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1. {अराम का राजा हिजकिय्याह को परेशान करने का प्रयत्न करता है} PS हिजकिय्याह ने ये सब कार्य जो विश्वासपूर्वक पूरे किये। अश्शूर का राजा सन्हेरीब यहूदा देश पर आक्रमण करने आया। सन्हेरीब और उसकी सेना ने किले के बाहर डेरा डाला। उसने यह इसलिये किया कि वह नगरों को जीतने की योजना बना सके। सन्हेरीब इन नगरों को अपने लिये जीतना चाहता था।
1. After H310 these H428 things H1697 , and the establishment H571 thereof, Sennacherib H5576 king H4428 of Assyria H804 came H935 , and entered H935 into Judah H3063 , and encamped H2583 against H5921 the fenced H1219 cities H5892 , and thought H559 to win H1234 them for H413 himself.
2. हिजकिय्याह जानता था कि वह यरूशलेम, इस पर आक्रमण करने आया है।
2. And when Hezekiah H3169 saw H7200 that H3588 Sennacherib H5576 was come H935 , and that he was purposed H6440 to fight H4421 against H5921 Jerusalem H3389 ,
3. तब हिजकिय्याह ने अपने अधिकारियों और सेना के अधिकरियों से सलाह ली। वे एकमत हो गए कि नगर के बाहर के सोतों का पानी रोक दिया जाये। उन अधिकारियों और सेना के अधिकारियों ने हिजकिय्याह की सहायता की।
3. He took counsel H3289 with H5973 his princes H8269 and his mighty men H1368 to stop H5640 H853 the waters H4325 of the fountains H5869 which H834 were without H4480 H2351 the city H5892 : and they did help H5826 him.
4. बहुत से लोग एक साथ आए और उन्होंने सभी सोतों और नालों को जो देश के बीच से होकर बहते थे, रोक दिया। उन्होंने कहा, “अश्शूर के राजा को यहाँ आने पर पर्याप्त पानी नहीं मिलेगा!”
4. So there was gathered H6908 much H7227 people H5971 together , who stopped H5640 H853 all H3605 the fountains H4599 , and the brook H5158 that ran H7857 through the midst H8432 of the land H776 , saying H559 , Why H4100 should the kings H4428 of Assyria H804 come H935 , and find H4672 much H7227 water H4325 ?
5. हिजकिय्याह ने यरूशलेम को पहले से अधिक मजबूत बनाया। यह उसने इस प्रकार किया: उसने दीवार के टूटे भागों को फिर बनवाया। उसने दीवारों पर मीनारें बनाई। उसने पहली दीवार के बाहर दूसरी दीवार बनाई। उसने फिर पुराने यरूशलेम के पूर्व की ओर के स्थानों को मजबूत किया। उसने अनेकों हथियार और ढालें बनवाई।
5. Also he strengthened himself H2388 , and built up H1129 H853 all H3605 the wall H2346 that was broken H6555 , and raised it up H5927 to H5921 the towers H4026 , and another H312 wall H2346 without H2351 , and repaired H2388 H853 Millo H4407 in the city H5892 of David H1732 , and made H6213 darts H7973 and shields H4043 in abundance H7230 .
6. (6-7) हिजकिय्याह ने युद्ध के अधिकारियों को लोगों का अधीक्षक होने के लिये चुना। वह इन अधिकारियों से नगर द्वार के बाहर खुले स्थान में मिला। हिजकिय्याह ने उन अधिकारियों से सलाह की और उन्हें उत्साहित किया। उसने कहा, “दृढ़ और साहसी बनो। अश्शूर के राजा या उसके साथ की विशाल सेना से मत डरना, ही उससे परेशान होना। अश्शूर के राजा के पास जो शक्ति है उससे भी बड़ी शक्ति हम लोगों के साथ है!
6. And he set H5414 captains H8269 of war H4421 over H5921 the people H5971 , and gathered them together H6908 to H413 him in H413 the street H7339 of the gate H8179 of the city H5892 , and spoke H1696 comfortably H5921 H3824 to them, saying H559 ,
7. अश्शूर के राजा के पास केवल व्यक्ति हैं। किन्तु हम लोगों के साथ यहोवा, अपना परमेश्वर है। हमारा परमेश्वर हमारी सहायता करेगा। वह हमारा युद्ध स्वयं लड़ेगा।” इस प्रकार यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने लोगों को उत्साहित किया और उन्हें पहले से अधिक शक्तिशाली होने का अनुभव कराया। PEPS
7. Be strong H2388 and courageous H553 , be not afraid H3372 H408 nor H408 dismayed H2865 for H4480 H6440 the king H4428 of Assyria H804 , nor for H4480 H6440 all H3605 the multitude H1995 that H834 is with H5973 him: for H3588 there be more H7227 with H5973 us than with H4480 H5973 him:
8. अश्शूर के राजा सन्हेरीब और उसकी सारी सेना लाकीश नगर के पास डेरा डाले पड़ी थी। ताकि वे इसे हरा सकें तब अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यरूशलेम में यहूदा के राजा हिजकिय्याह के पास और यहूदा के सभी लोगों के पास अपने सेवक भेजे। सन्हेरीब के सेवक हिजकिय्याह और यरूशलेम के सभी लोगों के लिये एक सन्देश ले गए।
8. With H5973 him is an arm H2220 of flesh H1320 ; but with H5973 us is the LORD H3068 our God H430 to help H5826 us , and to fight H3898 our battles H4421 . And the people H5971 rested themselves H5564 upon H5921 the words H1697 of Hezekiah H3169 king H4428 of Judah H3063 .
9. उन्होंने कहा, “अश्शूर का राजा सन्हेरीब यह कहता है: ‘तुम किसमें विश्वास करते हो जो तुम्हें यरूशलेम में युद्ध की स्थिति में ठहरना सिखाता है
9. After H310 this H2088 did Sennacherib H5576 king H4428 of Assyria H804 send H7971 his servants H5650 to Jerusalem H3389 , (but he H1931 himself laid siege against H5921 Lachish H3923 , and all H3605 his power H4475 with H5973 him,) unto H5921 Hezekiah H3169 king H4428 of Judah H3063 , and unto H5921 all H3605 Judah H3063 that H834 were at Jerusalem H3389 , saying H559 ,
10. हिजकिय्याह तुम्हें मूर्ख बना रहा है। तुम्हें यरूशलेम में ठहरे रखने के लिये धोखा दिया जा रहा है। इस प्रकार तुम भूख—प्यास से मर जाओगे। हिजकिय्याह तुमसे कहता है, “यहोवा, हमारा परमेश्वर हमें अश्शूर के राजा से बचायेगा।”
10. Thus H3541 saith H559 Sennacherib H5576 king H4428 of Assyria H804 , Whereon H5921 H4100 do ye H859 trust H982 , that ye abide H3427 in the siege H4692 in Jerusalem H3389 ?
11. हिजकिय्याह ने स्वयं यहोवा के उच्चस्थानों और वेदियों को हटाया है। उसने यहूदा और इस्राएल के तुम लोगों से कहा कि तुम लोगों को केवल एक वेदी पर उपासना करनी और सुगन्धि चढ़ानी चाहिए।
11. Doth not H3808 Hezekiah H3169 persuade H5496 you to give over H5414 yourselves to die H4191 by famine H7458 and by thirst H6772 , saying H559 , The LORD H3068 our God H430 shall deliver H5337 us out of the hand H4480 H3709 of the king H4428 of Assyria H804 ?
12. निश्चय ही, तुम जानते हो कि मेरे पूर्वजों और मैंने अन्य देशों के लोगों के साथ क्या किया है अन्य देशों के देवता अपने लोगों को नहीं बचा सके। वे देवता मुझे उनके लोगों को नष्ट करने से रोक सके।
12. Hath not H3808 the same H1931 Hezekiah H3169 taken away H5493 H853 his high places H1116 and his altars H4196 , and commanded H559 Judah H3063 and Jerusalem H3389 , saying H559 , Ye shall worship H7812 before H6440 one H259 altar H4196 , and burn incense H6999 upon H5921 it?
13. मेरे पूर्वजों ने उन देशों को नष्ट किया। कोई भी ऐसा देवता नहीं जो मुझसे अपने लोगों को नष्ट होने से बचा ले। फिर भी तुम सोचते हो कि तुम्हारा देवता तुम्हें मुझसे बचा लेगा
13. Know H3045 ye not H3808 what H4100 I H589 and my fathers H1 have done H6213 unto all H3605 the people H5971 of other lands H776 ? were the gods H430 of the nations H1471 of those lands H776 any ways able H3201 H3201 to deliver H5337 H853 their lands H776 out of mine hand H4480 H3027 ?
14. हिजकिय्याह को तुम्हें मूर्ख बनाने और धोखा देने मत दो। उस पर विश्वास करो क्योंकि किसी राष्ट्र या राज्य का कोई देवता कभी हमसे या हमारे पूर्वजों से अपने लोगों को बचाने में समर्थ नहीं हुआ है। इसलिये यह मत सोचो कि तुम्हारा देवता मुझे तुमको नष्ट करने से रोक लेगा।’ ” PS
14. Who H4310 was there among all H3605 the gods H430 of those H428 nations H1471 that H834 my fathers H1 utterly destroyed H2763 , that H834 could H3201 deliver H5337 H853 his people H5971 out of mine hand H4480 H3027 , that H3588 your God H430 should be able H3201 to deliver H5337 you out of mine hand H4480 H3027 ?
15. अश्शूर के राजा के सेवकों ने इससे भी बुरी बातें यहोवा परमेश्वर तथा परमेश्वर के सेवक हिजकिय्याह के विरुद्ध कहीं हैं।
15. Now H6258 therefore let not H408 Hezekiah H2396 deceive H5377 you, nor H408 persuade H5496 you on this manner H2063 , neither H408 yet believe H539 him: for H3588 no H3808 H3605 god H433 of any H3605 nation H1471 or kingdom H4467 was able H3201 to deliver H5337 his people H5971 out of mine hand H4480 H3027 , and out of the hand H4480 H3027 of my fathers H1 : how much less H637 H3588 shall your God H430 deliver H5337 you out of mine hand H4480 H3027 ?
16. अश्शूर के राजा ने ऐसे पत्र भी लिखे जो इस्राएल के यहोवा परमेश्वर का अपमान करते थे। अश्शूर के राजा ने ऐसे पत्र भी लिखे जो इस्राएल के यहोवा परमेश्वर का अपमान करते थे। अश्शूर के राजा ने उन पत्रों में जो कुछ लिखा था वह यह है: “अन्य राज्यों के देवता मुझसे नष्ट होने से अपने लोगों को बचा सके। उसी प्रकार हिजकिय्याह का परमेश्वर अपने लोगों को मेरे द्वारा नष्ट किये जाने से नहीं रोक सकता।”
16. And his servants H5650 spoke H1696 yet H5750 more against H5921 the LORD H3068 God H430 , and against H5921 his servant H5650 Hezekiah H3169 .
17. तब अश्शूर के राजा के सेवक यरूशलेम के उन लोगों पर जोर से चिल्लाये जो नगर की दीवार पर थे। उन सेवकों ने उस समय हिब्रू भाषा का प्रयोग किया जब वे दीवार पर के लोगों के प्रति चिल्लाये। अश्शूर के राजा के उन सेवकों ने यह सब इसलिये किया कि यरूशलेम के लोग डर जायें। उन्होंने वे बातें इसलिये कहीं कि यरूशलेम नगर पर अधिकार कर सकें।
17. He wrote H3789 also letters H5612 to rail H2778 on the LORD H3068 God H430 of Israel H3478 , and to speak H559 against H5921 him, saying H559 , As the gods H430 of the nations H1471 of other lands H776 have not H3808 delivered H5337 their people H5971 out of mine hand H4480 H3027 , so H3651 shall not H3808 the God H430 of Hezekiah H3169 deliver H5337 his people H5971 out of mine hand H4480 H3027 .
18. उन सेवकों ने उन देवताओं के विरुद्ध बुरी बातें कहीं जिनकी पूजा संसार के लोग करते थे। वे देवता सिर्फ ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें मनुष्यों ने अपने हाथ से बनाया है। इस प्रकार उन सेवकों ने वे ही बुरी बातें यरूशलेम के परमेश्वर के विरुद्ध कहीं। PEPS
18. Then they cried H7121 with a loud H1419 voice H6963 in the Jews' speech H3066 unto H5921 the people H5971 of Jerusalem H3389 that H834 were on H5921 the wall H2346 , to frighten H3372 them , and to trouble H926 them; that H4616 they might take H3920 H853 the city H5892 .
19. राजा हिजकिय्याह और आमोस के पुत्र यशायाह नबी ने इस समस्या के बारे में प्रार्थना की। उन्होंने जोर से स्वर्ग को पुकारा।
19. And they spoke H1696 against H413 the God H430 of Jerusalem H3389 , as against H5921 the gods H430 of the people H5971 of the earth H776 , which were the work H4639 of the hands H3027 of man H120 .
20. तब यहोवा ने अश्शूर के राजा के खेमे में एक स्वर्गदूत को भेजा। उस स्वर्गदूत ने अश्शूर की सेना के सब अधिकारियों, प्रमुखों और सैनिकों को मार डाला। इसलिये अश्शूर का राजा अपने देश में अपने घर लौट गया और उसके लोग उसकी वजह से बहुत लज्जित हुए। वह अपने देवता के मन्दिर में गया और उसी के पुत्रों में से किसी ने उसे वहीं तलवार से मार डाला।
20. And for H5921 this H2063 cause Hezekiah H3169 the king H4428 , and the prophet H5030 Isaiah H3470 the son H1121 of Amoz H531 , prayed H6419 and cried H2199 to heaven H8064 .
21. इस प्रकार यहोवा ने हिजकिय्याह और यरूशलेम के लोगों को अश्शूर के राजा सन्हेरीब और सभी अन्य लोगों से बचाया। यहोवा ने हिजकिय्याह और यरूशलेम के लोगों की देखभाल की।
21. And the LORD H3068 sent H7971 an angel H4397 , which cut off H3582 all H3605 the mighty men H1368 of valor H2428 , and the leaders H5057 and captains H8269 in the camp H4264 of the king H4428 of Assyria H804 . So he returned H7725 with shame H1322 of face H6440 to his own land H776 . And when he was come into H935 the house H1004 of his god H430 , they that came forth H4480 H3329 of his own bowels H4578 slew H5307 him there H8033 with the sword H2719 .
22. बहुत से लोग यरूशलेम में यहोवा के लिये भेंट लाए। वे यहूदा के राजा हिजकिय्याह के पास बहुमूल्य चीज़ें ले आए। उस समय के बाद सभी राष्ट्रों ने हिजकिय्याह को सम्मान दिया। PEPS
22. Thus the LORD H3068 saved H3467 H853 Hezekiah H3169 and the inhabitants H3427 of Jerusalem H3389 from the hand H4480 H3027 of Sennacherib H5576 the king H4428 of Assyria H804 , and from the hand H4480 H3027 of all H3605 other , and guided H5095 them on every side H4480 H5439 .
23. उन दिनों हिजकिय्याह बहुत बीमार पड़ा और मृत्यु के निकट था। उसने यहोवा से प्रार्थना की। यहोवा हिजकिय्याह से बोला और उसे एक चिन्ह दिया। *यहोवा चिन्ह दिया देखें यशा. 38:1-8 हिजकिय्याह के विषय की कहानी और कैसे यहोवा ने हिजकिय्याह को पन्द्रह वर्ष और जीवित रहने दिया।
23. And many H7227 brought H935 gifts H4503 unto the LORD H3068 to Jerusalem H3389 , and presents H4030 to Hezekiah H3169 king H4428 of Judah H3063 : so that he was magnified H5375 in the sight H5869 of all H3605 nations H1471 from thenceforth H4480 H310 H3651 .
24. किन्तु हिजकिय्याह का हृदय घमण्ड से भर गया इसलिये उसने परमेश्वर की कृपा के लिये परमेश्वर को धन्यवाद नहीं किया। यही कारण था कि परमेश्वर हिजकिय्याह और यरूशलेम तथा यहूदा के लोगों पर क्रोधित हुआ।
24. In those H1992 days H3117 Hezekiah H3169 was sick H2470 to H5704 the death H4191 , and prayed H6419 unto H413 the LORD H3068 : and he spoke H559 unto him , and he gave H5414 him a sign H4159 .
25. किन्तु हिजकिय्याह और यरूशलेम में रहने वाले लोगों ने अपने हृदय तथा जीवन को बदल दिया। वे विनम्र हो गये और घमण्ड करना छोड़ दिया। इसलिये जब तक हिजकिय्याह जीवित रहा यहोवा का क्रोध उस पर नहीं उतरा। PEPS
25. But Hezekiah H3169 rendered not again H7725 H3808 according to the benefit H1576 done unto H5921 him; for H3588 his heart H3820 was lifted up H1361 : therefore there was H1961 wrath H7110 upon H5921 him , and upon H5921 Judah H3063 and Jerusalem H3389 .
26. हिजकिय्याह को बहुत धन औऱ सम्मान प्राप्त था। उसने चाँदी, सोने, कीमती रत्न, मसालें, ढालें और सभी प्रकार की चीज़ों के रखने के लिये स्थान बनाए।
26. Notwithstanding Hezekiah H3169 humbled himself H3665 for the pride H1363 of his heart H3820 , both he H1931 and the inhabitants H3427 of Jerusalem H3389 , so that the wrath H7110 of the LORD H3068 came H935 not H3808 upon H5921 them in the days H3117 of Hezekiah H3169 .
27. हिजकिय्याह के पास लोगों द्वारा भेजे गये अन्न, नया दाखमधु और तेल के लिये भंडारण भवन थे। उसके पास पशुओं के लिये पशुशालायें और भेड़ों के लिये भेड़शालायें थीं।
27. And Hezekiah H3169 had H1961 exceeding H3966 much H7235 riches H6239 and honor H3519 : and he made H6213 himself treasuries H214 for silver H3701 , and for gold H2091 , and for precious H3368 stones H68 , and for spices H1314 , and for shields H4043 , and for all manner H3605 of pleasant H2532 jewels H3627 ;
28. हिजकिय्याह ने बहुत से नगर भी बनाये और उसे अनेक पशुओं के झुँड और भेड़ों के रेवड़ें मिलीं। परमेश्वर ने हिजकिय्याह को बहुत अधिक धन दिया।
28. Storehouses H4543 also for the increase H8393 of corn H1715 , and wine H8492 , and oil H3323 ; and stalls H723 for all manner H3605 of beasts H929 H929 , and cotes H220 for flocks H5739 .
29. यह हिजकिय्याह ही था जिसने यरूशलेम में गिहोन सोते की ऊपरी जल धाराओं के उदगर्मो को रोका और उन जल धाराओं को दाऊद नगर के ठीक पश्चिम को बहाया और हिजकिय्याह उन सबमें सफल रहा जो कुछ उसने किया। PEPS
29. Moreover he provided H6213 him cities H5892 , and possessions H4735 of flocks H6629 and herds H1241 in abundance H7230 : for H3588 God H430 had given H5414 him substance H7399 very H3966 much H7227 .
30. किसी समय बाबुल के प्रमुखों ने हिजकिय्याह के पास दूत भेजे। उन दूतों ने एक विचित्र दृश्य के विषय में पूछा जो राष्ट्रों में प्रकट हुआ था। जब वे आए तो परमेश्वर ने हिजकिय्याह को अकेले छोड़ दिया जिससे कि वह अपनी जाँच कर सके औऱ वह सब कुछ जान सके जो हिजकिय्याह के हृदय में था। †हिजकिय्याह के हृदय में देखें 2 राजा 20:12-19 PEPS
30. This same H1931 Hezekiah H3169 also stopped H5640 H853 the upper H5945 watercourse H4161 H4325 of Gihon H1521 , and brought it straight H3474 down H4295 to the west side H4628 of the city H5892 of David H1732 . And Hezekiah H3169 prospered H6743 in all H3605 his works H4639 .
31. हिजकिय्याह का शेष इतिहास औऱ कैसे उसने यहोवा को प्रेम किया, का विवरण आमोस के पुत्र यशायाह नबी के दर्शन ग्रन्थ और यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में मिलता है।
31. Howbeit H3651 in the business of the ambassadors H3887 of the princes H8269 of Babylon H894 , who sent H7971 unto H5921 him to inquire of H1875 the wonder H4159 that H834 was H1961 done in the land H776 , God H430 left H5800 him , to try H5254 him , that he might know H3045 all H3605 that was in his heart H3824 .
32. हिजकिय्याह मरा और अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया। लोगों ने हिजकिय्याह को उस पहाड़ी पर दफनाया जहाँ दाऊद के पुत्रों की कब्रें हैं। जब वह मरा तो यहूदा के सभी लोगों ने तथा यरूशलेम के रहने वालों ने हिजकिय्याह को सम्मान दिया। हिजकिय्याह के स्थान पर मनश्शे नया राजा हुआ। मनश्शे हिजकिय्याह का पुत्र था। PE
32. Now the rest H3499 of the acts H1697 of Hezekiah H3169 , and his goodness H2617 , behold H2009 , they are written H3789 in the vision H2377 of Isaiah H3470 the prophet H5030 , the son H1121 of Amoz H531 , and in H5921 the book H5612 of the kings H4428 of Judah H3063 and Israel H3478 .
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