that coveteth H1214 an evil H7451 covetousness H1215 to his house H1004 , that he may set H7760 his nest H7064 on high H4791 , that he may be delivered H5337 from the power H4480 H3709 of evil H7451 !
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10. तूने बहुत से लोगों के नाश की योजनाएँ बना रखी हैं। इससे तेरे अपने लोगों की निन्दा होगी और तुझे भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा।
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10. Thou hast consulted H3289 shame H1322 to thy house H1004 by cutting off H7096 many H7227 people H5971 , and hast sinned H2398 against thy soul H5315 .
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11. तेरे घर की दीवारों के पत्थर तेरे विरोध में चीख—चीख कर बोलेंगे। यहाँ तक कि तेरे अपने ही घऱ की छत की कड़ियाँ यह मनाते लगेंगी कि तू बुरा है। PEPS
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11. For H3588 the stone H68 shall cry out H2199 of the wall H4480 H7023 , and the beam H3714 out of the timber H4480 H6086 shall answer H6030 it.
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12. “हाय पड़े उस बुरे अधिकारी पर जो खून बहाकर एक नगर का निर्माण करता है और दुष्टता के आधार पर चहारदीवारी से यक्त एक नगर को सुदृढ़ बनाता है।
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12. Woe H1945 to him that buildeth H1129 a town H5892 with blood H1818 , and establisheth H3559 a city H7151 by iniquity H5766 !
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13. सर्वशक्तिमान यहोवा ने यह ठान ली है कि उन लोगों ने जो कुछ बनाया था, उस सब कुछ को एक आग भस्म कर देगी। उनका समूचा श्रम बेकार हो जायेगा।
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13. Behold H2009 , is it not H3808 of H4480 H854 the LORD H3068 of hosts H6635 that the people H5971 shall labor H3021 in the very H1767 fire H784 , and the people H3816 shall weary H3286 themselves for very H1767 vanity H7385 ?
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14. फिर सब कहीं के लोग यहोवा की महिमा को जान जायेंगे और इसका समाचार ऐसे ही फैल जायेगा जैसे समुद्र में पानी फैला हो।
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14. For H3588 the earth H776 shall be filled H4390 H853 with the knowledge H1847 of the glory H3519 of the LORD H3068 , as the waters H4325 cover H3680 H5921 the sea H3220 .
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15. उस पर हाय पड़े जो अपने क्रोध में लोगों को उन्हें अपमानित करने के लिये मारता—पीटता है और उन्हें तब तक मारता रहता है जब तक वे लड़खड़ा न जायें। PEPS
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15. Woe H1945 unto him that giveth his neighbor drink H8248 H7453 , that puttest H5596 thy bottle H2573 to him , and makest him drunken H7937 also H637 , that H4616 thou mayest look H5027 on H5921 their nakedness H4589 !
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16. “किन्तु उसे यहोवा के क्रोध का पता चल जायेगा। वह क्रोध विष के एक ऐसे प्याले के समान होगा जिसे यहोवा ने अपने दाहिने हाथ मे लिया हुआ है। उस व्यक्ति को उस क्रोध के विष को चखना होगा और फिर वह किसी धुत्त व्यक्ति के समान धरती पर गिर पड़ेगा। PEPS “ओ दुष्ट शासक, तुझे विष के उसी प्याले में से पीना होगा। तेरी निन्दा होगी। तुझे आदर नहीं मिलेगा।
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16. Thou art filled H7646 with shame H7036 for glory H4480 H3519 : drink H8354 thou H859 also H1571 , and let thy foreskin be uncovered H6188 : the cup H3563 of the LORD H3068 's right hand H3225 shall be turned H5437 unto H5921 thee , and shameful spewing H7022 shall be on H5921 thy glory H3519 .
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17. लबानोन में तूने बहुत से लोगों की हत्या की है। तूने वहाँ बहुत से पशु लूटे हैं। सो तू जो लोग मारे गये थे, उनसे भयभीत हो उठेगा और तूने उस देश के प्रति जो बुरी बातें की; उनके कारण तू डर जायेगा। उन नगरों के साथ और उन नगरों में रहने वाले लोगों के साथ जो कुछ तूने किया, उससे तू डर जायेगा।” PS
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17. For H3588 the violence H2555 of Lebanon H3844 shall cover H3680 thee , and the spoil H7701 of beasts H929 , which made them afraid H2865 , because of men H120 's blood H4480 H1818 , and for the violence H2555 of the land H776 , of the city H7151 , and of all H3605 that dwell H3427 therein.
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18. {मूर्तियों की निरर्थकता का सन्देश} PS उसका यह झूठा देवता, उसकी रक्षा नहीं कर पायेगा क्योंकि वह तो बस एक ऐसी मूर्ति है जिसे किसी मनुष्य ने धातु से मढ़ दिया है। वह मात्र एक मूर्ति है। इसलिये जो व्यक्ति स्वयं उसका निर्माता करता है, उससे सहायता की अपेक्षा नहीं कर सकता। वह मूर्ति तो बोल तक नहीं सकता!
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18. What H4100 profiteth H3276 the graven image H6459 that H3588 the maker H3335 thereof hath graven H6458 it ; the molten image H4541 , and a teacher H3384 of lies H8267 , that H3588 the maker H3335 of his work H3336 trusteth H982 therein H5921 , to make H6213 dumb H483 idols H457 ?
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19. धिक्कार है उस व्यक्ति को जो एक कठपुतली से कहता है, “ओ देवता, जाग उठ!” उस व्यक्ति को धिक्कार है जो एक ऐसी पत्थर की मूर्ति से जो बोल तक नहीं पाती, कहता है, “ओ देवता, उठ बैठ!” क्या वह कुछ बोलेगी और उसे राह दिखाएगी वह मूर्ति चाहे सोने से मढ़ा हो, चाहे चाँदी से, किन्तु उसमें प्राण तो है ही नहीं। PEPS
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19. Woe H1945 unto him that saith H559 to the wood H6086 , Awake H6974 ; to the dumb H1748 stone H68 , Arise H5782 , it H1931 shall teach H3384 ! Behold H2009 , it H1931 is laid over H8610 with gold H2091 and silver H3701 , and there is no H369 breath H7307 at all H3605 in the midst H7130 of it.
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20. किन्तु यहोवा इससे भिन्न है! यहोवा अपने पवित्र मन्दिर में रहता है। इसलिये यहोवा के सामने सम्पूर्ण पृथ्वी धरती को चुप रह कर उसके प्रति आदर प्रकट करना चाहिए। PE
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20. But the LORD H3068 is in his holy H6944 temple H1964 : let all H3605 the earth H776 keep silence H2013 before H4480 H6440 him.
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