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1. {यहूदा का राजा आहाज} PS आहाज बीस वर्ष का था, जब वह राजा हुआ। उसने यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य किया। आहाज अपने पूर्वज दाऊद की तरह सच्चाई से नहीं रहा। आहाज ने वह नहीं किया जो कुछ यहोवा चाहता था कि वह करे।
1. Ahaz H271 was twenty H6242 years H8141 old H1121 when he began to reign H4427 , and he reigned H4427 sixteen H8337 H6240 years H8141 in Jerusalem H3389 : but he did H6213 not H3808 that which was right H3477 in the sight H5869 of the LORD H3068 , like David H1732 his father H1 :
2. आहाज ने इस्राएली राजाओं के बुरे उदाहरणों का अनुसरण किया। उसने बाल—देवता की पूजा के लिये मूर्तियों को बनाने के लिये साँचे का उपयोग किया।
2. For he walked H1980 in the ways H1870 of the kings H4428 of Israel H3478 , and made H6213 also H1571 molten images H4541 for Baalim H1168 .
3. आहाज ने हिन्नोम की घाटी में सुगन्धि जलाई। उसने अपने पुत्रों को आग में जलाकर बलि भेंट की। उसने वे सब भयंकर पाप किये जिसे उस प्रदेश में रहने वाले व्यक्तियों ने किया था। यहोवा ने उन व्यक्तियों को बाहर जाने को विवश किया था जब इस्राएल के लोग उस भूमि में आए थे।
3. Moreover he H1931 burnt incense H6999 in the valley H1516 of the son H1121 of Hinnom H2011 , and burnt H1197 H853 his children H1121 in the fire H784 , after the abominations H8441 of the heathen H1471 whom H834 the LORD H3068 had cast out H3423 before H4480 H6440 the children H1121 of Israel H3478 .
4. आहाज ने बलि भेंट की और सुगन्धि को उच्चस्थानों अर्थात् पहाड़ियों और हर एक हरे पेड़ के नीचे जलाया। PEPS
4. He sacrificed H2076 also and burnt incense H6999 in the high places H1116 , and on H5921 the hills H1389 , and under H8478 every H3605 green H7488 tree H6086 .
5. (5-6) आहाज ने पाप किया, इसलिये यहोवा, उसके परमेश्वर ने अराम के राजा को उसे पराजित करने दिया। अराम के राजा और उसकी सेना ने आहाज को हराया और यहूदा के अनेक लोगों को बन्दी बनाया। अराम का राजा उन बन्दियों को दमिश्क नगर को ले गया। यहोवा ने इस्राएल के राजा पेकह को भी आहाज को पराजित करने दिया। पेकह के पिता का नाम रमल्याह था। पेकह और उसकी सेना ने एक दिन में यहूदा के एक लाख बीस हज़ार वीर सैनिकों को मार डाला। पेकह ने यहूदा के उन लोगों को इसलिये हराया कि उन्होंने उस यहोवा, परमेश्वर की आज्ञा मानना अस्वीकार कर दिया जिसकी आज्ञा उनके पूर्वज मानते थे।
5. Wherefore the LORD H3068 his God H430 delivered H5414 him into the hand H3027 of the king H4428 of Syria H758 ; and they smote H5221 him , and carried away H7617 a great H1419 multitude of H4480 them captives H7633 , and brought H935 them to Damascus H1834 . And he was also H1571 delivered H5414 into the hand H3027 of the king H4428 of Israel H3478 , who smote H5221 him with a great H1419 slaughter H4347 .
17.
7. जिक्री एप्रैमी का एक वीर सैनिक था। जिक्री ने राजा आहाज के पुत्र मासेयाह और राजामहल के संरक्षक अधिकारी अज्रीकाम और एलकाना को मार डाला। एलकाना राजा के ठीक बाद द्वितीय शक्ति था। PEPS
7. And Zichri H2147 , a mighty man H1368 of Ephraim H669 , slew H2026 H853 Maaseiah H4641 the king H4428 's son H1121 , and Azrikam H5840 the governor H5057 of the house H1004 , and Elkanah H511 that was next H4932 to the king H4428 .
8. इस्राएल की सेना ने यहूदा में रहने वाले दो लाख अपने निकट सम्बन्धियों को पकड़ा। उन्होंने स्त्रियों, बच्चे और यहूदा से बहुत कीमती चीज़ों लीं। इस्राएली उन बन्दियों और उन चीज़ों को शोमरोन नगर को ले आए।
8. And the children H1121 of Israel H3478 carried away captive H7617 of their brethren H4480 H251 two hundred H3967 thousand H505 , women H802 , sons H1121 , and daughters H1323 , and took also away H962 H1571 much H7227 spoil H7998 from H4480 them , and brought H935 H853 the spoil H7998 to Samaria H8111 .
9. किन्तु वहाँ यहोवा का एक नबी था। इस नबी का नाम ओदेद था। ओदेद इस्राएल की इस सेना से मिला जो शोमरोन लौट आई। ओदेद ने इस्राएल की सेना से कहा, “यहोवा, परमेश्वर ने जिसकी आज्ञा तुम्हारे पूर्वजों ने मानी, तुम्हें यहूदा के लोगों को हराने दिया क्योंकि वह उन पर क्रोधित था। तुम लोगों ने यहूदा के लोगों को बहुत नीच ढंग से मारा और दण्डित किया। अब परमेश्वर तुम पर क्रोधित है।
9. But a prophet H5030 of the LORD H3068 was H1961 there H8033 , whose name H8034 was Oded H5752 : and he went out H3318 before H6440 the host H6635 that came H935 to Samaria H8111 , and said H559 unto them, Behold H2009 , because the LORD H3068 God H430 of your fathers H1 was wroth H2534 with H5921 Judah H3063 , he hath delivered H5414 them into your hand H3027 , and ye have slain H2026 them in a rage H2197 that reacheth up H5060 unto H5704 heaven H8064 .
10. तुम यहूदा और यरूशलेम के लोगों को दास की तरह रखने की योजना बना रहे हो। तुम लोगों ने भी यहोवा, अपने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया है।
10. And now H6258 ye H859 purpose H559 to keep under H3533 the children H1121 of Judah H3063 and Jerusalem H3389 for bondmen H5650 and bondwomen H8198 unto you: but are there not H3808 with H5973 you, even H7535 with you H859 , sins H819 against the LORD H3068 your God H430 ?
11. अब मेरी सुनो। अपने जिन भाई बहनों को तुम लोगों ने बन्दी बनाया है उन्हें वापस कर दो। यह करो क्योंकि यहोवा का भयंकर क्रोध तुम्हारे विरुद्ध है।” PEPS
11. Now H6258 hear H8085 me therefore , and deliver H7725 the captives H7633 again, which H834 ye have taken captive H7617 of your brethren H4480 H251 : for H3588 the fierce H2740 wrath H639 of the LORD H3068 is upon H5921 you.
12. तब एप्रैम के कुछ प्रमुखों ने इस्राएल के सैनिकों को युद्ध से लौटकर घर आते देखा। वे प्रमुख इस्राएल के सैनिकों से मिले और उन्हें चेतावनी दी। वे प्रमुख योहानान का पुत्र अजर्याह, मशिल्लेमोत का पुत्र बेरेक्याह, शल्लूम का पुत्र यहिजकिय्याह और हदलै का पुत्र अमासा थे।
12. Then certain H376 of the heads H4480 H7218 of the children H1121 of Ephraim H669 , Azariah H5838 the son H1121 of Johanan H3076 , Berechiah H1296 the son H1121 of Meshillemoth H4919 , and Jehizkiah H3169 the son H1121 of Shallum H7967 , and Amasa H6021 the son H1121 of Hadlai H2311 , stood up H6965 against H5921 them that came H935 from H4480 the war H6635 ,
13. उन प्रमुखों ने इस्राएली सैनिकों से कहा, “यहूदा के बन्दियों को यहाँ मत लाओ। यदि तुम यह करते हो तो यह हम लोगों को यहोवा के विरुद्ध बुरा पाप करायेगा। वह हमारे पाप और अपराध को और अधिक बुरा करेगा तथा यहोवा हम लोगों के विरुद्ध बहुत क्रोधित होगा!” PEPS
13. And said H559 unto them , Ye shall not H3808 bring in H935 H853 the captives H7633 hither H2008 : for whereas H3588 we have offended against H819 H5921 the LORD H3068 already , ye H859 intend H559 to add H3254 more to H5921 our sins H2403 and to H5921 our trespass H819 : for H3588 our trespass H819 is great H7227 , and there is fierce H2740 wrath H639 against H5921 Israel H3478 .
14. इसलिए सैनिकों ने बन्दियों और कीमती चीज़ों को उन प्रमुखों और इस्राएल के लोगों को दे दिया।
14. So the armed men H2502 left H5800 H853 the captives H7633 and the spoil H961 before H6440 the princes H8269 and all H3605 the congregation H6951 .
15. पहले गिनाए गए प्रमुख (अजर्याह, बेरेक्याह, यहिजकिय्याह और अमास) खड़े हुए और उन्होंने बन्दियों की सहायता की। इन चारों व्यक्तियों ने उन वस्त्रों को लिया जो इस्राएली सेना ने लिये थे और इसे उन लोगों को दिया जो नंगे थे। उन प्रमुखों ने उन लोगों को जूते भी दिये। उन्होंने यहूदा के बन्दियों को कुछ खाने और पीने को दिया। उन्होंने उन लोगों को तेल मला। तब एप्रैम के प्रमुखों ने कमजोर बन्दियों को खच्चरों पर चढ़ाया और उन्हें उनके घर यरीहो में उनके परिवारों के पास ले गये। यरीहो का नाम ताड़ के पेड़ का नगर था। तब वे चारों प्रमुख अपने घर शोमरोन को लौट गए। PEPS
15. And the men H376 which H834 were expressed H5344 by name H8034 rose up H6965 , and took H2388 the captives H7633 , and with H4480 the spoil H7998 clothed H3847 all H3605 that were naked H4636 among them , and arrayed H3847 them , and shod H5274 them , and gave them to eat H398 and to drink H8248 , and anointed H5480 them , and carried H5095 all H3605 the feeble H3782 of them upon asses H2543 , and brought H935 them to Jericho H3405 , the city of palm trees H5899 , to H681 their brethren H251 : then they returned H7725 to Samaria H8111 .
16. (16-17) उसी समय, एदोम के लोग फिर आए और उन्होंने यहूदा के लोगों को हराया। एदोमियों ने लोगों को बन्दी बनाया और उन्हें बन्दी के रूप में ले गए। इसलिये राजा आहाज ने अश्शूर के राजा से सहायता माँगी।
16. At that H1931 time H6256 did king H4428 Ahaz H271 send H7971 unto H5921 the kings H4428 of Assyria H804 to help H5826 him.
18. पलिश्ती लोगों ने भी पहाड़ी के नगरों और दक्षिण यहूदा पर आक्रमण किया। पलिश्ती लोगों ने बेतशेमेश, अय्यालोन, गदेरोत, सोको, तिम्ना और गिमजो नामक नगरों पर अधिकार कर लिया। उन्होंने उन नगरों के पास के गाँवों पर भी अधिकार कर लिया। तब उन नगरों में पलिशती रहने लगे।
18. The Philistines H6430 also had invaded H6584 the cities H5892 of the low country H8219 , and of the south H5045 of Judah H3063 , and had taken H3920 H853 Beth H1053 -shemesh , and Ajalon H357 , and Gederoth H1450 , and Shocho H7755 with the villages H1323 thereof , and Timnah H8553 with the villages H1323 thereof, Gimzo H1579 also and the villages H1323 thereof : and they dwelt H3427 there H8033 .
19. यहोवा ने यहूदा को कष्ट दिया क्योंकि यहूदा के राजा आहाज ने यहूदा के लोगों को पाप करने के लिये प्रोत्साहित किया। वह यहोवा के प्रति बहुत अधिक अविश्वास योग्य था।
19. For H3588 the LORD H3068 brought H3665 H853 Judah H3063 low because of H5668 Ahaz H271 king H4428 of Israel H3478 ; for H3588 he made Judah naked H6544 H3063 , and transgressed H4603 sore H4604 against the LORD H3068 .
20. अश्शूर का राजा तिलगतपिलनेसेर आया और आहाज को सहायता देने के स्थान पर उसने कष्ट दिया।
20. And Tiglath H8407 -pileser king H4428 of Assyria H804 came H935 unto H5921 him , and distressed H6696 him , but strengthened H2388 him not H3808 .
21. आहाज ने कुछ कीमती चीज़ों यहोवा के मन्दिर, राजमहल और राजकुमार भवन से इकट्टा कीं। आहाज ने वे चीज़ें अश्शूर के राजा को दीं। किन्तु उसने आहाज को सहायता नहीं दी। PEPS
21. For H3588 Ahaz H271 took away a portion H2505 out of H853 the house H1004 of the LORD H3068 , and out of the house H1004 of the king H4428 , and of the princes H8269 , and gave H5414 it unto the king H4428 of Assyria H804 : but he helped H5833 him not H3808 .
22. आहाज की परेशानियों के समय में उसने और अधिक बुरे पाप किये और यहोवा का औऱ अधिक अविश्वास योग्य बन गया।
22. And in the time H6256 of his distress H6887 did he trespass H4603 yet more H3254 against the LORD H3068 : this H1931 is that king H4428 Ahaz H271 .
23. उसने दमिश्क के लोगों द्वारा पूजे जाने वाले देवताओं को बलिभेंट की। दमिश्क के लोगों ने आहाज को पराजित किया था। इसलिए उसने मन ही मन सोचा था, “अराम के लोगों के देवताओं की पूजा ने उन्हें सहायता दी। यदि मैं उन देवताओं को बलिभेंट करुँ तो संभव है, वे मेरी भी सहायता करें।” आहाज ने उन देवताओं की पूजा की। इस प्रकार उसने पाप किया और उसने इस्राएल के लोगों को पाप करने वाला बनाया। PEPS
23. For he sacrificed H2076 unto the gods H430 of Damascus H1834 , which smote H5221 him : and he said H559 , Because H3588 the gods H430 of the kings H4428 of Syria H758 help H5826 them, therefore will I sacrifice H2076 to them , that they may help H5826 me . But they H1992 were H1961 the ruin H3782 of him , and of all H3605 Israel H3478 .
24. आहाज ने यहोवा के मन्दिर से चीज़ें इकट्ठी कीं और उनके टुकड़े कर दिये। तब उसने यहोवा के मन्दिर का द्वार बन्द कर दिया। उसने वेदियाँ बनाई और यरूशलेम में सड़क के हर मोड़ पर उन्हें रखा।
24. And Ahaz H271 gathered together H622 H853 the vessels H3627 of the house H1004 of God H430 , and cut in pieces H7112 H853 the vessels H3627 of the house H1004 of God H430 , and shut up H5462 H853 the doors H1817 of the house H1004 of the LORD H3068 , and he made H6213 him altars H4196 in every H3605 corner H6438 of Jerusalem H3389 .
25. आहाज ने यहूदा के हर नगर में अन्य देवताओं की पूजा के लिये उच्च स्थान सुगन्धि जलाने के लिये बनाए। आहाज ने यहोवा, परमेश्वर को बहुत क्रोधित कर दिया जिसकी आज्ञा का पालन उसके पूर्वज करते थे। PEPS
25. And in every H3605 several city H5892 H5892 of Judah H3063 he made H6213 high places H1116 to burn incense H6999 unto other H312 gods H430 , and provoked to anger H3707 H853 the LORD H3068 God H430 of his fathers H1 .
26. आहाज ने आरम्भ से अन्त तक जो कुछ अन्य किया वह यहूदा औऱ इस्राएल के राजाओं के इतिहास नामक पुस्तक में लिखा है।
26. Now the rest H3499 of his acts H1697 and of all H3605 his ways H1870 , first H7223 and last H314 , behold H2009 , they are written H3789 in H5921 the book H5612 of the kings H4428 of Judah H3063 and Israel H3478 .
27. आहाज मरा और अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया। लोगों ने आहाज को यरूशलेम नगर में दफनाया। किन्तु उन्होंने आहाज को उसी कब्रिस्तान में नहीं दफनाया जहाँ इस्राएल के राजा दफनाये गए थे। आहाज के सथान पर हिजकिय्याह नया राजा बना। हिजकिय्याह आहाज का पुत्र था। PE
27. And Ahaz H271 slept H7901 with H5973 his fathers H1 , and they buried H6912 him in the city H5892 , even in Jerusalem H3389 : but H3588 they brought H935 him not H3808 into the sepulchers H6913 of the kings H4428 of Israel H3478 : and Hezekiah H3169 his son H1121 reigned H4427 in his stead H8478 .
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